बुधवार, 9 मार्च 2022

Punjab Election 2022: पंजाब चुनाव के नतीजों से पहले पार्टियों ने बनवाए ‘जीत के लड्डू’, तस्वीरें वायरल



 Punjab Election 2022: पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजों (Punjab Assembly elections results) का 10 मार्च को ऐलान होने वाला है।

Punjab Election 2022: पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजों (Punjab Assembly elections results) का 10 मार्च को ऐलान होने वाला है। हालांकि, इससे पहले ही कुछ राजनीतिक पार्टियों ने जश्न मनाने की तैयारी करना शुरू कर दिया है। जी हां, चुनाव के परिणामों से पहले ही कुछ राजनीतिक दलों (Political Parties) ने मिठाइयों के ऑर्डर दे दिए हैं। एक दिन बाद ही पंजाब चुनाव के नतीजे आ रहे हैं, ऐसे में राज्य भर में मिठाइयों की दुकानों में जीत के लड्डू बनने लगे हैं।

सोशल मीडिया पर इन लड्डुओं की तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं। समाचार एजेंसी एएनआई ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इसकी कई तस्वीरें शेयर की हैं जिसमें हलवाई लड्डू बनाते दिख रहे हैं। साथ ही, कुछ बड़े बड़े लड्डू भी देखे जा सकते हैं जिनके साथ लिखा है- 2022 जीत के लड्डू। ऐसा कहा जा रहा है कि ये ‘लड्डू’ जीतने के बाद विजयी उम्मीदवार के समर्थकों के बीच भारी मात्रा में बांटे जाएंगे।

पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले बने लड्डू

रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैसे-जैसे चुनावी नतीजों का दिन पास आता जा रहा है, उतनी ही रफ्तार से मिठाइयों की दुकानों पर राजनीतिक पार्टियों के ऑर्डर को समय पर पूरा करने के लिए काम चल रहा है। दरअसल, जीतने वाले उम्मीदवारों के लिए कथित तौर पर एक खास 5 किलो का ‘जीत का लड्डू’ तैयार किया जा रहा है। 

एएनआई ने तस्वीरों के साथ कैप्शन में लिखा है- “लुधियाना में पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले राज्य में राजनीतिक दल लड्डुओं का ऑर्डर दे रहे हैं। वोटों की गिनती 10 मार्च को की जाएगी।”

पंजाब विधानसभा चुनाव 

इस बीच, Republic-P Marq Punjab Poll of Polls 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव का हाल जानने को मिला है। P Marq के अनुसार, आम आदमी पार्टी (आप) को पंजाब में बहुमत मिलता दिख रहा है जबकि कांग्रेस बाजी हारती नजर आई। इसके अलावा, शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी भी कुछ खास कमाल करती दिख नहीं रही हैं।

P-Marq ने AAP के 62-70 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है जबकि कांग्रेस को 23-31 सीटें मिल सकती हैं। साथ ही, शिअद और बीजेपी को क्रमश: 16-24 और 1-3 सीटें मिलने का अनुमान है। 



Punjab Election 2022: अमरिंदर की डिनर पार्टी में पहुंचे 12 कांग्रेसी नेता, चुनावी नतीजों से पहले बदलेंगे पाला?


 

Punjab Election 2022: पंजाब चुनाव के नतीजे से पहले एक ट्विस्ट देखने को मिल रहा है। दरअसल, 12 कांग्रेस और 2 AAP उम्मीदवारों ने मंगलवार को सिसवान में कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) के फार्महाउस पर हुई डिनर पार्टी में भाग लिया है। गौरतलब है कि पंजाब चुनाव के नतीजे आने से दो दिन पहले ही कांग्रेस नेताओं का कैप्टन की डिनर पार्टी में शामिल होना बड़ी बात है।

सूत्रों के अनुसार, यह इस बात का संकेत है कि सोनिया गांधी के नेतृत्व वाली पार्टी के कई नेता नतीजे आने के तुरंत बाद दूसरी पार्टियों में जा सकते हैं। इस विधानसभा चुनाव के लिए सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस (Punjab Lok Congress) ने बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ गठबंधन किया है। ऐसे में, अटकलें लगाई जा रही हैं कि अगर AAP को पर्याप्त सीटें नहीं मिलती हैं तो शिअद पंजाब में सरकार बनाने के लिए इस तीन-पक्षीय गठबंधन से हाथ मिला सकती है।

पंजाब विधानसभा चुनाव 

Republic-P Marq Punjab Poll of Polls 2022 के हिसाब से, कांग्रेस को 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में केवल 23-31 सीटों के अनुमान के साथ एक बड़ा झटका लग सकता है। इसके अलावा, शिअद-बसपा गठजोड़ भी मतदाताओं का भरोसा जीतने में विफल होता नजर आ रहा है और केवल 16-24 सीटें जीत सकता है। 

वही दूसरी ओर, AAP के 35.6% वोट शेयर के साथ 62-70 सीटें जीतने की संभावना है जिसके कारण पार्टी राज्य में अगली सरकार बनाने की रेस में सबसे आगे नजर आई। साथ ही, बीजेपी, पंजाब लोक कांग्रेस और शिअद (एस) का गठबंधन भी खास कमाल दिखाने से चूकता दिख रहा है क्योंकि उसे केवल 1-3 सीटें और 9.7% की मामूली वोट हिस्सेदारी मिल सकती है।

कांग्रेस में घमासान

कांग्रेस सरकार में अंदरूनी कलह तब शुरू हो गई जब सिद्धू ने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और ड्रग्स के मामलों में न्याय करने में कथित देरी को लेकर तत्कालीन सीएम अमरिंदर सिंह को घेरना शुरू कर दिया। फिर 18 सितंबर 2021 को तकरार और बढ़ गई, जब कांग्रेस ने पंजाब के सीएम को बिना बताए विधायक दल की बैठक बुला ली। उसके बाद बाहर किए जाने की अटकलों के बीच, सिंह ने अपना इस्तीफा उसी दिन शाम करीब साढ़े चार बजे पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को सौंप दिया और कांग्रेस पर उन्हें ‘अपमानित’ करने का आरोप लगाया।



मंगलवार, 8 मार्च 2022

Bathinda-रंजिश में 13 लोगों ने दो स्थानों में किया दो लोगों पर हमला, एक युवक को मारी दो गोलियां


बठिंडा, 8 मार्च(जोशी).
नथाना व कोटफत्ता पुलिस ने पुरानी रंजिश में दो स्थानों पर पिस्तोल से गोलियां चलाने व एक व्यक्ति को गंभीर रूप से घायल करने के मामले में 13 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पहले मामले में विजिलेंस विभाग के पास शिकायत कर मामला दर्ज करवाने वाले एक व्यक्ति पर गोलियां चलाकर उसे जान से मारने की कोशिश की। गोली व्यक्ति की लात व बाजू में लगी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। अस्पताल में दाखिल जगजीत सिंह उम्र 30 साल वासी तुंगवाली गांव ने बताया कि भुच्चो मंडी वासी रामजी लाल ने सरकारी काम में भ्रष्टाचार किया था जिसका खुलासा उसने किया था व इसकी शिकायत विजिलेंस विभाग के पास की थी। विजिलेंस ने जांच के बाद आरोप सही पाए जाने पर आरोपी पर केस दर्ज किया था। इसी बात की रामजी लाल उससे रंजिश रखता था। गत दिवस जब वह गांव तुंगवाली में जा रहा था कि रामजी लाल अपने पांच साथियों के साथ मोटरसाइकिल पर कार पर सवार होकर उसके सामने आ गए व पहले उसे गालियां दी व बाद में पिस्तौल निकालकर उस पर फायर कर दिए। इसमें एक गोली जगजीत सिंह के पैर व दूसरी बाजू में लगी। वह बुरी तरह से लहुलुहान हो गया। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। आसपास के लोगों ने उसे अस्पताल में दाखिल करवाया जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। पुलिस ने आरोपी लोगों पर केस दर्ज कर लिया है लेकिन अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।  वही दूसरे मामले में कोटफत्ता पुलिस के पास निर्मल सिंह वासी गांव बंगेहर मुहब्बत ने शिकायत दी कि उसका गुरपाल सिंह, सुखपाल सिंह वासी बंगेहर मुहब्बत के साथ एक पुराना झगड़ा चल रहा था। इसमें कई बार समझौता करवाने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो सके। इसी रंजिश में दोनों आरोपियों ने करीब पांच अन्य अज्ञात लोगों को साथ लेकर उसे गांव में रोक लिया व गाली गलोच कर मारपीट करने लगे। इसके बाद जब वह मौके से जान बचाकर भागने लगा तो उक्त लोगों ने पिस्तोल से उस पर फायर कर दिए। वह जमीन पर लेट गया जिससे गोली उसे नहीं लग सकी। इसके बाद वह किसी तरह से दूसरे लोगों की सहायता से वहां से भागने में सफल रहा। पुलिस ने उक्त दोनों मामलों में आरोपियों को नामजद कर लिया है लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इन दोनों मामलों में हैरानी वाली बात यह है कि राज्य में चुनाव आचार संहिता लागू है व जिला प्रशासन ने सभी लोगों से अपने लाइसेंसी व दूसरे हथियार प्रशासन व पुलिस के पास जमा करवाने की हिदायते जारी कर रखी है व प्रशासन के अनुसार अधिकतर लोगों ने अपने हथियार जमा करवा दिए है व जिन लोगों ने नहीं करवाए है उनके खिलाफ कानूनी कारर्वाई की जा रही है। इसके बावजूद आए दिन पिस्तौल से हमला करने व लोगों को घायल करने की शिकायते दर्ज हो रही है।  

