Monday, March 21, 2022

सरकार ने अवैध इमारतों के साथ सरकारी जमीनों पर कब्जा कर बैठे लोगों पर कारर्वाई के जारी किए आदेश -अधिकारियों ने तय समय में नक्शा पास नहीं किया व एनओसी जारी नहीं की तो होगी विभागीय कारर्वाई


-स्थानीय निकास विभाग के डायरेक्टर ने सरकार के आदेशों की तत्काल प्रभाव से पालना करवाने के लिए जारी किए आदेश

बठिंडा (हरिदत्त जोशी). पंजाब में सरकार तबदीली के साथ ही नगर निगम बठिंडा के कामकाज में भी सुधार की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके तहत डायरेक्टर स्थानीय निकाय विभाग पंजाब के म्यूनिसिपल सर्विस सैल ने सभी नगर निगम कमिश्नर, नगर कौंसिल के कार्यसाधक अधिकारियों, नगर सुधार ट्रस्ट के कार्यसाधक अधिकारी व चेयरमैनों को पत्र जारी कर कामकाज में तत्काल प्रभाव से सुधार लाने व जारी हिदायतों की सख्ती से पालना करने के लिए कहा है। वही चेतावनी दी है कि अगर कोई अधिकारी व कर्मी अवैध इमारतों को संरक्षण देता है, सरकारी जमीनों से कब्जे नहीं हटाता व बिल्डिंग नक्शा पास करने के लिए तय समय में काम पूरा नहीं करता व नियमों को तोड़ता है व जारी हिदायतों की पालना नहीं करता है तो उसके खिलाफ विभागीय कारर्वाई अमल में लाई जाएगी। इसमें नियमों की पालना करवाने की जिम्मेवारी निगम कमिश्नर के साथ संबंधित विभाग प्रमुखों की तय की गई है। जारी हिदायतों में सरकार का पूरा ध्यान नगर निगमों व कौंसिलों में बनी अवैध इमारतों के साथ सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जों को रोकने पर केंद्रीत है। इसमें अधिकारियों व कर्मचारियों को समय पर दफ्तर पहुंचने व पब्लिक के काम समय पर करने व उनकी समस्याओं का तत्काल निपटारा करने के आदेश भी दिए है। 

विभाग की तरफ से जारी हिदायतों में कहा है कि अधिकारी व कर्मचारी लोगों की समस्याओं का तुरंत निपटारा करे व लोगों के साथ जुड़ीसेवाएं वाटर सप्लाई, सीवरेज कनेक्शन, एनओसी व जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र जैसी सेवाओं को प्राथमिकता के आधार पर दे। वही नगर निगम व कौंसिलो में आम लोगों को सर्वाधिक समस्या बिल्डिंग प्लान को लेकर आती है जिसमें शिकायते रहती है कि नगर निगम में नक्शा बास करवाने से लेकर किसी तरह की एनओसी हासिल करने में अधिकारी जानबूझकर देरी करते हैं व काम के बदले में रिश्वत की मांग की जाती है। इस समस्या के हल के लिए सरकार ने बिल्डिग प्लान व सीएलयू के लिए ई नक्शा पोर्टल को दुरुस्त रखने व आम लोगों को किसी तरह की समस्या पेश नहीं आने दे। बिल्डिंग प्लान व सीएलयू के केसों का निपटारा नियमों के तहत तय समय में किया जाए। वही क्लरिफिकेशन व इक्वायरी व इतराज सिर्फ एक बार ही लगाए जाए। अगर किसी भी अधिकारी के पास निर्धारित समय से अधिक समय तक केस पेडिंग रहेगा तो अधिकारी के खिलाफ बनती कारर्वाई की जाएगी। वही सरकार ने सभी निगम व ट्रस्ट अधिकारियों को सख्त हिदायतें जारी की है कि वह अपने क्षेत्र में किसी भी तरह का अवैध निर्माण नहीं होने दे। अगर कही अवैध निर्माण चल रहा है तो उसे तत्काल प्रभाव से रोके व नियमों के तहत अगली कारर्वाई बिना किसी देरी के अमल में लाई जाए। वही आदेश में कहा गया है कि निगमों व ट्रस्टों के क्षेत्र में किसी भी तरह का अवैध निर्माण व अवैध कालोनी का निर्माण होता है तो इसमें सीधे तौर पर निगमों के कमिश्नर, डवल्पमेंट आथार्टी के अधिकारी, ट्रस्टों के चेयरमैन व कार्यसाधक अधिकारी, टाउन प्लान विंग व बिल्डिंग बरांच के अधिकारियों को जिम्मेवार मानकर बनती कारर्वाई की जाएगी। 

इसी तरह विकास अथार्टी के अधीन होने वाले किसी भी तरह के विकास कार्यों की फिजिकल वैरिफिकेशन करवाना जरूरी है वही इसमें तस्दीक करना होगा कि एस्टीमेंट के अनुसार काम पूरा हो चुका है व गुणवत्ता व मात्रा को चैंक करवाना जरूरा किया जाए। इसमें फिजिकल वैरिफिकेशन आला अधिकारी की तरफ से करना जरूरी है वही साथ में नियमानुसार रैंडम सैपलिंग करवाना भी जरूरी होगा। वही एक अन्य आदेश में कहा गया है कि नगर निगमों, कौंसिलों, ट्रस्टों व डवल्पमेंट आथार्टी के अधीन आती सरकारी जमीनों पर हुए अवैध कब्जों के खिलाफ नियमों के तहत कानूनी कारर्वाई करे। इसमें पहले से सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा करके बैठे लोगों को हटाने की कारर्वाई भी बिना किसी देरी के अमल में लाई जाए। गैरतलब है कि बठिंडा नगर निगम के अधीन ही पिछले पांच साल में सैकड़ों अवैध इमारतों का निर्माण किया गया है जबकि चुनाव के दौरान ही शहर के विभिन्न इलाकों में दो सौ से अधिक बड़ी इमारते प्रमुख बाजारों में राजनीतिक संरक्षण में बना दी गई। इन इमारतों के बनवाने में जहां राजनीतिक संरक्षण जिम्मेवार रहा वही नगर निगम के बिल्डिंग ब्रांच के विभिन्न जोन इंचार्जों व अधिकारियों ने जमकर चांदी कूटी व लोगों से वसूली कर इमारतों का निर्माण करवाया। अब सरकार के आदेश के बाद इन इमारतों पर कानूनी कारर्वाई होना तय मानी जा रही है। 





बठिंडा पुलिस ने गोनियाना मंडी के लक्खी ज्वैलर्स को धमकियां देकर फिरौती वसूलने वाली मां और बेटा किया गिरफ्तार, तीसरा आरोपी है जेल में बंद


-गोनियाना के लक्खी ज्वैलर से गूगल पे में वसूले थे 50 हजार, पुलिस ने गिरफ्तार लोगों से 39.500 रुपए किए बरामद

बठिंडा, 21 मार्च . दो दिन पहले जिले के ज्वैलर्स को फोन कर फिरोती मांगने व पैसे नहीं देने पर जान से मारने की धमकियां देने वाले मामले में जिला पुलिस ने फरीदकोट जेल में बंद गैंगस्टर की पत्नी व बेटे को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार मां-बेटे से पुलिस ने फिरोती में वसूल की 50 हजार रुपए की राशि में से 39 हजार 500 रुपए भी बरामद कर लिए है। मामले में एसएसपी अवनीत कौड़ल ने बताया कि पुलिस के पास दो दिन पहले फरीदकोट जेल में बंद अपराधी तरसेम सिंह सेमा उर्फ विक्की वासी गांव नियोर जिला बठिंडा की तरफ से दो ज्वैलर्स को फोन कर फिरोती मांगने व पैसे नहीं देने पर जान से मारने की धमकियां देने की शिकायत मिली थी। इसमें सुखविंदर सिंह उर्फ लक्खी वासी लक्खी ज्वैलर्स माल रोड गोनियाना ने बताया था कि तरसेम सिंह सेमा ने जेल में बंद रहते उन्हें फोन किया था व 80 हजार रुपए की नगदी फिरोती के तौर पर देने के लिए कहा था। वही ऐसा नहीं करने पर उसे जान से मारने की धमकियां दी गई। इसमें डर के चलते उसने तरसेम सिंह की तरफ से बताए गए मोबाइल नंबर पर 50 हजार रुपए गूगल पेय कर दिया व मामले की शिकायत पुलिस के पास कर दी। एसएसपी बठिंडा ने मामले में एसपी डी तरुण रत्न की अगुवाई में सीआईए स्टाफ वन के इंचार्ज तरजिंदर सिंह व थाना नहियावाला पुलिस की टीम गठित कर आरोपियों के खिलाफ कारर्वाई करने की हिदायत दी थी। पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि तरसेम सिंह सेमा के फिरोती मांगने व लोगों को धमकियां देने के खेल में उसकी पत्नी हरप्रीत कौर उर्फ किरण वासी गांव नियोर व उसका बेटा राजदीप सिंह भी शामिल है। उक्त दोनों आरोपी वर्तमान में गली नंबर-6 हजूरा कपूरा कालोनी बठिंडा में रह रहे थे। पुलिस ने मुखबीर की तरफ से मिली जानकारी के बाद सरहिंद नहर गोनियाना रोड बठिंडा में नाकाबंदी कर दी। इसी दौरान हरप्रीत कौर व उसका बेटा राजदीप सिंह एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर बठिंडा की तरफ आ रहे थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद दोनों को अदालत में पेश कर एक दिन का रिमांड हासिल कर पूछताछ शुरू की गई तो कई अहम खुलासे हुए। गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वह पिछले लंबे समय से व्यापारियों व आर्थिक तौर पर मजबूत लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। इसमें हरप्रीत कौर व राजदीप सिंह पहले शिकार की तलाश करते थे व उनका मोबाइल नंबर लेकर आगे फरीदकोट जेल में बंद गैंगस्टर तरसेम सिंह सेमा को दे देते थे। तरसेम सेमा जेल में रहते उन लोगों को धमकियां देता था व पैसे देने की मांग करता था। वही उसने शहर में कुछ लोगों क गूगल-पे एकाउंट चला रखे थे। व्यापारियों को उक्त एकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहा जाता था। वही जब व्यक्ति पैसे ट्रांसफर कर देता था तो हरप्रीत कौर व राजदीप सिंह उनसे पैसे लेकर आते थे व इस पैसे को एशप्रस्ती के लिए इस्तेमाल करते थे। यही नहीं आरोपी लोग एक व्यक्ति से जिस एकाउंट में पैसे ट्रांसफर करवाते थे उसका दोबारा इस्तेमाल नहीं करते थे जिससे वह पुलिस की पकड़ से बचने में सफल रहते थे। एसपी हरिंदर सिंह ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार किए दोनों आरोपियों के अलावा फरीदकोट जेल में बंद तरसेम सिंह सेमा से भी पूछताछ की जाएगी। तरसेम सेमा का वारंट लेकर उसे पूछताछ के लिए लाया जाएगा। इसमें जानकारी जुटाने की कोशिश करेंगे कि इन लोगों ने अब तक कितने लोगों को धमकियां देकर पैसे वसूले हैं व इस गैंग में इन तीन लोगों के अलावा अन्य कौन शामिल है। पुलिस गूगल-पे एकाउंट आपरेट कर पैसे मंगवाने वाले लोगों की भी जानकारी जुटा रही है। मामले में देश से बाहर बैठे लोगों से मनी एक्सचेंज के माध्यम से फिरोती मांगने के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। गौरतलब है कि पुलिस ने 18 मार्च को दो ज्वैलर्स को गैंगस्टरों के नाम पर फोन पर धमिकयां देकर फिरौती मांगने व मारने की धमिकयां दी गई। दोनों मामलों में कोतवाली व नहियावाला पुलिस ने चार लोगों को नामजद किया था । पहले मामले में कोतवाली पुलिस के पास कोर्ट रोड बठिंडा स्थित प्रिंस ज्वैलर्स के मालिक संजीव कुमार वासी जुझार सिंह नगर बठिंडा ने शिकायत दी थी वही दूसरे मामले में निहयावाला पुलिस के पास गोनियाना मंडी में माल रोड स्थित लक्खी ज्वैलर्स के मालिक सुखिवंदर सिंह ने शिकायत दी थी। आरोपी ने विभिन्न स्थानों में अपने गुर्गे बिठा रखे हैं जो लोगों को धमिकयां देकर अवैध वसूली करते हैं व लूटपाट के साथ मारपीट की वारदातों को अंजाम देते हैं। इसमें तरसेम सिंह के साथ उसकी पत्नी हरप्रीत कौर, बेटा राजदीप सिंह शामिल था।


