बठिंडा. कैप्टन सरकार ने महामारी से जूझ रहे राज्य के लोगों को सस्ता इलाज और मुफ्त दवा उपलब्ध कराने की बजाय फतेह किट्स का घोटाला कर मानवता को शर्मसार किया है। इससे सरकार की जनहितैषी नीति दिखावे का पर्दाफाश हुआ है। यह आरोप बठिंडा में पत्रकारों से बात करते हुए आम आदमी पार्टी के जिला शहरी अध्यक्ष नील गर्ग और दिहाती जिलाध्यक्ष गुरजंत सिंह सिविया ने लगाए। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार पहले 837.76 रुपये की लागत से फतेह किट खरीदी। फिर 3 अप्रैल को वह 940 रुपये में 16668 कोविड किट खरीदती हैं। इसके बाद 20 अप्रैल को दूसरा टेंडर हुआ, जिसमें एक किट की कीमत 1,226.40 रुपये थी। तीसरी टेंडर में 1.5 लाख किट के लिए 1338 रुपये की राशि अलग रखी गई। आप नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार ने ग्रैंडवे नाम की कंपनी को 50,000 किट का टेंडर दिया था जिसके पास मेडिकल लाइसेंस भी नहीं था। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि सरकार की मंशा ख़राब थी और कैप्टन अमरिंदर सिंह लोगों को सरकारी सेवाओं में घोटाला करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति का पालन कर रहे थे। अब सरकार ने नेशनल हैल्थ मिशन डायरेक्टर फाइनेंस नीरज सिंगला जिसके पास करोना से सम्बन्धित दवाईयां व अन्य उपकरण खरीदने के अधिकार थे, जिन्होंने ही फतेह किट के सम्बन्धित खरीद के टेंडर पास किए थे, उन्हें पद से हटा दिया है। नीरज सिंगला को उनके पद से हटाने से यह साफ हो गया कि सरकार खुद मानती है कि फतेह किट खरीदने में घोटाला हुआ है। नीरज सिंगला पर समय समय पर अनेको तरह के इल्जाम लगते आए हैं कि वह सरकार के करीब रहते हुए अनेक तरह के भ्रष्टाचार में लिप्त रहे हैं। इस मौके पर श्री अनिल ठाकुर उपाध्यक्ष ट्रेड विंग पंजाब, श्री राकेश पुरी जिला महासचिव, श्री बलजिंदर सिंह बराड़ जिला कार्यालय प्रभारी, श्री बलकार सिंह भोखड़ा जिला मीडिया प्रभारी, श्री सुखवीर सिंह बराड़ जिला सोशल मीडिया प्रभारी, ब्लॉक प्रधान बलजीत सिंह बाली, प्रखंड अध्यक्ष श्री गोबिंदर सिंह, संदीप गुप्ता एवं अमृत अग्रवाल उपस्थित थे।
फोटो -पत्रकारों से बात करते आम आदमी पार्टी के जिला प्रधान नील गर्ग व अन्य। फोटो-सुनील
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