- लुधियाना के बाड़ेवाल में डेयरी चला रहे प्रदीप सिंह उर्फ मिट्ठू ने दोस्तों के साथ मिलकर 'सिख यूथ पावर ऑफ पंजाब' संगठन बनाया
- बोले-करीब सात घंटे तक पूछताछ के बाद अधिकारी उनके जवाब से संतुष्ट हो गए और वापस भेज दिया
अमृतसर। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने लुधियाना का एक डेयरी संचालक भी एजेंसी के निशाने पर है। बीते दिन उससे और उसके दोस्तों से एजेंसी ने 7 घंटे के करीब पूछताछ की। हालांकि, अभी जांच निपटी नहीं हुई है। उन्हें फिर से बुलाया जा सकता है। हालांकि इसी बीच अमृतसर और तरनतारन के भी दो लोगों से पूछताछ की गई। हालांकि, उनकी तरफ से पूरा ब्यौरा प्रस्तुत किया है।
गौरतलब है कि किसान आंदोलन से जुड़े कई संगठनों को NIA ने समन भेजकर दिल्ली तलब किया है। इसी सिलसिले में लुधियाना के बाड़ेवाल में डेयरी चला रहे प्रदीप सिंह उर्फ मिट्ठू को भी बुलाकर पूछताछ की गई। सूत्रों के अनुसार पिछले कुछ दिनों में लुधियाना के बाड़ेवाल में डेयरी चला रहे प्रदीप सिंह उर्फ मिट्ठू बैंक खातों में बड़ी राशि का लेन-देन हुआ है। इसी के कारण वह NIA के शक के घेरे में आ गए और NIA ने पूछताछ के लिए उसे उसके दोस्तों सहित दिल्ली तलब कर लिया। वहां उनके 7 घंटे तक पूछताछ की गई है।
मिट्ठू ने बताया कि उसने दोस्तों के साथ मिलकर 'सिख यूथ पावर ऑफ पंजाब' संगठन बनाया है। संगठन समाजसेवा का काम करता है। उनके डेयरी के कारोबार से संबंधित सभी लेन-देन उसके बैंक खातों से ही होता है। NIA को इस लेन-देन पर शक था। करीब सात घंटे तक दिल्ली में पूछताछ के बाद अधिकारी उनके जवाब से संतुष्ट हो गए और उन्हें वापस भेज दिया। बिट्टू ने बताया कि पूछताछ के दौरान अधिकारी उनके जवाब को अपने लैपटॉप में नोट करते रहे। उनसे किसी तरह का लिखित जवाब नहीं लिया गया। NIA के अधिकारियों को उन्होंने बताया कि वो किसान आंदोलन में शामिल हैं। बार्डर पर किसानों की सेवा करते रहे हैं। इसके लिए जो पैसा खर्च हुआ है, वह उनके संगठन के खाते से हुआ है। अगर जरूरत पड़ी तो उन्हें पूछताछ के लिए दोबारा बुलाया जा सकता है। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वह जरूर पेश होंगे, लेकिन दिल्ली की बजाय चंडीगढ़ या अमृतसर बुलाया जाए तो उन्हें सुविधा होगी।
अमृतसर और तरनतारन के भी दो लोगों से हुई पूछताछ
सिख यूथ पावर ऑफ पंजाब के दो अन्य सदस्यों से भी NIA ने पूछताछ की है। इनमें अमृतसर के परमजीत सिंह अकाली और तरनतारन के पलविंदर सिंह शामिल हैं। इन दोनों का कोठियों का निर्माण करके उन्हें बेचने का कारोबार है। हाल ही में दोनों ने दो-तीन कोठियां बेची थीं, जिनका पैसा उनके खाते में आया था। पूछताछ में दोनों ने खाते में आए पैसे की जानकारी दी।
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