शुक्रवार, 8 जनवरी 2021

Bathinda-कोरोना वैक्सीनेशन ड्राई रन ड्रिल में कई तरह की खामियां आई सामने, सुधारने पर रहेगा जोर



  • कर्मी समय से लेट पहुंचे तो ज्यादातर स्टाफ भी रहा नदारद, डीसी से कमियों को सुधारने की दी हिदायतें

बठिंडा. कोरोना वैक्सीनेशन ड्राई रन ड्रिल का शुक्रवार को जिले के 3 जगहों पर आयोजन किया गया। इस दौरान बेशक सेहत विभाग ने सुबह 9 से 11 बजे तक ड्रिल रखा गया था लेकिन इसमें समय का कोई ध्यान नहीं रखा गया बल्कि चीफ गेस्ट के इंतजार में डेढ़ घंटे की देरी से मुहिम शुरू हो सकी। वही ड्रिल के दौरान 30 फीसदी से भी कम स्टाफ मौके पर हाजिर रहा। यह स्थिति शहर में सिविल अस्पताल की थी जबकि इस ड्राई रन ड्रिल में स्वास्थ्य विभाग के 100 से अधिक कर्मचारियों ने हिस्सा लेना था। ड्राई रन ड्रिल को लेकर वीरवार को सिविल सर्जन बठिंडा डा. तेजवंत सिंह ढिल्लो के निर्देशानुसार जिला टीकाकरण ऑफिसर डा. मीनाक्षी सिंगला की टीम द्वारा सिविल अस्पताल के फ्लू कार्नर के नजदीक बनाए गए वैक्सीनेशन रूम, गोनियाना सिविल अस्पताल व दिल्ली हार्ट अस्पताल में यह ड्रिल चलाई जानी थी। इसमें कर्मियों को शिकायत रही कि उक्त कार्यक्रम के संबंध में उन्हें सही ढंग से सूचित नहीं किया गया और न ही मैसेज दिया गया था। इस दौरान कर्मी व जिम्मेवार लोगों ने अपने साथ आई कार्ड व आईडी प्रूफ लेकर आना है या नहीं इसके लेकर भी स्थिति साफ नहीं की गई। यही कारण रहे कि अधिकतर कर्मी समय पर नहीं पहुंच सके व उनके पास ईडी प्रूफ तक नही थे। गत दिवस सात जनवरी को सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लो ने बठिंडा सिविल अस्पताल परिसर में वैक्सीनेशन के लिए तैयार किए गए रूम का जायजा लिया था और जहां-जहां जो कमियां नजर आईं उसे तुरंत दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन ने इस अहम कार्यक्रम को गंभीरता से नहीं लिया। इसके चलते आने वाले दिनों खासकर अगले सप्ताह से शुरू होने वाली वैक्सीन मुहिम को लेकर कई खामियां सामने नजर आई। सिविल सर्जन ने ड्राई रन ड्रिल के लिए जिन कर्मचारियों का चयन किया गया था वह नियमानुसार अपने परिचय पत्र तक साथ लेकर नहीं आए थे। हालांकि गत दिवस सिविल अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें पूरी तैयारी के साथ समय पर पहुंचने के आदेश दिए थे।

शहरी क्षेत्र में बठिंडा सिविल अस्पताल और दिल्ली हार्ट अस्पताल और ग्रामीण क्षेत्र के लिए गोनियाना मंडी सरकारी अस्पताल को वैक्सीन के ड्राई रन के लिए चुना गया था  यहां करीब दो घंटे तक चलने वाले ट्रायल के माध्यम से यह परखा जाना था कि वैक्सीन स्टोरेज प्वाइंट से किस तरह हेल्थ सेंटरों तक पहुंचेगी। वैक्सीनेशन बूथ पर 3 कमरे तैयार किए गए थे। फिलहाल सेहत विभाग ने वैक्सीनेशन के लिए सरकारी और प्राइवेट 12 टीकाकरण सेंटर बनाए है। उक्त सेंटरों पर 36 टीमों का गठन किया गया है। पहले चरण में चरण में 4359 सरकारी और 4798 निजी अस्पताल के डाक्टर व स्टाफ को टीकाकरण के लिए शामिल किया गया है। सेहत विभाग द्वारा टीकाकरण संबंधी तैयारियां पूरी करने का दावा किया जा रहा है लेकिन आज जिस तरह से मोक ड्रिल के दौरान सेहत कर्मियों की तरफ से समय व व्यवस्था को लेकर लापरवाही दिखाई उससे इस मुहिम को सफल बनाने के लिए सेहत विभाग व जिला प्रशासन को फिर से मत्थापेची करनी पड़ेगी वहीं इस व्यवस्था को फिर से दुरुस्त करने के लिए काम करने पड़ेगा

 


महामारी से जंग:पंजाब में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन शुरू, पोर्टल पर 1 लाख 57 हजार स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा अपलोड

 


  • वैक्सीन रोल आउट का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए 2 और 3 जनवरी को पटियाला में हो चुका पूर्वाभ्यास
  • गुरुवार को हरियाणा में हर जिले में छह चिह्नित सेशन साइट पर 132 सत्र आयोजित किए, 3300 लाभार्थी शामिल हुए

चंडीगढ़। कोरोना महामारी से निपटने के लिए देशभर के कई इलाकों के साथ पंजाब के सभी 22 जिलों में वैक्सीन का ड्राई रन शुरू हो चुका है। स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि पहले चरण में जिला अस्पतालों, सब डिवीजनल में स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा। अभी तक पोर्टल पर कुल 1,57,020 स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा अपलोड किया गया है। इससे पहले पड़ोसी राज्य हरियाणा में इस रन में 3300 लाभार्थी शामिल हुए। हर जिले में स्लम क्षेत्र सहित तीन शहरी और तीन ग्रामीण इलाके मिलाकर छह चिह्नित सेशन साइट पर 132 सत्र आयोजित किए गए।

कोविड-19 वैक्सीन रोल आउट का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए 2 और 3 जनवरी को पटियाला में यह पूर्वाभ्यास किया गया। शुक्रवार को फिर से प्रदेश के सभी जिलों में यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस अभियान में UNDP और WHO स्वास्थ्य विभाग का सहयोग कर रहे हैं। इस बारे मे पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार पूर्वाभ्यास का मकसद टीकाकरण के पूरे तरीके को समझना है, ताकि असली टीकाकरण के दौरान आने वाली चुनौतियों से निपटा जा सके। अभ्यास के लिए को-विन का टेस्ट लिंक तैयार कर दिया गया है।

स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि पहले चरण में जिला अस्पतालों, सब डिवीजनल में स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा। अभी तक पोर्टल पर कुल 1,57,020 स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा अपलोड किया गया है। साथ ही कोरोना टीकाकरण से पूर्व मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ को भी विशेष प्रशिक्षण दिया है। सिद्धू ने बताया कि जिला और ब्लॉक स्तर पर टास्क फोर्स का गठन किया गया है, जो स्टेट टास्क फोर्स की निगरानी में टीकाकरण अभियान को आगे बढ़ाएंगी।

टैगिंग किया जाना और SMS भेजने तक की प्रक्रिया सरलता से पूरी

उधर, इससे पहले गुरुवार को ही हरियाणा के सभी 22 जिलों में यह प्रक्रिया पूरी हुई। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि ड्राई रन का बारीकी से निरीक्षण किया गया। हरियाणा में इस रन में 3300 लाभार्थी शामिल हुए। हर जिले में स्लम क्षेत्र सहित तीन शहरी और तीन ग्रामीण इलाके मिलाकर छह चिह्नित सेशन साइट पर 132 सत्र आयोजित किए गए। इस दौरान विभिन्न गतिविधियों जैसे वेक्सीनेटर और सुपरवाइजर की पहचान करना, साइट की पहचान कर उसे पिन कोड के साथ टैग करना, कोविड-19 वैक्सीन के लाभार्थियों को SMS भेजना आदि को सरलता से किया गया।

स्कूल खुले:सरकारी स्कूलों में 5वीं, 8वीं के 10 फीसदी छात्र आए, अधिकतर प्राइवेट स्कूलों ने बुलाए ही नहीं


लुधियाना.
 शिक्षामंत्री विजय इंद्र सिंगला के आदेश के बाद वीरवार को 5वीं से 8वीं तक के बच्चे स्कूल पहुंचे। पहले दिन सरकारी स्कूलों में हाजिरी 10 फीसदी रही जबकि ज्यादातर निजी स्कूलों ने स्टूडेंट्स को नहीं बुलाया। निजी स्कूलों ने इतनी जल्दी स्कूल खोलने के शिक्षामंत्री के आदेश को ठीक न मानते हुए पेरेंट्स की इजाजत व पूरी तैयारी के साथ ही 5वीं से 8वीं तक के बच्चों को बुलाने की बात कही। कुछ निजी स्कूल सोमवार से स्कूल खोलने की प्लानिंग कर रहे हैं और कुछ अभी पेरेंट्स की कंसेंट के साथ ही अगले 10 दिनों तक डिसाइड करेंगे।

शिक्षा विभाग की ओर से पहले ही 7 व 8 जनवरी को पेरेंट्स टीचर मीटिंग करवाने के आदेश जारी किए गए थे। इसलिए कुछ बच्चे पेरेंट्स के साथ स्कूल पहुंचे तो कुछ स्टूडेंट्स सुबह स्कूल के समय ही पहुंच गए और पेरेंट्स मीटिंग के लिए आए पेरेंट्स के साथ ही चले गए। स्कूल में पेरेंट्स को मौके पर ही डीईओ आफिस की ओर से जारी कंसर्ट लेटर दी गई। जिसे स्कूल आते समय स्टूडेंट्स को साथ में लाना होगा।

वहीं, शिक्षामंत्री विजय इंद्र सिंगला को खुश करने के लिए स्कूलों ने पीटीएम में आए बच्चों को भी अटेंडेंस में जोड़कर दिखा दिया है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जिला लुधियाना में पहले दिन 5वीं क्लास में बच्चों की हाजिरी 47.87 फीसदी दिखाई गई है। जबकि भास्कर टीम ने कुछ स्कूलों में दौरा किया तो वहां उपस्थित 10 फीसदी की करीब ही रही।

