बठिंडा. केद्रीय जेल बठिंडा में सुविधा की मांग और प्रशासन की बेरुखी के खिलाफ कैदी भूख हड़ताल पर बैठे हैं। इस दौरान पिछले सप्ताह एक गैंगस्टर की हालत खराब हो गई थी जिसे उपचार के लिए सिविल अस्पताल में दाखिल करवाना पड़ा था वही अब सोमवार को जेल में फिर दो कैदियों की भूखा रहने के कारण हालत बिगड़ गई। पानी की कमी व लीवर में सूजन के साथ चक्कर आने की शिकायत के बाद उन्हें सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। जानकारी अनुसार पिछले 12 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे एक दर्जन से ज्यादा गैंगस्टरों में से सोमवार दोपहर बाद दो की हालत बिगड़ गई। इसमें गैंगस्टर नवदीप सिंह चट्टा और राजिंदर कुमार शामिल है। जिनका उपचार करने के बाद दोबारा से जेल में शिफ्ट कर दिया गया है।
जानकारी अनुसार नवदीप सिंह चट्टा ने अपने बाजू में दर्द होने की शिकायत जेल प्रशासन को बताई थी। उसका कहना था कि कुछ समय पहले ही उसकी एक बाजू का आप्रेशन हुआ था, जिसके कारण पिछले कुछ दिनों से दर्द हो रहा था, लेकिन सोमवार को दर्द ज्यादा बढ़ गया। जिसके बाद उसकी बाजू का एक्सरे करवाने के लिए उसे देर शाम को सिविल अस्पताल बठिंडा लाया गया। एक्सरे करने के बाद उसे दवा देकर दोबारा जेल में शिफ्ट कर दिया गया। इसी तरह दूसरा गैंगस्टर राजिंदर कुमार है, जिसका बीपी कम हो गया था, उसे दवा देने के बाद भारी पुलिस बल की मौजूदगी में जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। गौर हो कि एक दर्जन से ज्यादा गैंगस्टर भूख हड़ताल पर चल रहे है। उनका आरोप है कि सरकार व जेल प्रशासन उनके साथ धक्केशाही कर रही है। जेल के नियमों अनुसार उन्हें ना तो बैरक से बाहर निकाला जा रहा है और नहीं उन्हें खाना और पीने के लिए पानी तक नहीं दिया जा रहा है, जिसके कारण वह भूख हड़ताल पर बैठे है। बता दे कि कुछ दिन पहले गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरियां की हालत बिगड़ने पर उसे सिविल अस्पताल बठिंडा लाया गया था, लेकिन उसने अपना इलाज करवाने से इंकार कर दिया था।
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