लुधियाना। बीआरएस नगर इलाके में एक हाेजरी कारोबारी के घर से पांच दिन पहले बिना वेरीफिकेशन रखे नौकर ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर लाखों की नकदी व ज्वैलरी पर हाथ साफ कर दिया। परिवार के लोग वापस घर लौटे तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। थाना सराभा नगर की पुलिस ने घर व इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को जुटाया है। जांच अफसर एएसआई सुलखन सिंह ने बताया कि कारोबारी सुरेश राणा ने बयान में बताया कि एक हफ्ता पहले उनके मोहल्ले में 25 साल से माली का काम करने वाले ललित कुमार को उन्होंने घरेलू काम के लिए नौकर रखने को कहा था।
जिसने एक 13-14 साल के लड़के को भेज दिया और कहा कि वो इसका काम देख लें। दो दिन उससे काम करवाने के बाद उन्हें काम पसंद नहीं आया। लिहाजा, परिवार ने उक्त नौकर से ही कहा कि वो उसे कोई और नौकर दें, उन्हें उसका काम पसंद नहीं आया। जिसपर उसने कहा कि उसका एक बड़ा भाई राहुल है, वो उसे लेकर आएगा। अगले दिन वो उसे ले आया, जोकि काम करने लगा।
1 जनवरी को सुरेश अपनी फैक्टरी चले गए, उनकी पत्नी दिल्ली किसी रिश्तेदार के पास गई थी और बेटा-बेटी गाड़ी लेकर घूमने चले गए। इस दौरान आरोपी राहुल अकेला था। शाम को करीब 7 बजे सुरेश घर आए और गाड़ी का हार्न देने लगे, लेकिन कोई अंदर से बाहर नहीं आया। लिहाजा जब वो खुद अंदर गए तो घर में कोई नहीं था, लाॅक खुले थे और गैस चल रही थी। जब वो कमरे में गए तो देखा कि कपड़ों की अलमारी के बीच में फिट किया लोहे का सेफ(तिजोरी) ही गायब था। उन्होंने तुरंत पुलिस को फोन किया। जिसके बाद फाॅरेंसिक टीम और थाने की पुलिस ने जांच शुरू कर दी।
सीसीटीवी में दिखे तीन चोर -पुलिस ने जब घर के सीसीटीवी कैमरे चेक किए तो उसमें आरोपी अलमारी में फिट सेफ निकालने के बाद उसे कंधे पर रखकर बाहर की तरफ जाता हुआ नजर आया है। इसके अलावा उसके साथ दो और साथी थे। घर से करीब 200 गज दूर तक वो पैदल ही जाते हुए नजर आए। इसके बाद वो किसी वाहन पर बैठकर निकल जाते है।
पहले भाई को रेकी के लिए भेजा, फिर की वारदात
साजिश के तहत 10 दिन पहले आरोपी राहुल माली ललित को पास की एक चाय की दुकान पर मिला था, जहां उसने कहा था कि उसे किसी काम पर रखवा दे, क्योंकि लाॅक डाउन में उनका काम छूट गया था। उसे या उसके भाई दोनों में किसी एक को रखवा दे। लिहाजा कारोबारी के कहने पर सबसे पहले ललित के दिमाग में आरोपी की बात आई, जिसके बाद उसके भाई को काम पर रखवा दिया। प्लानिंग के तहत भाई ने दो दिन में पूरे घर का माहौल समझाया और फिर आरोपी को बताया। जिसके बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर अंजाम दे दिया।
लोग नहीं करवा रहे वेरीफिकेशन
सीपी राकेश अग्रवाल द्वारा कुछ दिन पहले भी नौकरों की वेरीफिकेशन के संबंध में धारा 144 के आॅर्डर जारी किए थे। लेकिन, बावजूद इसके लोग वेरीफिकेशन नहीं करवा रहे। उक्त मामले में भी नौकर की वेरीफिकेशन नहीं हुई थी, जिसकी वजह से उन्हें पकड़ने में परेशानी होगी।
चोरी के ये प्रमुख मामले अभी भी अनसुलझे
दुगरी में कारोबारी के घर से 16 तोले सोना और 4 लाख चोरी का मामले में आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई। मोती नगर में फैक्ट्री मालिक के घर से 60 तोले सोना और 2 लाख कैश चोरी के मामले में हाथ नहीं लगी महिला चोर। सात महीने पहले सराभा नगर में होजरी कारोबारी के घर से 55 तोले सोना और 3 लाख कैश चुराया था। आरोपी नेपाल पहुंचे लेक॑न पकड़ से बाहर। गुरदेव नगर में डेढ़ साल पहले कारोबारी के परिवार को बेहोश कर नौकर ने 100 तोले सोना और 9 लाख कैश चुराया था। अब तक आरोपियों की लोकेशन का पता नहीं चल पाया।
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