पसोपेश में अभिभावक-बच्चों को स्कूल भेजें या नहीं
पेरेंट्स टीचर मीटिंग के दौरान टीचर्स की ओर से पेरेंट्स को डीईओ की ओर से जारी लेटर दी गई। जिसे बच्चों के स्कूल आने की जिम्मेदारी पेरेंट्स की ही होगी। इसे लेकर पेरेंट्स कंफ्यूज हैं कि बच्चों को स्कूल भेजें या नहीं। गिल गांव से पीएयू स्मार्ट स्कूल में पेरेंट्स मीटिंग में पहुंचे रोहित ने बताया कि अध्यापकों ने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए बोला है। बोर्ड की क्लास होने के कारण बच्चे को भेजना पड़ेगा। हैबोवाल के रोहन सिंह ने बताया कि उनके बच्चे 6वीं और 7वीं कक्षा में पढ़ते हैं। टीचर ने पीटीएम में बच्चों को स्कूल भेजने के लिए बोला है और स्कूल आते समय बच्चों को कंसेंट लेटर भरवा कर भेजने के लिए कहा है।

परंतु वह अभी बच्चों को नहीं भेजेंगे। सरकारी प्राइमरी स्कूल सेखेवाल के पेरेंट्स सोनू चौधरी ने बताया कि उनके एक बच्चा 6वीं कक्षा में पढ़ता है। स्कूल ने एक लेटर भरकर बच्चे को स्कूल भेजने के लिए बोला है। परंतु वह बच्चे को अभी स्कूल नहीं भेजेंगे। क्योंकि स्कूलों में सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं हो पाएगा और बच्चा अभी छोटा है।

स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी, नहीं दिखी सोशल डिस्टेंसिंग

इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी से सरकारी स्कूल दो बच्चों के बीच 6 फिट की दूरी को मेनटेन नहीं कर पाए। इस बार एडमिशन भी अधिक की गई है। ऐसे में किसी भी हाल में सरकारी स्कूल सोशल डिस्टेंस को फॉलो नहीं कर पाएंगे जोकि कम हो रही महामारी को बढ़ावा देने का खतरा बना रहेगा।

प्रिंसिपल बोले-अभिभावकों से बात करने के बाद ही लेंगे कोई निर्णय
इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी से सरकारी स्कूल दो बच्चों के बीच 6 फिट की दूरी को मेनटेन नहीं कर पाए। इस बार एडमिशन भी अधिक की गई है। ऐसे में किसी भी हाल में सरकारी स्कूल सोशल डिस्टेंस को फॉलो नहीं कर पाएंगे जोकि कम हो रही महामारी को बढ़ावा देने का खतरा बना रहेगा।


विधायक की बेटी ने कराया केस-इंस्पेक्टर पति मांग रहा बीएमडब्ल्यू, गर्भपात भी कराया



बटाला
श्री हरगोबिंदपुर हलके के कांग्रेसी विधायक बलविंदर सिंह लाडी की बेटी मनप्रीत कौर ने अपने इंस्पेक्टर पति और सास (पंजाब स्टेट महिला कमिशन की सदस्य) के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और जबरन गर्भपात कराने की शिकायत दी है। मामले की जांच डीएसपी से कराने के बाद एसएसपी बटाला रछपाल सिंह के आदेशों पर मनप्रीत कौर के पति जतिंदर सिंह, सास गुरुदर्शन कौर, देवर डिंपल, ननद मोना, ननद के पति नरिंदर सिंह, दर्शना रानी व मनिंदर सिंह के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और धोखे से मनप्रीत कौर का गर्भपात करवाने के आरोप में बटाला के सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज कर लिया है।

मनप्रीत कौर ने बताया कि 2 फरवरी 2018 को उसकी शादी मोगा के जतिंदर सिंह के साथ हुई थी। उसके पति जतिंदर सिंह पंजाब पुलिस में श्री मुक्तसर साहिब में पुलिस इंस्पेक्टर तैनात है। उसका पति कहता है तेरा पिता विधायक है तो मैं भी तो इंस्पेक्टर हूं। मेरा भी तो स्टेटस है। उसे मेंटेंन करने को बीएमडब्लयू तो चाहिए ही।

गर्भ में मासूम की हत्या का केस, आरोपियों की तलाश में छापेमारी

2 साल अत्याचार सहा,गर्भपात नहीं सह पाई

मनप्रीत कौर ने आरोप लगाया कि शादी में उनके विधायक पिता ने हैसियत से बढ़ कर दहेज दिया। शादी के कुछ समय बाद ही पति व उसकी सास बीएमडब्लयू कार पिता से मांगने का दबाव बनाने लगे। मांग न पूरी कर पाने पर उस पर अत्याचार शुरू कर दिया। गर्भवती हुई तो उसके पति, सास, देवर, ननद और ननद के पति व ससुराल के अन्य परिजनों ने हैवानीयत की सारी हदें पार करते हुए धोखे से उसे गर्भपात की दवाई खिला कर कोख में पल रहे बच्चे को मार दिया। सास ने धमकी दी कि अपने पिता से कह कर बीएमडब्लयू का प्रबंध कर नहीं तो तुम्हारी कोख में पलने वाले किसी भी बच्चे को दुनिया में नहीं देंगे।

पति के ताने... स्टेटस मेंटेंन करने को बीएमडब्ल्यू लाए

मनप्रीत कौर के मुताबिक इंस्पेक्टर पति ताने मारता था कि वह विधायक का दामाद है, उसकी मां पंजाब स्टेट महिला कमिशन की सदस्य है, समाज में उनका भी कोई स्टेटस है, इसलिए अपने विधायक पिता को कहो कि इस स्टेटस को बरकार रखने के लिए बीएमडब्लयू का प्रबंध करे। सास कहती थी कि कई बड़े घरों के रिश्ते आते थे। सहेलिया ताने देती हैं कि बहु बीएमडब्लयू तक नहीं लाई आई खाक की विधायक की समधन बनी।

आरोपी इंस्पेक्टर को सस्पेंड करने के लिए सिफारिश : डीएसपी

डीएसपी श्री हरगोबिंदपुर लखबीर सिंह ने बताया कि कांग्रेसी विधायक बलविंदर सिंह की बटाला में रहती बेटी मनप्रीत कौर ने शिकायत दी थी। श्री मुक्तसर साहिब में नौकरी कर रहे मनप्रीत कौर के पति जतिंदर सिंह, मनप्रीत कौर के मोगा में रहती उसकी सास जगदर्शन कौर, देवर डिंपल, जालंधर निवासी उसकी ननद मोना व ननद के पति नरिंद सिंह और दर्शन रानी और मनिंदर सिंह के खिलाफ 498ए और आइपीसी की धारा 406, 313,506 और 120 बी का केस दर्ज किया है। मनप्रीत कौर के अरोपी को तुरंत सस्पेंड करने की सिफारिश विभाग के संबंधित अधिकारियों को कर दी गई है। आरोपियों की गिरफ्तारी को छापेमारी चल रही है।

डीएसपी श्री हरगोबिंदपुर लखबीर सिंह ने बताया कि कांग्रेसी विधायक बलविंदर सिंह की बटाला में रहती बेटी मनप्रीत कौर ने शिकायत दी थी। श्री मुक्तसर साहिब में नौकरी कर रहे मनप्रीत कौर के पति जतिंदर सिंह, मनप्रीत कौर के मोगा में रहती उसकी सास जगदर्शन कौर, देवर डिंपल, जालंधर निवासी उसकी ननद मोना व ननद के पति नरिंद सिंह और दर्शन रानी और मनिंदर सिंह के खिलाफ 498ए और आइपीसी की धारा 406, 313,506 और 120 बी का केस दर्ज किया है। मनप्रीत कौर के अरोपी को तुरंत सस्पेंड करने की सिफारिश विभाग के संबंधित अधिकारियों को कर दी गई है। आरोपियों की गिरफ्तारी को छापेमारी चल रही है।

आत्महत्या:22 वर्षीय छात्रा का शव पंखे से लटका मिला ईयर फोन लगे थे, 5 दिन पहले हॉस्टल आई थी


होशियारपुर
वीरवार सुबह रयात बाहरा कॉलेज में 22 साल की बीएससी-2 नर्सिंग की छात्रा ने फंदा लगा आत्महत्या कर ली। थाना चब्बेवाल के एसआई प्रदीप कुमार ने बताया के कांगड़ा (हिमाचल) की सुरभी कौशिक बीएससी-2 नर्सिंग की छात्रा थी। वह अपनी परीक्षा के चलते 3 जनवरी को हिमाचल से कॉलेज आई थी। उन्होंने बताया कि सुबह करीब साढ़े सात बजे उनको यह जानकारी मिली।

जिसके बाद उन्होंने युवती के परिवार वालो को सूचित किया। उन्होंने बतयाा कि युवती के पिता आशीष शर्मा के बयान दर्ज करके 174 की कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप कर अगली कानूनी कार्रवाई जारी रखी गई है। मृतक सुरभी के पिता आशीष शर्मा ने बताया कि 3 जनवरी को वह सुरभी को कॉलेज के हॉस्टल छोड़ कर गए थे। उस समय वह बहुत खुश थी। उन्होंने कहा उनकी बेटी को कोई मानसिक परेशानी नहीं थी, उसने यह कदम क्यों उठाया वह इस बात को लेकर हैरान है।

जिंदगी की परीक्षा में फेल...पुलिस ने 174 की कार्रवाई की

मृतका के कानों में लगे मोबाइल के हेड फोन से खुलेगा राज, पुलिस खंगालेगी

क्राइम सीन पर जिस समय युवती का शव पंखे से लटक रहा था तो उसके कानो में मोबाइल के हेडफोन भी लगे हुए थे और मोबाइल नीचे गिरा हुआ था। इस दृश्य को देख कर लग रहा था के युवती द्वारा खुदकुशी से पहले या खुदकुशी के दौरान किसी के साथ मोबइल पर बात की जा रही थी जिसको लेकर पुलिस का कहना है कि युवती का मोबइल पर कोड लॉक लगा हुआ है, जिसको खुलवाने के बाद कुछ कहा जा सकता है ।

