अमृतसर। 1 मार्च से दूध के 100 रुपये प्रति लीटर बेचे जाने की कयासबाजी पूरी तरह बेबुनियाद निकली है। पंजाब के किसान नेताओं ने दूध की कीमतों में वृद्धि की चर्चाओं को खारिज किया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने सौ रुपये किलो दूध बेचने की तैयारी की इंटरनेट मीडिया पर चल रही बातों को अफवाह करार दिया है। किसान नेताओं ने कहा कि इस तरह की अफवाह किसान आंदोलन को नुकसान पहुंचाने व आम लोगाें और किसानों के बीच विवाद पैदा करने की नीयत से फैलाई जा रही है।
यहां संयुक्त किसान मोर्चा ने 100 रुपये प्रति लीटर दूध बेचने की इंटनेट मीडिया पर चल रही बातों को अफवाह करार दिया है। मोर्चे के नेताओं ने स्पष्ट किया कि न तो 100 रुपये प्रति लीटर दूध बेचने का कोई प्रस्ताव है और न ही एक से पांच मार्च तक दूध की सप्लाई बंद करने की कोई योजना है। संयुक्त मोर्चा के नेता अमरजीत सिंह आंसल, बलविंदर सिंह दुधाला और रतन सिंह रंधावा ने कहा था कि इंटरनेट मीडिया के माध्यम से यह गलत प्रचार किया जा रहा है कि किसान 100 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से दूध बेचेंगे और 1 से लेकर 5 मार्च तक का दूध की सप्लाई बंद करेंगे।
उन्होंने कहा कि कुछ समाज विरोधी शक्तियां इस तरह का प्रचार करके किसानों और आम लोगों के बीच विवाद पैदा करना चाहती हैं। यह किसान आंदोलन को कमजोर करने की साजिश है। किसानों को लोगों से मिल रहे समर्थन को रोकने की कोशिश है, जिसे कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। किसान दूध की सप्लाई पहले वाले रेट पर ही जारी रखेंगे और दूध सप्लाई में किसी भी तरह की कोई रुकावट नहीं आने दी जाएगी।
ट्विटर पर ट्रेंड हुई थी दूध 100 रुपये प्रति लीटर बिकने की बात
बता दें कि शनिवार को ट्विटर पर यह बात ट्रेंड हुई थी कि 1 मार्च से 1 लीटर दूध 100 रुपये का होने वाला है। इसके बाद से इंटनेट मीडिया पर कयासों का दौर शुरू हो गया था। दरअसल सिंघु बॉर्डर पर किसानों के धरना-प्रदर्शन में शामिल एक नेता ने गत दिनों एक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि 1 मार्च से देश भर के किसान दूध के कीमत में 50 रुपये की बढ़ोतरी करेंगे। इसके बाद से चर्चाओं का दौर शुरू हो गया था।
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