बुधवार, 3 मार्च 2021

एम्स में नन्ही बच्ची अदिती की मौत के बाद टूटी नगर निगम की नींद, कुत्तों की नसंबदी के आज बुलाई मीटिग

 


बठिडा. सोमवार देर शाम कुत्तों के नोचने से हुई पांच साल की अदिती की मौत के लिए लोग नगर निगम बठिडा को भी जिम्मेवार मान रहे हैं। कारण, कई सालों से इन आवारों कुत्तों की जनसंख्या पर कंट्रोल करने के लिए कोई भी ठोस कदम निगम ने नहीं उठाए। हर बार निगम की नींद तब टूटती है, जब शहर में कोई घटना घटित होती है। मंगलवार को हुई इस दर्दनाक घटना के बाद भी निगम अधिकारियों की नींद खुली है। कुत्तों की नसबंदी की योजना को शुरू करने के लिए गठित कमेटी की मीटिग बुधवार को बुला ली गई है। बेशक निगम आगामी दिनों में नसबंदी योजना को शुरू करने का दावा कर रहा है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह मुहिम जल्द शुरू होगी या नहीं। या फिर निगम अदिती की तरह और मासूम के साथ घटना होने के बाद ही यह योजना शुरू करेगा।

दरअसल, इन दिनों शहर में लावारिस कुत्तों की संख्या शहरवासियों के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है। आए दिन छोटे बच्चों या बड़ों को लावारिस कुत्ते द्वारा काटने या नोचने के मामले सिविल अस्पताल में आते हैं, लेकिन इस समस्या से बेखबर नगर निगम बठिडा के अधिकारी कान में तेल डालकर सोए हुए हैं। शहर के 50 वार्डो में कुत्ते लोगों के लिए खौफ का कारण बने हुए हैं। आलम यह है कि बठिडा शहर की सड़कों पर करीब साढ़े आठ हजार लावरिस कुत्ते घूम रहे हैं, जोकि आए दिन किसी न किसी मासूम बच्चे, महिला या व्यक्ति को अपना शिकार बन रहे हैं। विवादों में रही साल 2016 में हुई 2350 कुत्तों की नसबंदी

निगम की ओर से वर्ष 2016 में करीब 2350 कुत्तों की नसबंदी की गई थी, जो विवादों में घिरी रही। नसबंदी करने वाली अलीगढ़ की तृप्ति फाउंडेशन द्वारा कुत्तों के आपरेशन करने के दौरान आधा दर्जन से अधिक कुत्तों की मौत हो गई थी जबकि कई गंभीर जख्मी हो गए थे। इस लापरवाही का बेशक फाउंडेशन खामियाजा भी भुगत चुकी है। कुत्तों की मृत्यु से पहले 1646 कुत्तों की नसबंदी का लगभग साढ़े 11 लाख रुपये का उसे भुगतान हो चुका था, लेकिन बाद के 684 कुत्तों की नसबंदी की करीब पांच लाख रुपये की अदायगी न करने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा नगर निगम की ओर से पिछले साल भी कुछ कुत्तों की नसबंदी करवाई गई थी। एक कुत्ते की नसबंदी पर लगभग 900 रुपये का खर्च आता है। फंड्स के अभाव कारण भी ये योजना पिछड़ती रहती है। 

दो माह बाद भी शुरू नहीं हो पाई फैंसिंग

निगम ने दिसंबर 2020 में नसबंदी करने की योजना पर एक बार से काम शुरू किया था। इसके तहत कुत्तों को रखने के लिए फैंसिग का काम शुरू करवाया था। इनकी नसबंदी व आपरेशन का ठेका एक फर्म को दे दिया गया है। एक कुत्ते की नसबंदी पर 798 रुपये खर्च निगम करेगा। नसबंदी और आपरेशन के बाद छह दिन तक इन कुत्तों को माहिर स्टाफ की निगरानी में रखना होता है ताकि किसी की मौत न हो पाए। यह काम शुरू करने से पहले नसबंदी या आपरेशन करने के बाद इन्हें रखने के लिए जगह की व्यवस्था की जा रही है। डबवाली रोड पालिक्लीनिक में इन्हें रखने के लिए फैंसिग करवाई गई, लेकिन दो माह बाद भी नसंबदी शुरू नहीं हो सकी। 

  • पहले नसंबदी में विवाद होने के कारण निगम द्वारा एनजीओ की एक टीम बनाई गई है, जिसकी देखरेख में यह योजना चलेगी और नसंबदी का काम होगा। उसकी एक मीटिग पहले भी हो चुकी है और दूसरी मीटिग बुधवार को बुलाई गई है। आगामी दिनों में नसंबदी शुरू हो जाएगी। निगम द्वारा करवाए गए सर्वे के अनुसार शहर में 8750 कुत्ते हैं, जिसमें 560 की नसंबदी पहले ही हो चुकी है।

--विक्रमजीत सिंह शेरगिल, निगम निगम कमिश्नर

 

ਡੇਰਾ ਸੱਚਾ ਸੌਦਾ ਬਠਿੰਡਾ ਦੀ ਸੰਗਤ ਨੇ 61 ਜਰੂਰਤਮੰਦ ਪਰਿਵਾਰਾਂ ਨੂੰ ਵੰਡਿਆ ਰਾਸ਼ਨ, ਦੇਸ਼ ਦੀ ਸ਼ਾਂਤੀ ਅਤੇ ਖੁਸ਼ਹਾਲੀ ਲਈ ਇੱਕ ਦਿਨ ਦਾ ਵਰਤ ਰੱਖ ਕੇ ਜਰੂਰਤਮੰਦਾਂ ਨੂੰ ਦਿੱਤਾ ਰਾਸ਼ਨ


ਬਠਿੰਡਾ।
  ਸੰਤ ਡਾ. ਗੁਰਮੀਤ ਰਹੀਮ ਸਿੰਘ ਜੀ ਇੰਸਾਂ ਵੱਲੋਂ ਆਪਣੀ ਚਿੱਠੀ ਰਾਹੀਂ ਸਾਧ ਸੰਗਤ ਨੂੰ ਦੇਸ਼ ਦੀ ਸੁਖ-ਸ਼ਾਂਤੀ ਅਤੇ ਖੁਸ਼ਹਾਲੀ ਲਈ ਇੱਕ ਦਿਨ ਦਾ ਵਰਤ ਰੱਖਣ ਲਈ ਕਿਹਾ ਗਿਆ ਜਿਸ ਤੇ ਅਮਲ ਕਮਾਉਂਦਿਆਂ ਡੇਰਾ ਸੱਚਾ ਸੌਦਾ ਸਰਸਾ ਦੇ ਬਲਾਕ ਬਠਿੰਡਾ ਦੀ ਸਾਧ ਸੰਗਤ ਵੱਲੋਂ ਵੀ ਵਰਤ ਰੱਖੇ ਗਏ ਅਤੇ ਇੱਕ ਦਿਨ ਦਾ ਰਾਸ਼ਨ ਜਰੂਰਤਮੰਦਾਂ ਨੂੰ ਦਿੱਤਾ ਗਿਆ।  ਇਸ ਸਬੰਧੀ ਹਿਲਟਨ ਕਾਸਲ ਵਿਖੇ ਕਰਵਾਏ ਇੱਕ ਸਾਦੇ ਪ੍ਰੋਗਰਾਮ ਦੌਰਾਨ ਬਲਾਕ ਬਠਿੰਡਾ ਦੀ ਸਾਧ ਸੰਗਤ ਵੱਲੋਂ 61 ਜਰੂਰਤਮੰਦ ਪਰਿਵਾਰਾਂ ਨੂੰ ਰਾਸ਼ਨ ਵੰਡਿਆ ਗਿਆ।ਇਸ ਮੌਕੇ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦਿਆਂ 45 ਮੈਂਬਰ ਰਣਜੀਤ ਸਿੰਘ ਇੰਸਾਂ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਸੰਤ ਡਾ. ਗੁਰਮੀਤ ਰਹੀਮ ਸਿੰਘ ਜੀ ਇੰਸਾਂ ਵੱਲੋਂ ਚਿੱਠੀ ਰਾਹੀਂ ਸਾਧ ਸੰਗਤ ਨੂੰ ਜੋ ਦੇਸ਼ ਦੀ ਸੁਖ-ਸ਼ਾਂਤੀ ਲਈ ਇੱਕ ਦਿਨ ਦਾ ਵਰਤ ਰੱਖਣ ਲਈ ਕਿਹਾ ਗਿਆ ਸੀ ਬਲਾਕ ਬਠਿੰਡਾ ਦੀ ਸਾਧ ਸੰਗਤ ਨੇ ਵਰਤ ਰੱਖਿਆ ਅਤੇ ਇੱਕ ਦਿਨ ਦਾ ਰਾਸ਼ਨ ਜਰੂਰਤਮੰਦਾਂ ਨੂੰ ਦੇਣ ਲਈ ਅੱਜ ਇਹ ਸੰਖੇਪ ਸਮਾਗਮ ਕਰਵਾਇਆ ਗਿਆ ਅਤੇ 61 ਜਰੂਰਤਮੰਦ ਪਰਿਵਾਰਾਂ ਨੂੰ ਰਾਸ਼ਨ ਵੰਡਿਆ ਗਿਆ ਹੈ।

ਜਿਕਰਯੋਗ ਹੈ ਕਿ ਸੰਤ ਜੀ ਵੱਲੋਂ ਆਪਣੇ ਪੱਤਰ ਵਿਚ ਅੰਨਦਾਤਾ ਅਤੇ ਸਰਕਾਰ ਵਿਚ ਜੋ ਵਿਵਾਦ ਚੱਲ ਰਿਹਾ ਹੈ ਉਸਦੇ ਸੁਲਝਣ ਲਈ ਵੀ ਅਰਦਾਸ ਕੀਤੀ ਹੈ।   ਇਸ ਮੌਕੇ 45 ਮੈਂਬਰ ਭੈਣ ਕੁਲਦੀਪ ਇੰਸਾਂ, ਅਮਰਜੀਤ ਕੌਰ ਇੰਸਾਂ, ਸੁਖਵਿੰਦਰ ਕੌਰ ਇੰਸਾਂ, ਮਾਧਵੀ ਇੰਸਾਂ, ਸੁਖਵਿੰਦਰ ਇੰਸਾਂ, ਚਰਨਜੀਤ ਕੌਰ ਇੰਸਾਂ ਅਤੇ ਬਲਾਕ ਦੇ 15 ਮੈਂਬਰ, ਸੁਜਾਨ ਭੈਣਾਂ, ਏਰੀਆ ਭੰਗੀਦਾਸ ਵੀਰ ਅਤੇ ਭੈਣਾਂ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਸੰਮਤੀਆਂ ਜਿੰਮੇਵਾਰ ਅਤੇ ਸੇਵਾਦਾਰ ਹਾਜਰ ਸਨ।


 


सुलह की कोशिशों के बीच सिद्धू ने कैप्‍टन सरकार को फिर घेरा, कहा -पंजाब की आय एक फीसद लोगों की जेब में जा रही 99 फीसद लोगों को मार झेलनी पड़ रही