हेरोइन के साथ एक व्यक्ति को किया पुलिस ने गिरफ्तार 

बठिंडा, 21 मार्च. जिला पुलिस ने 10 मिलीग्राम हेरोइन नशे की तस्करी करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। कनाल कालोनी पुलिस थाना के सहायक थानेदार रघवीर सिंह ने बताया कि संत कबीर दास नगर बठिंडा में नाकाबंदी के दौरान एक व्यक्ति हैरी शर्मा वासी हरबंस नगर बठिंडा संदिग्ध अवस्था में घूमते दिखा जिसे रोककर तलाशी लेने पर उसके पास 10 मिलीग्राम हेरोइन का नशा बरामद किया गया। आरोपी को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। 

दो कारों की टक्कर में एक व्यक्ति की मौत, दो घायल

बठिंडा, 21 मार्च. दो कारों की भिड़त में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि दो घायल हो गए। इसमें सदर बठिंडा पुलिस ने लापरवाही से कार चला रहे एक व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया। सदर बठिंडा पुलिस के पस अतुल मंगल वासी श्री गंगानगर राजस्थान ने शिकायत दी कि गत दिवस वह अपने मित्र सुरेश मिड्डा, बिट्टू बांसल व कृष्ण कुमार वासी श्री गंगानगर के साथ  बलैनो गाड़ी में सवार होकर कर्मगढ़ सतरा जिला बठिंडा गांव के पास से गुजर रहे थे। इसी दौरान प्रदीप कुमार वासी भुच्चो मंडी जिला बठिंडा तेज रफ्तार कार लेकर उनकी तरफ आया व टक्कर मार दी जिसमें सुरेश मिड्डा उम्र 45 साल की मौके पर ही मौत हो गई जबकि अन्य दो कार सवार बिट्टू बांसल व कृष्ण कुमार घायल हो गए। पुलिस ने आरोपी कार चालक प्रदीप कुमार को गिरफ्तार कर लिया व पूछताछ के बाद जमानत पर रिहा कर दिया।

बस के टाइम को लेकर हुए विवाद में पांच लोगों ने मिलकर एक व्यक्ति की कर दी मारपीट 

बठिंडा, 21 मार्च. भुच्चो मंडी में बस चलाने के समय को लेकर हुए विवाद में पांच लोगों ने एक ड्राइवर से मारपीट कर घायल कर दिया। मामले में नथाना पुलिस थाना ने आरोपी लोगों को नामजद कर जांच शुरू कर दी है लेकिन किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। नथाना पुलिस के पास हरिंदर सिंह वासी गहरी बारा सिंह वाला जिला बठिडा ने शिकायत दी कि वह बस लेकर भुच्चो मंडी स्टेड में खड़ा था कि इसी दौरान आरोपी गौरा सिंह, गोधा सिंह वासी लहरा खना, जगतार सिंह, जगजीत सिंह वासी गांव तुंगवाली, गग्गू, जगजीत सिंह वासी चक्क बख्तू गांव ने उसके साथ झगड़ा करना शुरू कर दिया। उसकी बस चलाने को लेकर अभी समय बचा था लेकिन उक्त दूसरी बसों के चालकों ने उसे बस अड्डे से चलाने को कहना शुरू कर दिया व पांचों ने मिलकर उससे मारपीट करना शुरू कर दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

घर में रखे लोहे के गाड़र चोरी करने वाले दो लोगों को किया गिरफ्तार 

बठिंडा, 21 मार्च. घर में रखे हजारों रुपए की कीमत वाले लोहे के गाडर चोरी करने वाले दो लोगों को दियालपुरा पुलिस थाना ने नामजद कर गिरफ्तार किया है। दियालपुर पुलिस थाना के पा मनजीत सिह वासी दियालपुरा जिला बठिंडा ने शिकायत दी कि गत दिवस गुरप्रीत सिंह, धर्मजीत सिंह वासी दियालपुरा सिर्जा रात के समय उसके घर में दाखिल हुए व वहां रखे लोहे के गाडर चोरी करके ले गए। घटना के संबंध में उन्हें सुबह जानकारी मिली तो मामले के बारे में आसपास के लोगों से जानकारी हासिल की। उक् सामान की कीमत करीब 12 हजार रुपए के करीब बनती है। इसमें चोरों के संबंध में खुलासा होने के बाद जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। 

घुद्दा में पैट्रोल पंप में दो नौजवानों ने डलवाया तेज, बिना पैसे दिए हुए फरार

बठिंडा, 21 मार्च. बठिंडा के गांव घुद्दा में स्थित एक पैट्रोल पंप में पहुंचे दो अज्ञात नौजवानों ने करीब 1210 रुपए का तेल कार में डलवाया व पंप कर्मी को चकमा देकर बिना पैसे दिए फरार हो गए। मामले में पंप संचालक की शिकायत पर नंदगढ़ पुलिस थाना ने आरोपी लोगों पर केस दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। पुलिस के पास गुरबंत सिंह वासी गांव घुद्दा ने शिकायत दी कि उनका गांव घुद्दा रोड पर धंध फिलिंग स्टेशन है। गत सांय दो नौजवान एक कार में सवार होकर आए व उन्होंने गाड़ी में करीब 1210 रुपए का तेल डलवा लिया। कर्मी ने जब तेल डालकर टैंकी लाक कर पैसे मांगे तो आरोपी कार को तेज रफ्तार से लेकर फरार हो गए। पुलिस ने पंप में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से आरोपी लोगों की तलाश शुरू कर दी है। 






इंटरनेशनल एस्ट्रोलाजी फेडरेशन, यू.एस.ए की ओर से बठिंडा के एस्ट्रोलाजर जसविंदर सिंह बिल्ला को अमेरीकन आनरेरी डाक्ट्रेट की उपाधि


-डॉ. जसविंदर सिंह बिल्ला को उक्त उपाधि के अलावा वराहमिहिर ज्योतिष पुरुस्कार भी दिया, नागपुर (महाराष्ट्र) में 20 मार्च को सनातन धर्म वैदिक एस्ट्रोलाजी कान्क्लेव 2022 में मिला सम्मान

-इंटरनेशनल आइकॉन आफ द ईयर अवार्ड्स 2019-20 में भी  ज्योतिष जसविंदर बिल्ला को मिला था बैस्ट एस्ट्रोलाजर (लाल किताब रैमिडियल) इन पंजाब का अवार्ड 

बठिंडा, 21 मार्च ( डॉ. ऋतेश श्रीवास्तव ). इंटरनेशनल एस्ट्रोलाजी फेडरेशन आईएनसी (अमेरीकिन रिसर्च आर्गेनाइजेशन) की ओर से नागपुर (महाराष्ट्र) में 20 मार्च को सनातन धर्म वैदिक एस्ट्रोलाजी कान्क्लेव 2022 में बठिंडा के सुप्रसिद्ध ज्योतिष, वास्तु एक्सपर्ट जसविंदर सिंह बिल्ला को अमेरीकन आनरेरी डाक्ट्रेट की उपाधि दी गई। जसविंदर सिंह बिल्ला को एस्ट्रोलाजी, जैमोलाजी और वास्तु एक्सपर्ट में उक्त उपाधि दी गई। इंटरनेशनल एस्ट्रोलाजी फेडरेशन (आईएएफ) के प्रेसीडेंट पिग्गी विलमोर्ट बेकर, यूएसए , चेयरमैन डी वाईनी, के अलावा डॉ. शंकरनारायणन शर्मा वाईस प्रेसिडेंट इंडिया, डॉ. नंदकिशोर पुरोहित, नेशनल वाईस चेयरमैन, डॉ. दिवाकरण, डायरेक्टर इंडिया ने नागपुर में आयोजित कान्क्लेव में डॉ. जसविंदर सिंह बिल्ला को उक्त उपाधि के अलावा वराहमिहिर ज्योतिष पुरुस्कार भी दिया गया। उत्तर भारत में अकेले जसविंदर सिंह बिल्ला ही हैं जिन्हें उक्त उपाधि मिली है। 

