-29 जनवरी को स्पोर्ट्स स्कूल घुद्दा के आगे रैली करने का फैसला
बठिंडा. पंजाब के एकमात्र सरकारी स्पोर्ट्स स्कूल घुद्दा को प्राइवेट हाथों में जाने से रोकने के लिए स्कूल के समूह स्टाफ की तरफ से अलग-अलग संगठनों और विद्यार्थियों के अभिभावकों की एक बैठक गांव घुद्दा में आयोजित की गई। इसमें भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहा, नौजवान भारत सभा और डेमोक्रेटिक टीचर फ्रंट के नेता भी शामिल हुए। बड़ी संख्या में जुड़े इलाके के लोगों और अभिभावकों को संबोधित करते वक्ताओं ने कहा कि 2011 में स्थापित किए विशेष सुविधा के साथ लैस पंजाब का एक मात्र स्पोर्ट्स स्कूल घुद्दा सरकार की गलत नीतियों के कारण अपने अस्तित्व में ही दम तोड़ रहा है। पिछले कई महीनों से स्कूल के स्टाफ को वेतन नहीं मिला है। वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के इलाके में पड़ते इस सरकारी खेल स्कूल को 2017 के बाद कोई भी सरकारी फंड नहीं दिया गया है। जिस कारण विद्यार्थियों की डाइट काटनी पड़ रही है और अध्यापकों की समय पर तनख्वाहें नहीं दीं जा रही हैं। स्पोर्ट्स स्कूल घुद्दा ने जिस तरफ़ एकाडमिक क्षेत्र में बहुत बढ़िया प्रदर्शन किया है वही खेल के क्षेत्र में इसके विद्यार्थियों ने नेशनल स्तर तक बहुत बड़ी प्राप्तियां हासिल की हैं। परंतु अब यह स्कूल पंजाब सरकार की बेरुख़ी का शिकार हो रहा है। गरीब विद्यार्थियों को मानक शिक्षा और खेल सहूलतें देने वाला यह स्कूल उनसे छीनने की पूरी तैयारी की जा रही है। वक्ताओं ने कहा कि वास्तव में एक योजना के अंतर्गत भारत के सभी सरकारी अदारों को निजी हाथों में देने की नीति को तेज किया हुआ है। जिस का नतीजा इस स्कूल में पढ़ने वाले अति गरीब वर्ग के विद्यार्थियों से प्रति महीना वसूली करने की तजवीज़ समेत इस स्कूल को एक प्राईवेट कंपनी को देने का प्रस्ताव रखा है। इस तरह पंजाब सरकार शिक्षा के इस क्षेत्र को प्राइवेट हाथों में तबदील करने के लिए पूरी तरह तैयारी करके बैठी है।
घुद्दा गांव में हुए इस बैठक में सामूहिक रूप में 29 जनवरी को स्पोर्ट्स स्कूल घुद्दा के गेट के आगे एक बड़ी रैली करने का फैसला लिया गया है। इस रैली की तैयारी के तौर पर अलग-अलग गांवों में मीटिंग और रैलियां करवाई जाएंगी जिसकी योजना तैयार की गई।वही फैसला लिया गया कि 25 जनवरी को वेतन और स्कूल संबंधी पंजाब सरकार को पत्र देने के लिए डिप्टी कमिश्नर बठिंडा की तरफ से भेजी प्रपोजल के संबंध में डीसी बठिंडा के साथ स्टाफ का प्रतिनिधि दोबारा बातचीत करने के लिए जाएगा। एक सप्ताह पहले डिप्टी कमिश्नर की तरफ से वायदा किया गया था कि एक सप्ताह में स्टाफ की तनख्वाह डाल दीं जाएंगी परंतु आज तक वह वायदा पूरा नहीं हुआ है। इस मीटिंग में जत्थेबंदियों, विद्यार्थियों और अभिभावकों ने सरकार की इस नीति की निंदा की और इस संघर्ष को तेज करने का फैसला लिया। इस मीटिंग को स्पोर्ट्स स्कूल घुद्दा के स्टाफ अमनदीप कौर, गगनदीप सिंह, भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहा) की तरफ से अमरिक सिंह, डी.टी.एफ. की तरफ से शर्मा और हरजीत सिंह जीता, नौजवान भारत सभा की तरफ से अश्वनी घुद्दा, स्पोर्ट्स कोआर्डीनेटर हरजिन्दर सिंह विद्यार्थियों के अभिभावकों की तरफ से सतविन्दर सिंह के इलावा ओर भी विद्यार्थियों और अभिभावकों को संबोधित किया।
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