चंडीगढ़।
Navjot Singh Sidhu: पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत की नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के बीच सुलह की कोशिशों के बीच तल्‍खी बढ़ती दिख रही है। अमृतसर से कांग्रेस के विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी पार्टी की ही कैप्‍टन सरकार पर सवाल उठा दिया है। सिद्धू ने कहा है कि पंजाब की आय राज्‍य के एक फीसद लोगों के जेब में जा रही है। इन एक फीसद लोगों के कारण 99 फीसद लोगों को मार झेलनी पड़ती है।

कहा- पंजाब की आय महज एक फीसद लोगों की जेबों जा रही है

सिद्धू ने सीधे-सीधे किसी भी सरकार की तरफ उंगली तो नहीं उठाई लेकिन सरकार की आय व व्यय को लेकर कांग्रेस सरकार को घेरने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। सिद्धू ने इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि इस साल पंजाब पर 2.48 लाख करोड़ रुपये का कर्ज चढ़ जाएगा। सरकारी संस्थाओं के कर्ज को भी मिला लिया जाए तो यह 3.5 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि सरकार को राजस्व नहीं आ रहा है लेकिन जा निजी हाथों में रहा है।

नवजोत सिद्धू ने सरकार और सिस्टम पर उठाई उंगली

सिद्धू ने सरकार और सिस्‍टम पर बड़ा सवाल उठाया। उन्‍होंने कहा कि पंजाब का अपना टैक्स 33,000 करोड़ रुपये है। जबकि तमिलनाडू की एक्साइज से आय 32,000 करोड़ रुपये है। शराब बेचनी है तो बेचो लेकिन निजी हाथों में वह पैसा क्यों जाए। यह पैसा पंजाब के विकास, शिक्षा व सेहत पर लगाया जा सकता है।

सिद्धू ने ट्रांसपोर्ट को लेकर बादलों पर हमला बोला। उन्‍होंने कहा कि दो बसों से डबवाली ट्रांसपोर्ट 2000 बसों में बदल गई। दो कंपनियों से बादलों ने आठ कंपनियां खोल लीं लेकिन पीआरटीसी 500 करोड़ रुपये के घाटे में है। सिद्धू ने राज्य की वित्तीय स्थिति का हवाला देकर सवाल उठाए। सिद्धू ने रेत माफिया व रेत से एकत्रित होने वाले राजस्व का भी हवाला दिया। साथ ही उन्होंने यह दावा किया कि इन समस्याओं का उनके पास हल है।सिद्धू ने भले ही सीधे तौर पर किसी का नाम न लिया हो लेकिन निजी जेबों में जा रहे पैसे का मुद्दा उठा कर कांग्रेस सरकार की कारगुजारी पर उंगली उठा दी है। बता दें कि पिछले दिनों सिद्धू के करीबी व कांग्रेस के विधायक परगट ¨सह ने भी यह मुद्दा उठाया था कि 2022 में लोग कांग्रेस को वोट डालने से पहले सोचेंगे। सरकार ने जो वादे किए थे वह पूरे नहीं किए। सरकार को बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए। यहां यह बी बताने योग्य है कि इस बात को लेकर चर्चाएं होती रही हैं कि बजट सत्र के बाद सिद्धू को पंजाब सरकार में एडजस्ट किया जाएगा।

ट्रक चालक की हत्या:सीटी यूनिवर्सिटी के पास मोगा के ड्राइवर की गला रेत कर हत्या, 9 लाख लूटे


लुधियाना। 
 देर रात लुधियाना फिरोजपुर हाइवे सीटी यूनिवर्सिटी के पास ट्रक ड्राइवर की हत्या कर 9 लाख रुपए लूट लिए। घटना का पता उस समय चला जब ट्रक में लगा जीपीएस बंद हो गया। मालिकों ने जीपीएस की लोकेशन चेक करते लुधियाना रोड सीटी यूनिवर्सिटी के पास पहुंचे तो ट्रक सड़क से उतरा खड़ा मिला और ड्राइवर की माैत हाे चुकी थी। उसके पास मिर्चों का पैकेट पड़ा था और ड्राइवर के शरीर पर तेजधार हथियार मारने के निशान थे। 

फॉरेंसिक टीम व डॉग स्क्वायड की टीम जांच करने पहुंची। डीएसपी जतिंदरजीत सिंह ने बताया कि मृतक इंदरजीत सिंह निवासी गांव लंडेके मोगा के मालिक प्रिंस ने बताया कि 45 साल इंदरजीत सिंह मोगा से ट्रक में स्क्रैप भर कर लेकर गोबिंदगढ़ गया था। वहां माल बेचकर 9 लाख के करीब रुपए लेकर आ रहा था। उसका छोटा भाई ट्रक में लगे जीपीएस सिस्टम से ट्रक की लोकेशन चेक कर रहा था। जीपीएस की लोकेशन टूट गई। मोबाइल पर फोन भी नहीं उठा तो वह जीपीएस ट्रैक करते पहुंचे।

इस बार मार्च से मई तक सताएगी भयंकर गर्मी:मौसम विभाग ने दी भीषण गर्मी की चेतावनी, डीसी के आदेश- गर्मियों से पहले से की जा सके लोगों के लिए सही व्यवस्था, हफ्तेभर में दें हीट वेव एक्शन प्लान


लुधियाना।
 मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की कि इस बार मार्च से मई तक भयंकर गर्मी सताएगी। इस चेतावनी को लुधियाना प्रशासन ने गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है। हालांकि ऐसा पहली बार देखने को मिला है कि जिला प्रशासन ने मौसम महकमे की जारी गर्मियों की चेतावनी को गंभीरता से लेकर मीटिंग बुलाई। इसमें मौजूद सभी विभागों को सख्त आदेश जारी कर कहा कि हफ्तेभर में हीट वेव एक्शन प्लान जमा करवाएं, ताकि गर्मियों में पहले से लोगों के लिए सही व्यवस्था की जा सके। वहीं, अगर मौसम विभाग की बात करें तो मंगलवार को दिन के समय धूलभरी हल्की हवाएं चलीं।

अगले 2 दिन करीब 30 किमी./प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी हवाएं चलने के आसार हैं। हालांकि 7 मार्च को मौसम मामूली बदलाव देखने को मिलेगा। इसके बाद मौसम खुश्क रहने पर गर्मी बढ़ेगी। मंगलवार को अधिकतम तापमान 28.2 डिग्री रिकॉर्ड हुआ, जो सामान्य से 3 डिग्री अधिक है। वहीं, न्यूनतम तापमान भी सामान्य के मुकाबले 3 डिग्री अधिक यानी 12.9 रिकॉर्ड किया गया।

साफ पेयजल की व्यवस्था, अस्थाई रैन बसेरे और वॉटर कूलर दुरुस्त करने समेत करने होंगे कई प्रबंध- डीसी वरिंदर शर्मा ने मौसम विभाग ने मौसम को लेकर जारी की भविष्यवाणी के बाद नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी एनडीआरएफ की तरफ से हीट वेव को लेकर एडवाइजरी के मद्देनजर प्रशासन अफसरों को आदेश जारी किए कि हफ्तेभर में हीट वेव एक्शन प्लान जमा करवाएं। जिले में साफ पेयजल की व्यवस्था, अस्थाई रैन बसेरे और शैड, बाहरी लेबर के लिए काम करने का समय निर्धारित करना, पार्कों का प्रयोग, बेहतर एमरजेंसी सेवाएं, जनतक सेहत, बिजली का सही प्रबंध करना जैसी महत्वपूर्ण व्यवस्थाएं पहले से करने के लिए कहा है। इसके अलावा हीट वेव के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए भी मुहिम चलाने को कहा गया है।

डीसी वरिंदर कुमार शर्मा ने यह भी बताया है कि गर्मी के मौसम के दौरान राहगीरों के लिए सड़कों पर पहले से लगे वॉटर कूलरों को अभी से दुरुस्त किया जाए और जिस भी विभाग की यह जिम्मेदारी है, उसके अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, क्योंकि मौसम विभाग की दी गई चेतावनी के अनुसार समय रहते पूरे प्रबंध करने से आने वाली स्थिति को सही समय पर संभाला जा सकेगा। वहीं, उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि गर्मियों के दिनों में सावधानी बरतें।

आगे क्या: अगले 2 दिन चलेंगी धूलभरी हवाएं -5 मार्च रात को वेदर सिस्टम का असर दिखाएगा। इसके चलते 7 मार्च को बादल छाएंगे। हालांकि बूंदाबांदी की संभावना भी है। इससे पहले अधिकतम तापमान फिर से 30 डिग्री के पार रिकॉर्ड होगा। धूलभरी हवाएं भी चलेंगी। यहां यह भी बता दें कि फरवरी में 15 दिन से लगातार अधिकतम तापमान बढ़ता जा रहा है। फरवरी में भी यह रिकॉर्ड देखने को मिला है कि 66 सालों में दूसरी बार अधिकतम तापमान 30 डिग्री के पार रिकॉर्ड किया गया था, जिससे मौसम विशेषज्ञों ने पहले ही संकेत दे दिया था कि इस बार गर्मी का आगमन जल्द होने जा रहा है और अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा ही रिकॉर्ड होगा।

मंगलवार, 2 मार्च 2021

आत्महत्या:पत्नी ने दी झूठा पर्चा कराने की धमकी, पति ने की खुदकुशी, 8 माह बाद पर्चा


लुधियाना। 
सलेम टाबरी इलाके में पत्नी अपने ससुराल घर के तीन लाख की नकदी व सोने के गहने लेकर मायके घर छोड़ आई। पति द्वारा वापस लाने को कहने पर झूठा मामला दर्ज कराने की धमकियां दी। परेशान होकर पति ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। थाना सलेम टाबरी पुलिस ने स्वाति नगर की नीना बेदी की शिकायत पर आठ माह बाद गुड़गांव की आदिति खत्री के खिलाफ आत्महत्या को मजबूर करने के आरोप में मामला दर्ज किया है। सब इंस्पेक्टर तमन्ना देवी ने बताया कि शिकायतकर्ता मरने वाले हिमांशू की मां है। शिकायतकर्ता ने बताया कि हिमांशू ने अक्टूबर 2019 में आरोपी महिला आदिति के साथ लव मैरिज की थी।

आदिति नोएडा में मॉडलिंग करती है। शादी के बाद उसने आदिति को सोने के गहने भी लेकर दिए थे। शिकायतकर्ता के अनुसार हिमांशू ने बैंक से लोन लिया था। उसका कैश घर पर रखा हुआ था। आदिति एक दिन अपने मायके घर माता पिता से मिलने चली गई। जाते हुए वह घर में पड़े तीन लाख रुपए भी साथ ले गई। वह नकदी और सोने के गहने मायके वालों को देकर वापस आ गई। हिमांशू पैसे और गहने वापस लेकर आने को कहता रहा। आगे से आदिति ने उसे झूठे मामले में फंसाने की धमकियां देनी शुरू कर दी। जिससे परेशान होकर हिमांशू ने 17 जून 2020 को खुदकुशी कर ली।

शिकायतकर्ता थानों के लगाती रही चक्कर- शिकायतकर्ता ने बताया कि जून 2020 में हिमांशू की खुदकुशी करने के बाद उसी दिन उन्होंने पुलिस को सुचित किया और बयान दर्ज कराए। लेकिन पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं की गई। जिस कारण वह पुलिस अफसरों के ऑफिस और थानों में इंसाफ के लिए जाती रही। लेकिन फिर भी पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। बार बार चक्कर लगाने पर आठ महीने बाद मामला दर्ज किया।