हेरोइन व नशीले पदार्थ की तस्करी के आरोप में तीन नामजद, दो गिरफ्तार 

बठिंडा, 8 मार्च(जोशी). देशराज स्कूल बठिंडा के नजदीक कोतवाली पुलिस ने दो लोगों को 25 ग्राम हेरोइन व 3 ग्राम नशीली पदार्थ व नगदी के साथ एक व्यक्ति को नामजद कर दो को गिरफ्तार किया है। कोतवाली पुलिस के एसआई हरजीवन सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ नौजवान हेरोइन की तस्करी का धंधा करते हैं। इसी के चलते पुलिस ने मुखबरी के आधार पर देशराज स्कूल बठिंडा के पास दो लोगों संदीप धातरो वासी बाबा मंदर वाली गली बठिंडा व इंद्रजीत सिंह वासी गुरु गोबिंद सिंह नगर बठिंडा को शक के आधार पर रोककर तलाशी ली। तलाशी के दौरान आरोपियों के पास 25 ग्राम हेरोइन का नशा बरामद किया गया। इसमें आरोपी संदीप धातरो के मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया जबकि दूसरा आरोपी फरार होने में सफल रहा।  इसी तरह संगत पुलिस के सहायक थानेदार हरबंस सिंह ने बताया कि पुलिस ने 3 ग्राम नशीली पाउंडर, एक मोबाइल फोन व 200 रुपए की नगदी के साथ खुशदीप सिंह वासी गांव पथराला को गांव से गिरफ्तार किया है।

पैदल जा रहे व्यक्ति से मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने छीना मोबाइल, गिरफ्तार 

बठिंडा, 8 मार्च(जोशी). बठिंडा के बीड़ रोड पर मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने पैदल जा रहे एक व्यक्ति से मोबाइल फोन छीन लिया व फरार हो गए। मामले में कनाल कालोनी पुलिस ने शिकायत के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। कनाल कालोनी पुलिस थाना के पास सहिलपाल वासी बीड़ रोड बठिंडा ने शिकायत दी कि वह गत दिवस काम से वापिस अपने घर की तरफ पैदल जा रहा था कि इसी समय दो लोग पीछे से आए व उसका नोकिया मोबाइल फोन जिसकी कीमत करीब 8 हजार रुपए के करीब थी छीनकर फरार हो गए। मामले की शिकायत उन्होंने पुलिस के पास कर दी। पुलिस ने मामले में लूटपाट करने वाले लोगों के मोटरसाइकिल नंबर  आधार पर पहचान कर ली। इसमें गोबिंद, आकाश सिंह वासी अमरपुरा बस्ती बठिंडा को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी राहत जाते लोगों से छीनाछपटी करने का काम काफी समय से कर रहे थे। पुलिस आरोपियों को रिमांड हासिल कर पहली की लूटपाट की जानकारी जुटा रही है।

लोगों को दड्डे सट्टे की लत लगाकर जालसाजी करने वाला एक गिरफ्तार 

बठिंडा, 8 मार्च(जोशी). दड्डा सट्टा लगाकर लोगों को ठगने व जुएं की लत लगाने वाले एक व्यक्ति को कनाल कालोनी पुलिस थाना ने गिरफ्तार किया है। कनाल कालोनी पुलिस के सहायक थानेदार तारा सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि रेलवे कालोनी के नजदीक स्थित पोखरमल कंटीन के पास एक व्यक्ति लोगों को दड्डा सट्टा लगाने का काम करता है व सुबह व सांय वहां आकर लोगों की पर्ची व पैसे लेकर जाता है। इसी सूचना पर पुलिस ने आरोपी सुखविंदर कुमार वासी अमरपुरा बस्ती बठिंडा को 10 पर्चियां व उसमें इकट्ठी की गई करीब 1070 रुपए की नगदी के साथ पोखर मल कंटीन के पास से गिरफ्तार कर लिया।  

केंद्रीय जेल में तेजधार हथियारों से हमला कर घायल करने वाले तीन हवालातियों पर केस

बठिंडा, 8 मार्च(जोशी). केंद्रीय जेल गोबिंदपुरा बठिंडा में तेजधार हथियारों से दूसरे कैदियों पर हमला करने वाले तीन हवालातियों पर जेल प्रशासन ने कैंट पुलिस थाना में केस दर्ज करवाया है। कैंट पुलिस थाना में केंद्रीय जेल बठिंडा के सीनियर सुपरिटेंडेंट ने लिखित शिकायत दी कि हवालाती कुलविंदर सिंह वासी सेमा, हवालाती लक्की खोखर वासी खोखर, हवालाती रणजोध सिंह ने गत दिवस जेल में कैदियों के साथ झगड़ा किया व तेजधार हथियारों से हमला किया। जेल प्रबंधकों ने स्थिति को मौके पर गंभीर होने से बचाया। इस दौरान आरोपी लोगों के पास से पतरी वाला क्रिच, सरिया से बनाया सुआ व रेती से बना तेज हथियार भी बरामद किया गया है। पुलिस के अनुसार कैदी जेल में रसोई व दूसरे निर्माण कार्य के दौरान लोहे का सामान उठाकर इसे तेजधार हथियार बनाकर रखते थे व झगड़े की स्थिति में कैदियों पर इससे वार करते थे। फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर अगली कारर्वाई शुरू कर दी है। 


तेज रफ्तार कार ने गली में घूम रहे सात साल के बच्चे को मारी टक्कर

बठिंडा, 8 मार्च(जोशी). जिले के गंव चक्क रुलदू सिंह वाला के पास एक तेज रफ्तार कार चालक ने सात साल के बच्चे को टक्कर मारकर घायल कर दिया। संगत पुलिस थाना के पास जसविंदर सिंह वासी चक्क रुलदू सिह वाला ने शिकायत दी कि गत दिवस उसका सात साल का बेटा  अमनदीप सिंह गांव में पैदल जा रहा था कि इसी दौरान एक तेज रफ्तार कार आई व उसे टक्कर मारकर चालक मौके से फरार हो गया। उसके बेटे को गंभीर चोट लगी है। पुलिस ने शिकायत पर केस दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। 


सोमवार, 7 मार्च 2022

Bathinda- आढ़तियां ने साथी से मिलकर मारी 40 लाख की ठगी, लाइव होकर किसान ने फंदा लगा समाप्त कर ली जीवन लीला


-पुलिस ने परिजनों के बयान पर दो लोगों के खिलाफ दर्ज किया केस, गिरफ्तारी नहीं

बठिंडा. बठिंडा के गांव पुहला में एक किसान ने आढ़ती व किसान की तरफ से 40 लाख रुपए की जालसाजी से परेशान होकर सोशल मीडिया में लाइव होकर घर के कमरे में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। मृतक किसान की उम्र 40 साल के करीब बताई जा रही है जबकि वह इसने पीछे 15 साल की लड़की व 14 साल का लड़का व पत्नी को छोड़ गया है। पुलिस ने मृतक के परिजनों के बयान पर मामले की जांच शुरू कर दो आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है लेकिन आरोपी आढ़तियां व साथी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। जानकारी अनुसार पुहला गांव में रहने वाले हरचरण संह काला पुहला ने सोमवार की सुबह सोशल मीडिया पर लाइव होकर खुद को फंदे में लटकाककर आत्महत्या कर ली। इससे पहले उसने आरोप लगाया कि वह अपनी फसल एक आढतियां के यहां एक जानकार किसान के मार्फत बेचता था। इसमें आढ़तियां उसकी फसल की पेयमेंट नहीं दे रहा था। यह राशि लंबे समय से करीब 40 लाख रुपए के करीब हो गई। आढ़तियां उसे हर बार कहता था कि उसकी पेयमेंट उसके पास जमा है व जब जरूरत होगी ब्याज सहित उससे वह राशि ले सकता है। हरचरण सिंह काला पुहला ने कई बार आढ़तियां को पेयमेंट देने के लिए कहा लेकिन वह एक अन्य जट्ट के साथ मिलकर उसे ब्लैकमेल करने लगा व करीब 8 दिन पहले आढ़तियां उसके घर आया व कहा कि वह उसके खाते में पेयमेंट डाल देगा इसके लिए आनलाइन पेयमेंट होगी सो वह उसे अपने खाते का खाली चैक साइन करके दे। रकम ज्यादा होने के चलते चार बैंकों से उसे ट्रांसफर करुगा व चार खाली चैक में उसके साइन करवाकर ले गया। इसके बाद जब उसकी पेयमेंट नहीं मिली तो उसने फोन किया तो उसने कहा कि अगर उसने ज्यादा शोर किया तो वह खाली चैंक में रकम भरकर उस पर केस कर देगा कि वह उसकी पेयमेंट हड़प कर रहा है। इसी बात को लेकर हरचरण सिंह काला पुहला मानसिक तौर पर परेशान रहने लगा। यही नहीं हरचरण सिंह ने विडियो में कहा कि वह अपने दोनों बच्चों से बहुत प्यार करता है। उसका सपना था कि वह अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देकर ऊंचे मुकाम में पहुंचते देखों लिन आढ़ती व उसके साथ के कारण वह मानसिक तौर पर टूट चुका हूं व अपने अपने बच्चों पर घर की इतनी बड़ी जिम्मेवारी डालकर भगवान के घर जा रहा हूं। उसने कहा कि अगर मैं सच्चा हूं तो मेरे बाद मुजे व मेरे परिवार को इंसाफ जरूर दिलवाना। मृतक व्यक्ति के परिजन रविंदर सिंह व पत्नी ने बताया कि आढ़तियां व उसका साथी हरचरण सिंह काला को लगातार परेशान कर रहा था जिसके चलते वह मरने के लिए मजबूर हुआ है। उन्होंने पुलिस व प्रशासन से उसके पति के हत्यारों को गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने की मांग की है।