रूममेट बोली-एग्जाम के चलते वह दूसरे कमरे में चली गई थी, कुछ नहीं जानती

मृतका की रूममेट एक और युवती थी जो परीक्षा की वजह से बुधवार रात को दूसरे कमरे में पढ़ाई के लिए चली गई थी। उसे कुछ नहीं मालूम की रात को क्या हुआ। जब सुबह सुरभी ने दरवाजा नहीं खोला तो उसकी रूममेट में ने कॉलेज प्रशासन को जानकार दी, जिसके चलते हॉस्टल के चौकीदार ने खिड़की से झांक कर देखा तो सुरभी का शव पंखे से लटक रहा था। इस दौरान उन्होंने पहले खिड़की का शीशा तोड़ एक व्यक्ति को अंदर भेज दरवाजेे का लॉक खोला और पुलिस को सूचित किया। जानकारी के अनुसार मृतका का पहला पेपर 4 जनवरी को दिया था जबकि उसका दूसरा पेपर वीरवार को था लेकिन जिंदगी की परीक्षा में वह हमेशा के लिए फेल हो गई ।

गुरुवार, 7 जनवरी 2021

पंजाब के इंडस्ट्री विभाग में करोड़ों का स्कैम:बोले पूर्व मंत्री सूद- CM के पास हमेशा रहती है क्लीन चिट, इस घपले की होने दें निष्पक्ष जांच;उद्योग मंत्री बोले-है हिम्मत तो सूद करवाएं लाई-डिटेक्टर टेस्ट


  • जमीनें खरीदने और बेचने को लेकर सूद ने पंजाब के उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा पर लगाया करोड़ों के घपले का आरोप
  • कहा- BJP ऐसे घोटालों की इजाजत नहीं देती, मामले में CBI और ED जांच की मांग की

चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मंत्री तीक्ष्ण सूद ने कहा है कि पंजाब के इंडस्ट्री विभाग में बड़े घपले हुए हैं। इसमें जमीनें खरीदने की बात हो या फिर बेचने की बात हो। ऑक्शन के जो रिसर्व प्राइस होते हैं, वह भी माने नहीं जाते। सूद का आरोप है कि इंडस्ट्रियल डिपार्टमेंट (इंफोटेक/PSIEC) में मल्टी-करोड़ स्कैम हुआ है। गुरुवार को सेक्टर 37 स्थित पंजाब BJP के कार्यालय में तीक्ष्ण सूद ने मीडिया के सामने इसका खुलासा किया। सूद ने कहा कि BJP ऐसे घोटालों की इजाजत नहीं देती। इसलिए अब वह इस मामले की जांच के लिए CBI और ED को भी लिखेंगे। वह इसके खिलाफ आंदोलन भी करेंगे और जरूरत पड़ी तो कानून का सहारा भी लेंगे।


सूद ने कहा कि कोई भी मंत्री अपने डिपार्टमेंट और उसकी प्रॉपर्टी का कस्टोडियन होता है। पंजाब के उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा पर निशाना साधते हुए सूद ने कहा कि वह खुद लैंड कोलॉनाइजर और डिवेलेपर हैं। जितना विभाग के बारे में वो जानते हैं, उतना मैं भी जानता हूं क्योंकि मैं खुद आठ महीने के लिए उद्योग मंत्री रह चुका हूं। वो आज ये कह रहे हैं कि यह प्लॉट पब्लिक इंटरेस्ट में बेचे गए हैं, इसे माना नहीं जा सकता।


उन्होंने आगे कहा कि कोरोना काल में जब कर्फ्यू लगा हुआ था और परिंदा भी पर नहीं मार सकता था। उस समय इसकी बिड अप्रूव कर दी गई। वे बोले, हालांकि इसकी बिड अप्रूवल की उस समय कोई अर्जेंसी नहीं थी। सभी दफ्तर बंद थे। उस वक्त कम सर्कुलेशन वाली दो अखबारों में इसके लिए एड दी गई। एड की तारीख बढ़ाई गई और इस दौरान ही एक कंपनी फ्लोट कर दी गई। इसके बाद सिंगल बिड में इसे अप्रूव कर दिया जबकि छोटे प्रोजेक्टों में भी सिंगल बिड से अप्रूवल नहीं मिल पाता।


सूद ने बताया कि इस डील को अप्रूव करने के लिए 26 मार्च 2020 को लेटर इशु किया गया था। इसके बाद 21 अक्टूबर 2020 को हुई मीटिंग में इसे पोस्ट-फैक्टो अप्रूवल दे दी गई। हालांकि, मीटिंग में बैठे कुछ सदस्यों ने इसका विरोध भी किया लेकिन मंत्री के प्रेशर के चलते उनकी सुनी नहीं गई।अजेंडा को गलत तरीके से पास करने का विरोध इनकम टैक्स एडवाइजर सुरिंदर कौर वड़ैच के किया और मीटिंग के दौरान एमडी को वॉट्सएप मैसेज और फिर पांच नवंबर को एक चिट्‌ठी के जरिए उठाते हुए इसमें एडवोकेट जनरल और फाइनेंस डिपार्टमेंट की अप्रूवल लेने के लिए कहा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।


मुख्यमंत्री के पास है क्लीन चिट


सूद ने कहा कि वे इसकी निष्पक्ष जांच चाहते हैं। वे नहीं चाहते कि इसके लिए कोई विजिलेंस या SIT जांच हो। सूद के मुताबिक पंजाब में हुए पोस्ट मैट्रिक स्कॉलर्शिप स्कैम में मुख्यमंत्री ने SIT बनाई और क्लीन चिट दे दी। वे बोले, हमारे मुख्यमंत्री की जेब में हमेशा क्लीनचिट रहती है। वे इसे तुरंत निकाल कर दे देते हैं। लेकिन वे चाहते हैं कि मुख्यमंत्री इसकी फेयर जांच होने दें।


खुद पर लगे आरोपों पर बोले उद्योग मंत्री


खुद पर लगे आरोपों पर अरोड़ा ने कहा कि सरकार पहले ही इसपर स्पष्टीकरण दे चुकी है कि पूरी डील ट्रांसपेरेंट तरीके से हुई है। सूद मेरे हल्के से हैं और मेरे पतिद्वंदी हैं। दो बार जनता की रिजेक्शन का उनपर असर हुआ है। उनके पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए ऐसे आरोप लगा रहे हैं। सूद का झूठ पकड़ने के लिए लाई-डिटेक्टर टेस्ट करवाने का चैलेंज दिया।


ऐसे बढ़ा घोटाले का मामला


मामला फेज 8 मोहाली के प्लॉट नंबर A-32 में बन रहे साइबर हब से जुड़ा है। इसके मुताबिक यह प्लॉट साल 1984 में पंजाब इंफोटेक से JCT लिमिटेड को अलॉट किया गया था। लेकिन 2002 में यूनिट को बीमार घोषित और बंद दिया गया।

एसेट्स रीकंस्ट्रक्शन कंपनी इंडिया लिमिटेड को इसे बेचने के लिए नियुक्त किया गया। कंपनी ने पिछले साल चार जनवरी को इसकी ई-ऑक्शन/सेल के लिए 21 जनवरी तब बिड बुलाई गई जिसमें रिजर्व प्राइस 90.50 करोड़ और कंपनी की जानकारी में देयता 25.73 करोड़ बताया गया।

इंफोटेक ने कुल 125.93 करोड़ रुपए के क्लेम की मांग की। इंडस्ट्रियल डिपार्टमेंट की पॉलिसी के मुताबिक PSIEC को इंफोटेक की सभी एसेट्स को मैनेज और डिस्पोज करना था। इसके बाद बिड सब्मिट करने की आखिरी तारीख 17 फरवरी 2020 तक बढ़ा दी।

इसके बाद 31 मार्च को GRG डिवेलपर्स एंड प्रोमोटर्स LLP अस्तित्व में आई जो इस प्लॉट की 90.56 करोड़ में अकेली बिडर थी। इस बिड को कुबूल कर लिया गया। कंपनी को फेवर करने के लिए 90.56 करोड़ की जगह सिर्फ 45 करोड़ ही जमा करवाए गए। बाकी बची पेमेंट को एक्सटेंड कर दिया गया और सेल फॉर्मेलिटीज को बिडर की फेवर में पूरा कर लिया गया।

पोजेशन मिलने के बाद कंपनी ने GRG साइबर हब के नाम पर छोटे प्लॉटों के रूप में जमीन बेचनी शुरू कर दी। एक ब्रॉशर में पब्लिक और वेबसाइट में डालने के बाद कंपनी ने इसे 30 हजार रुपए प्रति स्कवैर यार्ड में बेचना शुरू कर दिया। हालांकि पंजाब विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर बीर दविंदर सिंह द्वारा पब्लिक डोमेन में इस मामले को लाने के बाद उस वेबसाइट को हटा दिया गया है।

अगर आंकलन किया जाए तो GRG साइबर हब द्वारा ऑफर किए गए रेट के मुताबिक जमीन की कुल कीमत 465 करोड़ रुपए है जो कंपनी ने 90.56 करोड़ में बिड करके महत 45 करोड़ में खरीद ली।

एम्स बठिंडा में कीडनी के स्टान को शरीर के अंदर तोड़ने वाली मशीन हुई इंस्टाल, 10 दिनों में होगी शुरू


-बठिंडा से बादल गांव के सिविल अस्पताल में जाएंगे एम्स के माहिर डाक्टर, बस रवाना की गई

बठिंडा. एम्स अस्पताल में लगातार सेहत सुविधाओं में बढ़ोतरी की जा रही है। इसी कड़ी में एम्स बठिंडा में कीडनी की पत्थरी को आधुनिक तकनीक से शरीर के अंदर की तोड़ने वाली मशीन भी लगाई गई है। इस मशीन को इंस्टाल कर दिया गया है व आगामी 10 दिनों में माहिरों की भर्ती कर मशीन को शुरू करवा दिया जाएगा। वही पिछले दिनों अस्पताल में लगाई गई सिटी स्कैन मशीन के लिए तकनीकि माहिरों की भर्ती पूरी कर उन्हें वीरवार को ज्वाइनिंग करवा दी गई है जिससे अब अस्पताल में आने वाले मरीजों को लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। यह जानकारी एम्स के डायरेक्टर प्रोफेसर दिनेश सिंह ने दी। वह बठिंडा से बादल गांव में स्थित सिविल अस्पताल में माहिरो को प्रतिदिन भेजने के लिए चलाई गई बस को रवाना करने से पहले पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान सांसद हरसिमरत कौर बादल भी हाजिर रही। डा. सिंह ने कहा कि एम्स में प्रतिदिन 400 से लेकर 500 लोगों की ओपीडी वर्तमान में हो रही है जो आने वाले समय में सर्दी कम होते ही बढ़ेगी। इससे साबित होता है कि लोगों का एम्स बठिंडा की सेवाओं के प्रति विश्वास बढ़ा है। वही यहां आए दिन नई आधुनिक मशीनों को लगाया जा रहा है जो पहले देश के कुछ नामी अस्पतालों में ही सुविधा होती थी। 