पंजाब के SSP की 'गुरु दक्षिणा':गरीब महिला के हक में ईसाई मिशनरी के स्कूल के खिलाफ खबर चलाने वाले पत्रकार पर FIR, पास्टर भी नामजद

SSP रछपाल सिंह, जो मिशनरी स्कूल और पत्रकार रमेश बहल के बीच हुए मामले को लेकर चर्चा में हैं। - Dainik Bhaskar
  • SSP रछपाल सिंह, जो मिशनरी स्कूल और पत्रकार रमेश बहल के बीच हुए मामले को लेकर चर्चा में हैं।
  • केस दर्ज होने से पहले के स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो आया सामने, DSP बोले- जो बॉस कहे वो करना पड़ेगा
  • DSP के मुताबिक SSP बार-बार कह रहे थे एक ही बात, 'पुलिस जिसे चाहे बाहर तो जिसे चाहे अंदर कर दे'
  • बेयरिंग कॉलेजिएट सीनियर सेकंडरी स्कूल के प्रिंसिपल ने दी शिकायत, इसी संस्थान से पढ़े हैं SSP रछपाल सिंह
  • बटाला/जालंधर। पंजाब में इन दिनों एक मामला चर्चा में है, जिसमें SSP आरोपों में घिरे हैं। आरोप है कि SSP ने एक पत्रकार के खिलाफ सिर्फ इसलिए FIR करा, क्योंकि उसने उस स्कूल के प्रबंधन के खिलाफ खबर चला दी, जिसमें SSP पढ़े हैं। स्कूल के प्रिंसिपल SSP के करीबी हैं और उन्हीं के कहने पर पत्रकार पर केस दर्ज कराया गया है।
  • बटाला के बेयरिंग कॉलेजिएट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अरमान नाम का लड़का पढ़ता है। उसकी मां उसे स्कूल में पढ़ाने के लिए महंगी फीस वहन नहीं कर सकती। इसके चलते उसने बेटे का दाखिला दूसरे स्कूल में कराने की सोची। ट्रांसफर सर्टिफिकेट मांगे जाने पर बेयरिंग कॉलेजिएट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रबंधन ने सर्टिफिकेट में एबसेंट लिख दिया। इस मामले को एक पत्रकार रमेश बहल ने उठाया तो स्कूल प्रबंधन ने इस गलती को सुधार लिया। प्रिंसिपल डॉ. राजन चौधरी ने स्टाफ की इस गलती को स्वीकार किया था। बाद में प्रिंसिपल ने पत्रकार के खिलाफ SSP रछपाल सिंह को शिकायत दे दी।
  • इसके बाद DSP गुरप्रीत सिंह सिद्धू ने पत्रकार को बुलाकर पूछताछ की। आरोप है कि रमेश बहल ने स्कूल प्रबंधन से पैसे की मांग की। इसी के साथ पुलिस ने संबंधित मीडिया ग्रुप के दो सीनियर साथियों मोहन हंस और हरप्रीत रंधावा उर्फ रवि को भी आरोपी बनाया है। वहीं पुलिस का दावा है कि पत्रकार बहल के साथ आए कुछ लोगों ने प्रिंसिपल को धमकाया। एक ओर इस घटनाक्रम में मीडिया के सामने आए एक स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो में DSP को यह कहते हुए साफ सुना जा सकता है कि मैं खुद मानता हूं कि इसमें तुम्हारा कोई कसूर नहीं है, लेकिन SSP का दबाव है। वह बार-बार कह रहे हैं कि ऐसा कुछ नहीं है कि पुलिस चाहे और न कर पाए। पुलिस जिसे चाहे बाहर कर दे और जिसे चाहे अंदर कर सकती है। आप लोग कार्रवाई करना ही नहीं चाहते'।
  • वहीं इस बारे में पीड़ित रमेश का कहना है कि वह मैथ्यू को जानता तक नहीं कि वह कौन है और उसने पत्रकार बहल के नाम का इस्तेमाल करके पैसों की मांग क्यों की। साथ ही पुलिस की जांच पर भी सवाल उठाए कि पुलिस अपनी जांच में जिन लोगों के द्वारा धमकी दिए जाने का दावा रही है, उनमें मुनीष शर्मा नामक एक शख्स को दुनिया से रुखसत हुए महीनों बीत चुके हैं।रमेश बहल ने बताया कि एक बार फिर से इस पूरे घटनाक्रम की तरफ DGP का ध्यान खींचने की कोशिश की है। उसने खुद को इंसाफ दिलाने के लिए इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच के IG रैंक के अधिकारी से करवाए जाने की मांग की है। साथ ही ऐसा नहीं होने की स्थिति में बहल ने 10 दिन का अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि वह अमृतसर में IG बॉर्डर रेंज सुरेंद्रपाल सिंह परमार के दफ्तर के बाहर भूखा हड़ताल पर बैठ जाएंगे।उधर, इस बारे में SSP रछपाल सिंह के मुताबिक पुलिस को स्कूल प्रिंसिपल को ब्लैकमेल किए जाने की शिकायत मिली थी। इस मामले की जांच DSP-D GS सिद्धू ने की थी। उसी आधार पर इस केस में तीन लोगों को नामजद किया गया है। अभी तक सामने आए तमाम पहलुओं की गहनता से जांच की जा रही है। पुलिस का उद्देश्य हर हाल में पीड़ित को इंसाफ दिलाना है।

नाबालिग लड़की की आपबीती:पिता, सौतेली मां और भाई-भाभी पर लगाए आरोप, बोली- जिस्मफरोशी कराते हैं, विरोध करने पर मारते-पीटते हैं


लुधियाना। 
पंजाब के लुधियाना जिले के थाना सिटी जगराओं में एक शर्मनाक मामला सामने आया है। एक नाबालिग लड़की ने अपने पिता, सौतेली मां और भाई-भाभी पर उससे जिस्मफरोशी करवाने के आरोप लगाए हैं। नाबालिग की मां की शिकायत पर पुलिस ने पिता, सौतेली मां, भाई-भाभी सहित दो अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। यही नहीं पुलिस ने नाबालिग से जबरदस्ती संबंध बनाने वाले एक आरोपी को भी पकड़ा है।

जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर कमलदीप कौर ने बताया कि पीड़िता की उम्र करीब 15 साल है। उसकी मां ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी 20 साल पहले हुई थी। इस शादी से उसे एक बेटा और बेटी हुए। लेकिन पति-पत्नी में झगड़ा रहने के कारण दोनों करीब 7 साल पहले अलग हो गए थे। दोनों ने इसके बाद दूसरी शादी कर ली। बेटा और बेटी दोनों उसके पास ही रहते थे।

कोरोना महामारी के चलते लगे लॉकडाउन से कुछ दिन पहले पहला पति बेटी को बहला फुसलाकर अपने साथ ले गया। कुछ दिन उससे फोन पर बात होती रही, लेकिन फिर उसे बेटी को मां से बात करने से रोक दिया। एक दिन छुपकर बेटी ने फोन किया और बताया कि उसका पिता, सौतेली मां और भाई-भाभी उससे जबरदस्ती गलत काम करवा रहे हैं। अगर वह मना करती है तो उसके साथ मारपीट करते हैं।

लड़की ने मां को बताया कि भाभी ने एक दिन उसे एक व्यक्ति के पास छोड़ दिया। रात को उस व्यक्ति ने उसके साथ जबरदस्ती संबंध बनाए। इसके बाद एक दिन रोशन नाम के व्यक्ति के पास छोड़ दिया। उसने भी उसके साथ गलत काम किया। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने गुरप्रीत सिंह, पिंकी, आकाश, पूजा, रोशन कुमार और एक अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। रोशन कुमार की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।


ਨੌਜਵਾਨਾਂ ਤੋਂ ਜਮਾਂ ਕਰਵਾਈ ਸਕਿਊਰਿਟੀ 4 ਮਾਰਚ ਤੋਂ ਦਿੱਤੀ ਜਾਵੇਗੀ ਵਾਪਸ : ਹਰਜੀਤ ਸਿੰਘ ਸੰਧੂ


ਬਠਿੰਡਾ:
ਪੰਜਾਬ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਅਦਾਰੇ ਸੀ-ਪਾਈਟ ਕੈਂਪ, ਕਾਲਝਰਾਣੀ ਵਿਖੇ ਸਾਲ 2016 ਤੋਂ ਸਾਲ 2020 ਤੱਕ ਆਰਮੀ ਭਰਤੀ ਲਈ ਜ਼ਿਲਾ ਬਠਿੰਡਾ, ਸ਼੍ਰੀ ਮੁਕਤਸਰ ਸਾਹਿਬ, ਫਾਜਿਲਕਾ ਤੇ ਮਾਨਸਾ ਦੇ ਜਿਨਾਂ ਨੌਜਵਾਨਾਂ ਨੇ ਸਿਖਲਾਈ ਦੌਰਾਨ 500 ਰੁਪਏ ਰੀਫੰਡਏਬਲ ਸਕਿਊਰਿਟੀ ਜਮਾਂ ਕਰਵਾਈ ਸੀ, ਜਿਨਾਂ ਨੌਜਵਾਨਾਂ ਨੇ ਅਜੇ ਤੱਕ ਸਕਿਊਰਿਟੀ ਵਾਪਿਸ ਨਹੀਂ ਲਈ ਉਨਾਂ ਨੌਜਵਾਨਾਂ ਨੂੰ ਸਕਿਊਰਿਟੀ ਵਾਪਿਸ ਕੀਤੀ ਜਾਣੀ ਹੈ।

ਇਹ ਜਾਣਕਾਰੀ ਕੈਂਪ ਇੰਚਾਰਜ ਹਰਜੀਤ ਸਿੰਘ ਸੰਧੂ ਨੇ ਸਾਂਝੀ ਕੀਤੀ। ਇਸ ਸਬੰਧੀ ਹੋਰ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦਿਆਂ ਕੈਂਪ ਇੰਚਾਰਜ ਹਰਜੀਤ ਸਿੰਘ ਸੰਧੂ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਜਿਨਾਂ ਨੌਜਵਾਨਾਂ ਦੀ ਸਕਿਊਰਿਟੀ ਸੀ-ਪਾਈਟ ਕਾਲਝਰਾਣੀ ਵਿਖੇ ਜਮਾਂ ਹੈ, ਉਹ 4 ਮਾਰਚ 2021 ਤੋਂ ਕਿਸੇ ਵੀ ਕੰਮ ਵਾਲੇ ਦਿਨ ਕੈਂਪ ਦਫਤਰ ’ਚ ਨਿੱਜੀ ਤੌਰ ’ਤੇ ਆਪਣੇ ਬੈਂਕ ਅਕਾਊਂਟ ਪਾਸ ਬੁੱਕ ਦੀ ਕਾਪੀ ਨਾਲ ਲੈ ਕੇ ਸੰਪਰਕ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹਨ। ਵਧੇਰੇ ਜਾਣਕਾਰੀ ਲਈ ਨੌਜਵਾਨ ਕੈਂਪ ਦਫ਼ਤਰ ਦੇ ਫੋਨ ਨੰਬਰ 93167-13000, 94641-52013 ਤੇ 98148-50214 ’ਤੇ ਸੰਪਰਕ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹਨ।