थाना नथाना के एसआई सुखविंदर सिंह ने बताया कि मृतक काला सिंह के परिजनों के बयानों पर आरोपित यादविंदर सिंह उर्फ जादू और बलजिंदर सिंह के खिलाफ खुदकुशी करने के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर लिया गया है, लेकिन उनकी अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि मृतक ने अपनी वीडियो में भी इन दोनों लोगों के नाम लिए है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

 


पिछले दो दशक से बठिंडा में अवैध इमारतों का मुद्दा गर्म लेकिन राजनीतिक, अधिकारिक व एजेंटों के गठजोड़ ने नहीं होने दी कारर्वाई


बठिंडा।
बठिंडा शहर में अवैध इनारतें बनने का मुद्दा नगर निगम की हाउस बैठकों में भी पिछले दो दशक से उठाया जा रहा है लेकिन जमीनी स्तर पर आज तक पुख्ता कारर्वाई नहीं हो सकी है। अवैध इमारते बनाने वाले लोगों का शहर के कुछ आर्टिटेक्टो के साथ निगम के अधिकारियों से इस तरह का गठजोड़ है कि शहर में कोई भी इमारत जब बनने लगती है तो उसकी दीवारों को पहले पूरी तरह से बनाने का मौका दिया जाता है। वही जिस दिन इमारत का लैंटर डाला जाता है उसी दिन निगम के अधिकारी व फिल्ड अफसर मौके पर पहुंच जाते हैं। इस दौरान पहले उन्हें बिल्डिंग का काम रोकने की धमकी दी जाती है वही अगले दिन आकर इमारत पर बुल्डोजर चलाने की चेतावनी देते है। इमारत पर लाखों रुपए खर्च कर चुका बिल्डर हाथ पैर मारना शुरू करता है व शहर में निगम के अधिकारियों की जानपहचान वाले नेताओं से लेकर हर वर्ग के व्यक्ति से सिफारिश डलवाने का काम शुरू हो जाता है। इस दौरान सिफारिश लेकर आए व्यक्ति को संदेश दिया जाता है कि आलाअधिकारी के पास मामला पहुंच चुका है व अफसर काफी सख्त है। इकी दौरान फिर बिल्डर की जेब खाली करवाने व अफसर व बिचोलियों की जेब भरने का सिलसिला शुरू हो जाता है। जेब में पैसे पहुंचते ही इमारत कैसे बननी है व किस तरह का जुगत लगाना है इसकी पूरी जानकारी बिल्डर तक पहुंचा दी जाती है व कुछ समय बाद ही बिल्डिंग तैयार होकर रंग रोगन पोतकर तैयार हो जाती है। यही नहीं इमारत की कीमत व इलाके के हिसाब से पैसे का लेनदेन तय होता है। फिलहाल इस पूरे माफियां को सीधे तौर पर अफसरों से लेकर नेताओं का सीधे तौर पर संरक्षण हासिल होता है।

पांच साल पहले 10 सदस्यों की कमेटी कर चुकी है जांच

पिछले दो दशक में शहर में बनी अवैध इमारतों का मसला नगर निगम सदन में बार-बार उठने के बाद 31 मार्च 2017 की बजट बैठक में जांच के लिए 10 सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया था। रिकॉर्ड देखा जाए तो 2003 से 2012 तक की 850 तो 2012 से 2017 तक 400 के करीब अवैध इमारतों का निर्माण शहर में किया जा चुका है। वही साल 2017 से अब तक 1200 के करीब इमारते नियमों को ताक पर रखकर शहर में बन चुकी है। इसमें खास बात यह रही कि शहर में एक दर्जन से अधिक बड़े अस्पताल व शो रुम पिछले पांच साल में नियमों को ताक पर रखकर तैयार हो गए। जबकि यह सभी वही इमारते थे जिसमें लंबे समय से निगम आपत्ति जताता रहा है। इन तमाम इमारतों में नगर निगम ने बाकायदा नोटिस निकाल रखा है लेकिन इनके खिलाफ तो कार्रवाई हो सकी और ही इनका सीएलयू भरवाया जा सका है जिससे नगर निगम को करोड़ों रुपए का आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ा है।

शहरमें नवंबर 2016 से 15 मार्च 2017 तक 28 अवैध इमारतें नियम कायदों को ताक पर रखकर खड़ी कर दी गई। इसकी जानकारी नगर निगम के रिकार्ड में दर्ज है लेकिन इसमें हैरानी वाला पहलू यह है कि नगर निगम ने इन इमारतों के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर नोटिस निकालकर खानापूर्ति कर दी। वर्तमान में यही अवैध इमारतें नगर निगम अधिकारियों के लिए गले का फांस साबित हो रही है। नगर निगम ने सूचना अधिकार कानून के तहत मांगी गई जानकारी में शहर में पांच माह के दौरान बनी इमारतों की लिस्ट तो जारी कर दी लेकिन इसमें जब इन इमारतों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है संबंध में पूछा गया तो अधिकारियों ने इसे आंतरिक मामला कहकर जवाब देने से इनकार कर दिया।

दूसरी तरफ नगर निगम अधिकारियों की मिलीभगत से शहर में बनी इमारतों को लेकर पार्षदों ने अपने स्तर पर जांच पड़ताल करने में जहां आनाकानी की वहीं इसमें अब पूरे मामले की जांच विजिलेंस से करवाने की मांग भी की गई लेकिन राजनीतिक व अधिकारियों के दबाव में मामले ठंडे बस्ते में डाल दिया गया । लोकसभाचुनाव 2014 में 150 अवैध इमारतें बनी तो 2015 निगम चुनाव में 125 इमारतें रातों रात बना दी गई। 2017 विधानसभा चुनाव में नगर निगम रिकार्ड में 28 इमारतें बनी है जबकि शहर के आउटर एरिया के साथ गली मोहल्लों में बनी इमारतों को जोड़ दिया जाए तो यह तादाद 80 से ऊपर पहुंच जाएगी। साल 2003-04 में 60, 2004-05 में 58, 2005-06 में 82, 2006-07 में 91 इमारतें बनी। साल 2007 विधानसभा चुनाव के दौरान 121, लोकसभा चुनाव 2009 में 114 इमारतें अवैध तौर पर खड़ी की गई। 2010-11 में 25 तो 2012 विस चुनाव में 175 इमारतें खड़ी हो गई। वही हाल में नगर निगम व बाद में विधानसभा चुनावों में शहर के हर कोने व गली मुहल्ले में इमारते बनाने की होड़ लग गई। इन इमारतों की अगर सही ढंग से फीस भरी जाती तो निगम की आय करोड़ों में जाती व शहर का विकास हो सकता था लेकिन अधिकारियों ने निगम के कागजों में हेरफेर कर, कमर्सिंयल को रेजीडेंस इलाका दिखाककर करोड़ों का हेरफेर कर मोटी चपत लगाने का काम किया। पार्किंग के नाम पर छोड़ी जाने वाली जगह से लेकर दो से पांच मंजिला इमारत बनाने के लिए भर जाने वाली फीसों में भी बड़ा हेरफेर हुआ। अगर इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए तो एक बड़ा घपला सामने आ सकता है।


आईएमए बठिंडा की तरफ से आईएमए नेशनल प्रेसिडेंट रनिंग क्रिकेट ट्राफी का डीसी विनित कुमार ने किया विधिवत उद्घाटन


बठिंडा, 7 मार्च(जोशी). इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बठिंडा की तरफ से आईएमए नेशनल प्रेसिडेंट रनिंग क्रिकेट ट्राफी का विधिवत उद्घाटन किया गया। इसका उद्घाटन डिप्टी कमिश्नर विनित कुमार की तरफ से किया गया। आईएमए बठिंडा के करीब 600 सदस्यों के सहयोग से आयोजित हो रहे इस टूर्नामेंट का हर साल आयोजन इंडियन डेंटल एसोसिएशन और आसपास की आईएमए ब्रांचों की टीमों की तरफ से किया जा रहा है। आईएमए के जिला प्रधान डा. विकास छाबड़ा ने बताया कि इस बार की ट्राफी के प्रोयोजित फ्रेकी नवेतिया है जो अपने स्वर्गीय पिता डा. सुंदर नवेतिया की याद में इसका आयोजन करवा रहे हैं। इस टूर्नामेंट में 8 टीमें हिस्सा ले रही है व इसमें 116 खिलाड़ी है जिसमें 20 डेटिस्ट व 5 मैंबर शमिल है। टूर्नामंट का उद्धघाटन डीसी बठिंडा विनित कुमार की तरफ बठिंडा के तेसवर स्पोर्ट्स एकादमी में किया गया। इस दौरान डीसी बठिंडा ने बैट व बाल से अपनी क्रिकेट के प्रति दिलचस्पी को उद्घाटन मैच के दौरान प्रदर्शित किया। पहला मैच संजीवनी चाइल्ड केयर और दिल्ली चाइल्ड केयर की टीमों के बीच खेला गया इसमें संजीवनी चाइल्ड केयर विजेता रही। इस मौके पर प्रधान डा. विकास छाबड़ा, सेक्रेटरी रविकांत गुप्ता, फाइनेंस सेक्रेटरी डा. दीपक बांसल, उपप्रधान डा. सौरभ गुप्ता, डा. परनीत सिद्धू, डा. रिमाशू बांसल, ज्वाइंट सेक्रेटरी डा. अमित अग्रवाल, डा. अश्वनी गोयल व डा. कवलीत सिंह खुराना भी हाजिर रहे। 