याद रहे कि साल 2019 में  नई दिल्ली में संपन्न हुए  इंटरनेशनल आइकॉन आफ द ईयर अवार्ड्स 2019-20 में भी  प्रख्यात ज्योतिष जसविंदर बिल्ला को बैस्ट एस्ट्रोलाजर (लाल किताब रैमिडियल) इन पंजाब का अवार्ड दिया गया था।   एक्सईएल रिसर्च मीडिया प्राईवेट लिमेटिड की ओर से उक्त अवार्ड कार्यक्रम कराया गया। इसमें पूरे देश से करीब एक सौ कैटागिरी के इनाम आवंटित किए गए। अपने-अपने क्षेत्र में विशिष्ट योग्यता रखने वाले प्रत्येक    शख्स का चयन रिसर्च टीम की ओर से खास वोटिंग के आधार पर किया गया था। 

बताते चलें कि जसविंदर सिंह बिल्ला पिछले 45 साल से ज्योतिष के माध्यम से लोगों की सेवा कर रहे हैं। वह फेसबुक और अपनी साईट पर ब्लाग लिख कर लोगों को अवेयर करते हैं। इसी तरह वह आनलाइन अपने ग्रुप में लोगो की समस्याओं का लाल किताब रैमिडियल से निदान करते हैं। उनके ग्रुप में करीब 25000 एक्टिव फालोवर सहित 100 से ज्यादा देशों के लोग जुड़े हैं। उनकी दिनचर्या में गरीब लोगों के लिए लंगर, गरीब बच्चों की शिक्षा, विभिन्न मंदिरों में मूर्ति स्थापना आदि कार्य प्रमुख हैं। जसविंदर बिल्ला को अवार्ड मिलने पर उनके करीबियों में प्रसन्नता का आलम है। विधायक जगरूप सिंह गिल, आप के स्पोक्सपर्सन अमरजीत मेहता, पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, पूर्व सीपीएस सरूप सिंगला, के अलावा अमेरिका, कनेडा, आस्ट्रेलिया, दुबई सहित विभिन्न देशों से तमाम देशों से बधाई संदेशों का तांता लग गया। आनरेरी डाक्ट्रेट की उपाधि प्राप्त होने के बाद डॉ. जसविंदर सिंह बिल्ला ने कहा कि आज वह जिस भी मुकाम तक पहुंचे हैं बालाजी के आशीर्वाद से ही हैं।

फोटो-  इंटरनेशनल एस्ट्रोलाजी फेडरेशन (आईएएफ) के  डॉ. शंकरनारायणन शर्मा, वाईस प्रेसिडेंट इंडिया, डॉ. नंदकिशोर पुरोहित, नेशनल वाईस चेयरमैन, डॉ. दिवाकरण, डायरेक्टर इंडिया ने नागपुर में आयोजित कान्क्लेव में डॉ. जसविंदर सिंह बिल्ला को डाक्ट्रेट की उपाधि देते हुए।


Thursday, March 17, 2022

राष्ट्रीय उत्तराखंड सभा ने 13 उत्तराखण्डी मूल की महिलाओ को माँ नन्दा शक्ति सम्मान से अलंकृत किया


पटियाला.
राष्ट्रीय उत्तराखंड सभा के तत्वावधान में माँ नन्दा शक्ति सम्मान समारोह का भव्य आयोजन पटियाला के हरपाल टिवाणा कला केंद्र में गत रविवार को किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ प्रकाश खुल्वे ने की। मातृ शक्ति को समर्पित इस कार्यक्रम में पदमश्री माधुरी बर्थवाल व पदमश्री बसंती देवी सहित विभिन्न कार्यक्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त 13 उत्तराखण्डी मूल की महिलाओ को माँ नन्दा शक्ति सम्मान से अलंकृत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ ज्योति प्रज्वलित व वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुआ। सभी नामांकित महिलाओं को मोमेंटो, शाल व पीछोड़ प्रदान किया गया। इस अवसर पर उत्तराखंड की प्रसिद्ध युवा गायिका करिश्मा शाह ने अपने गीत "अब लगलु मंडाण" की प्रस्तुति से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। माँ नन्दा सम्मान (2022) से सम्मानित महिलाओं के जीवन परिचय व राष्ट्रीय उत्तराखंड सभा की गत वर्ष की गतिविधियों पर आधारित स्मारिका "नन्दा" का भी विमोचन किया गया। मंच संचालन शिल्पा नेगी व सुरेंद्र रावत ने किया। कार्यक्रम में दलबीर पुंडीर, कुलदीप नेगी, सरिता भंडारी बलूनी, अशोक नेगी, लोकेंद्र गुसाईं, हीरा नाथ गोस्वामी, आशा रावत, राजीव कैंतुरा, रंजीत रणस्वाल, कमला गोस्वामी, चेतना कंडारी, आरती बिष्ट, संजीत कंडियाल, रविंद्र गुसाईं, दिनेश चौहान, भारत भूषण, नरेंद्र नेगी, सरोज बिष्ट, सुदेश नेगी, प्रेम सिंह बिष्ट आदि शामिल हुए।

कार्यक्रम में निम्लिखित मातृ शक्तियों को माँ नन्दा शक्ति सम्मान 2022 प्रदान किया गया:

1. पदमश्री माधुरी बर्थवाल:- कला, साहित्य

2. पदमश्री बसन्ती देवी :- पर्यावरण सरंक्षण

3. हर्षवन्ती बिष्ट :- पर्वतारोहण

4. कविता बिष्ट :- समाजसेवा (Acid Victim)

5. तारा पांगती :- शिक्षा व महिला सशक्तिकरण

6. देवकी जोशी :- स्वरोजगार

7. रेखा नेगी :-मधुमेह रोग जागरूकता/ समाजसेवा

8. उर्मिला मेहरा :- समाजसेवा/स्वावलंबन

9. कुसुम पांडे :- दृश्य/ चित्रकला

10. साक्षी चौहान :- खेल/motivator

11. करिश्मा शाह :- गायन/ समाजसेवा

12. हेमा उनियाल : साहित्यकार

13. अभिलाषा पालीवाल : ऐपन आर्ट

                 

Wednesday, March 16, 2022

शिअद के पूर्व विधायक सरुपचंद सिंगला ने छोड़ी अकाली दल, हाईकमान पर मनप्रीत बादल को जिताने के लिए काम करने का लगाया आरोप


 -समर्थकों ने भी सिंगला के पक्ष में इस्तिफा देने का सिलसिला किया शुरू, शहर से हटाए बैनर, सोशल मीडिया प्रोफाइल भी बदली 

बठिंडा,16 मार्च (जोशी). विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी की भारी मतों से जीत के बाद दूसरे दलों में राजनीतिक हलचल के साथ आरोप प्रतिरोप का सिलसिला तेज हो गया है। इसमें जहां गत मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन केके अग्रवाल ने कांग्रेस लीडरों को आड़े हाथ लेते ट्रस्ट चेयरमैन के पद से इस्तीफा दे दिया था वही बुधवार को शिरोमणि अकाली दल के बठिंडा शहरी क्षेत्र से उम्मीदवार व पूर्व विधायक सरूपचंद सिंगला ने अकाली दल पर आरोपो की झड़ी लगाने के बाद पद व मैंबरशीप से इस्तिफा दे दिया। इस बाबत आयोजित प्रेसवार्ता में सरुपचंद सिंगला ने आरोप लगाया कि विधनसभा चुनावों में उन्हें हराने के लिए पार्टी के अंदर ही साजिशे खेली गई व अकाली दल के ही वरिष्ठ लीड़रों ने बादल परिवार के साथ जुड़े मनप्रीत सिंह बादल को समर्थन दिया व उनके लिए वोट मांगे। शिरोमणि अकाली दल के कई वरिष्ठ नेता जहां डिंपी ढिल्लों व लंबी में प्रकाश सिंह बादल के लिए वोट मांग रहे थे वहीं बठिंडा में वह मनप्रीत सिंह बादल के लिए वोट मांग रहे थे। इसकी जानकारी व सबूत उनके ही अकाली वर्करों ने उन्हें दिए। इसके चलते शहर का अग्रवाल वोट व उनके समर्थक वोटर कन्फयूज हुआ व उसने आप को समर्थन किया। उन्होंने कहा कि वह 16 साल पहले अकाली दल के साथ जुड़े थे लेकिन इस पार्टी में रहते उन्हें पिछले कुछ चुनावों से पराजित करने की साजिश की गई। इस बात का खुलासा चुनाव प्रचार के दौरान ही होने लगा था लेकिन अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने उन्हें आश्वासन दिया था कि वह अकाली दल को सर्वपरि मानते हैं व कभी भी गद्दारी नहीं करेंगे लेकिन उनके बयान के बावजूद शहर में अकाली दल के वरिष्ठ नेताओं की तरफ से मनप्रीत बादल को स्पोर्ट करने का सिलसिला नहीं थमा। इसी बात से नाराज उन्होंने अकाली दल का साथ छोड़ने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि वह बठिंडा के लोगों की आवाज पहले की तरह उठाते रहेंगे व राजनीति में सक्रिय होकर काम करेंगे। वह किसी दूसरे दल में रहकर राजनीति करेंगे इस बात पर उन्होंने कहा कि उनके समर्थक व सहयोगियों से विचार करने के बाद वह अगला फैसला लेंगे। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में सरुप सिंगला की हार को लेकर दैनिक सवेरा ने पहले ही खुलासा किया था कि उन्हें पराजित करने का काम अकाली दल ने ही किया व अकाली दल परिवार के सदस्य मनप्रीत सिंह बादल को विजयी बनाने के लिए काम किया। सरुपचंद सिंगला की तरफ से अकाली दल को छोड़ने के बाद उनके सैकड़ों समर्थक भी अकाली दल छोड़ इस्तिफा दे रहे हैं। वही सरुपचंद सिंगला व समर्थकों ने अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल से अकाली दल को हटा दिया है वही शहर में लगे अकाली दल के बैनर व पोस्टरों को भी हटाया जा रहा है।  



Tuesday, March 15, 2022

किडनी, मूत्राशय, गोल ब्लाडर, पित्ताशय, पेशाब के नली में पत्थरी का इलैक्ट्रो होम्योपैथिक में इलाज संभव


बठिंडा।
आज पथरी का इलैक्ट्रोहोम्योपैथिक इलाज संभव है. शरीर में पथरी बनने का कोई स्पष्ट कारण का तो पता नहीं चला है. पर शरीर में अतिरिक्त गर्मी बढ़ने से, गर्म जलवायु से, कम मात्रा में पानी पीने से इत्यादि कारणों से शरीर में जल की कमी होकर डिहाइड्रेशन की स्थिति हो जाती है जिससे पेशाब में कमी व सघनता हो जाती है. इस कारण शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा अधिक हो जाती है, कैल्शियम आक्सलेट पेशाब के माध्यम से बाहर नहीं हो पाता है, इसके अलावा फॉस्फेट, अमोनियम फॉस्फेट, मैग्नीशियम कार्बोनेट आदि तत्व किडनी के नली जमने लगते है जो धीरे-धीरे पथरी का रूप ले लेते हैं. पाचन प्रणाली के खराबी के कारण भी इस प्रकार के दोष होते हैं व पथरी बनते हैं.