बहुचर्चित दशमेश गन हाउस मर्डर केस के दोषी गैंगस्टर रम्मी मछाना फिर से बना रहा था पंजाब में गैंग, पुलिस ने दो साथियों के साथ यूपी से हथियार मंगवाने के मामले में किया नामजद, पूछताछ में मिले सात पिस्टल व जिंदा रौंद


बठिंडा.
बठिंडा पुलिस ने पटियाला जेल में बंद गैंगस्टर रमनदीप सिंह रम्मी मछाना की तरफ से नया गैंग बनाकर यूपी से भारी तादाद में हथियार मंगवाने वाले नेटवर्क को तोड़ने में सफलता हासिल की है। इसमें पुलिस ने रमनदीप सिंह व उसके दो साथी के खिलाफ केस दर्ज कर यूपी से हथियारों की सप्लाई देने वाले व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है। हालांकि जांच प्रभावित न हो इसके चलते तीसरे आरोपी की पहचान गुप्त रखी गई है। इस संबंध में एसएसपी भुपिंदरजीत सिंह विर्क ने अपनी टीम के साथ प्रेसवार्ता कर मामले की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पंजाब में गैंगस्टर नया गैंग बनाकर आपराधिक गतिविधियों को बढ़ाने की फिराक में थे जिसे पुलिस ने समय रहते रोकने में सफलता हासिल की है। 


बठिंडा शहर के बहुचर्चित दशमेश गन हाउस मर्डर केस मामले में जिला अदालत ने गैंगस्टर रम्मी मछाना समेत 3 लोगों को चार साल पहले दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी। जबकि इस मामले में कुख्यात गैंगस्टर गुरविंदर बिंदू हॉगकांग भाग गया था। इसके बाद लूटपाट व अन्य आपराधिक मामलों में रमनदीप सिंह रम्मी मछाना पटियाला की जेल में बंद था। इसी दौरान जिला पुलिस को सूचना मिली थी कि रम्मी मछाना जेल में रहकर पंजाब में यहां गैंग बना रहा है व इसके लिए हथियार जुटा रहा है। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने उसके नेटवर्क की तलाश शुरू की व पता लगाया कि जेल में उसके पास मोबाइल चल रहा है व इसी से वह नेटवर्क चला रहा है। पुलिस ने उसके मोबइल फोन को ट्रेस पर लगा दिया व उसकी तरफ से किए जाने वाली सभी काल की डिटेल इकट्ठी करनी शुरू कर दी। वही पुख्ता सबूत मिलने के बाद पिछले दिनों बठिंडा सीआईए स्टाफ टू की टीम उसे रिमांड पर लेकर बठिंडा आई। इसके बाद रमनदीप सिंह रम्मी मछाना से पूछताछ के दौरान तीन पिस्टल 32 बोर व 14 जिंदा रौंद बरामद करवाए गए वही जेल में इस्तेमाल कर रहे फोन को भी जब्त कर लिया गया। वही जांच में पता चला कि उसके साथ दूसरा व्यक्ति जगसीर सिंह जग्गा वासी तख्तमल थाना किलायावाली जिला सिरसा भी काम करता है। उसे गत दिनों गिरफ्तार कर रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई तो आरोपी जगसीर सिंह के पास चार पिस्टल बराम हुए। इसमें 32 बोर के तीन व 30 बोर का एक पिस्टल व 17 जिंदा कारतूस शामिल है। पूछताछ में आरोपी लोगों ने माना कि वह पंजाब में फिर से गैंग बना रहे थे व आपराधिक गतिविधियों को अंजाम तक पहुंचाने के लिए यूपी से हथियारों की सप्लाई मंगवाते थे। इसमें स्टेट बैंक आफ इंडिया की शमाली यूपी की ए ब्रांच में हथियारों की सप्लाई देने वाले व्यक्ति को चार लाख रुपए की राशि का भुगतान भी किया गया था। उक्त व्यक्ति कौन है इसके बारे में पुलिस ने किसी तरह की जानकारी नहीं दी है। उनका कहना है कि तीसरे आरोपी से कई अहम खुलासे होने की संभावना है व नेटवर्क को पूरी तरह से तोड़ने के लिए जांच की जा रही है। 

गैंगस्टर ने गनहाउस में घुसकर मारी थी गोलियां 

पुलिस के मुताबिक 25 वर्षीय सिमरणजीत सिंह पुत्र बलदेव मौड़ निवासी विशाल नगर 5 सितंबर 2012 को सुबह 10 बजे अपने घर से दोस्त गुरलाल सिंह और भाई रविंदर सिंह समेत एक अन्य युवक के साथ मैहणा चौक के पास स्थित दशमेश गन हाउस में अपनी .12 बोर की बंदूक को रिपेयर करवाने के लिए ले गया था। इसी दौरान वहां अपाचे मोटरसाइकिल पर हेलमेट पहने दो युवक आए। इन्होंने .30 बोर की चाइनीज पिस्टल .32 बोर की रिवॉल्वर से सिमरणजीत की पीठ पर तीन गोलियां चलाईं। इनमें दो बुलेट सिमरणजीत की पीठ में लगीं, जबकि एक गोली गन हाउस के काउंटर से छूती हुई मिस हो गई। सिमरणजीत के साथी ने भी बचाव में .32 बोर की पिस्तौल से हमलावरों पर गोलियां चलाईं। एक गोली एक हमलावर के बाजू में लगी थी। सिमरणजीत के बेसुध होने के बाद हमलावर फरार हो गए। इसके बाद सिमरणजीत के साथी और गन हाउस के संचालक उसे सिविल अस्पताल ले गए, वहां डाक्टरों ने उसे मृत करार दे दिया। थाना कोतवाली पुलिस ने मृतक के भाई रविइंद्र सिंह के बयान पर 5 लोगों गैंगस्टर रमनदीप सिंह उर्फ रम्मी निवासी मछाना, गुरविंदर सिंह बिंदू निवासी कोटशमीर बठिंडा, राणा भुपिंदर सिंह निवासी बठिंडा, कुलविंदर सिंह उर्फ अमरिंदर सिंह उर्फ गोल्डी निवासी जोगानंद, कुलविंदर पाल सिंह उर्फ बबलू निवासी बठिंडा के खिलाफ थाना कोतवाली में हत्या का मामला दर्ज किया था। गुरविंदर सिंह बिंदू जो जवाबी फायरिंग में घायल हुआ, उसे पुलिस ने आदेश अस्पताल में दाखिल कराया जहां से बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया था।

फोटो -एसएसपी भुपिंदरजीत सिंह विर्क गैंगस्टर से मिले हथियारों व की गई साझिश के संबंध में जानकारी देते हुए। 


भाजपा के पूर्व प्रदेश युवा मोर्चा प्रधान मोहित गुप्ता ने लिखा प्रधानमंत्री को पत्र, इलेक्ट्रोहोमियोपैथी प्रणाली की मान्यता देने की रखी मांग


बठिंडा।
इलेक्ट्रोहोमियोपैथी प्रणाली की मान्यता देने के लिए चलाई गई मुहिम के तहत विभिन्न राजनीतिक दलों, विधायकों व सांसदों की तरफ से सरकार को पत्र लिखकर इसे पंजाब में मान्यता देने की मांग की जा रही है। इस मुहिम के तहत भारतीय जनता पार्टी के पूर्व  प्रदेश युवा मोर्चा प्रधान  व पूर्व प्रधान मोहित गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इलेक्ट्रोहोमियोपैथी प्रणाली को मान्यता देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वह इस पत्र के माध्यम से ध्यान में लाना चाहता हूं कि इलेक्ट्रोहोमोपैथी दवा प्राकृतिक चिकित्सा पर आधारित प्रणाली है। इसका आविष्कार 1865 में इटली के डॉक्टर काउंट सीजर मैटी ने किया था और एक सदी से भी अधिक समय से भारत में इसका अभ्यास कर रहे हैं। हमारे पास इस बात के प्रमाण हैं कि सभी पुरानी और गंभीर बीमारी का इलाज इलेक्ट्रोहोमियोपैथी से सफलतापूर्वक किया गया है। पंजाब में 25 हजार से अधिक इलेक्ट्रोहोमोपैथी चिकित्सकों के लिए यह प्रणाली नई नहीं है, जिसमें 2 लाख से अधिक डक्टर शामिल हैं। पूरे देश में 5 लाख से अधिक इलेक्ट्रोहोमोपैथी चिकित्सक हैं, जो गरीब क्षेत्रों में दिन रात सेवा कर रहे हैं।

इलेक्ट्रोहोमोपैथी के समर्थन में निम्नलिखित आधार पर मांग की गई है-

     

1. इलेक्ट्रोहोमियोपैथी चिकित्सा की एक नई प्रणाली है और इलेक्ट्रोहोमोपैथी की मान्यता भारत सरकार द्वारा विचाराधीन है और सर्वोच्च न्यायालय के हालिया आदेश के अनुसार इलेक्ट्रोहोमियोपैथी में अभ्यास, शिक्षा और अनुसंधान पर प्रतिबंध नहीं है। O1 मई 2018 और उच्च न्यायालय द्वारा विभिन्न आदेश में भी इसकी पुष्टी हुई है।

2-     राजस्थान सरकार को इलेक्ट्रोहोमियोपैथी को दवा की एक प्रणाली (इलेक्ट्रोहोमियोपैथी सिस्टम ऑफ मेडिसिन बिल 2018) के रूप में मान्यता दी गई है और यह अब आयुष के अधीन है।

3-     चिकित्सा की इलेक्ट्रोहोमियोपैथी प्रणाली विशुद्ध रूप से संयंत्र आधार दवा है जो पुरानी और गंभीर बीमारी के खिलाफ बहुत प्रभावी है।

4-      इलेक्ट्रोहोमियोपैथी ने आज तक कोई मृत्यु दर नहीं दिखाई और इलेक्ट्रोहोमियोपैथी चिकित्सा के कारण लोगों को लाभ मिला है।

5-     हमारे राज्य पंजाब में इलेक्ट्रोहोमियोपैथी चिकित्सक ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में स्वास्थ्य और जागरूकता के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।


वही इलेक्ट्रो होम्योपैथी फाऊंडेशन के पंजाब प्रधान डॉ प्रो हरविंदर सिंह ने भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश प्रधान व भाजपा के वरिष्ठ सदस्य मोहित गुप्ता का सहयोग के लिए धन्यवाद किया है। 

 

SAS Nager बठिंडा में मारपीट कर दोनों हाथ तोड़ने वाले दो आरोपियों की एक माह बाद भी नहीं हुई गिरफ्तारी




-एसएसपी को शिकायत देकर मामले में कारर्वाई करने व आरोपियों को गिरफ्तार करने की रखी मांग