फोटो सहित-बीटीडी-1-2- इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बठिंडा की तरफ से आईएमए नेशनल प्रेसिडेंट रनिंग क्रिकेट ट्राफी का विधिवत उद्घाटन करते डीसी बठिंडा व खेल के दौरान बैटिंग करते। 




महिला दिवस पर किया गया महिलाओं को सम्मानित/ वीनू गोयल ने किया अहवान-प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं को मिलना चाहिए बराबरी का सम्मान


--महिला सशक्तिकरण को नमन: मोना जायसवाल,
-आत्मविश्वास तथा आत्मनिर्भर होकर बढ़ाएं कदम आगे: रामूवालिया


--महिला दिवस पर किया गया महिलाओं को सम्मानित

बठिंडा। महिला दिवस के उपलक्ष्य में समाज सेविका वीनू गोयल की अगुवाई में विशाल समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान भाजपा महिला मोर्चा प्रधान मोना जायसवाल मुख्य मेहमान के तौर पर उपस्थित हुए व उनके साथ बीबी अमनजोत कौर रामूवालिया स्पोक्सपर्सन भाजपा पंजाब विशेष तौर पर उपस्थित हुए। इस दौरान गेस्ट ऑफ ऑनर के तौर पर मीनाक्षी गर्ग, प्रिंसिपल रजनी लॉरेंस, प्रिंसिपल जतिंदर शर्मा तथा ज्योतिष वंदना उपस्थित हुए। इस दौरान माधवी तथा प्रोफेसर अंजू गुलाटी द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया गया। इस दौरान कार्यक्रम की शान में चार चांद लगाने के लिए उभरती पंजाबी सितारा राज धालीवाल ने प्रोग्राम में हिस्सा लिया। इस दौरान सभी महिलाओं द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। समाज सेविका वीनू गोयल ने बताया कि कार्यक्रम "बठिंडे दी आवाज, नारी का सम्मान" उनकी टीम द्वारा हर वर्ष उत्साह से मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि अग्रवाल समाज सभा तथा डायमंड वेलफेयर सोसायटी के संयुक्त प्रयासों से उक्त कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। उक्त कार्यक्रम में विशेष व्यक्तित्व रखने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। इस दौरान मोना जायसवाल ने महिला सशक्तिकरण का संदेश देते हुए इस कार्यक्रम में उपस्थित हुई प्रत्येक महिलाओं को नमन किया। इस दौरान अमनजोत कौर रामूवालिया ने भी महिलाओं को समाज में आत्मविश्वास तथा आत्मनिर्भरता के लिए प्रेरित किया। समारोह में पिंकी बराड़ तथा संतोष शर्मा का विशेष सहयोग रहा। डायरेक्टर एमके मन्ना ने बताया कि नारी शक्ति पुरस्कार में सुपर इंडियन वुमन क्लब से शीनू गोयल, डायरेक्टर सेंट पॉल रेडियंट स्कूल रजनी लॉरेंस, लेखक तथा कहानीकार स्नेह गोस्वामी, होली प्लेवे स्कूल से रजनी, सिंगर ज्योति गिल तथा जशनदीप व ज्योतिषी वंदना को सम्मानित किया गया। इस दौरान एडवोकेट बबीता गुप्ता द्वारा स्टेज सचिव की भूमिका निभाई गई। इस मौके गीत, संगीत कार्यक्रम के साथ-साथ लक्की हाउस मेकर महिला अवार्ड भी निकाले गए। महिलाओं के इस स्पेशल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वीनू गोयल ने कहा कि आधुनिक युग में महिलाओं की भागीदारी एक सशक्त समाज का निर्माण कर सकती है। उन्होंने समस्त महिलाओं को आत्मविश्वास से जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।


रविवार, 6 मार्च 2022

सिल्वर ओक्स स्कूल भुच्चो परिसर में अध्यात्म और शांति की गूंज से शैक्षिक कार्य का आगाज


 बठिंडा, 6 मार्च(जोशी).
  श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के 48 घंटे के निरंतर और निर्विघ्न  प्रवचन का समापन मधुर कीर्तन और अरदास और प्रसाद वितरण  के साथ हुआ। इस अवसर पर स्कूल के  प्रेजिडेंट सरूप सिंगला, चेयरमैन इंद्रजीत सिंह बराड़, डायरेक्टर बरनिंदर कौर, सिल्वर ओक्स स्कूल की सभी शाखाओं के प्रमुखों एवं स्टाफ सदस्यों सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की। सभी अतिथियों ने पवित्र गुरु का लंगर छकते हुए मानव जाति की शांति, प्रगति और समृद्धि की प्रार्थना की। सरूप चंद सिंगला जी कहा कि हमें अपने गुरुओं द्वारा दिखाए गए ईमानदारी एकता, सच्चाई और बहादुरी के मार्ग पर चलना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि सिल्वर ओक्स स्कूल भुच्चो में  हमारा प्रयास न केवल शिक्षा प्रदान करना होगा, बल्कि इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारे छात्रों में 21 वीं सदी के कौशल का निर्माण किया जा सके, जिसके माध्यम से वे वास्तविक चुनौतियों का समाधान कर सकते हैं जो प्रौद्योगिकी की इस क्रांति में मूल्यवान हो सकती हैं। विद्यालय के चेयरमैन इन्द्रजीत सिंह बराड़ ने इस शुभ अवसर का हिस्सा बनने के लिए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया और प्रोत्साहित किया और सिल्वर ओक्स स्कूल की  टीम को हार्दिक बधाई दी। इस मौके विभिन्न सामाजिक, धार्मिक  व राजनीतिक क्षेत्र की हस्तियों ने उपस्थित होकर स्कूल प्रबंधन को बधाई दी व उज्जवल भविष्य की कामना की। 





चुनाव की आड़ में बन रही बठिंडा शहर में अवैध इमारते, निगम अफसर जेबे भर नहीं कर रहे कारर्वाई


बठिंडा।
हाल ही में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए तो परिणाम का इंतजार हो रहा है। इस स्थिति में राज्य में चुनाव आचार सहिंता लगी है। चुनाव आचार सहिंता के साथ नगर निगम बठिंडा में भी कमिश्नर की तैनाती नहीं है। ऐसे में बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों की जमकर मनमानी चल रही है व शहर में दर्जनों अवैध इमारतों का निर्माण बेखौफ होकर करवाया जा रहा है।पिछले एक साल से कभी नगर निगम चुनाव तो अब विधानसभा चुनाव के नाम पर लोगों को नियमों के विपरित शहर में इमारते बनाने की खुली छूट मिली हुई है। अधिकारी लोगों को नोटिस निकाल रहे हैं उन्हें बिल्डिंग का काम रोकने की बात कह रहे हैं लेकिन कुछ समय बाद ही अपनी जेबे गर्म कर इमारतों को कैसे बनाना है उसकी जुगत देकर काम शुरू करवा रहे हैं। नगर निगम के तमाम कायदे कानून को ठेंगे पर रखकर शहर में अवैध निर्माण खासकर अस्पतालों व बड़े-बड़े शोरूमों की बिल्डिंगं रातों रात तैयार हो रही है। इसमें कई बिल्डिंगें तो ऐसी है जो पिछले कई सालों से विवादों के चलते बन ही नहीं सकी लेकिन इन चुनावों में इन इमारतों को भी निर्माण की खुली छूट प्रदान कर दी गई। हालात यह है कि प्रतिबंधित क्षेत्र में कमर्शियल इमारतों का निर्माण किया जा रहा है। ऐसे में शहर में नियम ढह रहे हैं और इमारतें बन रही हैं। बठिंडा की मानसा रोड पर असलहा डिपो के पास किसी भी तरह का निर्माण नहीं किया जा सकता, लेकिन अब धड़ाधड़ इमारतों का निर्माण किया जा रहा है। शहर की बीबी वाला रोड़, ग्रीन सीटी रोड. डा. नारंग रोड. 100 फुटी रोड पावर हाउस सहित शहर के हर बाजार व प्रमुख सड़कों के किनारे बड़ी-बड़ी इमारतों का निर्माण धडल्ले से किया जा रहा है। अवैध निर्माण करने वालों पर न तो निगम ही शिकंजा कंस रहा है और न ही जिला प्रशासन। चौंकाने वाली बात तो यह है कि इनका निर्माण जहां निगम की नाक तले किया गया, वहीं निगम ने इन निर्माणों पर कार्रवाई के नाम पर मात्र कागजों का पेट भरा। खानापूर्ती के तौर पर आरापित को नोटिस जारी किए।