बठिंडा में आज पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने एम्स स्थल का दौरा भी किया जहां उन्होंने एक नई बस अपने मेंबर पार्लियामेंट फंड के जरिए दी है। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने खेती कानूनों को बोलते हुए कहा कि भाजपा के पूर्व मंत्री सुरजीत कुमार जायनी बेशक प्रधानमंत्री से मिले हैं परंतु हमें तो उम्मीद थी कि वह कुछ अच्छा लेकर आएंगे उल्टा किसानों को ही सुझाव देने लहे है। उन्होंने कहा कि भाजपा के सभी लीडरों की जमीर मरी हुई है जो सिर्फ मोदी की भाषा बोल रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि 8 जनवरी को सरकार व किसानों के बीच जो मीटिंग होगी उसमें कोई फैसला निकलेगा। उन्होंने राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते कहा कि कैप्टन सरकार द्वारा नौजवानों को नौकरी देने का ऐलान किया है मुझे नहीं लगता कोई नौकरी मिलेगी क्योंकि अब सरकार के कुछ महीने रह गए है।यह सिर्फ नौजवानों को फिर से लुभाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने दावा जताया कि साल 2022 में होने वाले चुनाव में राज्य में अकाली दल की सरकार बनेगी व नौजवानों को फिर से रोजगार के गफ्फे बादल साहब देंगे।

डा. सिंह ने कहा कि एम्स इसी माह देश भर में शुरू होने वाली वैक्सीन मुहिम में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेगा। इसके लिए हेल्ख वर्करों की भर्ती की जा चुकी है व सरकार की हिदायत मिलते ही वैक्सीन मुहिम को शुरू कर दिया जाएगा। वही सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि उन्हें खुशी है कि एम्स में जहां ओपीडी बढ़ी है वही लोगों का अस्पताल के प्रति विश्वास बढ़ रहा है। आधुनिक मशीने लगने के बाद यहां पंजाब ही नहीं बल्कि राजस्थान व हरियाणा के लोग भी उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि विश्व स्तरीय सेहत सुविधाएं ग्रामीण इलाकों तक पहुंचाने के मकसद से गांव बादल में स्थित सिविल अस्पताल को ग्रामीण सेहत एंव सिखलाई केंद्र के तौर पर सेंटर घोषित किया गया है। इसके तहत बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस फरीदकोट की ओर से उक्त सेंटर में मेडिकल शिक्षा से संबंधित अंडर ग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट्स के लिए ट्रेनिंग व टीचिंग को भी पिछले दिनों मंजूरी दी है। उक्त सेंटर में विद्यार्थी आल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेस यानि एम्स, बठिंडा के सुपरविजन में ट्रेनिंग करेंगे। वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (एसएमओ), बादल केंद्र उक्त सेंटर की वर्किंग का कोआर्डिनेशन देखेंगे। सेंटर में बाहर से आने वाले विद्यार्थियों के लिए होस्टल की सुविधा भी उपलब्ध होगी। इस संबंध में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने खुशी प्रकट करते हुए कहा कि एम्स बठिंडा की मदद से विश्व स्तरीय सेहत सेवाएं पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाई जा रही हैं। इसी के तहत गांव बादल के सिविल अस्पताल को संस्था का ग्रामीण सेहत एवं सिखलाई सेंटर घोषित किया गया है। इस कदम के लिए वे बाबा फरीद यूनिवर्सिटी आफ हेल्थ साइंसेस तथा एम्स बठिंडा को बधाई देती हैं। इस मौके पर उन्होंने सर्वोत्तम सेहत सेवाएं हर घर तक पहुंचाने के लिए निरंतर काम करते रहने की अपनी वचनबद्धता को दोहराया। वीरवार को शुरू की गई बस सुबह 9 बजे एम्स से रवाना होगी व 10 बजे बादल गांव के सिविल अस्पताल में पहुंच जाएगी व ओपीडी शुरू कर देगी। माहिर डाक्टरों की टीम वहां रजिस्ट्रड होने वाले मरीजों को देखने व उपचार देने के बाद ही वापिस लौंटेगी। 


अब रिलायंस उतरी सड़कों पर, किसानों से जुड़ने के लिए लाॅन्च किया ऑनग्राउंड कैंपेन


 रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की सब्सिडियरी कंपनी रिलायंस जियो इंफोकॉम लि (RJIL) ने किसानों से जुड़ने के लिए ऑनग्राउंड कैंपेन की शुरूआत की है। रिलायंस का यह कैंपेन खास तौर पर पंजाब और हरियाणा के किसानों के लिए लिए शुरू किया गया है, क्योंकि वहां पर किसान रिलायंस जियो के टावरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

पंजाब-हरियाणा में चिपकाये गए हैं पोस्टर

बता दें कि इस कैंपेन के तहत कंपनी ने पंजाब और हरियाणा में कुछ पोस्टर लगवाएं और साथ ही पैंफ्लेट्स भी बंटवाएं हैं, ताकि किसानों में फैल रही गलतफहमी को दूर किया जा सके। रिलायंस के पोस्टर इस राज्यों के दीवारों, दरवाजों और रिलायंस फ्रेंचाइज आउटलेट के काउंटर्स पर चिपके हुए भी दिख रहे हैं।

क्या लिखा है इस पाेस्टर में

इस पोस्टर पर लिखा है कि रिलायंस भारत के किसानों का आभारी है और उनका बहुत सम्मान करता है। इस कैंपेन के जरिए रिलायंस ये कहना चाहता है कि उसने कोई कॉरपोरेट या कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग नहीं की है। साथ ही कपंनी की आने वाले भविष्य में भी ऐसे किसी बिजनेस में घुसने की कोई योजना नहीं है। बता दें कि रिलायंस जियो के करीब 1500 टावरों को भी नुकसान पहुंचाया जा चुका है।

लुधियाना में भाजपाइयाें व पुलिस में धक्कामुक्की, जिला प्रधान समेत 40 कार्यकर्ता हिरासत में लिए



लुधियाना। भाजपा ने वीरवार काे चौथे दिन सांसद रवनीत बिट्टू के खिलाफ धरना दिया। आज महिला मोर्चा की कार्यकर्ता डीसी ऑफिस के बाहर धरने पर बैठी। इस दाैरान पुलिस ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। पुलिस ने उन्हें घेर रखा है ताकि कोई अप्रिय घटना ना हो।

इस दाैरान दाैरान भाजपा नेताओं की पुलिस के साथ धक्कामुक्की हुई। इसके बाद पुलिस ने जिला प्रधान समेत 40 कार्यकर्ताओं काे  हिरासत में में ले लिया। गाैरतलब है कि ठंड के माैसम में भी शहर का सियासी पारा गरमाया है। भाजपा लगातार सांसद रवनीत बिट्टू के बयान का विराेध कर रही है।

भाजपा जिला प्रधान ने साफ कर दिया कि जब तक सांसद के खिलाफ पर्चा दर्ज नहीं होता तब तक यह धरना चलता रहेगा। भाजपा के धरना स्थल पर पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं और धरना दे रहे नेताओं के चारों तरफ पुलिस कर्मियों की सख्त पहरेदारी लगाई है।

सांसद रवनीत बिट्टू के खिलाफ चल रहे धरने में जिला महामंत्री कांतेंदु शर्मा, जिला उपाध्यक्ष सुनील मौदगिल, अश्वनी बहल, महेश शर्मा, यशपाल जनोत्र, जिला सचिव संजय गोसाईं, अमित डोगरा, मनमीत सिंह चावला, विक्की सहोता, भूषण गोयल, प्रवक्ता विशाल गुलाटी, हरकेश मित्तल, प्रेस सचिव सतीश कुमार, भारत नगर मंडल, सलेम टाबरी मंडल व एसबीएस नगर मंडल की टीमें शामिल हुईं। मंडल प्रधानों में संजीव पुरी, दमन कपूर, राकेश जग्गी व अन्य शामिल रहे।


बठिंडा में समाजसेवी व एडवोकेट एमएम बहल की माता का निधन


बठिंडा.
पंचवटी नगर वासी एडवोकेट एमएम बहल की माता इंद्रावती बहल पत्नी स्व. गंगा राम बहल का 6 जनवरी को देहांत हो गया। उनका स्थानीय अनाज मंडी स्थित रामबाग में अंतिम संस्कार किया गया। माता इंद्रावती के निधन पर पूर्व एमसी विजय कुमार, पूर्व मंत्री चिरंजी लाल गर्ग, अश्वनी बंटी,प्रदीप गोला,ख्बार एसो. के प्रधान लखविंदर सिंह भाईका, एडवोकेट हरपाल सिंह खारा,एडवोकेट शमिंदर सिंह, एडवोकेट कंवलजीत सिंह कुटी, एडवोकेट गौरव गुप्ता, एडवोकेट लखविंदर बराड़, जनक राज गर्ग, प्रदीप चानना, मुकेश पिल्ला, राज मेहरा, कमलेश मेहरा, रचना ओबराय, साेनू ओबराय, प्रदीप गोला,पंजाब लॉ फाेरम के प्रधान एडवोकेट चरणपाल सिंह बराड़,महेश कुमार समेत शहर की सामाजिक, धार्मिक और राजनैतिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने शोक व्यक्त किया।

फोटो -स्वर्गीय इंद्रावती जी की फाइल फोटो


Bathinda-प्रत्याशियों पर सवाल उठाए तो मार्केट कमेटी चेयरमैन की सिक्योरिटी ली वापस



