बठिंडा: पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा (सीयूपीबी) ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस - 2021 के अवसर पर 'महिला शिक्षाविदों और उद्यमियों के लिए चुनौतियां: उनके समाधान की रणनीति' विषय ’पर एक वेबिनार का आयोजन किया। सीयूपीबी राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) सेल और इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) ने कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी के संरक्षण में इस कार्यक्रम का संचालन किया। इस वेबिनार के आमंत्रित वक्ता डॉ. चेतना सचिदानंदन, प्रिंसिपल साइंटिस्ट, इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी, नई दिल्ली और डॉ. नीता दोशी, संस्थापक, रेन एंड क्लीन एनवायरो टेक प्राइवेट लिमिटेड थे। इस अवसर को चिह्नित करने के लिए एनएसएस स्वयंसेवकों ने 'लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण' विषय पर एक विशेष कोरियोग्राफी प्रदर्शन प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम की शुरुआत एनएसएस समन्वयक और आईआईसी अध्यक्ष प्रो. मोनिशा धीमान द्वारा स्वागत भाषण के साथ हुई। अपने उद्घाटन भाषण में इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी विद्यापीठ के डीन प्रो. अमनदीप कौर ने बताया कि इस वर्ष का अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2021 का विषय ' चुनौती का चयन'"' रखा गया है।
कुलपति प्रो. राघवेंद्र प्रसाद तिवारी ने कहा कि महिलाओं को उच्चतम शिक्षा लेने और एक उद्यमी बनने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए, डॉ. चेतना सचिदानंदन और डॉ. नीता दोशी ने अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए चुनौतियों का सामना करने के अपने अनुभवों को साझा किया। डॉ. सचिदानंदन ने युवा महिला छात्रों को एक चुनौतीपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए आत्मविश्वास, दृढ़ संकल्प और नवीन दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ. दोशी ने महिलाओं को आत्मनिर्भर राष्ट्र के निर्माण के लिए उद्यमी बनने के लिए प्रेरित किया। अंत में, श्रीमती ऋचा गर्ग ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के संकाय, कर्मचारीगण और छात्र शामिल हुए।
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