शहर का नक्शा बिगाड़ रहे अवैध निर्माण

शहर में धड़ाधड़ हो रहे अवैध निर्माण के कारण जहां निगम को करोड़ों रुपये की चपत तो लगी ही, शहर का नक्शा भी बिगड़ गया। रिहायशी क्षेत्रों में कमर्शियल निर्माण भी कर दिए, मगर राजनीतिक दबाव व मिलीभगत के चलते किसी पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।

बिना कंप्लीशन के लगे बिजली व पानी कनेक्शन

यह मामला मात्र अवैध निर्माणों तक ही सीमित नहीं। निकाय विभाग ने अवैध निर्माणों व बिना कंप्लीशन सर्टीफिकेट के इमारतों को बिजली व पानी, सीवरेज कनेक्शन जारी करने पर पाबंदी लगाई है, मगर ब¨ठडा में बनी इन इमारतों में लगभग तमाम में बिजली, पानी व सीवरेज कनेक्शन भी लगा दिया। इससे निकाय विभाग के निर्देशों को भी ताक पर रखा गया।

निगम की नाक तले चल रहे हैं निर्माण

अभी भी निगम नींद में है व शहर में राजनीतिक संरक्षण के तले अवैध निर्माण जारी हैं। शहर में जांच की जाए तो ऐसे दर्जनों मामले सामने आ जाएंगे। मगर निगम गहरी नींद में है।

12 सौ मीटर के दायरे में नहीं हो सकतार निर्माण

आयुध डिपो के प्रतिबंधित क्षेत्र 12 सौ मीटर के दायरे में निर्माण के मामले में प्रशासन दोहरा मापदंड अपना रहा है। आम आदमी प्रतिबंधित क्षेत्र में निर्माण करे, तो उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया जाता है, लेकिन राजनीतिज्ञ कराएं तो उसे कोई रोकने वाला नहीं।

शहर में जब भी कोई अवैध इमारत का निर्माण शुरु होता है तो निगम के अधिकारी उस ईमारत को रोकने के लिए नहीं आते। लेकिन जब ईमारत बनकर तैयार हो जाती है तो निगम के अधिकारी उनके पास आते हैं। लेकिन पता नहीं उनमें क्या बात होती है कि उसके बाद वे उससे भी ऊपर वाली मंजिल बनाना शुरू कर देते हैं। अपना दामन पाक साफ दिखाने के लिए निगम अधिकारी अवैध इमारतें बनाने वाले लोगों को नोटिस जारी करके खानापूर्ति कर देते हैं। इसके बाद भी वे इमारतें बनती रहती हैं।


इससे पहले भी ऐसे की लोगों ने मनमानी

लोकसभाचुनाव 2014 में 150 अवैध इमारतें बनी तो 2015 निगम चुनाव में 125 इमारतें रातों रात बना दी गई। 2017 विधानसभा चुनाव में नगर निगम रिकार्ड में 28 इमारतें बनी है जबकि शहर के आउटर एरिया के साथ गली मोहल्लों में बनी इमारतों को जोड़ दिया जाए तो यह तादाद 80 से ऊपर पहुंच जाएगी। साल 2003-04 में 60, 2004-05 में 58, 2005-06 में 82, 2006-07 में 91 इमारतें बनी। साल 2007 विधानसभा चुनाव के दौरान 121, लोकसभा चुनाव 2009 में 114 इमारतें अवैध तौर पर खड़ी की गई। 2010-11 में 25 तो 2012 विस चुनाव में 175 इमारतें खड़ी हो गई।



बुधवार, 2 मार्च 2022

BATHINDA-नशा तस्करों पर नकेल कसने में जुटी पंचायतों ने लगाया पुलिस पर कारर्वाई नहीं करने का आरोप -नशा तस्करों को छोड़ने व उन्हें पकड़वानी वाली पंचायतों से अभद्र व्यवहार करने पर एसएसपी से कड़ी कारर्वाई की मांग


बठिंडा. एक तरफ जहां स्थानीय पंचायतें नशा सप्लाई की चैन को तोड़ने के लिए काम करने में जुटी है वही कई पंचायतों ने शिकायत की है कि इस काम में उन्हें कुछ पुलिस अधिकारियों व कर्मियों का सहयोग नहीं मिल रही है। इसके पीछे एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि वह पुलिस के आला अधिकारियों को ग्रामीण इलाकों में थाना स्तर के अधिकारी नशा तस्करो को जहां स्पोर्ट कर रहे हैं वही इसके खिलाफ आवाज उठाने की पंचायतों व उनके मैंबरों को बेइज्जत किया जा रहा है। इस मामले में बुधवार को बठिंडा की तीन ग्रामीण पंचायतों ने एसएसपी बठिंडा से मुलाकात की व नशा तस्करों को छोड़ने व पंचायत से अभद्रता करने वाले पुलिस अधिकारी व कर्मी के खिलाफ कारर्वाई करने की मांग की है। हालांकि इस मामले में एसएसपी अवनीत कौडल ने आश्वासन दिया है कि वह मामले में बनती कारर्वाई करेंगी लेकिन पंचायतों का कहना है कि वह इससे पहले भी तत्कालीन एसएसपी के सामने नशा तस्करी का मुद्दा उठा चुके हैं लेकिन उनके नजदीकी थाना नंदगढ़ में तैनात कर्मियों के खिलाफ कोई कारर्वाई नहीं हुई बल्कि लंबे समय से उन्हें एक ही जगह पर तैनाती दे रखी है। चक्क अतर सिंह वाला गांव के सरपंच कृष्ण लाल, बाजका गांव के सरपंच लक्षमण सिंह व कालझरानी के सरपंच व चक्क अतर सिंह वाला के पूर्व पंचायत मैंबर इंद्र सिंह ने बताया कि उनके गांवों के नजदीकी थाना नंदगढ़ लगता है। इस थाना में पुलिस अधिकारी नशा तस्करों को संरक्षण दे रहे हैं। गत दिवस चक्क अतर सिंह वाला सहित आसपास के दर्जनों गांवों ने नशा रोकने के लिए प्रस्ताव पारित किया था व तय किया था वह अपने गांवों में नशे की तस्करी किसी भी सूरत में नहीं होने देंगे। वही नशा तस्करी करने वालों को मौके पर पकड़कर पुलिस के हवाले करेंगे। वही नशे की दलदल में फंसे नोजवानों को इससे बाहर निकालने के लिए प्रयास करेंगे। इसी कड़ी में गांव में पिछले पांच साल से स्मैक व दूसरे नशों की तस्करी करने वाले एक व्यक्ति को पकड़कर उन्होंने थाना नंदगढ़ पुलिस के हवाले किया था। इसके पास स्मैक भी बरामद की गई व गांव के करीब 40 गणमान्य लोगों की हाजिरी में उसे पकड़कर थाना लेकर गए लेकिन थाना में तैनात एक एएसआई ने उस पर किसी तरह की कारर्वाई करने की बजाय उसके पास जो नशा मिला था उसे पिला दिया व पंचायत मैंबरों को कहने लगे कि वह उस पर झूठा आरोप लगा रहे है कि नह तस्करी करता है। वही उस व्यक्ति को रिहा कर दिया गया। यही नहीं इस दौरान सरपंच कृष्ण लाल के साथ अभद्र व्यवहार कर जाति सूचक शब्द बोलकर बेइज्जत किया। ग्रामीणों ने इस बाबत विरोध भी जताया लेकिन कोई कारर्वाई नहीं हो सकी। इसके बाद समूह ग्राम पंचायतों के साथ स्थानीय लोग बुधवार को बठिंडा में एसएसपी बठिंडा से मिले व मांग रखी कि नशा तस्करों के खिलाफ कारर्वाई नहीं करने व पंचायतों से अभद्रता करने वाले अधिकारी के खिलाफ तत्काल कानूनी करार्वाई करे। वही ऐसा नहीं करने पर पंचायत ने विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। 

ADVT-EHP-2022/MW



मंगलवार, 1 मार्च 2022

बैंक के स्कोयरिटी ई सर्विलांस सिस्टम ने एटीएम में रोकी लाखों की चोरी -तीन युवकों ने एटीएम को गैस कटर से काटने की कोशिश की, एक गिरफ्तार दो फरार

