बठिंडा. कोरोना काल में सब्जी व फलों की किल्लत बताकर ग्राहकों से मनमाने दाम वसूल करने वाले सब्जी व फल विक्रेताओं पर जिला प्रशासन की तरफ से नकेल कसने की हिदायते जारी करते के बाद अब रेट फिक्स कर दिए गए है। गत दिवस वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के आदेश पर सीनियर कांग्रेसी नेता जैजीत सिंह जोहल ने शहर के निवासियों को फल व सब्जियां निर्धारित दामों पर मुहैया करवाने के लिए जिला मंडी अफसर, फल व सब्जी विक्रेताओं से विशेष बैठक की। उन्होंने जिला मंडी अफसर को हिदायत देते कहा कि वे यह यकीनी बनाएं कि शहर में कोई भी रिटेल फल-सब्जी विक्रेता बिना रेट लिस्ट लगाए कोई भी वस्तु न बेचे। इसके बाद वीरवार को मार्किट कमेटी बठिंडा ने सब्जियों व फलों के रेट फिक्स कर इससे अधिक की बिक्री करने वालों पर सख्त कारर्वाई के आदेश दिए।
नई जारी सूचि में टमाटर 10 रुपए प्रति किलों, आलू 12 से 15 रुपए प्रति किलो, प्याज नासिक 25 रुपए, प्याज राजस्थान 20 रुपए, फूल गोभी 20 रुपए, पत्ता गोभी 10 रुपए, अदरक 60 रुपए, लहसुन 80 से 100 रुपए, खीरा देशी 10 रुपए, खीरा चाइनी 20 रुपए, कद्दू व घिया 15 रुपए, हरे मटर 60 से 70 रुपए, टिंडा 35 रुपए, शिमला मिर्च 15 रुपए, बैंगन 10 से 12 रुपए, भिंडी 30 रुपए, पेठा गोल 10 से 15 रुपए, निबू 60 से 65 रुपए, करेला 20 रुपए, तोरी 45 रुपए व तरा-ककड्डी 20 रुपए प्रति किलो के हिसाब से ग्राहक को उपलब्ध करवाने की हिदायतें दी गई है।
इसी तरह फलों के रेट भी निर्धारित किए गए है। इसके तहत केला 30 से 35 रुपए दर्जन, सेब इंडियन 200 से 220 रुपए किलो, सेब इंपोर्टेंट 250 स 270 रुपए, पपीता 55 रुपए किलो, खरबूजा बोबी 25 से 30 रुपए, अंगूर लंबा 150 रुपए, अंगूर गोल 100 रुपए, मौसमी 100 से 110, अनार 150 रुपए प्रति किलो, खरबूजा 15 रुपए, तरबूज 15 से 20 रुपए, कीवी प्रति पीस 60 रुपए, कीवी गोल्डन प्रति पीस 80 रुपए, डाब नारियल पानी 65 रुपए, आम सफेद 70 रुपए व आम सुर्ख 90 रुपए प्रति किलो बेचने की हिदायत दी गई है। यह रेट रिटेल मार्किट के फिक्स किए गए है।
वही दूसरी तरफ मार्किट कमेटी की तरफ से फिक्स किए गए रेट को लेकर कई दुकानदारों के साथ प्रतिदिन सब्जी की खरीद करने वाले होटल व ढांबा संचालकों ने विरोध जताया है। उनका कहना है कि जो रेट फिक्स किए गए है उससे उनका नुकसान हो रहा है। पहले वह होलसेल के माध्यम से सब्जी व फलों की खरीद कम रेट पर करते थे क्योंकि वह रुटीन के ग्राहक है व बड़े स्तर पर प्रतिदिन खरीद करते हैं लेकिन अब रेट फिक्स के बाद होलसेल व रिटेल के रेट एक जैसे कर दिए गए है जिससे दुकानदार व रेहडी चालक तय रेट से अधिक रेट तो वसूल कर रहे हैं लेकिन उन्हें किसी तरह की छूट नहीं दे रहे हैं। वही सब्जी मंडी में खरीदारी करने आए लोगों ने आरोप लगाया कि रेहड़ी चालक व दुकानदार तय रेट से अधिक की बिक्री कर रहे हैं उन्हें जब रेट अधिक लेने के बारे में पूछते हैं तो कहा जाता है कि सामान बाहर की मंडी से मंगवाया है जहां उन्हें अधिक रेट का भुगतान करना पड़ा है इस स्थिति में वह कम रेट पर सामान नहीं दे सकते हैं।
वही जैजीत जोहल ने जिला मंडी अफसर से कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी रिटेल विक्रेता निर्धारित दामों से महंगी सब्जी-फल न बेचें। रोजाना रिटेल में दुकानों के अलावा रेहड़ी, ट्रैक्टर आदि वाहनों पर बेचने जाने वाले फल व सब्जियों के रेट निर्धारित किए जाएं और इनकी लिस्ट लगवाना यकीनी बनाई जाए। अगर कोई फल अथवा सब्जी विक्रेता निर्धारित रेट से ज्यादा में फल अथवा सब्जी बेचता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए। इस दौरान जिला मंडी अफसर प्रीत कंवर सिंह बराड़, आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान, फल व सब्जी विक्रेता उपस्थित रहे।
फोटो -सब्जी व फल मार्किट में खरीदारी करता एक ग्राहक।
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