मोगा नगर निगम चुनाव में अल्पमत में रह गई कांग्रेस, वीरवार को बहुमत में आ गई। वीरवार को मोगा निगम चुनाव में आजाद जीते 10 पार्षदों में से 9 ने बाकायदा कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली है। इस समय कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ तथा मोगा के चुनाव प्रभारी केबिनेट मंत्री भारत भूषण आशू भी उपस्थित थे।
यह स्पष्ट कर दिया था कि इस बार कांग्रेस बहुमत से दूर रहेगी और बहुमत की चाबी आजाद पार्षदों के हाथ में होगी और कांग्रेस पार्टी आजाद की मदद से अपना पहला मेयर बनाएंगे। जसप्रीत सिंह विक्की, गुरप्रीत सिंह सचदेवा, प्रवीण मक्कड़, बूटा सिंह, सुखविंदर कौर, रीमा सूद, तीर्थ राम, पायल गर्ग तथा सुरिंदर सिंह आजाद उम्मीदवार कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं। इस समय विधायक डाॅ. हरजोत कमल, केबिनेट मंत्री भारत भूषण आशू तथा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ भी उपस्थित थे।
फंसेगा पेंच.. कुछ जीते कांग्रेसी विधायक को कर रहे पेशकर कि डॉ. रजिंदर कौर को मेयर बनाने के लिए छोड़ देंगे अपनी सीट
बहुमत के लिए कांग्रेस को 5 और शिअद को 11 सीटों की थी जरूरत | मोगा नगर निगम 50 सीटों वाली निगम है और यहां बहुमत के लिए 26 का आंकड़ा चाहिए। इस बार दोनों बड़ी पार्टीयों, कांग्रेस व अकाली दल को बहुमत नहीं मिला। कांग्रेस को 20 व अकाली दल को 15 सीटें मिलीं, जिस कारण कांग्रेस भी अल्पमत में ही थी। मोगा में 10 आजाद भी जीते हैं, जिनमें से 9 के कांग्रेस में शामिल होने के बाद अब कांग्रेस का गणित 29 सीटों का हो गया है।डॉ. रजिंदर कौर हार चुकी हैं और मोगा में सबसे ज्यादा 992 मतों के
डॉ. रजिंदर कौर हार चुकी हैं और मोगा में सबसे ज्यादा 992 मतों के अंतर से जीतीं अमनप्रीत मान का भी मेयर पद के लिए दावे की संभावना-मोगा के कांग्रेस विधायक डाॅ. हरजोत कमल की धर्म पत्नी डाॅ. रजिंदर कौर मेयर का चेहरा लेकर चुनाव मैदान में थी, परंतु वो अकाली दल की उम्मीदवार बीबी हरविंदर कौर गील से 151 मतों से हार गईं। बेशक वो चुनाव हार गए हैं, परंतु विधायक ग्रुप से सुगबुहाट हो रही है कि डाॅ. रजिंदर कौर ही मेयर बनेगीं, क्योंकि बिना चुनाव लड़े वो 6 महीने के लिये मेयर बन सकती हैं और फिर 6 महीनों के अंदर-अंदर उन्हें चुनाव लड़कर जीतना होगा और इसके लिये कुछ जीते कांग्रेसियों ने विधायक को पेशकश की है कि वो रजिंदर कौर के लिए अपनी सीट छोड़ने को तैयार हैं, परंतु कांग्रेस में ही वार्ड नंबर 3 से जीती अमनप्रीत कौर मान की भी मेयर पद पर प्रवल दावे की संभावना है। उनके पती व कांग्रेसी नेतामनजीत मान लंबे समय से इस वार्ड से चुने आ रहे हैं और इस बार वार्ड महिला के लिए आरक्षित होने के बाद उनकी पत्नी ने चुनाव लड़ीं और मोगा में सबसे ज्यादा अंतर 992 मतों के अंतर से जीतीं।
वहीं 2015 में उनके पती मनजीत मान ही इकलौते कांग्रेस के पार्षद थे, जिन्होंने पार्टी की इज्जत रखी थी। हालांकि मेयर के लये पार्टी हाई कमांड क्या निर्णय लेती है, यह आने वाले 1-2 दिनों में साफ हो जायेगा परंतु यह तय है कि मेयर कांग्रेस ही बनाने जा रही है।
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