बठिंडा. अमरिक सिंह रोड पर एसएसडी गर्लज कालेज के साथ बनी एसबीआई ब्रांच में लगे एटीएम मशीन में देर रात तीन चोरों ने सेधमारी करने की कोशिश की। इस दौरान चोर गैस कटर से एटीएम को काटने की कोशिश कर रहे थे लेकिन बैंक के स्कोयरिटी ई सर्विलांस सिस्टम के एक्टिव होने से मामले की सूचना तत्काल पुलिस कंट्रोल रुम व नजदीकी थाने के पास पहुंच गई। इससे पुलिस ने बिना किसी देरी के मौके पर पहुंचकर एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया लेकिन दो मौके से भागने में सफल रहे। इस दौरान गैस कटर से निकली चिंगारी से एटीएम मशीन में आग लग गई लेकिन मौके पर पुलिस कारर्वाई के चलते नगदी व अन्य साजों सामान का नुकसान होने से बच गया। जानकारी अनुसार बठिंडा के अमरिक सिंह रोड पर एसएसडी गल्रज कालेज नजदीक मेला राम अस्पताल पर स्टेट बैंक आफ इंडिया का एटीएम लगा है। इस एटीएम में सोमवार-मंगलवार की देर रात तीन बजे के करीब तीन चोरों ने सेधमारी की। उन्होंने गैस कटर से एटीएम मशीन को काटने की कोशिश की। उक्त चोरी करते चोर इस बात से अनभिज्ञ थे कि बैंक के एटीएम के आटो स्कोयरिटी ई सर्विलांससिस्टम लगा है। चोरी की तरफ से एटीएम से छेड़खानी करते ही आटो मैसेज जहां बैंक अधिकारियों के पास पहुंचा वही पुलिस कंट्रोल रुम व नजदीकी थाने में भी अलार्म बज गया। पुलिस ने बिना किसी देरी के मौके पर पहुंचकर एटीएम में दाखिल चोरों को घेर लिया लेकिन इस दौरान दो लोग जो बाहर खड़े थे वह भागने में सफल रहे जबकि अंदर कटर से एटीएम काट रहे व्यक्ति को पुलिस ने धर दबोचा। इसके बाद मामले की जानकारी एसबीआई ब्राच के अधिकारियों को मिली तो वह भी मौके पर पहुंच गए। बैंक के ब्रांच मैनेजर अनुरुद्ध शुकला ने बताया कि ई सर्विलांस सिस्टम व पुलिस की सतर्कता से बड़ी लूट व चोरी होने से बच गई। इस दौरान एटीएम को थोड़ा नुकसान हुआ है लेकिन अंदर रखा लाखों रुपए का कैश चोरी होने से बच गया है। वही पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार किए आरोपी से पूछताछ की जा रही है व जल्द ही दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। 

क्या है ई सर्विलांस सिस्टम जिससे लाखों की चोरी रुकी

यह एक छोटा सा यंत्र है जो एटीएम में कहीं भी सीसीटीवी की तरह लगाया जाता है। ई-सर्विलांस के लग जाने से एटीएम के साथ छेड़छाड़ करते ही बैंक अधिकारियों को इसकी जानकारी मिल जाती है। ई-सर्विलांस के तहत तीन स्तरीय सिक्योरिटी सिस्टम होता है। अगर कोई एटीएम मशीन पर हाथ पटकता है या पैर मारता है तो तेज से बीप की आवाज आती है। इसके तत्काल बाद बैंक के कंट्रोल रूम में एक मैसेज चला जाता है। अगर फिर एटीएम से छेड़छाड़ हुई तो स्पीकर से तेज आवाज आती है। ऐसा ही बठिंडा में एसबीआई के एटीएम में हुआ था। संबंधित मैनेजर व पुलिस को भी यह उपकरण एसएमएस से अलर्ट भेजता है। एटीएम को तोड़ने और काटने में करीब आधे घंटे का समय लगता है। इतनी देर में चोर को पकड़ा सकता है। ई सर्विलांस के सिस्टम में यह आवाज पहले से फीड रहती है कि कोई व्यक्ति है जो एटीएम से छेड़छाड़ कर रहा है। उस एटीएम के संबंधित थाने के नंबर भी वहां के कंप्यूटर में फीड रहते हैं। वहां से अपने आप पुलिस को फोन चला जाता है।




सोमवार, 28 फ़रवरी 2022

समाज को डाउन सिंड्रोम वाले बच्चों को स्वीकार कर गतिविधियों में शामिल करना चाहिए- डॉ श्रेष्ठा अग्रवाल


बठिंडा। संजीवनी फेटल मेडिसिन एंड जेनेटिक क्लिनिक को बस स्टेंड के पास पावर हाउस रोड स्ट्रीट लाइट के पास जीटी रोड में अपने नए परिसर में स्थानांतरित कर दिया गया। अपने नए भवन के शुभारंभ समारोह में एसईएमसी की ओनर और फेटल मेडिसिन कंसल्टेंट श्रेष्ठा अग्रवाल ने डाउन सिंड्रोम स्पोर्ट ग्रुप. लॉन्च करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सिंड्रोम सहायता ग्रुप डाउन सिंड्रोम के निदान में सहायता करती है और ऐसे कई गर्भावस्था के दौरान अन्य जन्म दोष और आनुवंशिक रोग के बारे में बच्चे के जन्म से पूर्व ही जानकारी देती है। बच्चा होने से पहले पति-पत्नी यह जानने के लिए उससे संपर्क करते हैं कि क्या उनका अजन्मा बच्चा ऐसे किसी आनुवंशिक दोष से प्रभावित तो नहीं है। कई लोगों की काउंसलिंग के दौरान अपने करियर में ऐसे जोड़े जिनके पहले से ही डाउन सिंड्रोम से प्रभावित बच्चे हैं, उन्होंने महसूस किया कि ऐसे बच्चों का जीवन कठिन होता है क्योंकि समाज ऐसे बच्चों को स्वीकार नहीं करता है  और पश्चिमी दुनिया के विपरीत हमारे यहां इस तरह की समूह स्तर पर व्यवस्था नहीं है कि  जिसमें हम उन्हें स्पोर्ट कर सके। डाउन सिंड्रोम मानसिक मंदता का सबसे आम कारण है। !800 जीवित जन्मों में से लगभग 1 को यह प्रभावित करता है। डाउन सिंड्रोम वाले बच्चों और वयस्कों में कम बुद्धि होती है। कुछ बच्चे थेरेपिस्ट की थोड़ी सी मदद से समाज में यथोचित समायोजन कर सकते हैं, कुछ नौकरी भी कर सकते हैं। जो लोग अधिक गंभीर रूप से प्रभावित हैं वे समूह में शामिल हो सकते हैं और अपनी समस्या साझा कर इसमें उबरने में सहायता हासिल कर सकते हैं। इस ग्रुप में डॉक्टर, व्यावसायिक चिकित्सक और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ व्यक्तिगत मुद्दे पर चर्चा कर हल निकाला जाता है। 


श्रीमती अंजना सिंगला एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं जो कई वर्षों से हमेशा ऐसे कारणों के लिए काम कर रही हैं। लॉन्च इवेंट में बोलते हुए उन्होंने कहा, उन्होंने अपने पड़ोस और करीबी रिश्तेदारों में बहुतों को देखा है जिसमें कई परिवार में ऐसे प्रभावित बच्चे हैं और हमेशा सोचते हैं कि उनकी परिस्थितियाँ कितनी चुनौतीपूर्ण हैं। खासकर इन बच्चों की परवरिश करते हुए सर्वाधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। वही ग्रुप में चीना जैन  इस समूह से जुड़ी एक प्रसिद्ध व्यावसायिक चिकित्सक हैं। उसके पास ऐसे बच्चों को स्पीच थेरेपी, संवेदी-मोटर समन्वय और कई परामर्श देने का अनुभव व अन्य तकनीकें है। वह नियमित रूप से अपनी सेवाएं देती रहेंगी। वही सुमन पराशर, समूह से जुड़ी एक विशेष शिक्षिका हैं। वह बच्चों को पढ़ा रही हैं। उन्होंने कहा कि थोड़े धैर्य और स्नेह से आप इनकी मदद कर सकते हैं जिससे बच्चे बेहतर जीवन जीते हैं।



Bathinda/ राजस्थान से ट्रक में 6.97 क्विंटल भुक्की लाकर पंजाब में तस्करी करने वाले तीन लोगों को तलवंडी साबों पुलिस ने किया गिरफ्तार


बठिंडा. जिला पुलिस ने 6 क्विंटल 97 किलोग्राम भुक्की से भरा एक ट्रक जब्त कर तीन लोगों को नामजद कर गिरफ्तार किया है। आरोपी नशा राजस्थान के भाव जिले से तस्करी कर पंजाब के विभिन्न जिलों में बेचने का धंधा करते थे। तीनों आरोपियों के खिलाफ पहले भी विभिन्न थानों में नशा तस्करी के केस दर्ज है। पुलिस तीनों को अदालत में पेश कर रिमांड हासिल कर रही है जिसमें नशे की तस्करी आगे किन लोगों को की जानी थी इसके संबंध में खुलासा हो सकेगा। तलवंडी साबों के डीएसपी जसमीत सिंह ने बताया कि एसएसपी अमनीत कौंडल के निर्देश पर नशा तस्करों के खिलाफ मुहिम चलाई जा रही है। इसी कड़ी में एसपी इन्वेस्टीगेशन तरुण रत्न के आदेश पर मानसा जिले के नारकोटिक्स सेल के एसआई जगरूप सिंह तलवंडी साबों दाना मंडी में नाकाबंदी कर वाहनों की जांच कर रहे थे। दाना मंडी के पास ही एक ट्रक पीबी-13 डबल्यू-9899 खड़ा था व उसमें करीब तीन व्यक्ति सवार थे। वह ट्रक में रखी बोरियों को प्लास्टिक की चादर से छिपाने की कोशिश कर रहे थे व पुलिस को देखकर घबरा गए। पुलिस ने शक होने पर तीनों को हिरासत में लेकर ट्रक की जांच की। इसमें विभिन्न बोरियों में भुक्की चूरा पोस्त भरा हुआ मिला। इसका कुल वजन छह क्विंटल 97 किलो मिला। पुलिस ने तीनों आरोपी जगमीत सिंह उर्फ बच्चा सिंह वासी मौड़ रोड रामपुरा फूल, तरसेम सिंह वासी नजदीक सिद्धू धर्मशाला रामपुरा फूल और जसबीर सिंह उर्फ सीरा सिंह वी मौड़ रोड नजदीक बीडीपीओ ब्लाक रामपुरा दफ्तर को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ नसा निरोधक एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया। आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह यह भूक्की चुरा पोस्त राजस्थान के जिला भाव से लाए थे। डीएसपी तलवंडी साबो जसमीत सिंह ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ पहले भी अलग-अलग थानों में नश निरोधक एक्ट के अंतर्गत मुकदमे दर्ज हैं। जिनको सोमवार को अदालत में पेश करके रिमांड हासिल किया गया और इनसे गहराई के साथ पूछताछ की जा रही है। 

