प्रमुख राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों को दे रही है कडी टक्कर, इलाके के लोग दे रहे हैं पूरा सहयोग
बठिंडा. बठिंडा नगर निगम चुनाव में वार्ड नंबर 31 से समाज सेवी कुलदीप सिंह टोनी की पत्नी बीबा राजपाल कौर
आजाद उम्मीदवार के पक्ष में चुनाव प्रचार मुहिम तेज हो गई है। विभिन्न
गली-मुहल्लों में जनसभा करने के साथ घर-घर जाकर लोगों से अपने पक्ष में वोट डालने
के लिए अपील कर रही है। इससे उनकी मुहिम दूसरे प्रमुख दलों से तेज व आगे चल रही है
व इलाके में हर वर्ग का उन्हें भरपूर सहयोग मिल रहा है। बीवा राजपाल कौर का कहना
है कि उनका मकसद साफ है वह राजनीति में सिर्फ सेवा भाव से आई है। उनके वार्ड को
डवल्प कर सीवरेज, पानी, स्ट्रीट लाइट व सड़कों की सुविधा देना। इलाके में कम्यूनिटी
सेंटर बनाना, बच्चों के पढ़ने के लिए आधुनिक स्कूल उनकी प्राथमिकता का हिस्सा है।
वही अकाली व कांग्रेस सरकार के समय में पक्षपात कर जिन लोगों के नीले कार्ड काटे
गए, पेंशन बंद करवा दी गई उन्हें यह सुविधा फिर से दिलवाई जाएगी। यही नहीं महिलाओं
को रोजगार दिलवाने के लिए सहायता दिलवाना, घर में बैठे अपना काम करवाना, नौजवानों के
लिए रोजगार के साधन पैदा करने का काम वह पहल के आधार पर करेगी। समाज सेवा का जजबा
लेकर राजनीति में उतरी बीबा राजपाल कौर को इलाके के लोगों का भरपूर सहयोग मिलना इस
बात का संकेत हैं कि लोग उन पर विश्वास कर रहे हैं। पिछले लंबे समय से इलाके में
लोगों के बीच रहकर समाज सेवा के साथ हर व्यक्ति के दुख सुख में खड़े रहने वाली
राजपाल कौर को इलाके के लोगों का भरी समर्थन मिल रहा है। जिससे वह जीत की एक और
सीढ़ी ऊपर चढ़ रही है व दूसरे राजनीतिक दलों के लिए चुनौती पैदा कर रही है।
बीबा राजपाल कौर के पति व समाज सेवी कुलदीप सिंह टोनी का कहना है कि उनके वार्ड में चुनाव मुहिम तेज गति से आगे बढ़ रही है। इलाके की महिलाएं, नौजवान, व्यापारी व स्टूडेंट उनके पक्ष में गली मुहल्ले में प्रचार कर रहे हैं। इससे उनकी जीत सुनिश्चत है। इलाके के गणमान्य लोग उनकी मुहिम के साथ जुड़े व उन्हें भारी मतों से विजयी बनाने का आश्वासन दिया। आजाद उम्मीदवार राजपाल कौर ने कहा कि उनका मुख्य एजेंडा इलाके के लोगों की समस्याओं को हल करवाना व क्षेत्र क लंबित विकास कार्यों को पूरा करवाना है। इलाके में पार्कों, सड़कों से लेकर दूसरी मूल सुविधाओं को हल करवाने में सभी राजनीतिक दल फेल साबित हुए है। चुनाव के दौरान किए वायदों को कोई भी राजनीतिक दल पूरा नहीं कर रहा है। इससे लोगों में राजनीतिक दलों के प्रति गुस्सा है। यही कारण है कि वह आजाद चुनाव लड़कर नगर निगम में जाना चाहती है ताकि इन लोगों की आवाज बन सके व उनकी समस्याओं को पहल के आधार पर हल करवाए। इस दौरान डा. हरविंदर सिंह, बिट्टू, सुरजीत सिंह बादल, रेशम सिंह, गुलजार सिंह, बोहड़ सिंह, कुलदीप सिंह बब्बू खालसा, कुलदीप सिंह कीका, रोशन सिंह, विजय सिंह, बंगी सिंह, सोनू सब्जी वाला, मेवा सिंह, हिम्मत कुमार, संजीव कुमार शिंदा, अजय कुमार डोगरा सहित इलाके के लोगों का उन्हें भरपूर सहयोग मिला है।