-तहसीलदार ने किसानों को मिलकर बैठक रद्द करने की बात कही पर किसान फिर भी करते रहे नारेबाजी
बठिंडा. बठिडा से निकलने वाले हाईवे की जमीन अधिग्रहण को लेकर जिला प्रशासन की तरफ से किसानों के इतराज सुनने के लिए बुलाई बैठक विवादों के बीच रद्द कर दी गई। इस दौरान जिला प्रशासकीय कांपलेक्स के बाहर सैकड़ों की तादाद में किसान पहुंचे थे इसमें प्रशासन ने कुछ किसानों को बैठक में बुलाने की बात कही तो दूसरे भड़क उठे व उन्होंने डीसी दफ्तर के बाहर हंगामा करना शुरू कर दिया। किसी तरह पुलिस ने गेट बंद कर उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन किसान गेट फांदकर अंदर दाखिल होने लगे व बाद में गेट खोलते ही सैकड़ों किसान डीसी दफ्तर के मिटिंग हाल में जाकर घुस गए। वहां उन्होंने जहां प्रशासकीय अधिकारियों के बैठने के लिए लगी कुर्सियों पर कब्जा कर लिया वही टेबल पर खड़े होकर पंजाब सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। किसानों को तहसीलदार सुखबीर सिंह बराड़ ने समझाने की कोशिश की लेकिन वह इस बात पर अड़े रहे कि जिला प्रशासन की तरफ से जामनगर से अमृतसर तक बनने वाले हाईवे को लेकर पहले जो बैठक की थी उसमें किसानों के प्रतिनिधि नहीं थे इसलिए उस बैठक को रद्द कर पारित प्रस्ताव भी निरस्त किए जाए। वही किसानों की जमीनों का अधिग्रहण करने से पहले जिन किसानों की जमीन इसमें आ रही है उनके सभी इतराज सुनकर उनका हल किया जाए। इसके बाद तहसीलदार ने किसानों को आश्वस्त किया कि डीसी बठिंडा बी श्रीनिवासन ने शुक्रवार को दो बैठके रखी थी जिन्हें अगले आदेश तक रद्द कर दिया गया है। इसके बाद किसी तरह किसानों ने हंगामा बंद किया। इस प्रदर्शन में भारी तादाद में महिलाएं भी पहुंची थी।
गौरतलब है कि नेशनल हाईवे के चीफ इंजीनियर की ओर से इसी साल राज्य में बनने वाले हाईवे का स्टेटस जानने के लिए 19 जिलों के डीसी के साथ मीटिग की गई थी। इनमें बठिडा के डीसी भी शामिल हुए थे। बठिडा के लिए सबसे अहम अमृतसर से जामनगर तक बनने वाला इकोनामिक कोरिडोर है, जो बठिडा से होकर गुजरेगा। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए एनवायरमेंटल क्लियरेंस लेने के लिए पीपीसीबी में सुनवाई चल रही है।इसके अलावा बठिडा से लुधियाना, डबवाली व अमृतसर तक बनने वाले मुख्य प्रोजेक्टों को लेकर जमीन अधिग्रहण के लिए अलग-अलग नोटिफिकेशन जारी किए गए थे व लोगों को इस बाबत अपने एतराज जिला प्रशासन व नेशनल हाईवे अथार्टी के सामने रखने के लिए मुनियादी करवाई गई थी।
दूसरी तरफ अमृतसर से जामनगर तक बनने वाली रोड के लिए होने वाले जमीन अधिग्रहण का लोगों द्वारा जमकर विरोध किया जा रहा है, जबकि जिला रेवेन्यू अफसर का कहना है कि सभी प्रोजेक्टों को पूरा करने के लिए जमीन अधिग्रहण का काम होना है। इसके लिए अलग अलग नोटिफिकेशन जारी किए गए हैं। बठिडा से लुधियाना तक बनने वाले एक्सप्रेस-वे में सात गांवों के लिए 22 दिसंबर 2020 को 3 ए नोटिफिकेशन जारी किया गया। इसके बाद लोगों की तरफ से दिए गए एतराजों को जिला रेवेन्यू अफसर द्वारा सुना जा रहा है। बठिडा-डबवाली रोड को सिक्स लेन करने के लिए बठिडा सेक्शन के अधीन आते छह गांवों में से चार गांवों से होने वाली जमीन एक्वायर का अवार्ड सुना दिया गया है। जिन दो गांवों के अवार्ड सुनाए जाने वाले रहते हैं। इसके अलावा तलवंडी साबो सेक्शन का 3जी नोटिफिकेशन हो गया है। बठिडा-अमृतसर ग्रीफील्ड रोड के लिए जमीन एक्वायर करने संबंधी 3ए नोटिफिकेशन 22 दिसंबर 2020 को जारी होने के बाद एतराज सुने जा रहे हैं। इसके बाद अब 3 डी नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। इसके अलावा पीपीसीबी से एनवायरमेंटल क्लियरेंस लेने के लिए 21 जनवरी 2021 को सुनवाई थी, जो पूरी नहीं हो सकी। इस पर अब फिर से सुनवाई होगी।
फोटो -बठिंडा में हाईवे को लेकर सुने जाने वाले एतराज से पहले किसान डीसी दफ्तर के आगे प्रदर्शन कर गेट फांदकर अंदर जाते वही डीसी दफ्तर के मिटिंग हाल में दाखिल होकर कुर्सियों में कब्जा कर नारे बाजी करते। फोटो-सुनील
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