बठिडा: मार्केट कमेटी बठिडा के चेयरमैन मोहन लाल झुंबा की सुरक्षा में लगा एकमात्र गनमैन वापस ले लिया गया है। इसके पीछे तर्क यह दिया जा रहा है कि मार्केट कमेटी के चेयरमैन को सुरक्षा नहीं मिलती। हालांकि उनकी सुरक्षा उस समय वापस ली गई, जब उन्होंने नगर निगम चुनाव को लेकर कांग्रेस की ओर से घोषित उम्मीदवारों के नाम पर नाराजगी व्यक्त की। यह नाराजगी उन्होंने मंगलवार को चंडीगढ़ में व्यक्त की और बुधवार को उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई।

सूत्रों के अनुसार अगले माह होने वाले नगर निगम व नगर पंचायत चुनाव को लेकर मोहन लाल झुंबा को कोटशमीर नगर पंचायत का चुनाव आब्जर्वर लगाया गया है। इसको लेकर मंगलवार को चंडीगढ़ में मीटिग रखी गई थी। वहां मोहन लाल झुंबा ने नगर निगम बठिडा के चुनाव के लिए घोषित किए गए कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों पर सवाल उठा दिए। दरअसल, कांग्रेस हाईकमान ने 12 जनवरी तक वार्डो के दावेदारों से आवेदन मांगे थे। इसके बावजूद पहले ही कुछ वार्डो में प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई। इनमें से ही एक वार्ड है लाल सिंह बस्ती का वार्ड। वहां पर मोहन लाल झुंबा के भाई सोहन लाल झुंबा चुनाव लड़ने के इच्छुक थे। सोहन लाल पार्टी के महासचिव भी रह चुके हैं, लेकिन पार्टी की ओर से उनकी जगह आत्मा सिंह को प्रत्याशी घोषित कर दिया गया। इस बात को लेकर मोहन लाल झुंबा ने एतराज जताया था। उन्हें कोई उचित जवाब तो नहीं मिला, लेकिन अगले ही दिन उनकी सुरक्षा जरूर वापस ले ली गई। इस बारे में चेयरमैन मोहन लाल झुंबा ने कहा कि उनके पास एक ही गनमैन था, जिसको अब वापस ले लिया गया है। हालांकि इसके पीछे क्या कारण है, इसके बारे में उन्होंने कुछ नहीं बताया। 

- मार्केट कमेटी के चेयरमैन को पुलिस की ओर से कोई सुरक्षा नहीं दी जाती। अगर उनके पास सुरक्षाकर्मी तैनात था तो उसे हटाया ही जाना था। हालांकि उन्हें कोई गनमैन नहीं दिया गया था। अगर उनके पास कोई सिक्योरिटी होगी तो वह पर्सनल होगी।

बठिंडा के सेहत मुलाजीम संघर्ष कमेटी मांगों को लेकर करेगी प्रदेश स्तर पर चंडीगढ़ में 21 को भूख हड़ताल



-तैयारियों को लेकर बैठकों का सिलसिला तेज, चंडीगढ़ में शुरू किया जाएगा संघर्ष  

बठिंडा. सेहत मुलाजीम संघर्ष कमेटी की जिला इकाई बठिंडा की तरफ से वीरवार को मीटिंग सिविल हस्पताल बठिंडा में की गई। जिसमें सेहत मुलाजिमों की काफी समय से लटकतीं आ रही माँगों और पंजाब सरकार की तरफ से इसे पूरा करने में की जा रही टाल मटोल नीति का विरोध कर अगली रणनीति पर विचार किया गया। इस मीटिंग में अलग-अलग ब्लाकों से आए सेहत मुलाजिमों ने हिस्सा लिया। मीटिंग का मुख्य एजेंडा डायरेक्टर सेहत और परिवार भलाई विभाग पंजाब के दफ्तर परिवार कल्याण भवन 34 -ए चंडीगढ़ में 21 जनवरी से लगातार शुरू की जाने वाली भूख हड़ताल रही। पंजाब के सेहत मुलाजिमों की तरफ से यह भूख हड़ताल कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, नव -नियुक्त मलटीपर्पज़ हैल्थ वर्करों का प्रवोशन पीरियड दो साल का करना, कोविड -19 में काम करन वाले सेहत कर्मचारियों को स्पैशल इंक्रीमेंट देने और बठिंडा संघर्ष के दौरान दर्ज किए गए झूठे पुलिस केस रद्द करने की मांगे को ले कर की जा रही है। इस मीटिंग में किसानी संघर्ष के हक में एक प्रस्ताव भी पास किया गया। सेहत मुलाजिमों की तरफ केंद्र द्वारा बनाएं गए तीनों किसानी कानूनों को मानवता व खेती के खिलाफ करार दिया गया। जहां यह कानून किसानों, मज़दूरों, मुलाजिमों और भारतीय लोगों के लिए जीवन निर्वाह कठिन कर रहे हैं, वही इनके लागू करने में कानूनी कमियां भी हैं। समूह सेहत मुलाजिमों ने किसानों के संघर्ष के साथ सहमति प्रकटाते इस संघर्ष को मानवीय संघर्ष करार दिया। सभी सेहत मुलाजिमों ने केंद्र सरकार से माँग की कि यह तीनों ही काले कानून रद्द किये जाए और समूचे किसानी मांगों और एम.एस.पी. कानून को असली रूप में पूरे भारत में लागू किया जाए।



मीटिंग के दौरान सेहत मुलाजीम नेताओं ने बताया कि चंडीगढ़ में 21 जनवरी से लगातार की जा रही भूख हड़ताल को लेकर सभी तैयारियां मुकम्मल कर ली गई हैं। इसके अलावा पंजाब सरकार को एक मांगपत्र सिविल सर्जन बठिंडा के माध्यम से दिया गया है। मीटिंग में गगनदीप सिंह, जसविन्दर शर्मा, जगजीत सिंह, शिवपाल सिंह, नरविन्दर सिंह,  भुपिन्दर सिंह, गुरमीत सिंह, कुलदीप सिंह, रणजीत कौर संगत के इलावा चन्द सिंह, रजेश मौड़, निर्मल सिंह तलवंडी, सुखदीप सिंह और हरकरण गोनियाना, गुरदास सिंह, रुपिन्दर शर्मा, भुपिन्दर कौर, कमल, नरपिन्दर भगता, सुरिन्दर कौर, गुरदीप सिंह, भिंदर कौर नथाना ने भाग लिया।

फोटो -अपनी मांगों को लेकर आयोजित बैठक में सेहत कर्मचारी संघर्ष कमेटी के मैंबर व पदाधिकारी। वही बठिंडा के सिविल सर्जन तेजवंत सिंह को मांग संबंधी पत्र सौपते कर्मचारी नेता। 


बठिंडा कमला नेहरु कालोनी में सलून के नाम पर कर रहे देह व्यापार का धंधा, एक गिरफ्तार



बठिंडा. बीबी वाला चौक के पास भारत नगर मार्किट में लेडीज व जेट्स सलून चलाने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। इसमें पुलिस को सूचना मिली थी कि भारत नगर स्थित मार्किट में लेडीज व जेट्स लोगों की मसाज करने व ब्यूटीशन सिखाने के लिए रिलैक्सन नाम से सलून चलाया जा रहा था। इसमें आरोप है कि राजेश कुमार वासी प्रताप नगर महिलाओं व पुरुषों से संपर्क कर देह व्यापार का गौरखधंधा चलाता था। मसाज के नाम पर लोगों को बुलाकर पार्लर में रखी लड़कियों को ग्राहकों के पास परोसा जा रहा था। इस बाबत पुलिस के पास मिली शिकाय़त के बाद एसपी सिटी आशवंत सिंह ने मामले की जांच शुरू की थी। जांच में लगाए आरोप सही पाए जाने पर मौके पर छापामारी कर संदिग्ध अवस्था में लोग मिले जिसके बाद आरोपी व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है। गौरतलब है कि शहर में दर्जन भर इलाकों में ब्यूटी पार्लर व सलून के नाम पर देह व्यापार का धंधा चलाया जा रहा है। इसमें लोगों के मोबाइल फोन लेकर उन्हें मिसकाल की जाती है व जब कोई उन्हें वापिस काल करता है तो वहां बैठी लड़की उन्हें अपनी बातों में उलझाने के साथ पार्लर में दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी देती थी। वही एक ग्राहक से दो हजार से लेकर पांच हजार रुपए की प्रति घंटे वसूली की जाती थी। पार्लर में बकायदा पिछली तरफ कमरों का निर्माण किया गया था जहां मसाज के नाम पर देहव्यापार का धंधा चलाया जाता है। फिलहाल पुलिस शहर में इस तरह के पार्लरों की जांच कर रही है। 


पुरानी रंजिश में दो पक्षों के 18 लोगों ने किया एक दूसरे पर किया हमला  

बठिंडा. मलोट रोड संत निरंकारी भवन के पास पुरानी रंजिश में गाली गलोच करने व मारपीट करने के आरोप में दो पक्षों के बीच झगड़ा हो गया। मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों के 18 लोगों को नामजद कर जांच शुरु कर दी है। थर्मल पुलिस के पास दोनों पक्षों ने लिखित शिकायत दी है। इसमें पहले पक्ष बलजीत सिंह वासी सिविया ने बताया कि बलवंत सिंह, काला सिंह, डूंगर सिंह, काकू सिंह, मलप्रीत सिंह, गुरप्रीत सिंह वासी सिविया ने गत दिवस उनके घर के सामने आकर पहले गाली गलोच की व बाद में हथियारों से लैस होकर उन पर हमला कर दिया। वही दूसरे पक्ष के बलवंत सिंह ने बताया कि बंता सिंह, धत्तु सिंह, मोनू, सुरजीत सिंह, रवि सिंह, जग्गा सिंह, मनप्रीत कौर, बंतो की पत्नी व चार अन्य अज्ञात लोगों ने मिलकर उसके घर के सामने आकर विवाद किया व उसके लड़के मनप्रीत सिंहव भाभी के साथ मारपीट की जिसके बाद उन्होंने अपने बचाव में उक्त लोगों को रोका। इस दौरान दोनों ही पक्षों के लोगों को चोट पहुंची है। पुलिस मामले की जांच कर रही है जिसमें अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। उक्त लोगों के बीच काफी समय से एक पुराने झगड़े को लेकर विवाद चल रहा है जिसके चलते आए दिन दोनों पक्ष आमने सामने होते रहे हैं।

