गुरदासपुर। ट्यूशन से स्कूटी पर घर जा रही छात्रा से मोटरसाइकिल सवार दो युवकों ने मोबाइल छीन लिया और फरार हो गए। इसके बाद छात्रा ने बहादुरी दिखाते हुए अपनी स्कूटी लुटेरों की मोटरसाइकिल के पीछे लगा ली। 80 की स्पीड से सात किलोमीटर तक पीछा कर छात्रा ने गांव भट्टियां के पास लुटेरों की मोटरसाइकिल के आगे अपनी स्कूटी खड़ी कर दी।
इसके बाद मोबाइल वापस लेने के लिए छात्रा ने लुटेरों के साथ हाथापाई शुरू कर दी। यह देख जब आसपास के लोग जब दौड़े तो लुटेरे मोबाइल सड़क पर फेंक मोटरसाइकिल पर भाग निकले। घटना बुधवार शाम की है। खिचियां के रहने वाले प्रीतम लाल की बेटी दीक्षा थापा ने बताया कि गुरदासपुर में वह एक सेंटर में ट्यूशन पढ़ने जाती है। बुधवार शाम ट्यूूूूशन पढ़कर स्कूटी पर वापस आ रही थी तो रास्ते में पिता का फोन आ गया। रुककर मोबाइल पर बात कर रही थी कि पीछे से आए मोटरसाइकिल सवार दो युवक मोबाइल छीनकर भाग निकले। इसके बाद उसने स्कूटी से इनका पीछा किया।
उसे पीछा करते देख लुटेरों ने मोटरसाइकिल और तेजी से भगानी शुरू कर दी। फिर भी वह डरी नहीं और उसने भी तेजी से स्कूटी भगाई। सात किलोमीटर तक पीछा कर गांव भट्टियां के पास उसने अपनी स्कूटी लुटेरों की मोटरसाइकिल के आगे लगा दी। इसके बाद लुटेरों के होश उड़ गए। जब वह मोबाइल लेने के लिए उनसे भिड़ी तो वह हाथापाई करने लगे। यह देख आसपास के लोग दौड़े तो लुटेरे मोबाइल सड़क पर फेंककर मोटरसाइकिल पर फरार हो गए। फिलहाल छात्रा ने पुलिस को शिकायत नहीं की है, मगर उसकी बहादुरी को आसपास के लोग खूब सराह रहे हैं।
पिता बोले, लुटेरों से लड़ बेटी ने दिखाई बहादुरी
प्रीतम लाल ने बेटी की बहादुरी पर नाज जताते हुए कहा कि बेटी दीक्षा बचपन से ही बहादुर है। उसमें हर मुश्किल से लड़कर जीतने का जज्बा है और आज लुटेरे का मुकाबला कर उसने अपनी बहादुरी को साबित कर दिया। हमें उस पर नाज है। समाज के हर वर्ग के लोगों को यही संदेश है कि वह अपनी बेटियों को कमजोर न समझें बल्कि उनमें हर लड़ाई लड़ने का जज्बा पैदा करें।
पुलिस को है शिकायत का इंतजार
उधर, जब इस संबंध में डीएसपी सुखपाल सिंह का कहना है कि छात्रा से हुई छीनाझपटी की वारदात संबंधी अभी शिकायत नहीं मिली है। अगर शिकायत मिलती है तो मामले की गहनता से जांच करवाएंगे।
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