हालांकि पथरी (stone) कई हिस्से में हो सकते हैं, जैसे किडनी में, मूत्राशय में, गोल ब्लाडर में, पित्ताशय में, पेशाब के नली में इत्यादि. पर किडनी में पथरी की रोग अधिक पाये जाते हैं. किडनी में पथरी बनने का मुख्य कारण गलत खानपान व कम पानी पीना है. कम पानी पीने से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है जिससे किडनी में पथरी बनते हैं.

पथरी के लक्षण - पथरी के बनने पर पेट के निचले हिस्से में, पीठ में या कमर में तीव्र दर्द हो सकता है या चलने-फिरने पर भी दर्द हो सकता है. ये दर्द अचानक होते हैं जो धीरे-धीरे बढ़ कर असहनीय हो जाते हैं. चूँकि पथरी अलग-अलग स्थानों पर बन सकता है इसलिए दर्द का स्थान भी अलग-अलग हो सकता है. कभी-कभी पथरी का आकार छोटा रहने पर दर्द नहीं होता है जिससे पथरी होने का पता भी नहीं चलता है पर जब इसका आकार बढ़ जाता है तब या जब ये पेशाब के रास्ते में आ जाता है तब दर्द का एहसास होता है.

पेशाब के रास्ता में पथरी आने पर अचानक भयंकर दर्द होता है और दर्द की तीव्रता बढ़ती जाती है जो जांघ, अंडकोष या महिलाओं में योनि द्वार तक चला जाता है. कभी-कभी मूत्रमार्ग में पथरी फँसने से पेशाब रुक जाता है या पेशाब में खून आने लगता है व पेशाब करते समय दर्द होता है. पथरी होने पर पेशाब का रंग बदल जाता है. पेशाब का रंग लाल, गुलाबी या हल्का भूरा हो जाता है. किडनी में पथरी होने पर पेशाब करते समय दर्द भी होता है व जी मचलने तथा उल्टी की भी शिकायत होती है. पथरी का दर्द इतना भयंकर रहता है कि इसके वजह से मरीज न तो बैठ सकता है न लेट सकता है और न खड़ा ही रह सकता है. इस दर्द में एक बेचैनी सी रहती है.

पथरी से बचाव व इलाज -पथरी से बचने के लिए अधिक मात्रा में पानी पीना चाहिए. भोजन में कैल्शियम व आक्सलेट युक्त पदार्थ का सेवन सीमित मात्रा में ही करनी चाहिए. पथरी होने पर टमाटर, मूली, भिंडी, पालक, बैगन व मीट का सेवन नहीं करना चाहिए. पथरी होने पर एलोपैथी चिकित्सा पद्धति में इसे ऑपरेशन करके या लिथोट्रिप्टर नामक यंत्र से किरण के माध्यम से गलाकर बाहर निकालते हैं. यह अत्यधिक महँगा इलाज है और इससे पथरी निकल तो जाती है पर इससे पथरी बनने की प्रवृति समाप्त नहीं होती है.

पर इलैक्ट्रोहोम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति में कई ऐसे चमत्कारी दवाई हैं जिनका लक्षण के आधार पर सेवन करके बिना ऑपरेशन के दवाई द्वारा ही पथरी को निकालकर पथरी बनने के कारण को भी समाप्त किया जा सकता है. पथरी यदि छोटा (समान्यतः 3 मिमी से छोटा) रहता है तो दवाई के प्रयोग से ही यह आसानी से बाहर आ जाता है. पर पथरी बड़ा रहने पर इलैक्ट्रोहोम्योपैथिक दवा के साथ अन्य आधुनिक उपचार की भी जरूरत होती है. सामान्य पथरी 10 से 15 दिन में निकल सकती है लेकिन कई मामलों में खासकर जिसमें डाक्टर आपरेशन की सलाह देते है उसमें इलैक्ट्रोपैथी में दो से तीन माह तक का समय लग सकता है। 

1. किडनी व पित्ताशय दोनों तरह की पथरी के लिए यह उत्तम दवा है. किडनी के जगह से दर्द शुरू होकर पेट के निचले हिस्से तक या पाँव तक दर्द का जाना, हिलने-डुलने या दबाव से दर्द बढ़ना, दर्द कम होने पर रोगी का दाहिने ओर झुकना, म्यूकस युक्त या चिपचिपा लाल या चमकदार लाल कण युक्त पेशाब होना, पेशाब में जलन होना, बार-बार पेशाब होना, पेशाब करने के बाद ऐसा महसूस होना जैसे कुछ पेशाब अभी रह गया हो, पेशाब करने पर जांघ या कमर में दर्द होना इत्यादि लक्षण में इलैक्ट्रो होम्योपैथी दवाई का सेवन करना चाहिए.

पेशाब होने से पहले कमर में तीव्र दर्द होना, दायें किडनी में दर्द व पथरी होना, मूत्रमार्ग से मूत्राशय तक जानेवाला दर्द होना, बार-बार पेशाब जाने की इच्छा होना, पेशाब में ईंट के चुरा जैसा लाल पदार्थ निकलना, किसी शीशी में पेशाब रखने पर नीचे लाल कण का जम जाना व पेशाब बिल्कुल साफ रहना, पेशाब धीरे-धीरे होना आदि लक्षणों में इस दवाई का सेवन करना चाहिए.

बैठकर पेशाब करने में तकलीफ होना व बूंद-बूंद पेशाब उतरना जबकि खड़े होकर पेशाब करने में आसानी से पेशाब उतरना, पेशाब का मटमैला होना व पेशाब में सफेद पदार्थ निकलना, पेशाब के अंत में असह्य दर्द होना व गर्म चीजों के सेवन से यह दर्द बढ़ना आदि लक्षणों में इस दवाई का सेवन करना लाभदायक रहता है।



Monday, March 14, 2022

बलकार सिद्दू की जीत में जेठी परिवार का बड़ा हाथ ,गायक से विधायक बने बलकार सिद्धू मुख्यमंत्री भगवंत मान के करीबियों में हैं शामिल


रामपुराफूल, 14 मार्च (पुरूषोत्म मन्नू).
जिले की हाट सीट में शुमार रामपुरा फूल सीट पर पूर्व गायक और समाजसेवी बलकार सिद्दू की जीत के बाद उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। बलकार सिद्धू मुख्यमंत्री भगवंत मान के करीबियों में शामिल है। उन्होंने भगवंत मान के समकक्ष रंगमंच में काम किया है। अकाली दल के पूर्व मंत्री सिकंदर सिंह मलूका और कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे गुरप्रीत सिंह कांगड़ को शिकस्त देने वाले बलकार सिद्धू ने जीत कर नया इतिहास रच दिया है। उनकी जीत के पीछे रामपुराफूल शहर के जेठी परिवार का हाथ रहा है। सिटी में जेठी परिवार ने बलकार को जीत तक पहुंचाने में महत्वापूर्ण भूमिका अदा की। राजेश राजू जेठी आढ़ती सब्जी मंडी रामपुरा फूल ने बलकार सिद्धू के हक में वोटिंग कराने के लिए एक-एक वोट पोलिंग बूथ तक पहुंचे में अपना पूरा जोर लगा दिया। इसी तरह रामस्वरूप जेठी पप्पी बताते हैं कि बलकार सिद्दू से उनका 25 साल से ज्यादा पुराना नाता है। वह टी सीरिज कंपनी में पंजाब देखते थे। बलकार की पहली कैसेट कल्ले-कल्ले होईए को लांच करने में पप्पी जेठी ने उनकी मदद की थी। आज जेठी परिवार के सदस्यों जन कल्याण सभा के प्रधान सीता राम दीपक, पुरूषोत्म मन्नू प्रधान खतरी सभा, रामस्वरूप जेठी पप्पी, राजेश राजू जेठी आढ़ती नेता आदि ने बलकार सिद्धू का मुंह मीठा कराते आगामी प्लानिंग पर चर्चा की। राजू जेठी ने कहा कि 10 हजार वोटों से बलकार की जीत पर उन्हें खुशी है, लेकिन यह वोटों का अंतर 50 हजार होना चाहिए था। राजू ने कहा कि जिस गांवों और बूथ में बलकार की वोट प्रतिशत कम रहा है, वहां पर वह और मेहनत करेंगे। ताकि लोगों को पता चल सके कि आम आदमी पार्टी की सरकार आम लोगों की सरकार है।    




आम सी दिखने वाली ये 4 परेशानियां बताती हैं आपके गुर्दे होने लगे हैं खराब! एक्सपर्ट्स ने बताए ये 4 कारण

हमारे शरीर में ऐसे ढेर सारे जरूरी अंग हैं, जिनका देखभाल बहुत ही जरूरी है। इन अंगों की अगर सही देखभाल न की जाए तो आपके शरीर के साथ-साथ आपके लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। इन्हीं जरूरी अंगों में से एक है हमारी किडनी, जिसे हिंदी भाषा में गुर्दे भी कहा जाता है। अगर आपकी गलत आदतों यहां मतलब खान-पान से जुड़ा है, कि वजह से आपकी किडनी खराब हो जाती है तो आपके लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं। किडनी के खराब होने पर आपके शरीर में बदलाव होना शुरू हो जाते हैं, जिनमें से कुछ को शुरुआती संकेत भी करार दिया गया है। आइए जानते हैं कौन से हैं ये शुरुआती संकेत।

केजीएमयू ने बताया कौन से हैं शुरुआती संकेत

लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आपकीः

1- आंखों और पैरों के आसपास सूजन

2- एनीमिया

3-कभी-कभी सिरदर्द

4-उल्टी जैसे लक्षण क्रोनिक किडनी रोग (सीकेडी) के शुरूआती चेतावनी भरे संकेत हो सकते हैं।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

