चंडीगढ़ । पंजाब में स्थानीय निकाय चुनावों में हो रही हिंसा के मद्देनजर शिरोमणि अकाली दल, आम आदमी पार्टी के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ने भी राज्य में पैरा मिलिट्री फोर्स लगाकर चुनाव करवाने की मांग की है। इस संबंध मेें भाजपा केे संगठन मंत्री दिनेश कुमार और लीगल सेल के एनके वर्मा ने पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में पंजाब में भाजपा के विभिन्न नेताओं पर हुए जानलेवा हमले, उनके उम्मीदवारों के नामांकनों को फाड़ने और उनके पोस्टर फाड़ने जैसी घटनाओं का जिक्र करते हुए चुनाव पैरा मिलिट्री फोर्स की निगरानी में करवाए जाने की मांग की गई है। साथ ही मांग की हैै कि राज्य चुनाव आयोग और पुलिस को निर्देश दिए जाएं कि वे निष्पक्ष चुनाव को यकीनी बनाएं।
पार्टी के संगठन मंत्री दिनेश कुमार और लीगल सेल के एनके वर्मा ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने के बाद दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में कहीं भी निष्पक्ष चुनाव होता दिखाई नहीं पड़ रहा है। कांग्रेस ने सभी निकायों पर कब्जा करने की नीयत से विपक्षी पार्टियों के उम्मीदवारों को नामांकन तक दाखिल नहीं करने दिए, जहां कहीं पार्टियां ऐसा करने में कामयाब हो गई हैं वहां ज्यादातर के नामांकन रद करवा दिए गए।
उन्होंने बताया कि जब हमने इसके खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया तब जाकर नामांकन फाइल हुए। अब उम्मीदवारों को प्रचार नहीं करने दिया जा रहा है। पोस्टर फाड़कर हमारे नेताओं पर हिंसक हमले करके उनके मनोबल को तोड़ने का यत्न किया जा रहा है। हमने राज्यपाल से मांग की है कि निष्पक्ष चुनाव करवाने के लिए पैरा मिलिट्री फोर्स लगाई जाए साथ ही भाजपा के उम्मीदवारों की सुरक्षा को यकीनी बनाया जाए।
संगठन मंत्री दिनेश कुमार ने बताया कि जहां कहीं भी पार्टी के नेता प्रचार करने जा रहे हैं किसान आंदोलन की आड़ में उन पर हमले करवाए जा रहे हैं। पुलिस मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रही है। यहां तक कि भाजपा प्रधान अश्वनी शर्मा पर भी हमला किया गया है। यह भाजपा के राजनीतिक अधिकार का उल्लंघन है। उन्होंने बताया कि आठ फरवरी को नवांशहर और कपूरथला में भाजपा को प्रचार करने नहीं दिया गया। यहां तक कि नवांशहर के एसएसपी और आईजी ने सुरक्षा देने से भी इन्कार कर दिया। केंद्रीय राज्य मंत्री सोमप्रकाश पर भी हमला किया गया। पूर्व मंत्री सांपला पर मोगा में हमला किया गया।
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