लाहन की तस्करी करने वाले तीन नामजद, दो गिरफ्तार 

बठिंडा. जिला पुलिस ने लाहन तस्करी के आरोप में तीन लोगों को नामजद किया है। इसमें दो लोगों को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया है। बालियावाली पुलिस के एसआई परमिंदर कौर ने बताया कि गुलाब सिंह वासी मंडी कला के घर में 120 लीटर लाहन जब्त की गई जबकि आरोपी मौके से फरार मिला। वही बालियावाली पुलिस के सहायक थानेदार चमकौर सिंह ने बताया कि गुरप्रीत सिंह वासी झंडुके से 180 लीटर लाहन बरामद कर गिरफ्तार कर लिया गया है। वही फूल पुलिस के सहायक थानेदार सुखमंदर सिंह ने बताया कि गुरमेल सिंह वासी भाईरुपा से 50 लीटर वाहन मौके पर बरामद की गई व उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। 


Bathinda-कोराना के केवल पांच नए मरीज मिले वही 8 जनवरी को वैक्सीनेशन को लेकर ड्राई रन मॉक ड्रिल होगी


 -जनवरी मध्य से वैक्सीन लगाने की पूरी कर चुका है सेहत व जिला प्रशासन तैयारी

बठिंडा. कोरोना संक्रमितों में पिछले एक महीने में गिरावट दर्ज होना जारी है। वीरवार को जिले में मात्र पांच कोरोना पोजटिव मरीज मिले हैं। इसमें भगता भाईका में एक, पटेल नगर में दो, महिराज कालोनी रामपुरा में एक तो रामा मंडी के नवी कलोनी में एक मरीज मिला है। वही  15 लोगं की रिपोर्ट नेगटिव मिली है। सेहत विभाग के मुताबिक दिसंबर के 31 दिनों में 742 मरीज सामने आए, वहीं जनवरी माह के सात दिन में मात्र 42 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। इन दिनों में एक भी संक्रमित मरीज की मौत होने की पुष्टि नहीं हुई है। इस दौरान अच्छी बात यह है कि जितने नए मरीज आ रहे हैं उससे दो गुणा लोग ठीक होकर घरों को जा रहे हैं। इसी तरह सेहत विभाग की ओर से अब तक 128250 लोगों के सैंपल लिए गए। जिसमें 9289 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, वहीं 7860 लोग ठीक हुए हैं। अब तक 206 कोरोना संक्रमितों की मौत हो हुई है। जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या अब सिर्फ 170 के करीब है। सेहत अधिकारियों के अनुसार इन दिनों ओपीडी में खांसी, बुखार और शरीर दर्द की शिकायत पीड़ित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। अधिकतर मरीज वायरल बुखार के ही सामने आ रहे हैं।

फिलहाल कम होते कोरोना मरीजों की आकड़े के बीच सरकार जनवरी मध्य तक कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत करने की तैयारी में जुटी है। जिले में सेहत विभाग ने सरकारी और प्राइवेट 12 टीकाकरण सेंटर बनाए हैं। उक्त सेंटरों पर 36 टीमों का गठन किया गया है। पहले चरण में चरण में 4359 सरकारी और 4798 निजी अस्पताल के डाक्टर व स्टाफ को टीकाकरण के लिए शामिल किया गया है। सेहत विभाग द्वारा टीकाकरण संबंधी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सेहत अधिकारियों के अनुसार 8 जनवरी दिन शुक्रवार को तीन स्थानों पर टीकाकरण को लेकर ड्राई रन मॉक ड्रिल की जाएगी। जिसमें बठिंडा सिविल अस्पताल व निजी अस्पताल को शामिल किया गया है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र के लिए तलवंडी साबो अस्पताल को चुना जा रहा है। मॉक ड्रिल का उद्देश्य कोल्ड चैन मैनेजमेंट, वैक्सीन की सप्लाई, स्टोरेज, लॉजिस्टिक्स के साथ ही वैक्सीनेशन के लिए आने लोगों के वैक्सीनेशन स्थल पर पहुंचने पर उनकी एंट्री, पंजीयन, वैक्सीनेशन व आब्जर्वेशन में रखने की तैयारियों का परीक्षण किया जाएगा। वैक्सीनेशन के दौरान एप पर डाटा एंट्री से लेकर वैक्सीन लगाने तक में कितना समय लगता है, इसका भी इस दौरान आंकलन किया गया। इस वैक्सीन का लाभ ऐसे लोगों को मिलेगा जिसमें कोरोना का लक्षण ना हो।

इसके बाद अलग कक्ष में संबंधित व्यक्ति की काउंसलिंग, जांच करके यह जानने का प्रयास किया जाएगा कि उन्हें बुखार सर्दी खांसी या कोरोना का लक्षण तो नहीं है। इन प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद टीकाकरण कक्ष में प्रवेश का अवसर पंजीकृत व्यक्ति को मिलेगा। मॉक ड्रिल दौरान ऑटो डिस्पोजेबल सिरिंज का उपयोग किया जाएगा। इसके पहले कक्ष में मौजूद स्वास्थ्य कार्यकर्ता, एएनएम द्वारा वैक्सीन का लाभ लेने के लिए पहुंचा बेनेफिशरी वही व्यक्ति है या नहीं, इसकी पुष्टि करेगी।

 

बठिंडा में चार दिन में हत्या कर लूट की दूसरी घटना- गिरोह ने परसराम नगर रेलवे ओवरब्रिज के नीचे एक व्यक्ति की हत्या व एक का हाथ काट दिया लूट की घटना को अंजाम

 


बठिंडा. रेलवे स्टेशन के आसपास का क्षेत्र आपराधिक घटनाओं का केंद्र बनने लगा है। अभी 3 जनवरी दिन रविवार को रेववे ग्राउड बठिंडा में एक व्यक्ति से लूटपाट कर उसे बुरी तरह से जलाकर मार दिया गया। वही चार दिन बाद रेलवे स्टेशन से मात्र 200 मीटर की दूसरी पर परसराम नगर ओवरब्रिज के नीचे वाशिंग लाइन के पास लुटेरा गिरोह ने बेखोफ होकर एक युवक की हत्या कर दी जबकि एक के हाथ काटकर व शरीर में गंभीर चोटे मार घायल कर दिया।

लुटेरे उक्त दोनों प्रवासी मजदूरों से 25 हजार की नगदी व दो मोबाइल फोन व बैग लूटकर फरार हो गए। इस घटना के बाद आसपास के इलाके में जहां दहश्त का माहौल है वही दहश्तगर्दों व लुटेरों की सुरक्षित स्थली बनी रेलवे कालोनी व संतपुरा रोड व रेलवे रोड के आसपास रह रहे व्यापारियों व आम लोगों का सांय के सम घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो रहा है। आए दिन घटित हो रही वारदातों को रोकने में पुलिस पूरी तरह से नाकाम हो रही है। फिलहाल मामला रेलवे के अधीन होने के चलते डीआरपी पुलिस जांच में जुटी है। इसमें खबर लिखे जाने तक लुटेरों के संबंध में कोई सुराग नहीं मिल सका है जबकि पुलिस पूरे क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल आरोपियों तर पहुंचने की कोशिश कर रही है।

जानकारी अनुसार सुरेश कुमार सानी पुत्र राम लाल उम्र 40 साल वासी जिला मुजफरपुर बिहार और उनका साथी अजय यादव पुत्र गोपाल यादव वासी वेस्ट बंगाल हर साल अबोहर में होने वाली किन्नू संतरे की खेती के दौरान काम के लिए आते थे। इस दौरान वह सीजन में किन्नू तोड़ने व बेचने का काम कर कुछ पूंजी जोड़कर वापिस अपने गांव बिहार व बंगाल में चले जाते थे। इसी तरह उक्त लोगों ने काम पूरा करने के बाद बुधवार की देर रात बठिंडा से रेलगाड़ी पकड़कर वापिस अपने घर जाना था। उक्त लोग अबोहर से बठिंडा बस के रास्ते पहुंचे व नहर के पास बस से उतरने के बाद पैदल परसराम नगर रेलवे ओवरब्रिज के नीचे से होते रेलवे स्टेशन की तरफ जा रहे थे।

इसी दौरान दो युवकों ने उनका पीछा करना शुरू किया व रेलवे वाशिंग लाइन के पास सड़क में उन्हें रोक लिया व साजों सामान छीनने की कोशिश की। इसमें जब सुरेश कुमार व अजय यादव ने विरोध जताया तो लुटेरों ने सुरेश कुमार के सिर पर तेजधार हथियार से वार कर दिया जबकि अजय यादव ने जब लुटेरों को पकड़ने की कोशिश की तो उसका हाथ काट दिय़ा व शरीर के कई हिस्सों में तेजधार हथियार से वार कर घायल कर दिया। इस दौरान लुटेरों ने उनके बैग में रखे 25 हजार की नगदी व दो मोबाइल छीन लिए व कपड़ों का बैग लेकर फरार हो गए। वहां से गुजरने वाले लोगों से सहायता लेकर दोनों को सिविल अस्पातल में दाखिल करवाया जहां खून ज्यादा बहने व घाव गहरे होने के कारण सुरेश कुमार की मौत हो गई जबकि अजय यादव की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।

मामले की जानकारी मिलने के बाद जीआरपी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी व घायल अजय यादव के बयान दर्ज कर अगली कारर्वाई शुरू कर दी है। गौरतलब है कि इससे पहले गत तीन जनवरी को भी बठिंडा रेलवे ग्राउंड से रविवार सुबह 90 फीसदी जला हुआ शव बरामद होने से इलाके में सनसनी फैल गई थी। घटना की सूचना मिलने पर पहुंची थाना कनाल पुलिस ने जले हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए सहारा जनसेवा संस्था के सदस्यों की सहायता से सिविल अस्पताल भेजा। मृतक की पहचान नरेश कुमार पुत्र ओम प्रकाश निवासी सिरसा के तौर पर हुई थी। इस मामले में भी लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए हत्या की गई व शव की पहचान न हो सके इसलिए उसे रेलवे ग्राउड में ही तेल डालकर जला दिया गया। अज्ञात लोगों ने पहले उक्त व्यक्ति के सिर एवं शरीर के अन्य हिस्सों में चोटें मारकर उसकी हत्या कर दी और बाद में शव को जला दिया।