फोटो सहित-बीटीडी-9- भुक्की से भरे ट्रक को जब्त कर तीन आरोपियों को हिरासत में लेती पुलिस। 


बठिडा में 54 किलोग्राम भुक्की बरामदगी के केस में जिला अदालत ने पुलिस अधिकारियों को किया तलब


बठिंडा.
जिला पुलिस की तरफ से 29 मई 2021 को बठिंडा में एक व्यक्ति को 54 किलोग्राम भुक्की चूरा पोस्त के साथ गिरफ्तार करने के मामले में जिला अदालत ने जिला पुलिस को नोटिस जारी किया है। इसमें पुलिस अधिकारियों को व्यक्तिगत तौर पर हलफनामा देने के लिए 17 मार्च 2022 को पेश होने के लिए कहा गया है। अदालत में गुरप्रीत सिंह मन्ना ने अपने वकील के मार्फत याचिका दायर की थी कि डीएसपी सिटी टू बठिंडा ने कोर्ट में दाखिल हलफनामा में कहा है कि उसे अजीत नगर की गली के पास एक कार में अपने सहयोगियों के साथ 54 किलोग्राम भुक्की के साथ गिरफ्तार किया गया था व मौके पर 500 रुपए की नगदी भी बरामद की थी। याचिका दायर करने वाले व्यक्ति के वकील गगनदीप सिंह निक्का का कोर्ट में कहना था कि याचिकाकर्ता की गिरफ्तारी गौरकानूनी है व उसे प्रताड़ित करने के लिए एनडीपीएस का केस दायर किया है। उनका कहना था कि पुलिस की तरफ से आरोपी को अजीत नगर गली नंबर 21-1 में 29 मई 2021 को रात 10 बजकर 5 मिनट में गिरफ्तार करने की बात कही है। इस दौरान मोबाइल फोन की काल डिटेल निकालने पर खुलासा होता है कि याचिकाकर्ता उस समय गोनियाना मंडी में था। वही पुलिस की तरफ से दर्ज रिकार्ड व छापामारी करने वाली पुलिस टीम की उपस्थिति भी आपस में मेल नहीं खा रही है। इस दौरान 29 मई 2021 को रात 10:00 बजे अश्विनी सिंह पीपीएस, इंस्पेक्टर रविंदर सिंह, एसआई परमिंदर सिंह,एसआई अमृतपाल सिंह, एसआई करमजीत सिंह,एचसी जसवंत सिंह,एससीटी यदविंदर सिंह,एससीटी गुरमीत सिंह, कांस्टेबल गगनदीप सिंह,सीनियर सिपाही यादविंदर सिंह, एसआई कुलवंत सिंह, एसआई बलदेव सिंह,एचसी जरनैल सिंह के काल रिकार्ड की डिटेल भी निकाली गई। कोर्ट ने इस मामले में अब एसएसपी बठिंडा को व्यक्तिगत तौर पर पेश होकर इस मामले की पूर्ण जानकारी देने के लिए कहा है। वही याचिका दायर करने वाले वयक्ति के वकील की तरफ से थाना सिविल लाइन पुलिस से घटना वाले दिन की थाने की सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी मांगी थी लेकिन पुलिस ने कहा है कि उक्त रिकार्ड डीलीट हो चुका है। इसमें 28 मई 2021 से 10 जून 2021 की अवधि का रिकार्ड मांगा गया था।


लोगों को बाजारों में फंसाते थे अपने जाल में, छेड़खानी का केस दर्ज करवाने की धमकी दे वसूलते थे पैसे -ब्लैकमेल कर पैसे वसूलने वाले गिरोह क पांच लोगों को किया नामजद, दो महिला सहित चार गिरफ्तार


बठिंडा
. जिला पुलिस ने लोगों को ब्लैकमेल कर राशि वसूलने व झूठे केस में फंसाने की धमकी देने वाले एक गिरोह के पांच लोगों को नामजद कर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। कोतवाली पुलिस के पास कुलदीप सिंह वासी माडल टाउन बठिंडा ने शिकायत दी कि शहर में लोगों को ब्लैकमेल करने व सीआईए स्टाफ में झूठा केस दर्ज करवाने की बात कर पैसे वसूलने वाला एक गिरोह सक्रिय है। उसने बताया कि 26 फरवरी 2022 को वह किसी काम से धोबी बाजार बठिंडा में गया था। वहां उसे दो महिलाएं सुखदीप कौर, रमनदीप कौर वासी परसराम नगर मिली। उक्त महिलाओं ने उसे रोककर बात करना शुरू कर दी। इसके बाद वह वहां से निकलकर पट्टा मार्किट रेलवे स्टेशन के नजदीक चला गया। इस दौरान उक्त दोनों महिलाओं के साथ विजय कुमार वासी नई बस्ती बठिंडा, हरजीत सिंह वासी गुरु तेग बहादुर नगर बठिंडा, अमित सैनी वासी जोगी नगर बठिंडा भी पट्टा मार्किट के पास पहुंच गए। उक्त लोगों ने उसे वहां रोक लिया व इसमें एक व्यक्ति ने कहना शुरू कर दिया कि जिस महिला से वह बात कर रहा था उसमें एक उसकी पत्नी है। उसने उस पर झूठे इल्जाम लगाने शुरू कर दिए व पुलिस सीआईए स्टाफ में उसे लेकर जाने के लिए कहने लगे। इसमें आरोपी लोगों ने उससे 10 हजार रुपए देने के लिए कहा। एकाएक उक्त लोगों की तरफ से उसे घेरकर झूठे केस में फंसाने की बात से वह घबरा गया व उसने जेब में रखे करीब तीन हजार रुपए उन्हें दे दिए लेकिन वह बाकि राशि एटीएम से निकालकर देने की बात करने लगे। जब उसने एटीएम नहीं होने की बात कही तो उन्होंने उसकी स्कूटरी छीन ली व कहा कि बाकि पैसे देने के बाद ही उसे वापिस मिलेगी। इस घटना के बाद उसने मामले की शिकायत कोतवाली पुलिस के पास की। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी शुरू कर दी। इसमें विजय कुमार, हरजीत सिंह, सुखदीप कौर, रमनदीप कौर को गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन आरोपी अमित सैनी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापामारी कर रही है। 


शहर में गंदगी देखते ही स्वच्छता एप में करे फोटो अपलोड़ कुछ समय बाद ही पहुंच जाएंगे सफाई सेवक - ऐसा नहीं करने पर केंद्र सरकार करेगी कार्रवाई, सर्वेक्षण में कटेंगे नंबर


बठिंडा.
पिछले साल स्वच्छता अभियान में पिछड़े के बाद बठिंडा नगर निगम इस बार किसी तरह की कमी नहीं छोड़ना चाहता है। इसी कड़ी में नगर निगम केंद्र सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइन को गंभीरता से ले रहा है व उसे व्यवहार में लागू करने के लिए जुट गया है। पहले लोगों को शिकायतें रही कि कई इलाकों में शिकायत करने के बावजूद गंदगी नहीं उठाई जाती है। लेकिन अगर अब आपके घर के आसपास गंदगी है या कई दिनों से सफाई नहीं हुई है तो आपको अपने मोबाइल पर एक फोटो खिचनी है और स्वच्छ भारत अभियान 2022 के तहत जारी किए स्वच्छता एप पर अपलोड करनी है। फोटो अपलोड होने के कुछ समय बाद ही शिकायत हल होगी। मोबाइल एप स्वच्छता के जरिए स्वच्छ अभियान को सफल बनाने की मुहिम आगे बढ़ाई गई है। एप की विशेषता यह है कि कोई भी व्यक्ति किसी भी क्षेत्र से गंदगी या जलभराव की फोटो खींचकर शिकायत दर्ज करवा सकता है। जीपीएस सिस्टम से जुड़ा होने की वजह से लोकेशन इसमें खुद पता चल जाएगी और इसका एसएमएस इलाके के सफाई कर्मचारियों के प्रभारी के मोबाइल पर जाएगा। मैसेज मिलते ही प्रभारी को सफाई करवाकर रिपोर्ट देनी होगी। सफाई होने पर इसकी सूचना निगम कमिश्नर के ई-मेल पर जाएगी। उच्चाधिकारियों के मुताबिक, स्वच्छ भारत अभियान के तहत जिले में टास्क फोर्स का गठन किया जा रहा है। गूगल प्लेस्टोर और एप्पल प्ले स्टोर में जाकर स्वच्छता ऐप को डाउनलोड करना होगा। इसमें अपना मोबाइल नंबर भरकर ओटीपी के जरिए वेरिफिकेशन करने के बाद यह काम करने लग जाएगा। जिसमें सार्वजनिक शौचालय की सफाई व्यवस्था, ओवरफ्लो गंदगी से भरे वाहन, ओवरफ्लो सीवरेज, सड़क पर मरे हुए जानवर, डस्टबिन की गार्बेज डंप की सफाई ना होने, सफाई कर्मचारी टाइम पर न आना, पब्लिक टॉयलेट में बिजली ना होना, वाटर सप्लाई ना होना, पब्लिक टॉयलेट साफ ना होना, मेन हॉल में गंदगी होना, खुले में कूड़े को आग लगाना, खुले में शौच आदि की समस्या के अलग-अलग कैटेगरी बनी हुई है। किसी एक कैटागरी को क्लिक करके गूगल लोकेशन ऑन करके यह अपने आप ही लोकेशन ट्रेस कर लेगा। इसके बाद सही पता देने के लिए अलग से पता भर सकते हैं और फोटो खींचकर मौके पर अपलोड की जा सकती है। इसके बाद एक रजिस्ट्रेशन नंबर आएगा, जो आगे प्रोसेस में आएगा और इसकी 24 घंटे में सुनवाई होगी। इस एप के जरिए सुझाव व आयोजन भी अपलोड कर सकते हैं जैसे गलियों में दीवारों पर डिजाइनिंग आदि करनी, वॉल पेंटिंग करनी, पब्लिक टॉयलेट को साफ करना या आसपास में पौधे लगाने जैसी एक्टिविटी पर क्लिक करके, वहां पर फोटो अपलोड की जा सकती है। निगम अधिकारियों का माना है कि सभी लोग अगर यह एप डाउनलोड करके रखेंगे और इसका उपयोग करेंगे तो इससे शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार होगा और स्वच्छ भारत अभियान में बठिंडा को अच्छा रैंक हासिल होगा। केंद्र स्वच्छ भारत अभियान के तहत सफाई पर शहरों में कंपीटिशन करा रहा है। इसमें पब्लिक का फीडबैक लेने के लिए केंद्र ने यह एप लॉन्च कर शहरों को जोड़ा है। यह एप केंद्र के कंट्रोल में होगा तो शहर की जमीनी सच्चाई के बारे में जानकारी मिलेगी।



