-जिले में तीन सेंटरों में 300 केयर वर्कर्स को लगाई जाएगी कड़ी सुरक्षा में वैक्सीन, सेहत अधिकारियों ने फैले भ्रमों को लेकर किया जागरुक
बठिंडा. 16 जनवरी को लगने वाली कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर जिला प्रशासन व सेहत विभाग ने कमर कस ली। इस बाबत जिले भर में तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। वही सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों ने सभी हेल्थ केयर वर्करों से 16 जनवरी को पहले दिन वैक्सीन लगाने के लिए कहा है। इसमें तीन दिन में पंजीकृत सभी वर्करों को कवर किया जाना है। शुक्रवार को सभी को कोविन एप के जरिये वैक्सीनेशन के लिए मैसेज भेजने शुरु हो गए है।
दो बार भेजे जाएंगे मैसेज
वैक्सीनेशन के लिए भेजे जाने वाले पहले मैसेज में लाभार्थी को
बताया जाएगा कि वह वैक्सीनेशन के लिए पंजीकृत किया गया है। इसमें उसका पंजीकरण
नंबर होगा और वैक्सीनेशन का दिन और सेशन साइट की जानकारी होगी। जिले में वीरवार की साय वैक्सीन पहुंचने के बाद जिला सेहत विभाग ने जिले के
लिए तीन सेंटर तय किए है इसमें पहले प्राइवेट अस्पताल शामिल थे लेकिन पहले दिन की
वैक्सीन के लिए अब सिविल अस्पताल बठिंडा, सिविल अस्पताल गोनियाना व सिविल अस्पताल
तलवंडी साबों को रखा गया है जबकि इससे पहले आदेश अस्पताल व दिल्ली हार्ट इंस्टीच्यूट
को वैकसीनेशन के लिए सेंटर बनाया गया था। सेहत विभाग को राज्य सेहत विभाग की तरफ
से निर्देश जारी किए गए है कि कोविड की वैक्सीन पहले हेल्थ केयर वर्करों को लगाई
जानी है इस स्थिति में पहले चरण में ऐसे सेंटरों का चयन किया जाए जहां हेल्थ
वर्करों को वैक्सीनेशन में सुगमता हो। सरकार की हिदायतनुसार एक सेंटर में 100
लोगों को वैक्सीन लगनी है जबकि बठिंडा में बने तीन सेंटरों में 16 जनवरी को 300
लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
वैक्सीन सेफ है
- वैक्सीन सेफ है। हल्का बुखार या फिर
इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द हो सकता है। यह सामान्य बात है, घबराएं नहीं।
-कैंसर, बीपी या शुगर के मरीज
को भी वैक्सीन बिलकुल लगवानी
चाहिए। इन मरीजों के लिए तो वैक्सीन बेहद जरूरी है।
कोरोना को मात दे चुके लोगों व कोरोना से ठीक हो चुके लोगों को भी वैक्सीन
लगवानी चाहिए। वैक्सीन लगाने से शरीर में प्रतिरोधक क्षमता तैयार होगी।
- वैक्सीन की दो डोज लगाई जा रही है। दूसरी डोज 21 से 28 दिन के बाद दी जाएगी।
- वैक्सीन लगाने के बाद भी मास्क पहनना, फिजिकल डिस्टेंसिंग
और सैनिटाइजेशन जैसे गाइडलाइन का पालन करना होगा।
- कोरोना संक्रमित स्वस्थ ठीक होने के 14 दिन बाद ही वैक्सीन
लगवाएं।
वैक्सीन सभी के लिए अनिवार्य नहीं हैं। वैक्सीन लगवाना लोगों की इच्छा
पर होगा।
वैक्सीन लेने से डीएनए में बदलाव आता है यह केवल अफवाह
है। कोई बदलाव नहीं आता है।
सरकार की तरफ से भेजी गाइडलाइन में क्या कहा गया है
16 जनवरी से देशभर में वैक्सीनेशन ड्राइव की शुरूआत हो जाएगी। इसके पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित राज्यों को वैक्सीनेशन की गाइडलाइन भेजी है। इसमें कहा गया है कि 18 साल से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को अभी वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। जो महिलाएं बच्चे को अपना दूध पिला रहीं हैं उन्हें भी वैक्सीन लगाने से मना किया गया है। मंत्रालय ने कहा है कि वैक्सीन का पहला और दूसरा डोज दोनों ही एक ही कंपनी का लगाना है। मतलब अगर किसी को पहला डोज कोवीशील्ड वैक्सीन का दिया गया है तो दूसरा डोज भी कोवीशील्ड का ही दिया जाएगा। भूलकर भी कोवैक्सीन की डोज नहीं लगाई जाए।
