बठिंडा.ठीक एक साल पहले 22 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना को कंट्रोल करने को जनता कर्फ्यू लगाने का आह्वान किया था। पंजाब में 23 मार्च को दोपहर 2 बजे कर्फ्यू लगा दिया गया तथा इसके बाद सड़कों पर पसरा सन्नाटा व चेहरों पर फैला डर कोई भी भूला नहीं होगा। बठिंडा में 29 अप्रैल, 2020 को पहली बार दो कोरोना केस मिले थे जो अब 21 मार्च 2021 तक बढ़कर पूरे जिले में 10367 हो चुके हैं यानी पिछले 10 माह में रोजाना करीब 34 लोग संक्रमित हुए हैं जबकि 236 की मौत हो चुकी है। वहीं पुन: मार्च माह के पहले 21 दिनों में ही 593 मरीज मिले हैं यानी की पुन: 28 केस रोजाना सामने आ रहे हैं जो भी भी लगातार बढ़ रहे हैं। वहीं अब तक जिले में एक लाख से अधिक लोगों के कोविड टेस्ट हो चुके हैं व यह सिलसिला जारी है इसमें प्रतिदिन दो से तीन सौ लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं। इस समय अधिकांश लोग सरकार की गाइडलाइंस की पालना की बजाए मास्क तक का प्रयोग करने से गुरेज कर रहे हैं, यह बाकी लोगों के लिए भी एक बार फिर से खतरा पैदा कर सकता है।
बीते 21 दिनों में बठिंडा जिले में 593 नए लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं। रविवार को कोरोना संक्रमण के 32 नए मरीज मिले वही सोमवार फिर से इतने ही लोगों की रिपोर्ट पोजटिव मिली। इस तरह जिले में अब तक 359 एक्टिव मरीज हो गए हैं जिसमें से 255 होम आइसोलेशन में हैं, लेकिन चिंता वाली बात यह है कि जिले में 44 कोरोना संक्रमित मरीज ऐसे है जिनकी सेहत विभाग तलाश कर रहा है। कोरोना गाइडलाइन की पालना बेहद जरूरी है जिसमें मास्क पहनना व हाथों को सेनेटाइज करना व 2 गज दूरी बहुत अहम है। वहीं शहर में अब तक 236 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है जिसमे करीब हर आयु वर्ग के लोग शामिल हैं। सिविल सर्जन बठिंडा डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों ने बताया कि कोरोना वायरस पिछले कुछ दिनों में तेजी से फैल रहा है इसलिए हम सभी को अब अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।
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