बठिंडा। बरनाला बायपास पर नेशनल हाइवे अथॉरिटी आफ इंडिया (एनएचएआई) द्वारा बनाए जाने वाले 1200 मीटर लंबे ओवरब्रिज, जिसके लिए 22 मार्च को टैंडर खुलने थे, को पुन एनएचएआई रिव्यू करने जा रही है। हालांकि लोकल स्तर पर अधिकारियों को इस संबंध में कोई अपडेट अभी नहीं मिला है, लेकिन एनएचएआई के सीनियर अथॉरिटी के अनुसार उनके पास इस प्रोजेक्ट को लेकर कुछ इश्यू उठे हैं, जिसे अथॉरिटी पुन इसे रिव्यू करने की योजना बना रही है।
इसका कारण ओवरब्रिज बनने की वजह से दो मेजर क्रासिंग ग्रीन सिटी व बल्ला राम नगर क्रासिंग बंद होना है जिसके चलते उक्त इलाके से शहर में क्रास करने वाले हजारों वाहनों को एकमात्र सिंगल क्रासिंग रहने से यहां ट्रैफिक का भारी जाम लग जाएगा, जिससे यहां हालात काफी विकट हो सकते हैं। अब ओवरब्रिज के टेक्नीकल एनएचएआई पुन: रिव्यू करवाने की तैयारी कर रही है।
बरनाला बायपास पर ओवरब्रिज के डिजाइन में दो क्रासिंग बंद होने पर उठे सवाल- बरनाला बायपास पर नेशनल हाइवे- 7 पर नार्थ एस्टेट के नजदीक से शुरू होने वाले इस ओवरब्रिज ने होटल स्टेला के नजदीक उतरना था। इसके लिए एनएचएआई ने एक प्लानिंग कर उक्त एरिया में ओवरब्रिज की जरूरत के हिसाब से टेक्नीकल स्टडी कर ड्राइंग तैयार कर इसे अप्रूवल करते हुए टेंडर लगा दिए।
इसमें 1200 मीटर लंबे ओवरब्रिज में ग्रीन सिटी क्रासिंग व बल्लाराम नगर क्रासिंग शामिल हैं, को बंद कर इनके मध्य में करीब 60 मीटर चौड़ी क्रासिंग का प्रावधान किया गया, लेकिन इस क्रासिंग के बनने से दोनों एरिया में हर घंटे गुजरते हजारों वाहनों को जहां एक क्रासिंग रह जाती, वहीं वहां ट्रैफिक की बहुत बड़ी समस्या पैदा हो जाती। ऐसे में ओवरब्रिज के डिजाइन में इस प्वाइंट को शायद सही तरीके से स्टडी नहीं किया गया
तथा अब लोगों द्वारा इस मामले में मुद्दा उठाने व सत्तापक्ष के पास इसे उठाने के बाद एनएचएआई को डिजाइन को लेकर इश्यू दिया गया है जिसकें एनएचएआई पुन ओवरब्रिज के टेक्नीकल को स्टडी करने की योजना बना रही है। यह ओवरब्रिज बॉक्स पैटर्न पर बनना था।
हर घंटे क्रासिंग से हजारों वाहन गुजरते हैं -बरनाला बायपास पर इन दोनों क्रासिंग पर हजारों की संख्या में छोटे व बड़े वाहन गुजरते हैं। एरिया में 12 से अधिक इलाके व बड़ी कालोनियां पड़ती हैं। यहां हर मिनट बड़ी संख्या में वाहन क्रास करते हैं जिससे यहां ट्रैफिक सिग्नल पर दुर्घटनाएं भी होती हैं। इन्हें रोकने को एनएचएआई ने सत्तापक्ष के ओवरब्रिज की जरूरत बताने के बाद यहां पर ओवरब्रिज डिजाइन हुआ, लेकिन इससे
ट्रैफिक जाम लगना शुरू हो जाता, जिसे यह आभास हो रहा है कि स्टडी में ट्रैफिक को भविष्य के हिसाब से नहीं देखा गया। बरनाला बायपास एरिया के निवासी सुनील बांसल, संजीव बांसल, सतपाल खुरमी, बलतेज सिंह व चरणजीत सिंह ने कहा कि उन्होंने इस बाबत सरकार से अपील की थी कि इस प्रोजेक्ट के पुन रिव्यू किया जाए ताकि लोगों को भविष्य में कोई परेशानी नहीं हो।
एनएचएआई स्टडी करवा सकती है - बठिंडा बायपास पर बनने वाले ओवरब्रिज को लेकर हमारे पास कुछ इश्यू आए हैं जिसे एनएचएआई देख रही है। इस नए बनने वाले aको एनएचएआई स्टडी करवा सकती है।
-आरपी सिंह, आरओ, एनएचएआई, चंडीगढ़