इन लोगों को नहीं लगाई जाएगी वैक्सीन
-वैक्सीन केवल 18
या उससे ऊपर की उम्र के लोगों को ही लगाई
जाएगी।
-अगर किसी को किसी दूसरी बीमारी की वैक्सीन भी लगनी है तो कोविड वैक्सीन और
अन्य बीमारी की वैक्सीन में 14
दिन का अंतर होना चाहिए।
-अगर किसी में कोरोना के लक्षण हैं तो उसे ठीक होने के 4 से 8 हफ्ते बाद
वैक्सीन लगाई जाएगी।
-कोरोना मरीज जिनको मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज या प्लाज्मा दिया गया है, उन्हें ठीक होने
के 4 से 8 हफ्ते बाद वैक्सीन लगाई जाएगी।
-बीमार और अस्पताल में भर्ती लोग चाहे किसी भी बीमारी से ग्रसित हों उन्हें बीमारी से रिकवर होने के 4 से 8 हफ्ते बाद ही कोविड-19 वैक्सीन लगाई जाएगी।
इन लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी
-जो कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके हैं।
-कार्डियक, न्यूरोलॉजिकल,
पलमोनरी, मेटाबॉलिक, HIV मरीजों को वैक्सीन लगाई जाएगी।
-हाई रिस्क वाले लोग।
राज्यों को सलाह- 10% वैक्सीन रिजर्व रखें
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी जिला प्रबंधकों को सलाह दी है कि हर वैक्सीनेशन सेशन में टीका लगवाने वालों की संख्या 100 से ज्यादा नहीं हो। 10% वैक्सीन रिजर्व रखे जाएं, क्योंकि इतने डोज वेस्टेज में जा सकते हैं। साथ ही कहा गया है कि जैसे-जैसे वैक्सीनेशन आगे बढ़े, वैसे-वैसे सेंटर की संख्या बढ़ाई जाए।
मर्जी की वैक्सीन लगवाने का विकल्प अभी नहीं
देश में 2 वैक्सीन- ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोवीशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिली है। सरकार ने मंगलवार को संकेत दिए कि वैक्सीनेशन में शामिल लोगों को अभी अपनी मर्जी की वैक्सीन लगवाने का ऑप्शन नहीं मिलेगा।
पहले फेज में हेल्थकेयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन
वर्कर्स को टीके फ्री में लगाए जाएंगे। इनके बाद 50 साल से ज्यादा
उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 50 साल से कम उम्र
के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।
सिविल सर्जन डा.
तेजवंत ढिल्लों व जिला टीकाकरण अफसर डा. मीनाक्षी सिंगला की निगरानी में कोरोना
वैक्सीन को उचित तापमान में फ्रिजर में सुरक्षित रखवाया गया है जिसमें खुद दोनों
अधिकारियों ने भी बाक्स उठाकर फ्रीजर में संभाले। उक्त सभी फ्रीजरों की सीसीटीवी
कैमरों के जरिए निगरानी हो रही है तथा पुलिस का कड़ा पहरा भी लगाया गया है।
केंद्र सरकार के
निर्देश के बाद राज्य सरकार की ओर से बठिंडा के लिए पहली खेप में 12 हजार 430 इंजेक्शन डोज
उपलब्ध करवाई गई हैं। सेहत विभाग जिले से 12156
लोगों का डाटा पोर्टल पर अपडेट कर चुका है।
वैक्सीनेशन के लिए हेल्थ टीम 15
सेशन लगाएगी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 16 जनवरी को कोविड-19 के गाइडलाइन
अनुसार वैक्सीन लॉन्च होगी। स्टेट हेल्थ के आदेशानुसार जिला सेहत विभाग की ओर से
वैक्सीनेशन के लिए 12
कोल्ड चेन प्वाइंट निश्चित किए गए थे जिसमें
से 5 साइट पर वैक्सीनेशन के लिए तैयारी हो गई है।