पंजाब में प्रकाशोत्सव पर पीएम नरेंद्र मोदी को न बुलाने पर छिड़ी बहस, भाजपा ने कहा- निदंनीय व कष्टदायक



चंडीगढ़। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की प्रधान बीबी जगीर कौर के उस बयान ने राजनीतिक बहस छेड़ दी है, जिसमें उन्होंने कहा है कि श्री गुरु तेग बहादुर साहिब के 400 वर्षीय प्रकाशोत्सव पर होने वाले समारोहों में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत किसी भी भाजपा नेता को न्यौता नहीं भेजा जाएगा। बीबी जगीर कौर ने कहा कि गुरु घर में कोई भी आ सकता है, लेकिन विशेष रूप से किसी को न्यौता नहीं भेजा जा रहा।

उधर, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने एसजीपीसी प्रधान की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न बुलाने के बयान को दुखद, निदंनीय व कष्टदायक बताया। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी को राजनीतिक मतभेद से ऊपर उठकर अपने निर्णय लेने चाहिए।

उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने अपने जीवन काल में गुरु साहिबान की बाणी को अपने सामने रखकर देश की 135 करोड़ जनता की सेवा की है। छह वर्ष में प्रधानमंत्री ने पंजाबी व सिख भाईचारे के लिए असंख्य काम किए हैं। चुग जगीर कौर को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जिस कांग्रेस के प्रधानमंत्री ने 1984 में सिखों की कत्लोगारत करवाई उन कांग्रेसी नेताओं को समय-समय पर अपने धार्मिक समारोह में शामिल करने में गुरेज नहीं किया गया।

चुग ने शताब्दी समारोह में मोदी को न बुलाने के फैसले पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए हुए कहा कि तीनों कृषि कानूनों का समर्थन करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल, पूर्व कैबिनेट मंत्री हरसिमरत कौर बादल इस पर समर्थन देते रहे और आज जगीर कौर ने शिअद की राजनीति को ध्यान में रखकर पवित्र स्थान व पवित्र कार्य के लिए बनी कमेटी के पद का दुरुपयोग करके राजनीतिक रोटियां सेंकने का खेल खेला है, जो दुखद है।

पंजाब ने केंद्र से आरडीएफ न मिलने पर जताई नाराजगी, वित्त मंत्री मनप्रीत बादल बोले- रंजिशन रोका गया


चंडीगढ़।
पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल को केंद्र सरकार की ओर से देहाती विकास फंड (आरडीएफ) को रोकने के पीछे सियासी बू आ रही है। उन्होंने कहा, यह कोई ग्रांट नहीं है बल्कि स्टेचुरी टैक्स है जो पंजाब सरकार ने लगाया हुआ है। इसे रोका नहीं जा सकता।

वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने कहा कि जब उन्होंने इस बारे में केंद्रीय खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री पीयूष गोयल से बात की तो उनकी बातों से लगा कि यह रंजिशन रोका गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि तीन कृषि कानूनों का जिस प्रकार से पंजाब के किसान विरोध कर रहे हैं और राज्य सरकार उन्हें सपोर्ट कर रही है, उससे केंद्र सरकार नाराज है और वह हमारा नुकसान कर रही है। उन्होंने कहा कि लंबे संघर्षाें में छोटे-मोटे नुकसान नहीं देखे जाते।

वित्त मंत्री मनप्रीत बादल आज यह मीडिया कर्मियों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह अकेला ऐसा मामला नहीं है। यूएई सरकार की ओर से देश में सात बिलियन डालर के निवेश से तीन बड़े फूड पार्क स्थापित करने थे जिसका सबसे पहले दावेदार पंजाब था और यूएई सरकार भी चाहती थी कि एक प्रोजेक्ट पंजाब में लगे, लेकिन केंद्र सरकार ने ऐसा नहीं होने दिया।

वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने अभी तक जीएसटी का 8500 करोड़ रुपये बकाया अदा नहीं किया है। छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट पर देरी पर मनप्रीत बादल ने कहा कि मुझेे खुद उस रिपोर्ट का इंतजार है, क्योंकि मैंने साल 2021-22 का बजट तैयार करना है। उन्होंने बकाया डीए के बारे में कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। पंजाब को घाटे से बाहर लाने के लिए उठाए कदमों के बारे में मनप्रीत बादल ने कहा कि 200 रुपये प्रति महीना विकास टैक्स लगाने से 2019-20 में 138.07 करोड़ रुपये राजस्व मिला।


बर्ड फ्लू इंसानों के लिए कितना खतरनाक? जानें- पक्षियों की बीमारी से जुड़े हर सवाल का जवाब

 


नई दिल्ली।
कोरोना महामारी के बीच देश में बर्ड फ्लू (Avian influenza) ने दस्तक दे दी है। इसे लेकर केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को सतर्क कर दिया है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और केरल में इसकी पुष्टि हो चुकी है। वहीं हरियाणा में हजारों पक्षियों की मौत के बाद उनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। हालांकि, अभी तक इससे कोई प्रभावित नहीं हुआ है। सर्दियों की शुरुआत साथ देश में विदेशी प्रवासी पक्षियों के आने के कारण बर्ड फ्लू फैलने की आशंका व्यक्त की गई है। बर्ड फ्लू या एवियन फ्लू को लेकर लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। जैसे यह बीमारी क्या है? यह कैसे फैलता है? आइए जानते हैं, ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब। 



क्या है बर्ड फ्लू


यह एक प्रकार का इन्फ्लूएंजा वायरस है। पक्षियों में एक दूसरे से फैलने वाला .ह वायरस काफी संक्रामक होता है। यह उनमें सांस की गंभीर बीमारी का कारण बनता है। इसके कई स्ट्रेन हैं, लेकिन H5N1 सबसे खतरनाक है। इंसानों में इस वायरस के मामले बहुत कम देखने को मिलता है। इस वायरस से मृत्यु दर 60 फीसद है। 

कैसे फैलता है बर्ड फ्लू

मनुष्यों में H5N1 संक्रमण के लगभग सभी मामले संक्रमित जीवित या मृत पक्षियों, या H5N1-दूषित वातावरण के संपर्क में आने जुड़े हैं। वायरस मनुष्यों को आसानी से संक्रमित नहीं करता है। इस बात का अभी तक कोई सबूत नहीं मिला है कि अगर संक्रमित पक्षी को ढंग से पकाया जाए, तो उसे खाने से संक्रमण फैलता है। 


बर्ड फ्लू के लक्षण

बुखार (अक्सर तेज बुखार) और बेचैनी, खांसी, गले में खराश और मांसपेशियों में दर्द इसके लक्षणों में शामिल हैं। शुरुआत में पेट में दर्द, सीने में दर्द और दस्त भी देखने को मिल सकती है। आगे यह संक्रमण सांस लेने में कठिनाई या सांस की तकलीफ, निमोनिया का कराण बन सकता है।


बर्ड फ्लू का इलाज 


मनुष्यों में ज्यादातर मामलों में एवियन इन्फ्लूएंजा एक गंभीर बीमारी के रूप में विकसित होता है। इसका इलाज अस्पताल में तुरंत किया जाना चाहिए। आइसीयू की आवश्यकता हो सकती है। इसके इलाज में आमतौर पर एंटीवायरल दवा ओसेल्टामिविर का इस्तेमाल किया जाता है। इस संक्रमण को रोकने के लिए टीके विकसित किए गए हैं, लेकिन वे व्यापक उपयोग के लिए तैयार नहीं हैं।

राजस्थान रोज बर्ड फ्लू के नए केस आ रहे हैं। झालावाड़, बारां, कोटा और जयपुर के बाद बुधवार को सवाई माधोपुर में भी बर्ड फ्लू से कौओं की मौत की पुष्टि हुई है। प्रदेश में अब तक कुल 1157 कौओं की मृत्यु हो चुकी है। बुधवार को सबसे ज्यादा जयपुर में 72 कौवे मृत मिले।


इनके अलावा कोटा में 20, बारां 42, झालावाड़ 26, जोधपुर में 54 कौए मृत मिले हैं। इनके अलावा कोटा और बूंदी में पॉल्ट्री में भी 51 मुर्गियां मृत मिली हैं। हालांकि, राहत की बात है कि अब तक पॉल्ट्री में बर्ड फ्लू का एक भी केस नहीं आया है।


हालांकि पाॅल्ट्री संचालकों का कहना है कि पाॅल्ट्री में एक प्रतिशत मृत्यु दर सामान्य मानी जाती है। इसलिए इन मौतों को सीधे बर्ड फ्लू से जोड़ कर नहीं देखा जाना चाहिए। इसके अलावा अब तक पॉल्ट्री में बर्ड फ्लू का एक भी केस सामने नहीं आया है। प्रदेश भर से अब तक 149 सैंपल भोपाल स्थित निशाद लैब भेजे जा चुके हैं।


हालांकि पशुपालन विभाग ने एतिहातन प्रदेश के सभी पॉल्ट्री फार्म मालिकों को उनके जिलों में तैनात पशुपालन अधिकारियों के साथ व्हाट्सएप ग्रुप पर जुड़ने के निर्देश दे दिए हैं। विभाग के मंत्री लालचंद कटारिया व प्रमुख सचिव कुंजीलाल मीणा ने बुधवार को प्रदेश पॉल्ट्री फार्म एसोसिएशन के साथ वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बातचीत की।


24 घंटे के अंदर ये 4 बड़े कदम


रेपिड रेस्पांस टीम; पशुपालन विभाग ने एहतियात के लिए सभी जिलाें में रेपिड रेस्पांस टीम गठित कर दी है।

आरटीपीसीआर लैब; प्रदेश में आरटीपीसीआर लैब अगले सप्ताह तक खोले जाने की स्वीकृति मिल जाएगी।

