-सुखपाल सिंह सरा ने कांग्रेस व अकाली दल पर लगाया मामले को राजनीतिक रंगत देने का आरोप, दर्ज मामले को झूठा करार दिया
बठिडा. भाजपा के प्रदेश सचिव सुखपाल सरां पर धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में थाना कैनाल कालोनी में केस दर्ज केस के खिलाफ पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। इसमें पुलिस की तरफ से दर्ज केस को राजनीतिक रंजिश करार देते इसे रद्द करने की मांग की गई है। याचिका में पंजाब सरकार, जिला पुलिस कप्तान, थाना कनाल पुलिस और दल खालसा को पार्टी बनाया गया है। सुखपाल सरां के वकील के डा. राव पीएस गिरवर के अनुसार उन पर कांग्रेस व अकाली समर्थकों की तरफ से राजनीति से प्रेरित केस दर्ज करवाया गया है जबकि जिस डिबेट में आरोप लगाया गया है कि उन्होंने सिख धर्म की मर्यादा के विपरित बात कही है उसमें कही भी ऐसी बात नहीं कही गई है जो धर्म के विपरित हो। सुखपाल सरां पर आरोप लगाया गया है कि बीते दिनों एक डिबेट में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की तरफ से मुंगल शासकों को लिखे एक पत्र के साथ कर उनकी बराबरी करने की कोशिश की है। सिख जत्थेबंदियों ने इसका विरोध जताया। शनिवार को दल खालसा ने थाने में शिकायत देते हुए मामला दर्ज करवाया था।
वही दूसरी तरफ यचिका में पुलिस की तरफ से दर्ज किए मामले का भाजपा के प्रदेश सचिव सुखपाल सिंह सरां ने विरोध जताया है। उन्हें इसे राजनीतिक संरक्षण में दर्ज केस बताया है। सुखपाल सरा ने कहा कि मैं स्वय सिक्खी को मानने वाला हूं और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं सिखी का सम्मान करते हैं व गुरु गोबिंद सिंह को अपना आदर्श मानते हैं व उनके बताए रास्तों पर चलकर काम कर रहे हैं। वर्तमान में उन पर आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने प्रधानमंत्री की तुलना गुरु साहिबान से की है जबकि उन्होंने इंटरव्यू में कही भी इस तरह का जिक्र नहीं किया है बल्कि उन्होंने गुरु गोबिंद सिंह जी की तरफ से मुगल शासकों को लिखे जफरनामा का जिक्र किया जो फारसी का शब्द है व इसका किसी धर्म विशेष के धार्मिक प्रतिक के साथ कोई संबंध नहीं है बल्कि सामान्य बोलचाल का शब्द है। वर्तमान में पुलिस कांग्रेस के साथ मिलकर इसे राजनीतिक रंगत देकर उन पर झूठा मामला दर्ज करवा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर उनकी किसी बात से किसी की धार्मिक भावना आहत हुई है तो वह उसके लिए माफी मांगते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मामले में उनकी तरफ से माफी मांगने के बावजूद पुलिस मामले में कांग्कारेस व अकाली दल से जुड़े कुछ लोगों के दबाव में आकर कारर्वाई कर रही है व उनके खिलाफ कुछ लोग माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
याचिका में कहा गया है कि दूसरी तरफ कुछ लोगों ने सरां का गांव गुरुसर सैणेवाला स्थित निवास का घेराव किया इस दौरान उनके घर में परिवार था जबकि वह बाहर गए थे इस स्थिति में उनकी व परिवार की जान व माल को भी खतरा है। यही नहीं शीश महल स्थित किराये के मकान से भी उन्हें बेदखल कर उनकी निजता व अधिकारों का हनन किया जा रहा है। उन्होंने कोर्ट से इस मामले में दखल देने व उन पर दायर केस को रद्द कर सुरक्षा मुहैया करवाने की मांग की है।
गुरु जी की शान के खिलाफ कोई बात नहीं की: सरां
सुखपाल सिंह सरां ने कहा कि उन्होंने गुरु साहिब की शान के खिलाफ कोई बात नहीं की है। वह सिख पंथ और सिख परंपरा में यकीन रखने और सम्मान करने वाले व्यक्ति हैं। उनकी वीडियो क्लिप को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। अगर सिख संगठन उन्हें उनकी गलती का एहसास करवाते हैं तो वह क्षमा मांगने के लिए तैयार हैं। उनके खिलाफ जान बूझकर राजनीतिक एजेंडा चलाया जा रहा है। उन्होंने एसएसपी सहित पुलिस के उच्चाधिकारियों को पत्र मेलकर सुरक्षा की मांग की है।
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