बठिंडा. पिछले दिनों एसएएस नगर बठिंडा में दो व्यक्तियों की तरफ से एक व्यक्ति पर हाकियों व लाठियों से हमला कर बुरी तरह से घायल करने के मामले में पुलिस अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। इस मामले में घायल व्यक्ति की तरफ से एसएसपी बठिंडा भुपिंदरजीत सिंह विर्क के पास लिखित शिकायत देकर इंसाफ की गुहार लगाई है वही पुलिस से मामले में आरोपी लोगों को गिरफ्तार करने की मांग की है। वही प्रभावित परिवार ने एक प्रेसवार्ता कर संबंधित थाने पर आरोपियों को बचाने की कोशिश के आरोप लगाए है। घायल राजेश कुमार वासी एसएएस नगर बठिंडा ने बताया कि 21 जनवरी 2021 को रात साढ़े नौ बजे के करीब आरोपी अजय अमन वासी गली नंबर दो हंस नगर बठिंडा व पिंका वासी नजदीक पैट्रोल पंप परसराम नगर ने उसे रोककर हाकी व लाठियों से वार कर बुरी तरह से घायल कर दिया। इसमें मेरी दोनों बांजू तोड़ दी गई। इसके बाद उसके परिजनों ने उसे सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया जहां उसकी दोनों बाजू का आपरेशन किया गया। पहले पुलिस ने मामले में बयान दर्ज करने के बावजूद मामला दर्ज करने के इंकार कर दिया। वही जब उन्होंने मामला आला अधिकारियों के ध्यान में लाया तो घटना के 8 दिन बाद 29 जनवरी 2021 को पुलिस ने केस दर्ज किया लेकिन इसमें अभी भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है जबकि दोनों आरोपी सरेआम घूम रहे हैं। इस मामले में 28 फरवरी को पंचायत के सामने भी वहां तैनात पुलिस अधिकारियों ने आरोपी लोगों पर किसी तरह की कारर्वाई करने से इंकार कर दिया था। इस मामले में संबंधित थाने के अधिकारी व कर्मी दोनों आरोपियों को राजनीतिक दबाव में बचाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने मामले में एक माह से अधिक समय बीतने पर भी दोनों आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करने पर रोष जताते आला अधिकारियों से मामले में संबंधित थाने के अधिकारियों से कारर्वाई करने करने के निर्देश देने व उसे इंसाफ दिलवाने की मांग की है।

फोटो- प्रभावित व्यक्ति इंसाफ नहीं मिलने पर मामले की जानकारी देता।  

 ट्रैक्टर ट्राली की टक्कर से मोटरसाइकिल चालक की माैत, केस दर्ज

बठिंडा. गांव लहरी में मोटरसाइकिल से अपने घर लौट रहे एक व्यक्ति को तेज रफ्तार से आ रहे ट्रैक्टर ट्राली ने टक्कर मार दी। हादसे में मोटरसाइकिल चालक की माैत हो गई। थाना तलवंडी साबो पुलिस ने मृतक व्यक्ति के भाई के बयानों पर ट्रैक्टर चालक पर मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस को शिकायत देकर गांव लहरी निवासी रूप सिंह ने बताया कि बीती 28 फरवरी को उसका 38 वर्षीय भाई बसंत सिंह मोटरसाइकिल पर सवार होकर अपने घर वापस आ रहा था। जब वह गांव लहरी लिंक रोड पर पहुंचा, तो पीछे से आ रहे ट्रैक्टर ट्राली ने उसके मोटरसाइकिल को जोरदार टक्कर मार दी। जिसके चलते वह गंभीर रूप से घायल हो गया और उसकी मौत हो गई। पुलिस ने ट्रैक्टर ट्राली चालक गांव नंगला निवासी बूटा सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपित की गिरफ्तारी होनी बाकी है।

मामूली तकरारबाजी में की मारपीट, दो पर केस दर्ज

बठिंडा. गांव फूस मंडी में मामूली तकरारबाजी के चलते दो लोगों ने मिलकर एक व्यक्ति से मारपीट की और उसे घायल कर दिया। थाना कैंट पुलिस ने डाक्टरी रिपोर्ट आने के बाद पीड़ित व्यक्ति की शिकायत पर आरोपित लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। फिलहाल किसी भी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हाे सकी है। पुलिस को शिकायत देकर फूस मंडी वासी गगनदीप सिंह ने बताया कि बीती 21 फरवरी को उसका गांव फूस मंडी के रहने वाले आरोपित शमशेर मोहम्मद व बाबा दीप सिंह नगर निवासी मनोज कुमार के साथ किसी बात को लेकर मामूली तकरारबाजी हुई थी। इसके बाद दोनों आरोपितों ने मिलकर उसके साथ मारपीट की और उसे घायल कर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है।

घर पर झगड़ा कर चाकू से खुद की बाजू काटी

बठिंडा. संतपुरा रोड पर बंद रेलवे फाटक के समीप रहने वाले एक युवक का मंगलवार को घर पर झगड़ा हो गया। इसके बाद गुस्से में आकर युवक ने अपनी खुद की बाजू चाकू से बुरी तरह काट ली। घटना की सूचना मिलते ही समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसायटी के सदस्य राकेश जिंदल मौके पर पहुंचे तथा घायल 28 वर्षीय बबलू पुत्र बब्बर लाल को तुरंत सिविल अस्पताल पहुंचाया और उसके जख्मों पर टांके लगवाएं। फिलहाल अब युवक की हालत ठीक है और संस्था द्वारा मामले की जानकारी उसके परिजनों को दे दी गई है।

बठिंडा जिले में विभिन्न थानों में नशा तस्करी के आरोप में 14 नामजद, 13 गिरफ्तार 

बठिंडा. नशा तस्करी के खिलाफ चलाएं अभियान के तहत बीती सोमवार को बठिंडा पुलिस ने विभिन्न जगहों से 3300 नशीली गोलियां, 150 लीटर लाहन, 32 बोतल शराब, 3 किलो भुक्की व 3 ग्राम हेरोइन बरामद कर 14 लोगों के खिलाफ नशा विरोधी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। इसमें 13 आरोपितों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि फरार होने में सफल रहा, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। थाना कोतवाली के एएसआइ गुरमेल सिंह के मुताबिक बीती साेमवार को सीआइए स्टाफ के एसआइ अमृतपाल सिंह अपनी टीम के साथ मिनी सचिवालय रोड पर गश्त कर रहे थे। इस दौरान गर्ग बुक स्टोर के पास संदिग्ध अवस्था में खड़ा अमरीक सिंह रोड निवासी रवि वर्मा की शक के आधार पर तलाशी ली, तो उसके पास से तीन ग्राम हेरोइन बरामद हुई। पुलिस ने आरोपित को मौके पर गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया गया। इसी तरह थाना कैनाल कालोनी के एसआइ सतपाल ने गुप्त सूचना के आधार पर मैहना बस्ती नजदीक शिव मंदिर के पास से कृष्णा कालोनी निवासी आरोपित महिंदरपाल सिंह को 600 नशीली गोलियां समेत गिरफ्तार किया गया। वहीं थाना नेहियांवाला के एएसआइ हरबंस सिंह ने गोनियाना खुर्द वासी आरोपित बलविंदर सिंह को 130 नशीली गोलियां समेत गिरफ्तार किया। इसी तरह थाना नेहियांवाला के एएसआइ हरबंस सिंह ने गश्त के दौरान गांव बुर्ज महिमा से गांव किल्ली निहाल सिंह वासी मंगा सिंह को 70 नशीली गोलियां समेत काबू किया। वहीं स्पेशल स्टाफ बठिंडा के एसआइ गुरिंदर सिंह ने गुप्त सूचना के आधार पर भुच्चो मंडी स्थित मोहन लाल जनता मेडिकल स्टोर पर छापेमारी कर आरोपित मोहन लाल को 500 नशीली गोलियां समेत गिरफ्तार किया गया। आरोपित पर थाना नथाना में मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी। वहीं थाना सदर रामपुरा के एएसआइ बलजीत पाल ने नाकाबंदी के दाैरान गांव घडैला से मोटरसाइकिल सवार गांव पथो कलां निवासी अमरीक सिंह को 2000 नशीली गोलियां समेत गिरफ्तार किया गया। वहीं थाना संगत के एएसअाइ जसकरण सिंह ने गांव पथराला से गश्त के दौरान गांव महिमा सरजा निवासी नैब सिंह   को तीन किलो भुक्की चूरा पोस्त समेत गिरफ्तार किया गया। वहीं थाना तलवंडी साबाे के एएसआइ सुरजीत सिंह ने गुप्त सूचना के आधार पर गांव भागीवांदर में छापेमारी कर 100 लीटर लाहन बरामद कर आरोपित माहीनंगल निवासी रंजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया। वहीं थाना सिटी रामपुरा के एएसआइ दर्शन सिंह  ने भी गुप्त सूचना के आधार पर गांव पत्ती सोल महाराज में छापेमारी कर 50 लीटर लाहन बरामद की गई, जबकि आरोपित गोरा सिंह पहले से ही फरार हो गया था। जिसके खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास शुरू कर दिए है। इसी तरह थाना सदर बठिंडा के एएसआइ चिमन लाल ने गश्त के दौरान गांव गुलाबगढ़ के अंडरब्रिज से गांव चोटिया पत्ती तुंगवाली निवासी गुरमीत सिंह को 9 बोतल अवैध शराब समेत गिरफ्तार किया गया। वहीं थाना रामा के हवलदार इकबाल सिंह ने गांव बंगी निहाल सिंह वाला से 10 बोतल हरियाणा मार्का शराब समेत गांव शेरगढ़ निवासी अजैब सिंह को गिरफ्तार किया गया। इसी तरह थाना रामा के हवलदार रणधीर सिंह ने गांव सेखू निवासी चंद सिंह को भी 10 बोतल हरियाणा मार्का शराब समेत गिरफ्तार किया। इसके अलावा थाना संगत के एएसआइ चरणजीत सिंह ने गांव पथराला निवासी तरसेम सिंह कसो 12 बोतल हरियाणा मार्का शराब समेत गिरफ्तार किया।


बठिंडा एम्स में सात साल की बच्ची को कुत्तों ने बुरी तरह से नौचा, मौत, परिजनों ने लगाया पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति पर हत्या करने का आरोप, पुलिस ने शुरू की जांच


बठिंडा.
एम्स अस्पताल में बनी लेबर कालोनी में एक सात साल की बच्ची को कत्तों ने बुरी तरह से नोचकर घायल कर दिया। इसमें बच्ची को अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन वहां कुछ समय बाद उसकी मौत हो गई। दूसरी तरफ इस मामले में बच्ची के परिजनों ने आरोप लगाया है कि बच्ची की हत्या की गई है व मामले की निष्पक्ष जांच की जाए। फिलहाल पुलिस ने लड़की के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है व रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

जानकारी अनुसार एम्स में बनी लेबर कालोनी में पश्चिम बंगाल के बलौ बिखार तहसील व तपन साउथ जिले के वासी श्यामल सरकार की सात साल की बेटी अदिती सरकार सोमवार की साय घर से सात बजे गायब हो गई। इसके बाद परिजनों ने उसे ढूढने की कोशिश की तो लड़की एम्स की दीवार के साथ बनी झाड़ियों में बरामद हुई। बुरी तरह से घायल व शरीर में गहरे जख्म होने के कारण हालत काफी गंभीर बनी हुई थी। आसपास के लोगों व परिजनो ने बच्ची को सिविल अस्पताल बठिंडा में पहुंचाया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वही मामले में मृतक लड़की अदिति के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उनकी बच्ची सांय सात बजे घर से बाहर नहीं जाती थी बल्कि उसे पास में ही रहने वाले एक व्यक्ति ने अगवा कर उसकी हत्या की है क्योंकि दो दिन पहले उसका हमारे साथ झगड़ा हुआ था। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की है। वही सिविल अस्पताल के डाक्टरों का कहना है कि पहली नजर में बच्ची को कुत्तों की तरफ से नोचने की जानकारी मिली है वही पोस्मार्टम रिपोर्ट आने पर पूरा मामला साफ हो सकता है। फिलहाल थाना सदर बठिंडा पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।  