शुक्रवार, 25 फ़रवरी 2022

बठिंडा में गली मुहल्ले में खुली इमीग्रेशन कंपनियों की लूट- विदेश जाने के इच्छुक युवाओं को फर्जी वीजा देकर लाखों रुपए ठगे, अब नहीं हो रही आरोपियों पर पुलिस कारर्वाई


लोगों ने लगाया आरोप-चुनाव से पहले थाना सिविल लाइन में दी थी शिकायत, राजनीतिक संरक्षण व  पुलिस मिलीभगत से नही हो रही कंपनी संचालकों पर कारर्वाई

बठिंडा, 25 फरवरी(जोशी). विदेश जाकर नौकरी करने के इच्छुक युवाओं के साथ बठिंडा की दो इमीग्रेशन कंपनियों ने लाखों रुपए लेकर फर्जी वीजा दे दिए और जब तक लोग वीजा की जांच करवा पाते उससे पहले दोनों इमीग्रेशन कंपनियों के दफ्तर बंद हो गए और मुलाजिमों का नंबर बंद आ रहा है। जिले में बिना किसी लाइसेंस व मंजूरी के चल रहे इमीग्रेशन कंपनियों को राजनीतिक व प्रशासकीय संरक्षण मिले होने के चलते लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। इसी तरह के मामले में बठिंडा में एक कंपनी ने दर्जनों लोगों से लाखों रुपए ठग लिए जिसमें अब पुलिस भी किसी तरह की कारर्वाई नहीं कर रही है। जानकारी के अनुसार चिल्ड्रन पार्क सिंह में एकत्रित हुए दो दर्जन के करीब युवाओं ने पुलिस के खिलाफ रोष जाहिर करते हुए कहा कि शिकायत देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीड़ितों सलीम मोहम्मद, लाल चंद, राजवीर सिंह, यासीन मोहम्मद, सिकंदर दीन, सुखचैन सिंह ने बताया कि वो सभी बेराेजगार हैं। उन्होंने सोशल मीडिया में दो इमीग्रेशन कंपनियों की एड देखी थी जिससे संपर्क करने के बाद वो बठिंडा के 100 फीट रोड पर स्थित कोस्मो अस्पताल के सामने स्थित इमीग्रेशन कंपनी के दफ्तर पहुंचे। यहां प्रत्येक से 60 हजार से लेकर 80 हजार रुपए ले गए जब कि 5 हजार रुपए प्रति व्यक्ति मेडिकल का लिया गया जो एमजे अस्पताल से करवाया गया। सभी को पैसे लेकर वीजा दे दिया गया और 10 दिन बुलाया गया, जब वो पिछले दिनों आए तो दोनों इमीग्रेशन कंपनियों के दफ्तर बंद थे। उनकी डीलिंग स्नेहा नामक एक युवती से हुई थी। जिसको सभी ने पैसे जमा करवाए और कई लोगों ने एक बैंक खाते में पैसे जमा करवाए। लेकिन उक्त सभी लोगोंके नंबर बंद आ रहे हैं। उन्होंने 18फरवरी को थाना सिविल लाइन में शिाकयत दी थी तब एसएचओ जसविंदर सिंह थे। उन्होंने कहा था कि चुनाव केबाद ही कार्रवाईहोगी लेकिन अभी तक काेई कार्रवाई नही की।

फोटो सहित- बठिंडा में जालसाजी के शिकार लोग शिकायत देने जाते। 



पंजाब में कुछ अस्पतालों की मनमानी वसूली व सरकार की तरफ से घपलेबाजों पर सख्त कारर्वाई नहीं करने से सेहत बीमा योजना बंद-डा. वितुल कुमार गुप्ता


-देश की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना के बंद होने के बाद माहिरों ने जताई चिंता, सरकार से खामियों को सुधारने का आग्रह

बठिंडा, 25 फरवरी(जोशी). पंजाब में सबसे बड़ी बीमा योजना आज शुक्रवार से बंद होने जा रही है। प्राइवेट अस्पतालों की तरफ से योजना में फर्जी बिल व बिना कारण के टेस्ट करने जैसे आरोपों के बीच सरकार ने इस योजना को पंजाब में बंद करने का फैसला लिया था व अब इस योजना के विकल्प में नई बीमा योजना प्रस्तावित है। फिलहाल इस योजना के बंद होने के बाद स्वास्थ्य और मानवाधिकार कार्यकर्ता डा. वितुल कुमार गुप्ता ने कड़ा प्रतिक्रम जताया है। वही अन्य स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पहले ही दो मुख्य कारणों से ऐसी बीमा योजनाओं की आसन्न विफलता के बारे में चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा कि इस तरह की पहली बीमा योजनाएं तर्कहीन चिकित्सा विज्ञान के साथ अधिक मेडिकल जांच को बढ़ावा देती हैं। अस्पताल हमेशा इस कोशिश में रहते हैं कि उपचार की लागत में वृद्धि हो जिससे खर्च होने वाली मूल राशि से प्रीमियम बढ़े। इसका सीधा असर बीमा कंपनी पर पड़ता है व उसे आर्थिक नुकसान होता है। दूसरा, पंजाब में कुछ निजी अस्पतालों की तरफ से आयुष्मान भारत के तहत मनमानी कर सरकार व बीमा कंपनियों से घोखाधड़ी की गई। मरीजों के कार्ड में मनमाने पैसे कंपनियों से वसूले। इसे लेकर बड़े पैमाने पर मीडिया द्वारा बार-बार इस मुद्दे को उजागर करने के बावजूद सरकार की तरफ से इनके खिलाफ किसी तरह की सख्त कारर्वाई नहीं की गई बल्कि कुछ निजी अस्पतालों को बिना किसी कड़ी सजा के डी-लिस्टिंग कर दिया। जबकि सार्वजनिक धन में धोखाधड़ी के लिए उन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई वही वसूले गए करोड़ों रुपए की वसूली के लिए भी कोई कदम नहीं उठाया गया। इससे सीधे तौर पर कुछ निजी अस्पतालों को धोखाधड़ी में लिप्त होने के लिए प्रोत्साहित किया गया। माहिरों का कहना है कि यही दो महत्वपूर्ण कारण इस प्रतिष्ठित गरीब अनुकूल स्वास्थ्य बीमा योजना के पतन का कारण बनते हैं। डा. वितुल कुमार गुप्ता ने कहा कि इसके अलावा, मुझे दृढ़ता से लगता है कि इन बीमा योजनाओं का उपयोग सरकार द्वारा सार्वजनिक धन को निजी क्षेत्र को सौंपने के लिए एक माध्यम के रूप में किया जा रहा है, जो 'जेब से बाहर' व्यय को कम करने में बुरी तरह विफल रहा है। इसलिए किफायती, न्यायसंगत और सार्वभौमिक स्वास्थ्य प्रदान करने का एकमात्र समाधान सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों को मजबूत बनाने से है जो बाहरी और इनडोर दोनों उपचार प्रदान करते हैं, न कि बीमा योजनाओं द्वारा। भारत को मजबूत सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल की जरूरत है न कि निजी बीमा योजनाओं की। सरकार को अगली किसी प्रस्तावित बीमा योजना को बनाने व लागू करने के लिए इसकी तरफ ध्यान देने व पहले व्याप्त कमियों को सुधारने की जरूरत है। 




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