नेफ्रोलॉजी विभाग के कार्यवाहक प्रमुख प्रो विश्वजीत सिंह का कहना है कि क्रोनिक किडनी रोग का शुरुआत में पता लगाना हमेशा से मुश्किल है क्योंकि इसके पीछे ढेर सारे लक्षण छिपे हुए होते हैं। बता दें कि लगभग 60 प्रतिशत रोगी बीमारी के अंतिम चरण में जान पाते हैं कि उनके गुर्दे लगभग खराब हो चुके हैं। इस वक्त पर उनके पास डायलिसिस या अंग प्रत्यारोपण ही एकमात्र विकल्प बचता है।

किन लोगों को ज्यादा खतरा

प्रो. सिंह चेतावनी भरे शब्दों में कहते हैं कि अगर किसी को अंगों (विशेषकर आंखों और पैरों) में सूजन, कम हीमोग्लोबिन, कभी-कभी सिरदर्द और उल्टी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं तो नेफ्रोलॉजिस्ट से परामर्श लेना चाहिए, खासकर अगर उन्हें हाई ब्लड प्रेशर या फिर डायबिटीज की परेशानी है।

शुरुआती निदान बचा सकता है जिंदगी

प्रोफेसर सिंह ने ये भी कहा कि अगर किसी रोगी को शुरुआत में ही पता चल जाए तो दवाओं के जरिए उस बीमारी को कंट्रोल किया जा सकता है और रोगी की जान बचाई जा सकती है।

हाई ब्लड प्रेशर सबसे बड़ी परेशानी

नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ लक्ष्य कुमार का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान क्रोनिक किडनी रोग के मामलों की संख्या बढ़ी है क्योंकि भारत में हर तीसरे व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर की परेशानीहै। इनमें से 60 प्रतिशत से अधिक को ये पता ही नहीं होता है कि उन्हें यह बीमारी है। और अन्य जो जानते हैं, केवल 50 प्रतिशत ही अपनी दवाएं लेते हैं। इसलिए, लगातार हाई ब्लड प्रेशर की स्थिति आपके गुर्दे की छोटी रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा देती हैं और आपके गुर्दे खराब होने लगते हैं। डॉ कुमार ने कहा कि हालांकि, स्वस्थ आहार, तनाव प्रबंधन और नियमित व्यायाम का पालन करके लोग क्रोनिक किडनी रोग से बच सकते हैं। (सोर्स-आईएएनएस)

इलेक्ट्रो होमियोपैथी से करे किडनी का सफल इलाज।
किडनी:- किडनी शरीर को स्वस्थ रखने का महत्वपूर्ण अंग हैं जो रक्त का शोधन करता हैं
हमारी दोनों किडनियां एक मिनट में 125 मिली लीटर रक्त का शोधन करती हैं। और शरीर से दूषित पदार्थ जैसे यूरिक एसिड,यूरिया आदि को छानकर मूत्र के रूप में बाहर निकालती हैं। इस अंग की क्रिया बाधित होने पर शरीर से विषैले पदार्थ बाहर नहीं आ पाते और स्थिति जानलेवा होने लगती है जिसे गुर्दो का फेल होना (किडनी फेल्योर) कहते हैं।
दूषित खान पान के कारण भारत में प्रत्येक 10 में से एक व्यक्ति को किसी ना किसी रूप में किडनी की बीमारी होने की संभावना रहती है। और प्रति वर्ष करीब 1,50,000 लोग किडनी फेल्योर की अंतिम अवस्था के साथ नये मरीज बनकर आते हैं,
इसके प्रमुख दो कारण हैं
1) क्रोनिक किडनी फेल्योर
2) एक्यूट किडनी फेल्योर
क्रॉनिक किडनी फेल्योर के लक्षण
शुरूआत में इस रोग के लक्षण स्पष्ट नहीं होते लेकिन धीरे-धीरे शरीर मे थकान,सुस्ती व सिरदर्द आदि महसूस होने लगता हैं। कई मरीजों के पैर व मांसपेशियों में खिंचाव,हाथ-पैरों में सुन्नता और दर्द होता है। और उल्टी,जी-मिचलाना व मुंह का स्वाद खराब होना इसके प्रमुख लक्षण हैं।
कारण:- ग्लोमेरूनेफ्रायटिस,इस रोग में किडनी की छनन-यूनिट (नेफ्रॉन्स) में सूजन आ जाती है और ये नष्ट हो जाती है। डायबिटीज व उच्च रक्तचाप से भी किडनी प्रभावित होती है। पॉलीसिस्टिक किडनी यानी गांठें होना,चोट,क्रॉनिक डिजीज,किडनी में सूजन व संक्रमण,शरीर से एक किडनी निकाल देना,हार्ट अटैक,शरीर के किसी अंग की प्रक्रिया में बाधा,डिहाइड्रेशन या प्रेग्नेंसी की अन्य गड़बडियां।
एक्यूट किडनी फेल्योर के लक्षण
पेशाब कम आना,शरीर व चेहरे पर सूजन,त्वचा में खुजली,वजन बढ़ना,उल्टी व सांस से दुर्गध आने जैसे लक्षण हो सकते हैं।
कारण:- किडनी में संक्रमण,चोट,गर्भवती स्त्री में टॉक्सीमिया (रक्त में दूषित पदार्थो का बढ़ना) व शरीर में पानी की कमी।
किडनी से संबंधित रोग
शरीर मे किडनी फिल्टर का कार्य करती हैं और इसके कार्य मे असमानता होने के कारण इससे संबंधित निम्न रोग उत्पन्न हो जाते हैं।
जैसे:- मूत्र एवं जननेन्द्रियों के रोग,नेफ्राइटिस,गठिया,अर्थराइटिस,गुर्दे की पथरी, डाइबिटीज,त्वचा संबंधी रोग,प्रजनन संबंधी रोग,अण्डकोष की नशो का फूलना,पेशाब का रुकना,अनिद्रा,हिस्टीरिया,मानसिक रोग,रक्तदोष आदि।
किडनी फेल्योर की स्थिति में सामान्य तौर पर डायलिसिस या किडनी प्रत्यारोपण की आवश्यकता होती हैं लेकिन इलेक्ट्रो होमियोपैथी की औषधियों से इन परिस्थितियों में भी सफलता पूर्वक उपचार सम्भव हैं।
इलेक्ट्रो होमियोपैथी से किडनी का उपचार
इलेक्ट्रो होमियोपैथी वनस्पति जगत पर ऐसी उपचार की विधा हैं जिसमे रोगों की चिकित्सा न करते हुये अंगों की चिकित्सा की जाती हैं। किडनी के रोगों में इलेक्ट्रो होमियोपैथी की S6,C6,C5,S5,S2,C17,GE,BE आदि औषधियां अत्यंत प्रभावकारी हैं। जो कि किडनी के क्षतिग्रस्त सेल या ऊतकों को रिपेयर कर किडनी को स्वास्थ्य कर कार्य को पुनः संचालित करती हैं और मूत्र संस्थान में होने वाले अन्य रोगों को भी ठीक करती है।
संयमित खानपान:- इस रोग में चेरी,अनानास,गाजर,तुरई, टिंडे,ककड़ी, अंगूर,तरबूज,नारियल पानी,इन चीजों से पेशाब खुलकर आता है। मौसमी पपीता,संतरा,आंवला और उबली सब्जी भी खा सकते हैं। रात को तांबे के बर्तन में रखा पानी सुबह पिएं।
परहेज:- किडनी खराब हो तो ऐसे खाद्य-पदार्थ न खाएं,जिनमें नमक व फॉस्फोरस की मात्रा कम हो। पोटेशियम की मात्रा भी नियंत्रित होनी चाहिए। ऐसे में केला फायदेमंद होता है। इसमें कम मात्रा में प्रोटीन होता है।
सीरम क्रेटनीन व यूरिक एसिड बढ़ने पर:-
रोगी प्रोटीन युक्त पदार्थ जैसे मांस,सूखे हुए मटर,हरे मटर,बैंगन,मसूर,उड़द, चना,बेसन,अरबी,कुलथी की दाल,राजमा,कांजी,मिर्च मसाला व शराब आदि से परहेज करें। नमक, सेंधा नमक,टमाटर, कालीमिर्च व नींबू का प्रयोग कम से कम करें।
लोक-कहावत के अनुसार:-
"खाइ के मूतै सोवे बाम। कबहुं ना बैद बुलावै गाम"
यानी भोजन करने के बाद जो व्यक्ति मूत्र-त्याग करता है व बायीं करवट सोता है, वह हमेशा स्वस्थ रहता है और वैद्यों या डॉक्टरों की शरण में जाने से बचता है।


Thursday, March 10, 2022

ਬਠਿੰਡਾ ਦੀਆਂ 6 ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ ਸੀਟਾਂ ਤੇ ਆਮ ਆਦਮੀ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਰਹੇ ਜੇਤੂ, ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨੇ ਸਹਿਯੋਗ ਦੇਣ ਤੇ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਵਾਸੀਆਂ, ਗਿਣਤੀ ਅਮਲੇ ਤੇ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਦੀ ਕੀਤੀ ਪ੍ਰਸੰਸਾ


ਬਠਿੰਡਾ, 10 ਮਾਰਚ : ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਦੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ 6 ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ (90-ਰਾਮਪੁਰਾ, 91-ਭੁੱਚੋਂ ਮੰਡੀ, 92-ਬਠਿੰਡਾ ਸ਼ਹਿਰੀ, 93-ਬਠਿੰਡਾ ਦਿਹਾਤੀ, 94-ਤਲਵੰਡੀ ਸਾਬੋ ਅਤੇ 95-ਮੌੜ) ਸੀਟਾਂ ਲਈ ਆਮ ਆਦਮੀ ਪਾਰਟੀ (ਆਪ) ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਜੇਤੂ ਰਹੇ। ਇਹ ਜਾਣਕਾਰੀ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ਼੍ਰੀ ਵਿਨੀਤ ਕੁਮਾਰ ਨੇ ਸਾਂਝੀ ਕੀਤੀ।

  ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ਼੍ਰੀ ਵਿਨੀਤ ਕੁਮਾਰ ਨੇ ਐਲਾਨੇ ਗਏ ਨਤੀਜਿਆਂ ਬਾਰੇ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦਿਆਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ ਹਲਕਾ 90-ਰਾਮਪੁਰਾ ਤੋਂ ਆਮ ਆਦਮੀ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਬਲਕਾਰ ਸਿੰਘ ਸਿੱਧੂ 55715 ਵੋਟਾਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਕੇ ਅਤੇ 10329 ਵੋਟਾਂ ਦੇ ਫ਼ਰਕ ਨਾਲ ਜੇਤੂ ਰਹੇ ਜਦਕਿ ਸ਼੍ਰੋਮਣੀ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਸਿੰਕਦਰ ਸਿੰਘ ਮਲੂਕਾ ਨੇ 45386 ਵੋਟਾਂ, ਇੰਡੀਅਨ ਨੈਸ਼ਨਲ ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਗੁਰਪ੍ਰੀਤ ਸਿੰਘ ਕਾਂਗੜ ਨੇ 28077 ਵੋਟਾਂ, ਸ਼੍ਰੋਮਣੀ ਅਕਾਲੀ ਦਲ (ਅਮ੍ਰਿੰਤਸਰ) ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਬਲਜਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਨੇ 2529 ਵੋਟਾਂ ਅਤੇ ਪੰਜਾਬ ਲੋਕ ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਨੇ 1023 ਵੋਟਾਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤੀਆਂ।

        ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ ਹਲਕਾ 91-ਭੁੱਚੋਂ ਮੰਡੀ ਤੋਂ ਆਮ ਆਦਮੀ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਜਗਸੀਰ ਸਿੰਘ 85778 ਨੇ ਵੋਟਾਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਕੇ ਅਤੇ 50212 ਫ਼ਰਕ ਨਾਲ ਜੇਤੂ ਰਹੇ ਜਦਕਿ ਸ਼੍ਰੋਮਣੀ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਦਰਸ਼ਨ ਸਿੰਘ ਕੋਟਫ਼ੱਤਾ ਨੇ 35566 ਵੋਟਾਂ, ਇੰਡੀਅਨ ਨੈਸ਼ਨਲ ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਪ੍ਰੀਤਮ ਸਿੰਘ ਕੋਟਭਾਈ ਨੇ 20681 ਵੋਟਾਂ, ਅਜ਼ਾਦ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਬਲਦੇਵ ਸਿੰਘ ਆਕਲੀਆਂ ਨੇ 2546 ਵੋਟਾਂ, ਭਾਜਪਾ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਰੁਪਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਨੇ 2330 ਵੋਟਾਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤੀਆਂ।

        ਸ਼੍ਰੀ ਵਿਨੀਤ ਕੁਮਾਰ ਨੇ ਹੋਰ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ ਹਲਕਾ 92-ਬਠਿੰਡਾ (ਸ਼ਹਿਰੀ) ਤੋਂ ਆਮ ਆਦਮੀ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਜਗਰੂਪ ਸਿੰਘ ਗਿੱਲ ਨੇ 93057 ਵੋਟਾਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਕੇ ਅਤੇ 63581 ਦੇ ਫ਼ਰਕ ਨਾਲ ਜੇਤੂ ਰਹੇ ਜਦਕਿ ਇੰਡੀਅਨ ਨੈਸ਼ਨਲ ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ. ਮਨਪ੍ਰੀਤ ਸਿੰਘ ਬਾਦਲ ਨੇ 29476 ਵੋਟਾਂ, ਸ਼੍ਰੋਮਣੀ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਸਰੂਪ ਚੰਦ ਸਿੰਗਲਾ ਨੇ 24183 ਵੋਟਾਂ, ਭਾਰਤੀ ਜਨਤਾ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਰਾਜ ਕੁਮਾਰ ਨੇ 12761 ਵੋਟਾਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤੀਆਂ।

        ਇਸੇ ਤਰ੍ਹਾਂ ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ ਹਲਕਾ 93-ਬਠਿੰਡਾ (ਦਿਹਾਤੀ) ਤੋਂ ਆਮ ਆਦਮੀ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਅਮਿਤ ਰਤਨ ਨੇ 66096 ਵੋਟਾਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਕੇ ਅਤੇ 35479 ਵੋਟਾਂ ਦੇ ਫ਼ਰਕ ਨਾਲ ਜੇਤੂ ਰਹੇ ਜਦਕਿ ਸ਼੍ਰੋਮਣੀ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਭੱਟੀ ਨੇ 30617 ਵੋਟਾਂ, ਇੰਡੀਅਨ ਨੈਸ਼ਨਲ ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਹਰਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਨੇ 22716 ਵੋਟਾਂ ਅਤੇ ਆਜ਼ਾਦ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਚਮਕੌਰ ਸਿੰਘ ਨੇ 1130 ਵੋਟਾਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤੀਆਂ।

        ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨੇ ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ ਹਲਕਾ 94-ਤਲਵੰਡੀ ਸਾਬੋ ਬਾਰੇ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦਿਆਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਆਮ ਆਦਮੀ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਪ੍ਰੋ: ਬਲਜਿੰਦਰ ਕੌਰ ਨੇ 48753 ਵੋਟਾਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਕੇ ਅਤੇ 15252 ਵੋਟਾਂ ਦੇ ਫ਼ਰਕ ਨਾਲ ਜੇਤੂ ਰਹੇ ਜਦਕਿ ਸ਼੍ਰੋਮਣੀ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਜੀਤ ਮੋਹਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਸਿੱਧੂ ਨੇ 35501 ਵੋਟਾਂ, ਇੰਡੀਅਨ ਨੈਸ਼ਨਲ ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਖੁਸ਼ਬਾਜ ਸਿੰਘ ਜਟਾਣਾ ਨੇ 26628 ਵੋਟਾਂ, ਆਜ਼ਾਦ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਹਰਮਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਜੱਸੀ ਨੇ 12623 ਵੋਟਾਂ ਅਤੇ ਭਾਰਤੀ ਜਨਤਾ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਰਵੀਪ੍ਰੀਤ ਸਿੰਘ ਨੇ 4369 ਵੋਟਾਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤੀਆਂ।

        ਸ਼੍ਰੀ ਵਿਨੀਤ ਕੁਮਾਰ ਨੇ ਹੋਰ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ ਹਲਕਾ 95-ਮੌੜ ਤੋਂ ਆਮ ਆਦਮੀ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਸੁਖਬੀਰ ਸਿੰਘ ਮਾਈਸਰਖ਼ਾਨਾ 63099 ਨੇ ਵੋਟਾਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਕੇ ਅਤੇ 35008 ਵੋਟਾਂ ਦੇ ਫ਼ਰਕ ਨਾਲ ਜੇਤੂ ਰਹੇ ਜਦਕਿ ਅਜ਼ਾਦ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਲੱਖਾ ਸਿੰਘ ਸਿਧਾਣਾ ਨੇ 28091 ਵੋਟਾਂ, ਸ਼੍ਰੋਮਣੀ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਜਗਮੀਤ ਸਿੰਘ ਬਰਾੜ ਨੇ 23355 ਵੋਟਾਂ, ਇੰਡੀਅਨ ਨੈਸ਼ਨਲ ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਡਾ. ਮਨੋਜ ਬਾਲਾ ਬਾਂਸਲ ਨੇ 15034 ਵੋਟਾਂ ਅਤੇ ਭਾਰਤੀ ਜਨਤਾ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਸ਼੍ਰੀ ਦਿਆਲ ਸੋਢੀ ਨੇ 3418 ਵੋਟਾਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤੀਆਂ।

        ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ਼੍ਰੀ ਵਿਨੀਤ ਕੁਮਾਰ ਨੇ ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ ਚੋਣਾਂ-2022 ਵਿੱਚ ਪੂਰਨ ਸਹਿਯੋਗ ਦੇਣ ਉੱਤੇ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਵਾਸੀਆਂ ਦਾ ਧੰਨਵਾਦ ਕੀਤਾ। ਸਮੁੱਚੀ ਚੋਣ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਦੌਰਾਨ ਅਤੇ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਤੇ ਕਰਮਚਾਰੀਆਂ ਦੀਆਂ ਸੇਵਾਵਾਂ ਦੀ ਪ੍ਰਸੰਸਾ ਕੀਤੀ।

बठिंडा की छह सीटों पर आप के दिल्ली माडल ने किया आकर्षित तो कांग्रेस अति-आत्मविश्वास से डूबी


बठिंडा, 10 मार्च.
बठिंडा में आम आदमी पार्टी ने सभी छह विधानसभा सीटों में जीत हासिल कर विरोधियों को परास्त करने का काम किया। चुनाव परिणाम में जिस तरह से अकाली दल, कांग्रेस जैसी बड़ी पर्टियों के उम्मीदवारों को आप ने हार का मुंह दिखाया उसे लेकर भी राजनीति रणनीति बनाने वालों को आशचर्य में डाल दिया है। आप ने दिल्ली की तर्ज पर चुनावी रणनीति बनाई जो पंजाब के नौजवानों व महिलाओं के समर्थन से पूरी कामयाब भी रही। चुनाव नजदीक आते ही आप उम्मीदवारों ने अपना लोक लुभावना कैंपेन शुरू किया जिसमें बड़े स्तर पर युवा वर्ग जुड़ा व उन्होंने आप को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया। इसके विपरित कांग्रेस शासनकाल के अंतिम तीन माह में किए काम व घोषणाओं को लेकर अति आत्मविश्वास से भर गई जबकि कांग्रेस का अंतर्कलह इस कदर हावी रहा कि उनके अपने नेता ही कांग्रेसी उम्मीदवारों को हराने में जुट गए। यही कांग्रेस की हाल का सबब बनी। वही शिरोमणि अकाली दल जहां लंबे समय तक तिसान आंदोलन के चलते भाजपा के साथ लोगों व किसानों के निशाने पर रही वही अंतिम समय में पार्टी के स्टार प्रचारक व दिग्गज प्रकाश सिंह बादल की तबीयत खराब होने व सुखबीर के बाद दूसरा प्रभावी प्रचारक नहीं होने का खामियाजा भी अकाली दल को भुगतना पड़ा। भाजपा इस बार जीत के लिए नहीं लड़ी बल्कि वह अकाली दल से गठजोड़ टूटने के बाद विधानसभा सीटों में पैर जमाने की कोशिश में रही। इसका फायदा उन्हें मिलता भी दिखा व बठिंडा शहरी जैसी सीट में 11 हजार के करीब वोट भी हासिल किए। इन प्रस्थितियों का आप ने जमकर चुनावी लाभ लिया। उन्होंने लोगों से वायदा किया कि उन्हें अच्छे सरकारी स्कूल और बेहतर अस्पताल मिलेगे। फिर 400 यूनिट मुफ्त बिजली और 18 साल से बड़ी हर महिला को प्रतिमाह एक-एक हजार रुपए देने की घोषणा ने हर वर्ग को अपनी तरफ आकर्षित करने का काम किया। यही नहीं घर-घर से गारंटी कार्ड भरवाए गए जिससे आप ने गरीब और दलित भाईचारे में अपनी पैठ बनाने का काम किया। गांवों में लोग आप के समर्थन में थे, इसलिए प्रभावी चेहरों को टिकट दिए। शहरों में थोड़ी मुश्किल लग रही थी, ऐसे में खुद का आधार रखने वाले दूसरे दलों के करीब नेताओं को पार्टी में शामिल कर उन्हें टिकट दिया। 

