- वैक्सीन रोल आउट का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए 2 और 3 जनवरी को पटियाला में हो चुका पूर्वाभ्यास
- गुरुवार को हरियाणा में हर जिले में छह चिह्नित सेशन साइट पर 132 सत्र आयोजित किए, 3300 लाभार्थी शामिल हुए
चंडीगढ़। कोरोना महामारी से निपटने के लिए देशभर के कई इलाकों के साथ पंजाब के सभी 22 जिलों में वैक्सीन का ड्राई रन शुरू हो चुका है। स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि पहले चरण में जिला अस्पतालों, सब डिवीजनल में स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा। अभी तक पोर्टल पर कुल 1,57,020 स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा अपलोड किया गया है। इससे पहले पड़ोसी राज्य हरियाणा में इस रन में 3300 लाभार्थी शामिल हुए। हर जिले में स्लम क्षेत्र सहित तीन शहरी और तीन ग्रामीण इलाके मिलाकर छह चिह्नित सेशन साइट पर 132 सत्र आयोजित किए गए।
कोविड-19 वैक्सीन रोल आउट का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए 2 और 3 जनवरी को पटियाला में यह पूर्वाभ्यास किया गया। शुक्रवार को फिर से प्रदेश के सभी जिलों में यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस अभियान में UNDP और WHO स्वास्थ्य विभाग का सहयोग कर रहे हैं। इस बारे मे पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार पूर्वाभ्यास का मकसद टीकाकरण के पूरे तरीके को समझना है, ताकि असली टीकाकरण के दौरान आने वाली चुनौतियों से निपटा जा सके। अभ्यास के लिए को-विन का टेस्ट लिंक तैयार कर दिया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि पहले चरण में जिला अस्पतालों, सब डिवीजनल में स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा। अभी तक पोर्टल पर कुल 1,57,020 स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा अपलोड किया गया है। साथ ही कोरोना टीकाकरण से पूर्व मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ को भी विशेष प्रशिक्षण दिया है। सिद्धू ने बताया कि जिला और ब्लॉक स्तर पर टास्क फोर्स का गठन किया गया है, जो स्टेट टास्क फोर्स की निगरानी में टीकाकरण अभियान को आगे बढ़ाएंगी।
टैगिंग किया जाना और SMS भेजने तक की प्रक्रिया सरलता से पूरी
उधर, इससे पहले गुरुवार को ही हरियाणा के सभी 22 जिलों में यह प्रक्रिया पूरी हुई। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि ड्राई रन का बारीकी से निरीक्षण किया गया। हरियाणा में इस रन में 3300 लाभार्थी शामिल हुए। हर जिले में स्लम क्षेत्र सहित तीन शहरी और तीन ग्रामीण इलाके मिलाकर छह चिह्नित सेशन साइट पर 132 सत्र आयोजित किए गए। इस दौरान विभिन्न गतिविधियों जैसे वेक्सीनेटर और सुपरवाइजर की पहचान करना, साइट की पहचान कर उसे पिन कोड के साथ टैग करना, कोविड-19 वैक्सीन के लाभार्थियों को SMS भेजना आदि को सरलता से किया गया।