वाॅट्सएप ग्रुप; प्रदेश में करीब 2500 पॉल्ट्री फार्म है। इनके संचालकों के साथ अफसर एक वॉट्सग्रुप बनाएंगे।

पीपीई किट; पशुपालन अधिकारियों को निशुल्क पीपीई किट बांटने के निर्देश। बिना इसके मृत पक्षी नहीं उठाएंगे।

इंग्‍लैंड में बनाया ऊंचा मुकाम, लेकिन पंजाब में बसा रहा दिल, आज हैं डेढ़ हजार बेटियों के पिता


बटाला (गुरदासपुर)।
पंजाब के एक शख्‍स इंग्‍लैंड में बस गए और कड़ी मेहनत व कौशल से बड़ा मुकाम हासिल किया। लेकिन, उनका दिल पंजाब में ही बसा रहा। आज पंजाब में वह करीब डेढ़ हजार बेटियों के 'पिता' या यू कहें 'बाबुल' हैं। लंदन में बसे हरजीत सिंह हर साल पंजाब में अपने गांव आकर गरीब बेटियों की शादी करवाते हैं। यह कार्य वह खुद के गरीब नवाज चैरिटेबल संस्‍था के माध्‍यम से करते हैं।



इंग्लैंड में रहकर चला रहे गरीब नवाज चैरिटेबल संस्था, जरूरतमंदों का बने सहारा


इंग्लैंड की राजधानी लंदन में बसे हरजीत सिंह को उनके गांव में लोग बाबा हरजीत सिंह यूके वाले के नाम से बुलाते हैं। जरूरतमंद व गरीब बेटियों के लिए वह 'बाबुल' से कम नहीं हैं। 1996 में हरजीत सिंह इंग्लैंड में बस गए थे। वहां उन्होंने धीरे-धीरे मुकाम हासिल किया, लेकिन उनका दिल हमेशा यहीं भारत में रहा। इसलिए लोगों की सेवा के लिए 2015 में गरीब नवाज चैरिटेबल संस्था की नींव रखी।

इस संस्था के माध्यम से हरजीत सिंह डेढ़ हजार जरूरतमंद बेटियों का विवाह (आनंद कारज) करवा चुके हैं। आनंद-कारज पूरे धार्मिक रीति-रिवाज व रस्मों के साथ निभाया जाता है। घर चलाने के लिए बेटियों को रसोई का जरूरी सामान, बेड, बिस्तर, कपड़े, ट्रंक पेटी, कुर्सियां-मेज आदि सभी जरूरी वस्तुएं दी जाती हैं। शगुन के रूप में 2100 से 3100 रुपये की राशि दी जाती है।


गरीब बेटियों के सामूहिक विवाह का खर्च उठाती है संस्था, गृहस्थी का समान भी देती है

हर वर्ष फरवरी और सितंबर महीने में सामूहिक आनंद-कारज समागम आयोजित किया जाता है। समारोह में शामिल होने वाले सभी लोगों के खाने का इंतजाम भी संस्था करती है। बाबा हरजीत सिंह यूके में अखंड पाठ व कीर्तन आदि से जो भी कमाते हैं, उसे इस पुण्य काम में लगा देते हैं। इसके अलावा कुछ समाजसेवी उन्हें इस पवित्र कार्य के लिए दान भी देते हैं।

बाबा हरजीत कहते हैं, ऐसा करके मन को शांति मिलती है। 'मेरी खुद की बेटी है। इसलिए हर लड़की में अपनी बेटी का चेहरा नजर आता है।' पहले वह अपनी संस्था के माध्यम से धार्मिक समागम कर संगत को पंथ के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते थे। धीरे-धीरे उन्होंने सामाजिक कार्यो की तरफ ध्यान देना शुरू किया और आज अपनी संस्था की बदौलत कई जरूरतमंद बेटियों के घर बसा रहे हैं।


एक माह पहले शुरू हो जाती हैं तैयारियां

हरजीत सिंह बताते हैं कि सामूहिक आनंद कारज समागम की तैयारियां एक माह पहले शुरू हो जाती हैं। विभिन्न माध्यमों से इस कार्यक्रम का प्रचार किया जात है। इंटरनेट मीडिया का भी सहारा लिया जाता है। अलग-अलग वाट्सएप ग्रुप्स में इसकी सूचना शेयर की जाती है। लोगों से अपील की जाती है कि उनकी नजर में कोई गरीब जरूरतमंद परिवार की बेटी विवाह योग्य है तो संस्था उसके आनंद-कारज में हर प्रकार की सहायता करेगी। इससे कई लोग उनके संपर्क में आते हैं। पूरी जांच पड़ताल के बाद जोड़ों का चयन किया जाता है और उनका विवाह करवाया जाता है।


देश-विदेश से आते हैं रागी जत्थे


इस समागम से तीन दिन पहले अखंड-पाठ रखे जाते हैं। इसमें देश-विदेश से रागी-जत्थे यहां पहुंचते हैं। उनके रहने व खानपान का सारा बंदोबस्त संस्था की ओर से किया जाता है। इस बार 7 फरवरी को आनंद-कारज समागम निर्धारित किया गया है। संस्था के मुताबिक अमृतसर, गुरदासपुर, तरनतारन, पठानकोट से कुल पांच बच्चियों के आनंद-कारज की सूची पहुंच चुकी है। उम्मीद है कि इस बार यह आंकड़ा सौ के करीब पहुंच जाएगा।


गुरु मर्यादा का खास खयाल


संस्था गुरु मर्यादा का खास खयाल रखती है, क्योंकि आनंद-कारज सादे तरीके से ही किया जाता है। हालांकि बारातियों के खानपान में कोई कसर नहीं रखी जाती। आनंद कारज के बाद लड़कियों को हर त्योहार पर उपहार भी दिया जाता है। दीवाली, लोहड़ी पर ये उपहार उनके घर तक पहुंचाए जाते हैं।

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Bathinda/स्मार्ट कार्ड:स्मार्ट राशन कार्ड का वितरण शुरू, कई जरूरतमंद अभी भी वंचित


बठिंडा।
जिले में स्मार्ट राशन कार्ड का विवरण शुरू हो गया है। फूड सप्लाई विभाग के निर्देशानुसार सभी इंस्पेक्टर अपने ब्लाक में संबंधी डिपो संचालकों के माध्यम से लाभपात्री लोगों को स्मार्ट राशन कार्ड वितरित किए जा रहे हैं। विभाग की ओर से जिले के 1 लाख 90 हजार 337 लाभपात्रियों को शामिल किया गया है। जिनके स्मार्ट कार्ड बनाए जा रहे हैं। विभाग के अधिकारियों अनुसार जिले के 657 डिपो के अधीन 1 लाख 77 हजार लाभपात्रियों को स्मार्ट कार्ड उपलब्ध करवा दिए गए हैं। जबकि 44 डिपो के करीब 20 हजार लोगों के कार्ड अभी पेंडिंग हैं। वहीं जिले के ऐसे कई क्षेत्र व ब्लाक है जहां स्मार्ट राशन कार्ड बांटे गए हैं।


उन्हीं क्षेत्र में कई ऐसे परिवार हैं जो गरीबी रेखा के अधीन आते हैं, लेकिन उनका नीला कार्ड नहीं बनाया गया, कई ऐसे लाभपात्री भी है जिनके पास नीला कार्ड भी है और कार्ड के असली पात्र भी है, लेकिन उनका नाम ही काट दिया गया है। ऐसे में उन्हें स्मार्ट कार्ड नहीं मिला।

बठिंडा में वैक्सीन:काेराेना टीकाकरण को लेकर सेहत विभाग कल तीन जगह पर करेगा ड्राई रन

 


जिले में 12 टीकाकरण सेंटर बनाए, 36 टीमें गठित, जनवरी मध्य तक कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत हो सकती है

बठिंडा। जनवरी मध्य तक कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत होने की संभावना है। जिले में सेहत विभाग ने सरकारी और प्राइवेट 12 टीकाकरण सेंटर बनाए हैं। उक्त सेंटरों पर 36 टीमों का गठन किया गया है। पहले चरण में चरण में 4359 सरकारी और 4798 निजी अस्पताल के डाक्टर व स्टाफ को टीकाकरण के लिए शामिल किया गया है। सेहत विभाग द्वारा टीकाकरण संबंधी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सेहत अधिकारियों के अनुसार शुक्रवार को तीन स्थानों पर टीकाकरण को लेकर ड्राई रन मॉक ड्रिल की जाएगी। जिसमें बठिंडा सिविल अस्पताल व निजी अस्पताल को शामिल किया गया है।


वहीं ग्रामीण क्षेत्र के लिए तलवंडी साबो अस्पताल को चुना जा रहा है। मॉक ड्रिल का उद्देश्य कोल्ड चैन मैनेजमेंट, वैक्सीन की सप्लाई, स्टोरेज, लॉजिस्टिक्स के साथ ही वैक्सीनेशन के लिए आने लोगों के वैक्सीनेशन स्थल पर पहुंचने पर उनकी एंट्री, पंजीयन, वैक्सीनेशन व आब्जर्वेशन में रखने की तैयारियों का परीक्षण किया जाएगा। 

वैक्सीनेशन के दौरान एप पर डाटा एंट्री से लेकर वैक्सीन लगाने तक में कितना समय लगता है, इसका भी इस दौरान आंकलन किया गया। इस वैक्सीन का लाभ ऐसे लोगों को मिलेगा जिसमें कोरोना का लक्षण ना हो।इसके बाद अलग कक्ष में संबंधित व्यक्ति की काउंसलिंग, जांच करके यह जानने का प्रयास किया जाएगा कि उन्हें बुखार सर्दी खांसी या कोरोना का लक्षण तो नहीं है। इन प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद टीकाकरण कक्ष में प्रवेश का अवसर पंजीकृत व्यक्ति को मिलेगा। 

मॉक ड्रिल दौरान ऑटो डिस्पोजेबल सिरिंज का उपयोग किया जाएगा। इसके पहले कक्ष में मौजूद स्वास्थ्य कार्यकर्ता, एएनएम द्वारा वैक्सीन का लाभ लेने के लिए पहुंचा बेनेफिशरी वही व्यक्ति है या नहीं, इसकी पुष्टि करेगी।

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