नतीजा यह हुआ कि गांव के साथ शहरों से भी आम आदमी पार्टी जीती। बठिंडा शहरी सीट से कांग्रेस के ही दिग्गजों में शामिल रहे जगरूप सिंह गिल को उम्मीदवार बनाया तो बठिंडा देहांती से अकाली दल में चुनाव लड़ चुके व्यापारी व इंजीनियर अमीत रत्न आप की पसंद के उम्मीदवार बने। इसमें रामपुरा में गायक व कलाकार बलकार सिंह सिद्धू तो भुच्चों में शिक्षा में पैठ रखने वाले मास्टर जगसीर सिंह आप के उम्मीदवार बने। आप ने पार्टी में लंबे समय से काम कर रही प्रोफेसर बलजिंदर कौर को तलवंडी साबों में प्राथमिकता दी वही मौड़ मंडी में सुखबीर सिंह मनसाहिया नया चेहरा होने के बावजूद लोगों में अपना प्रभाव जमाने में सफल रहे। इसी का नतीजा रहा कि आप ने जिले की सभी छह विधानसभा सीटों में जीत हासिल कर दूसरे दलों के दिग्गजों को पटखनी देने का काम किया। चुनाव जीतने के बाद विधायक बनने जा रहे नेताओं ने एक स्वर में कहा कि चुनाव के दौरान जो वायदे लोगों के साथ किए गए उन्हें प्राथमिकता के आधार पर पांच सालों में पूरा करने का एजेंडा बनाकर काम करेंगे।

 बठिंडा जिले की सभी छह सीटों पर आप ने फहराया परचम, मनप्रीत बादल व गुरप्रीत कागड़ जैसे दिग्गज हारे 

बठिंडा, 10 मार्च(जोशी). बठिंडा जिले की छह विधानसभा सीटों में आम आदमी पार्टी ने जीत का परचम लहराते सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। आप की आंधी में कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे दो दिग्गज वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल और पूर्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कागड़ भी हार गए। मनप्रीत बादल की हार का अंतर 62 हजार 319 वोट का रहा जबकि गुरप्रीत कागड़ तीसरे नंबर पर रहे। 

जानकारी अनुसार जिले में सबसे अहम बठिंडा शहरी सीट मानी जा रही थी जिसमें आम आदमी पार्टी के जगरूप सिंह गिल को 91 हजार 508 मत पड़े जबकि दूसरे नंबर पर कांग्रेस के मनप्रीत सिंह बादल रहे जिन्हें 29 हजार 190 वोट पड़े जबकि तीसरे नंबर पर अकाली दल गठजोड़ के सरुपचद सिंगला रहे उन्हें 23 हजार 906 वोट पड़े।भाजपा गठजोड़ के राज गर्ग नंबरदार को 12618 वोट मिले। 

बठिंडा देहांती सीट में आप के अमित रत्न 65 हजार 625 वोट हासिल कर विजेता बने। वही कांग्रेस के हरविंदर सिंह लाड़ी को 22 हजार 642 वोट मिले जबकि अकाली दल के प्रकाश सिंह भट्टी को 30 हजार 486 वोट मिले। भुच्चो विधानसभा सीट में आप के जगसीर सिंह ने 85 हजार 30 वोट हासिल कर जीत हासिल की जबकि अकाली दल के दर्शन सिंह कोटफत्ता को 35 हजार 366 व कांग्रेस के प्रीतम सिंह कोटभाई को 20 हजार 581 वोट पड़े। मौड़ विधानसभा सीट में आप के सुखवीर सिंह मनसाहिया को 62 हजार 547 वोट मिले व विजेता घोषित किए गए। 

वही अकाली दल के जगमीत सिंह बराड़ को 23 हजार 196 वोट व कांग्रेस के डा. मनोज बाला बांसल को 14 हजार 890 वोट मिली। इसी तरह तलवंडी साबो विधानसभा सीट में आप की बलजिंदर कौर को 45 हजार 319 वोट पड़ी व उन्हें विजेता घोषित किया गया। वही अकाली दल के जीत महिंदर सिंह सिद्धू को 31 हजार 160 व कांग्रेस के खुशबाज सिंह जटाणा को 24 हजार 605 मत पड़े। बठिंडा जिले की दूसरी हाट सीट रामपुरा विधानसभा में अंतिम राउंड तक काटे की टक्कर रही इस दौरान कई राउड में जहां अकाली दल के सिकंदर सिंह मलूका आगे रहे वही अंतिम राउड में आप के बलकार सिंह सिद्धू बाजी मारते दिखे। 

इस दौरान आप के बलकार सिंह सिद्धू को 55 हजार 715 वोट मिलने पर विजेता घोषित किया, सिकंदर सिंह मलूका को 45 हजार 386 वोट तो कांग्रेस के पूर्व मंत्री गरप्रीत सिंह कागड़ को 28 हजार 77 वोट मिले।  

आप उम्मीदवारों की जीत के बाद सड़कों में समर्थकों ने वाहनों में आप का झंडा लगाकर गुलाल उड़ाते खुशी का इजहार किया। वही जिला प्रशासन की तरफ से परिणाम घोषित होने के बाद उम्मीदवारों की तरफ से निकाले जाने वाले विजयी जलूस पर कोरोना की वजह से प्रतिबंध लगाया था इसके चलते विजयी उम्मीदवारों ने समर्थकों के साथ किसी तरह का जश्न सार्वजनिक तौर पर नहीं मनाया बल्कि काउटिंग स्टेशन के बाहर ही फूल माला पहनाकर विजेताओं का सम्मान कर विभिन्न हिस्सों में समर्थकों ने लड्डू वितरित किए। 

वही बठिंडा पश्चिम वेलफेयर आर्गनाइजेशन की ओर से जगरूप सिंह की जीत की बधाई देते हुए उम्मीद जाहिर की गई की बठिंडा पश्चिम में इलाका निवासियों को भारी मांग स्पोर्ट्स स्टेडियम बनने की आस बंधी है। मुख्य प्रवक्ता देसराज छतरी वाला ने कहा की आज ही सी एम बनने जा रहे भगवंत मान ने अपने पहले  संबोधन में  स्पोर्ट्स को  बढ़ावा देने की बात करते हुए पंजाब में स्पोर्ट्स स्टेडियम बनवाने की बात कही। 



दोपहर एक बजे तक बठिंडा की पाच सीटों पर आप तो एक पर शिअद की बढ़त



बठिंडा : बठिंडा जिले के छह विधानसभा सीटों में अभी तक आए रुझानों में आम आदमी प्रत्याशियों ने पांच सीटों पर लीड बनाई हुई है तो रामपुरा की सीट पर शिअद ने तीसरे राऊंड में बढ़त बना ली हैं बठिंडा शहरी के आठ राउंड खुल चुके हैं, जहा पर आम आदमी पार्टी के जगरूप सिंह 32906 वोट से आगे हैं तो तलवंडी सबो से चार राउंड में आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी बलजिंदर कौर 2877 वोट से आगे चल रही है। इसके अलावा बठिंडा देहाती के भी पाच राउंड खुल चुके हैं, जहा पर आम आदमी पार्टी के अमित रतन 12346 वोट से आगे चल रहे हैं। इसी प्रकार भुचो मंडी के पाच राउंड से आप के मास्टर जगसीर सिंह 13216 में वोट से आगे चल रहे हैं। मौड़ मंडी से आप के पाच राउण्ड में सुखबीर सिंह 10496 वोट से आगे चल रहे हैं। जबकि रामपुरा में अभी तक चार को राउंड खोला है, जहा पर पहले दो राउंड में आप के बलकार सिंह सिद्धू 890 वोट से आगे चल रहे थे, लेकिन तीसरे राउंड में शिअद के सिकन्दर सिंह मलूका ने बढ़त बना ली है। अब तक यहा पर चार राउंड में मलूका 868 वोट से आगे हो गए हैं।

पंजाब में नई सरकार के लिए जनता का फैसला वीरवार शाम तक सबके सामने होगा। जिला बठिंडा में 8.33 लाख मतदाताओं ने किसके हक में फैसला सुनाया है, उसकी तस्वीर भी साफ हो जाएगी। जिले में 20 फरवरी को कुल 78.19 प्रतिशत मतदान के बाद जिले की छह सीटों पर 69 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद है और कुछ ही समय में ईवीएम खोली जाएंगी। रामपुरा से आप के बलकार सिद्धू, भुचो से आप के मास्टर जगसीर सिंह आगे

बठिंडा जिले की 6 विधानसभा सीटों में से 5 सीटों पर पहले राउंड के नतीजे आ चुके हैं। इसमें सभी जगह पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। रामपुरा से आप के बलकार सिद्धू, भुचो से आप के मास्टर जगसीर सिंह, बठिंडा शहरी से आप के जगरूप सिंह, बठिंडा देहाती देहाती से आप के अमित रतन व मोड मंडी से आपके सुखबीर सिंह माईसर खन्ना ने बढ़त बनाई हुई है। अभी तक तलवंडी सबो की सीट से कोई रुझान नहीं आया हैबठिंडा जिले की 6 विधानसभा सीटों में से 5 सीटों पर पहले राउंड के नतीजे आ चुके हैं। इसमें सभी जगह पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। रामपुरा से आप के बलकार सिद्धू, भुचो से आप के मास्टर जगसीर सिंह, बठिंडा शहरी से आप के जगरूप सिंह, बठिंडा देहाती देहाती से आप के अमित रतन व मोड मंडी से आपके सुखबीर सिंह माईसर खन्ना ने बढ़त बनाई हुई है। अभी तक तलवंडी सबो की सीट से कोई रुझान नहीं आया है।

 

Wednesday, March 9, 2022

कल आएंगे नतीजे:सेंटर पर काउंटिंग में गड़बड़ी दिखे तो चुनाव आयोग के TOLL FREE नंबर 1950 डायल कर करे शिकायत


