बठिंडा. जिले में बुधवार को चार कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई। इस तरह से जिले में अब तक मृतकों की तादाद 300 पहुंच गई है हालांकि जिला प्रशासन मृतकों की तादाद 295 बता रहा है। जिला प्रशासन द्वारा जारी किए रिपोर्ट के अनुसार सेहत विभाग की ओर से 200112 लोगों के सैंपल लिए गए, जिसमें 15566 पॉजिटिव मिले, 12619 कोरोना संक्रमित स्वस्थ हुए, 2656 केस एक्टिव, 1881 कोरोना संक्रमित होम आइसोलेशन में हैं। गत मंगलवार को 203 कोरोना संक्रमित इलाज दौरान ठीक हुए हैं। वही 556 नए कोरोना संक्रमित मिले है, वही बुधवार को 4 की मौत होने से मृतकों की संख्या 295 हो चुकी है।
बुधवार को स्थानीय अजीत रोड पर स्थित मेडीविन अस्पताल में दाखिल कोरोना पाजिटिव गुलशन कुमार निवासी किला रोड गली फकीर चंद वाली की मौत हो गई। उन्हें 14 अप्रैल को अस्पताल में दाखिल करवाया गया था वही 20 अप्रैल की देर सांय उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। जिला प्रशासन द्वारा सूचना मिलने पर सहारा जनसेवा की कोरोना वारियर्स टीम संदीप गिल, जग्गा सहारा, मनी कर्ण, हरबंस सिंह व सुमीत ढींगरा ने शव को स्थानीय शमशान भूमि दाना में लेकर आए। 20 अप्रैल की रात्रि को टीम ने पीपीई किटें पहन कर परिजनां की उपस्थिति में पूर्ण सम्मान सहित संस्कार कर दिया।
इसके इलावा गुरचरण सिंह पुत्र दरबारा सिंह उम्र 85 वर्ष निवासी मेहमा सर्जा की मौत हुई है। वह पिछले कई दिनों से एंकावतवास में था स्थिति बिगड़ने पर गुरचरण सिंह को सिविल अस्पताल बठिंडा लाया गया जहां उसकी स्थिति अधिक बिगड़ने से 21 अप्रैल को कोरोना से मौत हो गई। सहारा टीम ने पीपीई किटें पहन कर पूर्ण सम्मान सहित परिजनों की उपस्थिति में संस्कार कर दिया।
तीसरी मौत दिल्ली हार्ट अस्पताल में दाखिल कोरोना पाजिटिव युवक गोपाल कृष्नन पुत्र रोशन लाल जिंदल उम्र 41 वर्ष निवासी प्रताप नगर बठिंडा की हुई है। उन्हें 18 अप्रैल को अस्पताल में दाखिल करवाया था, जहां 21 अप्रैल की प्रात उपचार दौरान मौत हो गई। जिला प्रशासन द्वारा सूचना मिलने पर सहारा जनसेवा की कोरोना वारियर्स टीम टेक चंद, संदीप गिल, कमल गर्ग, सुमीत ढींगरा ने दिल्ली हार्ट से गोपल कृशन के शव को श्मशान भूमि दाना मंडी पहुंचाया। जहां टीम ने पीपीई किटें पहन कर परिजनों की उपस्थिति में संस्कार कर दिया।
चौथी मौत एंकातवास में रह रहे व्यक्ति की हुई। स्थानीय अमरपुरा बस्ती में कोरोना पाजिटिव रोशन लाल पुत्र प्रभु सिंह उम्र 65 वर्ष जो घर में एंकातवास में उपचार करवा रहा था। स्थिति बिगड़ने पर रोशन लाल को परिवार वाले सिविल अस्पताल की आपातकालीन वार्ड में लाए। जहां रोशन लाल की कुछ समय बाद मौत हो गई। सहारा कोरोना वारियर्स टीम जग्गा संदीप गिल, गौरव कुमार व सुमीत ढींगरा ने अस्पताल से रोशन लाल का शव स्थानीय शमषान भूमि दाना मंडी में पहुंचाया। जहां टीम ने पीपीई किटें पहन कर परिजनों की उपस्थिति में पूर्ण रीति रिवाज से अंतिम संस्कार कर दिया।