किराया न देने पर एसबीआई की मुख्य ब्रांच सील:38 साल का रुपये ‌1 करोड़ किराया न देने पर अबोहर निगम ने एसबीआई की मुख्य ब्रांच को किया सील


अबोहर।
 38 साल से किराया न देने पर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की मुख्य ब्रांच को नगर निगम अबोहर ने सील कर दिया। निगम की बिल्डिंग का 1982 से कोई किराया नहीं दिया जा रहा था। जिससे अब तक करीब 1 करोड़ रुपए बकाया हो गया था। इसको लेकर निगम अफसरों ने करीब 77 नोटिस निकाले लेकिन बैंक अधिकारियों पर कोई असर नहीं हुुआ। ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार राम कृष्ण कंबोज के नेतृत्व में बैंक को

सील करवा दिया गया। बैंक मैनेजर और अधिकारियों के बीच हुए समझौते के बाद नकदी व लॉकर वाले कमरों को बैंक की देखरेख में छोड़ दिया गया। निगम अधिकारी एसई संदीप कुमार गुप्ता ने बताया कि 1939 में जब बिल्डिंग बनी थी तो उस समय से इसे भारतीय स्टेट बैंक को किराये पर दिया गया है। 1982 को बैंक का किराया करीब 18000 रूपए प्रति महीने था। लेकिन बैंक द्वारा अपना किराया नहीं दिया गया।

वर्तमान में 5 लाख महीना है किराया...एसई गुप्ता ने बताया कि एसबीआई के किराये वाली जगह 1200 स्क्वायर फीट है और किराया करीब 5 लाख महीना है। कहा, बैंक द्वारा किराया न दिए जाने पर कोर्ट में केस किया। 15 दिसंबर को बैंक केस हार गया। उसके बाद भी उन्होंने बैंक को खाली कराने को कई बार नोटिस निकाले, लेकिन बैंक अधिकारियों पर कोई असरा नहीं हुआ। वहीं बैंक के मैनेजर गौरव अग्रवाल ने कुछ भी जवाब देने से मना कर दिया। उन्होंने कहा, वो प्रेस को कोई भी बयान देने के लिए सक्षम नहीं है।

बठिंडा में लोक अदालत का लावारिस पशुओं पर अहम फैसला, पशुओं को हटाना कार्पोरेशन की जिम्मेदारी 2014 में जानवर से टकराने के बाद परमानेंट लोकल अदालत में हरजिंढर सिंह ने दायर किया था केस


एनजीओ के अनुसार शहर में 47 मौतें व 112 दुर्घटनाएं लावारिस जानवरों के कारण हुई हैं

बठिडा.  बठिंडा में माननीय स्थायी लोक अदालत ने 204 के एक मामले में फैसला देते हुए शहर से लावारिस जानवरों को हटाने के लिए म्यूनिसिपल कार्पोरेशन को जिम्मेदार बताते हुए उन्हें जल्द इसके लिए कॉल रजिस्टर लगाने का निर्देश दिया है जहां लाबारिस जानवर के संबंध में फोन आने पर निगम की मोबाइल बैन व स्टाफ लाबारिस जानवरों को पकड़कर गोशाला में छोड़ेगा व रजिस्टर में एक्शन दर्ज करेगा। लोक अदालत ने यह फैसला अक्टूबर 2014 में कथित तौर पर एक लावारिस जानवर से टकराने वाले हरजिंदर सिंह मेला के केस में दिया है। लोक अदालत ने हालांकि चोटिल होने के सबूत नहीं देने पर हरजिंदर मेला को कोई मुआवजा नहीं देने की बात की, लेकिन उनके हक में फैसला सुनाया। शहर में लावारिस पशुओं की समस्या बहुत गंभीर होने के चलते साफ तौर पर कार्पोरेशन को आदेश देते हुए कहा कि पहले गोशाला से एमओयू आदि कर अच्छा काम किया है, लेकिन सड़कों से पशु हटना जरूरी है जिसके लिए निगम को एक्शन करना होगा। वहीं डिप्टी कमिश्नर को भी कार्पोरेशन से अपडेट लेना होगा।

केस दायर करने वाले हरमन फूड्स के मालिक हरजिंदर सिंह ने कहा कि 2 अक्टूबर 204 को वह माल रोड से शोरूम बंदकर घर जा रहे थे जहां रास्ते में सांड उनसे टकरा गया जिससे वह काफी गंभीर चोटिल हो गए थे। ठीक होने के बाद वह नगर निगम आफिस गए तथा जानवरों को सड़क से हटाने की अपील की, लेकिन कोई गंभीर प्रयास नहीं किए गए। ऐसे में स्थायी लोक अदालत का दरवाजा खटखटाया गया ताकि निगम को डायरेक्नश दी जा सके। इसमें 2 लाख हर्जाना व 5 हजार केस फीस दायर की गई जिसे अज्ञात गोशाला में अदा किया जाना था। 8 अगस्त, 2008 को उनकी व निगम के मध्य सहमति नहीं होने पर केस आगे बढ़ाया गया।

एनजीओ की रिपोर्ट के अनुसार शहर में 47 मौतें व 2 दुर्घटनाएं लावारिस जानवरों के कारण हुई  हैं। कार्पोरेशन सेनेटरी इंस्पेक्टर राकेश कुमार ने दिए हल्फनामे में कहा कि 2004 से 2008 के मध्य बड़ी संख्या में लावारिस जानवरों की संभाल को निगम का कई गोशाला से एमओयू साइन हुए हैं। डिप्टी डायरेक्टर डा. अमरीक सिंह ने भी इसमें हल्फनामा दिया। हालांकि अदालत में रिस्पोर्डेट नंबर 1 म्यूनिसिपल कार्पोरेशन, रिस्पोरडेंट 2 पंजाब सरकार  को बनाया गया था। वही डीसी रिस्पोरडेंट 3 रहे। सिविल अस्पताल की तरफ से वकीलों ने कहा कि केस दायर करने वाले हरजिंदर सिंह जानवर से टकराकर घायल हुए हैं, उनके पास कोई एविडेंस नहीं है। माननीय स्थायी लोक अदालत के फैसले के अनुसार केस दायर करने वाले हरजिंदर सिंह के गाय आदि से टकराने का कोई सबूत नहीं दे सके, इसलिए उन्हें कोई मुआवजा नहीं दिया जा सकता। वहीं सिविल अस्पताल का भी लावारिस जानवरों हटाने में रोल नहीं होने पर केस से हटाया जाता है। कोर्ट के अनुसार भले ही हरजिंदर केस में जानवर से टकराने की बात साबित नहीं कर सके, लेकिन म्यूनिसिपल कार्पोरेशन तथा पंजाब सरकार-कम-डिप्टी कमिश्नर की यह जिम्मेदारी है कि वह सड़कों से लावारिस जानवरों को हटवाए।


ये दिए निगम को निर्देश

नगर निगम एक रजिस्टर रखेगा जहां शहर में किसी भी व्यक्ति का लावारिस जानवर के संबंध में फोन आने पर हुरंत कारंवाई कर मोबाइल वैन व जरूरी स्टाफ मेंबरों के जरिए उक्त जानवर को जल्द हटा गोशाला में छोड़ रजिस्टर में एंट्री नोट होगी। कार्पेरेशन काउ सैस के रूप में मिल रहे पैसे को सिर्फ गायों व सांडों की गोशाला में देखरेख  पर खर्च करेगा। जिला प्रशासन के अधिकारी कार्पोरेशन के अधिकारियों से इस संबंध में मीटिंग कर अपडेट लेंगे। एनजीओ की सहायता भी इस समस्या के समाधान के लिए काम कर सकती है। वहीं कुत्तों की समस्या गायों से अलग है, जहां कार्पोरेशन को उनकी नसबंदी की ड्राइव चलानी चाहिए। कोर्ट के अनुसार कार्पोरेशन अपने स्तर पर समस्या के हल को लेकर काम कर सकती है।

सोमवार, 1 मार्च 2021

पंजाब के 228 मिडिल स्कूलों से पीटीआइ पद होगा खत्म, एक फिजिकल ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर पर 100 स्कूलों की जिम्मेवारी!


पटियाला।
शिक्षा विभाग ने राज्य में विद्यार्थियों की कम गिनती वाले 228 मिडिल स्कूलों में फिजिकल ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर (पीटीआइ) के पद खत्म करने की तैयारी करनी शुरू कर दी है। विभाग द्वारा जारी नए निर्देश अनुसार प्राइमरी स्तर में खेल के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए राज्य के सभी 228 ब्लाक में से पीटीआइ के एक-एक पद को शिफ्ट किया जा रहा है।

इसके तहत विद्यार्थियों की गिनती को आधार मानते हुए ब्लाक के जिस मिडिल स्कूल में विद्यार्थियों की गिनती सबसे कम है, उस मिडिल स्कूल में काम कर रहे पीटीआइ अध्यापकों को समेत पोस्ट संबंधित ब्लाक में शिफ्ट किया जा रहा है। हर ब्लाक में मौजूद मिडिल स्कूल में से पीटीआइ का एक पद दफ्तर ब्लाक प्राइमरी शिक्षा अफसर बीपीईओ में शिफ्ट करने के फैसले के अनुसार 228 पदों को खत्म करने के फैसले से अध्यापक जगत में रोष है।

स्कूलाें में कई पद चल रहे खाली

राज्य के मिडिल स्कूलों में पहले ही पक्के तौर पर गणित, इंग्लिश और कंप्यूटर अध्यापक भी नहीं है। विभाग के आदेश के अनुसार एक सीनियर सेकेंडरी स्कूल के साथ तीन अन्य मिडिल स्कूलों को जोड़ा गया है, जिसके तहत गणित, इंग्लिश और कंप्यूटर अध्यापक हफ्ते में दो-दो दिन अलग-अलग स्कूलों में जाकर बच्चों को पढ़ाते हैं।

बच्चाें की पढ़ाई हाे रही प्रभावित

अन्य दिन साइंस अध्यापक अपने विषय के साथ-साथ गणित, सामाजिक शिक्षा वाले अध्यापक इंग्लिश पढ़ाते है। ताकि बच्चों की क्लास लगती रहे। ऐसे में जहां उक्त तीनों मुख्य विषयों के अध्यापक न होने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, वहीं अब फिजिकल एजुकेशन अध्यापकों को भी मिडिल स्कूलों से दूर करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। प्राइमरी स्कूलों के लिए ब्लाक में एक पीटीआइ अध्यापक की तैनाती के बाद एक अध्यापक की पूरे ब्लाक के प्राइमरी स्कूलों की खेल गतिविधियों की जिम्मेवारी होगी। एक ब्लाक में औसतन 60 से 100 के करीब स्कूल हैं।

विभाग के आदेश अनुसार हर ब्लाक में पीटीआइ अध्यापक की तैनाती की प्रक्रिया का प्रोसेस जारी है। जल्द ही ब्लाक स्तर पर अध्यापकों की तैनाती हो जाएगी।

-अमरजीत सिंह, डीईओ एलिमेंट्री

एक ब्लाक में 60 से 100 स्कूल होने के कारण एक पीटीआइ अध्यापक द्वारा सभी स्कूलों में खेल गतिविधियों पर पूर्ण ध्यान दे पाना असंभव है। जिस कारण विभाग दिखावेबाजी कर रहा है। 

