बठिंडा: प्राकृतिक संसाधन कंपनी वेदांता रिसोर्सेज ने कहा है कि उसने 2019-20 में भारत में सरकारी खजाने में 4.66 अरब डॉलर या 34,018 करोड़ रुपये का योगदान दिया है।
वेदांता रिसोर्सेज की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल मिलाकर वित्त वर्ष के दौरान उसने विभिन्न देशों में सरकारी खजाने में 4.7 अरब डॉलर या 34,310 करोड़ रुपये का योगदान दिया है।
वेदांता रिसोर्सेज के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा, पारदर्शिता की अपनी प्रतिबद्धता के तहत हम पांचवीं कर पारदर्शिता रिपोर्ट पेश कर रहे हैं। वित्त वर्ष 2019-20 में सरकारी खजाने में हमारा योगदान 4.7 अरब डॉलर रहा है, जो हमारे एकीकृत कारोबार का 40 प्रतिशत है।
कंपनी का ज्यादातर योगदान भारत में रहा है क्योंकि यहीं समूह का अधिकांश कारोबारी परिचालन है।
कंपनी ने इस दौरान छत्तीसगढ़, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, गोवा और कर्नाटक को बॉक्साइट, सीसा-जस्ता, लौह अयस्क, कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के खनन के आधार पर 139.8 करोड़ डॉलर या 10.205 करोड़ रुपये दिए हैं।
पिछले सात साल के दौरन वेदांता ने सरकारी खजाने में 46.4 अरब डॉलर या 3,38,720 करोड़ रुपये का योगदान दिया है, जो उसके एकीकृत कारोबार का 39 प्रतिशत बैठता है। मौजूदा सरकार के कार्यकाल में सात साल में किसी कंपनी द्वारा दिया गया यह सबसे बड़ा योगदान है।
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