चुनाव वाले दिन अक्सर विपक्षी पार्टी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी EVM में गड़बड़ी का आरोप लगाती हैं। क्या आप जानते हैं कि एक आम आदमी भी काउंटिंग यानी मतगणना में गड़बड़ी का शक होने पर शिकायत कर सकता है। यह शिकायत सिर्फ EVM से जुड़ी नहीं होती। इसमें कई और तरह के पहलू शामिल है।

सवाल: मतगणना क्षेत्र के आसपास कैसा इंतजाम होता है?
जवाब: 
जहां काउंटिंग हो रही है उसके आसपास सुरक्षा का सख्त इंतजाम होता है। सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा पुलिस कमिश्नर या SSP का होता है। काउंटिंग सुबह 8 बजे से शुरू होती है। सुबह 5 बजे से ही मजिस्ट्रेट, पुलिस अधिकारी अपनी ड्यूटी पर तैनात हो जाते हैं। सब पर नजर रखने के लिए वीडियोग्राफी होती है। यहां मोबाइल फोन, चाकू, सिगरेट, माचिस ले जाने की परमिशन नहीं होती है। मतगणना क्षेत्र के अंदर और बाहर बिना वजह भीड़ लगाने तक की परमिशन भी नहीं होती।

सवाल: मतगणना क्षेत्र के आसपास ऐसी क्या चीज दिखें जिसकी शिकायत कर सकते हैं?
जवाब:
 नीचे दी गई चार परिस्थिति अगर मतगणना क्षेत्र के आसपास दिखें यानी 50 मीटर के अंदर दिखें तो शिकायत कर सकते हैं।

  1. अगर कोई व्यक्ति मतगणना क्षेत्र में घुसने की कोशिश करे या फिर घुस जाए तो आप शिकायत कर सकते हैं।
  2. मतगणना क्षेत्र के आसपास अगर किसी व्यक्ति की एक्टिविटी पर आपको शक हो तब शिकायत कर सकते हैं।
  3. अगर किसी व्यक्ति के हाथ में आपने कोई हथियार देखा है तो उसकी शिकायत कर सकते हैं।
  4. रिजल्ट आने के बाद आप उससे खुश नहीं हैं और आपको लग रहा है कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी EVM में कोई गड़बड़ थी तो शिकायत कर सकते हैं।

सवाल: क्या इन बातों की शिकायत कभी भी की जा सकती है?
जवाब:
 नहीं, इसकी शिकायत फौरन करनी चाहिए। आपको जैसे ही गड़बड़ी की आशंका हुई ऑन द स्पॉट उसकी शिकायत करनी चाहिए। देर करने का कोई मतलब नहीं। चुनाव आयोग ने इसके लिए 24 घंटे के अंदर का वक्त तय किया है। मतलब यह कि 10 मार्च को मतगणना है, तो उस दिन की सुबह 8 बजे से दूसरे दिन यानी 11 मार्च की सुबह 8 बजे तक ही शिकायत कर सकते हैं। एक बार रिजल्ट आ गया तो उसके बाद अगर आप चुनावी नतीजे से नाखुश हैं तब आप उस रिजल्ट को सिर्फ कोर्ट में चुनौती दे सकते हैं।

सवाल: मान लीजिए, मैं उत्तर प्रदेश से हूं और काउंटिंग वाले दिन भोपाल (मध्य प्रदेश) में थी। मुझे अपने राज्य की मतगणना में कुछ गड़बड़ होने की बात पता चली, तब भी क्या मैं शिकायत कर सकती हूं?
जवाब: 
हां, ऐसा आप कर सकती हैं। लेकिन, यहां भी मेरा यही कहना है कि जिस व्यक्ति ने आपको इसकी सूचना फोन पर दी है उसे सबसे पहले शिकायत ऑन द स्पॉट करनी चाहिए। वैसे तो आप देश-दुनिया के किसी भी हिस्से से इसकी शिकायत कर सकते हैं। बस इसके लिए आपकी सिटिजनशिप भारत की होनी चाहिए।

सवाल: अच्छा, तो फिर कहां कर सकते हैं शिकायत?
जवाब:
 चुनाव आयोग से सीधे तौर पर शिकायत कर सकते हैं। शिकायत के लिए दिल्ली स्थित इलेक्शन हाउस के ऑफिस में बकायदा कंट्रोल रूम बना है।

सवाल: किस तरह से की जा सकती है शिकायत?
जवाब.
 चुनाव आयोग के कंट्रोल रूम में आप फोन, फैक्स या फिर ईमेल से शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

सवाल: मैंने जो शिकायत की उस पर कोई सुनवाई हो रही हैं या नहीं इसे कैसे ट्रैक कर सकती हूं?
जवाब.
 इसे ऐसे समझते हैं- मतगणना केंद्र के कुछ दूर पर मेरी नजर एक ऐसे व्यक्ति पर पड़ी जिसके हाथ में चाकू था। उसका हुलिया भी संदिग्ध लग रहा था। मैंने शिकायत करने की सोची और फट से चुनाव आयोग के TOLL FREE नंबर 1950 डायल किया। कस्टमर केयर में मौजूद व्यक्ति ने फोन उठाते ही सबसे पहले मेरा नाम, जिला और चुनाव क्षेत्र पूछा। फिर उसने मेरी शिकायत सुनकर उसे दर्ज किया।

फोन रखते ही मेरे मोबाइल नंबर पर Complaint tracking number आ जाता है। इसे ट्रैक कर मैं पता कर सकती हूं मैंने जो शिकायत की है उस पर कार्रवाई किस स्तर पर हो रही हूं।

चुनाव आयोग का दावा हैं कि उन्हें मिलने वाली सभी शिकायत को रजिस्टर में दर्ज किया जाता है। ऑनलाइन और ऑफलाइन शिकायतों का भी रजिस्टर बनाया गया है। जहां से शिकायत आई है, वहां के सेंटर पर उसको दूर करने का निर्देश भी दिया जाता है।

सवाल: चुनाव आयोग की जगह क्या मैं अपने ही क्षेत्र में इसकी शिकायत कर सकती हूं?
जवाब.
 बिल्कुल, आप अपने निर्वाचन क्षेत्र में ही इलेक्शन से रिलेटेड कोई भी शिकायत दर्ज करवा सकती हैं। आपको चुनाव आयोग के दिल्ली ऑफिस तक पहुंचाने से पहले अपने जिले के कलेक्टर को इसकी जानकारी देनी चाहिए। कलेक्टर ही जिला चुनाव अधिकारी के तौर पर काम करता है। चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से हो इसकी जिम्मेदारी भी उसकी होती है। वैसे तो कलेक्टर आपको मतगणना क्षेत्र के पास ही मिल जाएंगे। अगर वो नहीं मिलते हैं तो आप कलेक्ट्रेट ऑफिस जाकर वहां के कर्मचारी के पास अपनी शिकायत दर्ज करा सकता हैं।

शिकायत दर्ज कराने के बाद उसकी रिसीविंग यानी आपने शिकायत की है इसका कोई प्रमाण जरूर ले लें। आप एक चिट्ठी में शिकायत लिखकर भी 24 घंटें के अंदर कलेक्टर ऑफिस में जमा करवा सकते हैं।

सवाल. लाइव रिजल्ट देखने के लिए क्या करना होगा?
जवाब. 
आप चुनाव आयोग के ऑफिशियल पोर्टल पर जाकर रिजल्ट देख सकते हैं।

  • eci.gov.in टाइप कर click करें।
  • यहां आपको results का ऑप्शन दिखेगा।
  • वहां Click कर आप जिस भी राज्य का रिजल्ट देखना चाहते हैं उसे चुन सकते हैं।



पंजाब में EXIT POLLS पर सियासी घमासान:AAP का सुखबीर बादल को जवाब- 25 साल राज करने की बात करते थे, हार देख दिमागी संतुलन खो चुके



 चंडीगढ. पंजाब में मतगणना से पहले EXIT POLLS पर राजनीतिक घमासान मच गया है। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने इन्हें आम आदमी पार्टी (AAP) का पेड सर्वे करार दिया। इसके जवाब में AAP के CM चेहरा सांसद भगवंत मान ने कहा कि सुखबीर बादल तो 25 साल राज करने की बात करते थे। वह दावा कहां गया? आप नेता हरपाल चीमा ने कहा कि चुनाव में हार देख सुखबीर बादल शायद दिमागी संतुलन खो चुके हैं।

सांसद और पंजाब में पार्टी का मुख्यमंत्री चेहरा भगवंत मान ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सूबे में फतवा बदलाव के लिए होगा। उन्होंने सुखबीर बादल के एग्जिट पोल्स को फर्जी और पेड करार दिए जाने पर मखौल उड़ाते हुए कहा कि वह अभी भी कुछ कह रहे हैं। वह तो पहले 25 साल राज करने की बात भी करते रहे हैं।

हक में आए तो सही और उलट आए तो गलत : हरपाल चीमा

पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल चीमा ने कहा कि सुखबीर बादल बौखला गए हैं। जब 2007 और 2012 में एग्जिट पोल उनके हक में आए तो वह सही थे क्योंकि उनकी सरकार बनी। अब वह इसे नकार रहे हैं। ऐसा लगता है कि वह दिमागी संतुलन खो चुके हैं। अकाली दल पंजाब में बुरी तरह से हार रहा है। अकाली उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो चुकी है। उन्होंने काले कानूनों का समर्थन किया। उनके राज में सबसे ज्यादा बेअदबी की घटनाएं हुई। इसकी सजा उन्हें पंजाब के लोगों ने दी है।

यह कहा था सुखबीर बादल ने

सुखबीर बादल ने अमृतसर पहुंचने के बाद कहा कि एग्जिट पोल पर किसी पंजाबी को यकीन नहीं है। पिछली बार आप को 100 सीटें दी गई थी लेकिन सिर्फ 20 सीटें आई। ममता बनर्जी को भी एग्जिट पोल में 100 सीटें नहीं दी गई लेकिन वह 200 सीटें जीतीं। बंगाल में भाजपा को बहुमत दे रहे थे लेकिन 60 सीटें मिली। सुखबीर ने कहा कि एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल पर बैन लगना चाहिए। सुखबीर ने कहा कि चुनाव आयोग हर चीज को देख रहा है तो इसे भी देखना चाहिए। सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर पेड पोल से चुनाव को प्रभावित किया जा रहा है।



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