-विक्रमदेव सिंह, प्रदेश प्रधान, डीटीएफ

विधानसभा घेराव करने जा रहे अकाली कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका, सुखबीर बादल सहित कई हिरासत में


चंडीगढ़।
सेक्टर 25 स्थित ग्राउंड में शिरोमणि अकाली दल ने रैली की। इसके बाद अकाली कार्यकर्ताओं ने पंजाब विधानसभा के घेराव के लिए कूच शुरू किया, लेकिन पुलिस ने बेरिकेड्स लगाकर उन्हें सेक्टर 25 के पास ही रोक दिया है। अकाली कार्यकर्ता आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन पुलिस उन्हें आगे नहीं जाने दिया। पुलिस ने बेरिकेट्स तोड़कर आगे बढ़ रहे शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल सहित अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया। हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। 

इससे पूर्व, रोष रैली में शिअद ने कहा है कि पंजाब सराकर पेट्रो पदार्थों पर टैक्‍स में 50 फीसद की कटौती करे। इससे राज्‍य के लोगों को राहत मिलने के साथ ही केंद्र सरकार पर भी टैक्‍स कम करने का दबाव बनेगा। पार्टी प्रधान सुखबीर बादल ने इस दौरान कैप्टन सरकार को जमकर घेरा। साथ ही 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए अकाली दल के मुद्दों पर भी बात की। 

सुखबीर बादल ने कहा कि आज से जंग शुरू हो गई है। मैं न सोऊंगा और न आप (सरकार) को सोने दूंगा। 12 मार्च से सुखबीर 117 विधानसभा क्षेत्रों में भ्रमण करेंगे। सुखबीर ने कहा कि उनकी सरकार बनने पर पंजाब में बिजली के बिल आधे कर देंगे। सब्जियों और फलों पर भी एमएसपी होगा। एससी बीसी के विद्याथियों को मुफ्त शिक्षा, सभी गांव में सीमेंट की सड़कें व पक्की नलियांं बनेंंगी। टैक्स स्ट्रक्चर को इतना आसान बनाया जाएगा कि व्यापारी को सरकारी दफ्तर में जाने की जरूरत न पड़े। सुखबीर बादल ने पंजाब सरकार पर ही निशाना साधा। केंद्र सरकार के खिलाफ सुखबीर ने कुछ भी नहीं बोला। इससे पूर्व रैली में पार्टी के वरिष्‍ठ नेता प्रेम सिंह चंदूूमाजरा ने कहा कि कैप्‍टन सरकार को राज्‍य में पेट्रोल व डीजल की कीमतों में कमी के लिए कदम उठाना च‍ाहिए।

चंडीगढ़ सेक्टर 25 में शिअद की रैली शुरू, सरकार के खिलाफ विधानसभा का करेंगे घेराव   

यह रैली पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार द्वारा चुनावी वादे पूरे नहीं करने को लेकर आयोजित की है। रैली में मंच पर पार्टी के सभी प्रमुख नेता मौजूद हैं। रैली के मंच पर पूर्व मंत्री बीबी उपेंद्रजीत कौर, जत्थेदार तोता सिंह, गुलजार सिंह रणीके, प्रोफेसर प्रेस सिंह चंदूमाजरा, बलविंदर सिंह भुंदर आदि उपस्थित रहे।

पूर्व सासंद प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि पंजाब सरकार को पेट्रोलियम पदार्थों के टैक्स में 50 फीसदी कटौती करनी चाहिए। ताकि केंद्र सरकार पर दबाव बनाने लायक हो सके। इसमें  शिरोमणि अकाली दल कांग्रेस के साथ चलेगी। उन्होंने कहा कि आने वाले बजट में किसानों के सारे कर्ज को कैप्टन सरकार तुरंत माफ करेंं। रैली में युवा भी काफी संख्‍या में हैं।

शिराेमणि अकाली दल का आरोप हैै कि राज्य में न तो किसानों के कर्ज माफ हुए और न ही एससी विद्यार्थियों को स्कालरशिप मिली। बेरोजगारों को 2500 रुपये भत्ता नहीं मिला तो सरकारी कर्मचारियों को तो भत्ते ही नहीं मिले। सरकार 7000 करोड़ रुपये के भत्ते दबा कर बैठी है। इससे पहले आज पंजाब विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत हुई। इसमें अकाली विधायकों ने राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान राज्यपाल गो बैक के नारे लगाए। अकाली विधायकों ने राज्यपाल के अभिभाषण की प्रतियां भी फाड़ डाली।


11वीं की छात्रा ने लगाई फांसी:ग्रीन सिटी में घर में पंखे पर फंदे से लटकी मिली 17 साल की लड़की; ट्यूशन भी पढ़ाती थी


लुधियाना। 
पंजाब के लुधियाना जिले में ग्रीन सिटी निवासी 17 वर्षीय लड़की ने फंदा लगाकर जीवनलीला समाप्त कर ली। पिता ने कमरे में बेटी को फंदे पर लटके देखा तो उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई। उन्होंने तुंरत बेटी को फंदे से उतारा और अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

थाना प्रभारी इंस्पेक्‍टर गोल्‍डी विरदी ने बताया कि मृतका की पहचान तानिया के रूप में हुई है। वह 11वीं की छात्रा थी। वह घर में बच्चाें को ट्यूशन भी पढ़ाती थी। रविवार को ट्यूशन की छुट्‌टी थी तो वह घर पर ही थी। लेकिन देर शाम तक वह अपने कमरे से बाहर नहीं निकली तो पिता ने जाकर दरवाजा खटखटाया।

काफी देर तक तानिया ने दरवाजा नहीं खोला तो उन्होंने दरवाजा तोड़कर अंदर जाकर देखा कि तानिया फंदे पर लटकी हुई है। यह देखकर उन्होंने परिजनों को बुलाया और उसे अस्पताल लेकर गए। पुलिस को भी सूचना दी गई। जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया।

कमरे की तलाशी लेने पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। परिजनों ने भी किसी तरह की कोई बात होने या विवाद होने से इंकार कर दिया है। फिलहाल आत्महत्या करने के कारणाें का पता नहीं लग पाया है। फिर भी हर एंगल से मामले की जांच की जाएगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई करेंगे।

प्रशांत किशोर बने पंजाब के CM कैप्टन अमरिंदर सिंह के प्रधान सलाहकार, मिलेगा कैबिनेट मंत्री का दर्जा


चंडीगढ़ [एएनआइ]। 
पंजाब में 2017 के विधानसभा चुनाव में अपनी रणनीति के बूते कांग्रेस को जोरदार एकतरफा जीत दिलाने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर एक बार फिर कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ जुड़ गए हैं।  यह जानकारी खुद पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर दी है। कैप्टन ने लिखा कि उन्होंने प्रशांत किशोर को अपना प्रधान सलाहकार नियुक्त किया है। हम पंजाब के लोगों की भलाई के लिए एक साथ काम करने के लिए तत्पर हैं। 

प्रशांत किशोर की नियुक्ति को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। प्रशांत किशोर को कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिलेगा। पिछले विधानसभा चुनाव में भी कैप्टन की जीत में प्रशांत किशोर की रणनीति ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।दस वर्षों से सत्ता से बाहर रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह को एक ब्रांड के रूप में स्थापित करने में प्रशांत किशोर सफल रहे। शुरुआत 'कॉफी विद कैप्टन से की गई। प्रशांत किशोर की करीब छह सौ प्रोफेशनलों की टीम ने दिन-रात काम कर कैप्टन को एक ब्रांड के रूप में स्थापित करने में सफलता हासिल की। तब प्रशांत के सामने सबसे बड़ी चुनौती पंजाब में कैप्टन की महाराजा वाली कड़क छवि को खत्म करने की थी, जिसमेंं वह सफल रहेेे। अब एक बार फिर पंजाब में चुनाव के लिए बस एक वर्ष से कम का समय है। इस बार सरकार के सामने चुनौती होगी कि वह कैसे दोबारा लोगों का विश्वास हासिल करे। प्रशांत किशोर को एक बार फिर अपने साथ जोड़कर कैप्टन ने बाजी मारी है। 

बता दें, इससे पहले गत वर्ष भी प्रशांत किशोर के कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ जुड़ने की चर्चाएं हुई थी। तब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि प्रशांत किशोर हमारी मदद करेंगे। प्रशांत किशोर से उन्होंने पंजाब में कांग्रेस के लिए चुनावी रणनीति बनाने पर बात की है। इस पर प्रशांत किशोर ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। अब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है कि प्रशांत किशोर उनके साथ जुड़ गए हैं।

पंजाब के चीफ मिनिस्टर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को अपना प्रिंसिपल एडवाइजर बनाया है। वह 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की रणनीति तैयार करने में मदद करेंगे। प्रदेश सरकार ने उन्हें कैबिनेट मिनिस्टर का दर्जा दिया है। हालांकि, प्रशांत किशोर की सैलरी एक रुपया होगी।

अमरिंदर सिंह ने कहा कि हम पंजाब के लोगों की भलाई के लिए एक साथ काम करने के लिए तैयार हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पार्टी की प्रमुख सोनिया गांधी के साथ इस मुद्दे पर बात की थी। उन पर ही फैसला छोड़ दिया था। प्रशांत किशोर ने 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।

UN के लिए काम किया फिर चुनावी रणनीतिकार बने

  • प्रशांत किशोर यूनाइटेड नेशन्स के हेल्थ वर्कर रहे हैं। 2011 में वे भारत लौटे और पॉलिटिकल पार्टियों के इलेक्शन कैम्पेन संभालने लगे।
  • उन्होंने सबसे पहले बीजेपी और नरेंद्र मोदी के साथ गुजरात में कैम्पेन शुरू किया। 2012 में उन्होंने नरेंद्र मोदी को गुजरात का CM बनाने के लिए कैम्पेन की कमान अपने हाथों में ली। तब प्रशांत गुजरात के सीएम हाउस में रहते थे।
  • 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रशांत नरेंद्र मोदी के कैम्पेन स्ट्रैटजिस्ट्स थे। तब BJP को पूर्ण बहुमत मिलने के पीछे उनकी रणनीति का भी हाथ रहा।
  • इसके बाद प्रशांत किशोर अपनी रणनीति के बलबूते बिहार चुनाव में नीतीश और लालू के साथ महागठबंधन की सरकार बनवाने में सफल रहे।
  • इसके बाद ही कांग्रेस ने यूपी और पंजाब सहित बाकी राज्यों के चुनावों में जीत दिलाने के लिए प्रशांत किशोर को अपने साथ किया था।

प्रशांत का अब तक का रिकॉर्ड
1. यूपी में कांग्रेस को बुरी तरह हार मिली
यूपी में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बुरी तरह हार मिली। तब भी प्रशांत किशोर कांग्रेस के रणनीतिकार थे। पार्टी ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया था। चुनाव नतीजे आने के बाद प्रशांत किशोर ने इस हार के लिए सपा के साथ गठबंधन को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था कि यूपी में टॉप मैनेजमेंट ने मुझे खुलकर काम नहीं करने दिया, ये हार उसी का नतीजा है। कांग्रेस को इस चुनाव में सिर्फ 7 सीटें मिली थीं। ये आजादी के बाद पार्टी का अब तक का सबसे खराब परफॉर्मेंस था।

2. JDU के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने, फिर रिश्ते खराब हुए
बिहार चुनाव में JDU की बेहतरीन जीत के बाद नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर को पार्टी जॉइन कराई थी। उन्हें जदयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद दोनों के रिश्तों में खटास आ गई। एक दिन अचानक प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राजनीतिक पार्टी बनाने के संकेत दिए।

उन्होंने ऐलान किया था कि वे बिहार को अगले 10 साल में देश के अग्रणी राज्य में ले जाने वाला प्लान लेकर आए हैं। इसके तहत अगले 100 दिनों तक प्रदेश के चप्पे-चप्पे में मौजूद बिहार का विकास चाहने वालों को जोड़ेंगे। ऐलान के 30 दिन बाद ही प्रशांत प्रदेश की राजनीति में निष्क्रिय हो गए।

3. आंध्रप्रदेश में जगन मोहन की सरकार बनवाई
लोकसभा चुनाव 2014 में प्रशांत किशोर और उनकी टीम ने जिस तरह से भाजपा के लिए काम किया, उससे राजनीतिक दलों की नजर में उनका महत्व बढ़ता चला गया। PK के नाम से मशहूर हुए प्रशांत की टीम ने आंध्रप्रदेश में YSR कांग्रेस के लिए काम किया और एन.चंद्रबाबू नायडू जैसे राजनीति के धुरंधर खिलाड़ी को मात देकर वाईएस जगनमोहन रेड्डी को मुख्यमंत्री बनवाया।

4. तमिलनाडु में डीएमके के साथ
इस साल तमिलनाडु में भी चुनाव होना है। यहां सीधा मुकाबला DMK और AIADMK के साथ है। AIADMK का भाजपा के साथ गठबंधन है। बीच में ऐसी खबरें आई थीं कि प्रशांत किशोर की DMK प्रमुख एमके स्टालिन से बात हो चुकी है। प्रशांत की कंपनी आई-पैक तमिलनाडु में चुनावी प्रबंधन के लिए वॉलंटियर की तैनाती करेगी।

तमिलनाडु की सियासत के एम. करुणानिधि और जयललिता के निधन के बाद कोई बड़ा नेता नहीं है। विधानसभा चुनाव में नाकामी मिलने के बाद DMK ने लोकसभा चुनाव में 38 सीटें जीत ली थीं।

5. बंगाल में ममता के लिए काम कर रहे
प्रशांत किशोर पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के लिए काम कर रहे हैं। हालांकि, TMC के नेताओं को प्रशांत का दखल पसंद नहीं आया। ममता के साथ पार्टी बनाने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले मुकुल रॉय 2017 में अलग होकर भाजपा में गए थे। अब तो जैसे सिलसिला ही शुरू हो गया है। पिछले कुछ महीनों में शुभेंदु अधिकारी, राजीब बनर्जी और वैशाली डालमिया समेत कई बड़े जमीनी नेता ममता का हाथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो चुके हैं।

ਦੂਜੇ ਗੇੜ ’ਚ 60 ਸਾਲ ਤੋਂ ਵਧੇਰੀ ਉਮਰ ਦੇ ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਲੱਗੇਗੀ ਕੋਵਿਡ ਵੈਕਸੀਨ-ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਡਾ. ਤੇਜਵੰਤ ਸਿੰਘ ਢਿੱਲੋਂ

45 ਤੋਂ 59 ਸਾਲ ਦੇ ਘਾਤਕ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਵਾਲੇ ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਵੀ ਹੋਣਗੇ ਕਵਰ, ਵੈਕਸੀਨੇਸ਼ਨ ਲਈ ਬਠਿੰਡੇ ਦੇ 28 ਪ੍ਰਾਈਵੇਟ ਹਸਪਤਾਲਾਂ ਨੂੰ ਮਾਨਤਾ

ਬਠਿੰਡਾ : ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਡਾ. ਤੇਜਵੰਤ ਸਿੰਘ ਢਿੱਲੋਂ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਜ਼ਿਲੇ ’ਚ ਕੋਵਿਡ ਵੈਕਸੀਨ ਦੇ ਦੂਜੇ ਗੇੜ ’ਚ 60 ਸਾਲ ਤੋਂ ਉਪਰ ਦੇ ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਵੈਕਸੀਨ ਲਗਾਉਣ ਦੀ ਸ਼ੁਰੂਆਤ ਕੀਤੀ ਗਈ ਹੈ। ਇਸ ਦੌਰਾਨ 45 ਤੋਂ 59 ਸਾਲ ਦੇ ਵੀ ਕਰੌਨਿਕ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਜਿਵੇ ਕਿ ਦਿਲ, ਕਿਡਨੀ ਅਤੇ ਲਿਵਰ ਨਾਲ ਸਬੰਧਤ ਰੋਗ, ਕੈਂਸਰ, ਐਚ.ਆਈ.ਵੀ. ਇਨਫੈਕਸ਼ਨ, ਸੁਗਰ, ਹਾਈ ਬਲੱਡ ਪ੍ਰੈਸ਼ਰ ਅਤੇ ਅੰਗਹੀਣਤਾ ਆਦਿ ਦੇ ਮਰੀਜਾਂ ਨੂੰ ਵੀ ਪਹਿਲ ਦੇ ਆਧਾਰ ’ਤੇ ਕੋਵਿਡ ਵੈਕਸੀਨ ਲਗਾਈ ਜਾਵੇਗੀ। ਟੀਕਾਕਰਣ ਲਈ ਬਿਮਾਰੀ ਸਬੰਧੀ ਰਜਿਸਟਰਡ ਮੈਡੀਕਲ ਪ੍ਰੈਕਟੀਸ਼ਨਰ (ਆਰ.ਐਮ.ਪੀ.) ਦਾ ਜਾਰੀ ਕੀਤਾ ਸਰਟੀਫਿਕੇਟ ਨਾਲ ਲਿਆਉਣਾ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੋਵੇਗਾ ।

          ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਨੇ ਅੱਗੇ ਹੋਰ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਵੈਕਸੀਨੇਸ਼ਨ ਲਈ ਸਰਕਾਰ ਵੱਲੋਂ ਜ਼ਿਲੇ ਦੇ 28 ਪ੍ਰਾਈਵੇਟ ਹਸਪਤਾਲਾਂ ਨੂੰ ਵੀ ਬਤੌਰ ਵੈਕਸੀਨੇਸ਼ਨ ਸੈਂਟਰ ਮਾਨਤਾ ਦਿੱਤੀ ਗਈ ਹੈ। ਇਨਾਂ ਵੈਕਸੀਨੇਸ਼ਨ ਸੈਂਟਰਾਂ ਵਿੱਚ ਸਰਕਾਰ ਵੱਲੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਤੋਂ ਨਿਰਧਾਰਿਤ 250 ਰੁਪਏ ਫੀਸ ਦੇ ਕੇ ਟੀਕਾਕਰਣ ਕਰਵਾਇਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ, ਪਰੰਤੂ ਸਰਕਾਰੀ ਹਸਪਤਾਲਾਂ ਵਿੱਚ ਇਹ ਟੀਕਾਕਰਣ ਮੁਫਤ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇਗਾ। ਉਨਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਵੈਕਸੀਨੇਸ਼ਨ ਸਮੇਂ ਲਾਭਪਤਾਰੀਆਂ ਵੱਲੋਂ ਮਾਸਕ, ਸੈਨੇਟਾਈਜ਼ਰ ਅਤੇ ਸਮਾਜਿਕ ਦੂਰੀ ਦਾ ਖਾਸ ਖਿਆਲ ਰੱਖਿਆ ਜਾਵੇ।

          ਡਾ. ਤੇਜਵੰਤ ਢਿੱਲੋਂ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਇਸ ਟੀਕਾਕਰਣ ਰਜਿਸਟਰੇਸ਼ਨ ਲਈ ਅਰੋਗਿਆ ਸੇਤੂ ਜਾਂ ਕੋਵਿਡ 2.0 ਮੋਬਾਈਲ ਐਪ ਰਾਹੀਂ ਰਜਿਸਟਰੇਸ਼ਨ ਕਰਵਾਉਣੀ ਹੋਵੇਗੀ। ਇਸ ਲਈ ਐਪ ਤੇ ਲੌਗਿਨ ਕਰਨ ਉਪਰੰਤ ਇੱਕ ਸਮੇਂ ਵੱਧ ਤੋਂ ਵੱਧ ਤਿੰਨ ਹੋਰ ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਰਜਿਸਟਰ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ। ਇਸ ਉਪਰੰਤ ਐਪ ਰਾਹੀਂ ਆਪਣੇ ਨਜਦੀਕੀ ਵੈਕਸੀਨੇਸ਼ਨ ਸੈਂਟਰ ਦੀ ਚੋਣ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹੋ। ਇਸ ਤੋਂ ਅੱਗੇ ਐਪ ਤੇ ਸਹੂਲਤ ਅਨੁਸਾਰ ਦਿਨ ਅਤੇ ਸਮਾਂ ਸਲੈਕਟ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ। ਲਾਭਪਾਤਰੀ ਆਪਣੀ ਮਰਜੀ ਨਾਲ ਟੀਕਾਕਰਣ ਦਾ ਦਿਨ ਰੀਸਡਿਊਲ ਵੀ ਕਰ ਸਕਦਾ ਹੈ।

          ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਨੇ ਇਹ ਵੀ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਕੋਵਿਡ ਵੈਕਸ਼ੀਨ ਸੈਂਟਰ ਤੇ ਵੀ ਰਜਿਸਟਰੇਸ਼ਨ ਦੀ ਸੁਵਿਧਾ ਉਪਲਬਧ ਹੋਵੇਗੀ। ਲਾਭਪਾਤਰੀ ਆਪਣੀ ਪਸੰਦ ਅਨੁਸਾਰ ਟੀਕਾਰਣ ਲਈ ਦਿਨ ਅਤੇ ਸਮਾਂ ਚੁਣ ਸਕਦਾ ਹੈ। ਟੀਕਾਕਰਣ ਲਈ ਲਾਭਪਾਤਰੀ ਨੂੰ ਆਪਣੇ ਨਾਲ ਪਹਿਚਾਣ ਪੱਤਰ ਦੇ ਤੌਰ ਤੇ ਆਧਾਰ ਕਾਰਡ, ਵੋਟਰ ਕਾਰਡ, ਆਨਲਾਈਨ ਰਜਿਸ਼ਟਰੇਸ਼ਨ ਸਮੇਂ ਵਰਤਿਆ ਫੋਟੋ ਆਈਡੀ ਕਾਰਡ, ਰੋਜਗਾਰ ਸਰਟੀਫਿਕੇਟ ਜਾਂ ਦਫਤਰੀ ਪਹਿਚਾਣ ਪੱਤਰ ਜਿਸ ਉਪਰ ਫੋਟੋ ਅਤੇ ਜਨਮ ਮਿਤੀ ਲਿਖੀ ਹੋਵੇ ਲੈਕੇ ਆਉਣਾ ਜਰੂਰੀ ਹੋਵੇਗਾ। ਟੀਕਾਕਰਣ ਉਪਰੰਤ ਲਾਭਪਾਤਰੀ ਨੂੰ ਡਿਜੀਟਲ ਕਿਯੂ ਆਰ ਕੋਡ ਬੇਸਡ ਸਰਟੀਫਿਕੇਟ ਵੀ ਜਾਰੀ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇਗਾ । 

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