बठिंडा। अमृतसर के सिविल अस्पताल में इमरजेंसी मेडिकल अफसर (ईएमओ) पर फायरिंग को लेकर प्रदेश भर के डॉक्टरों में गुस्सा है। सोमवार को पीएमएस के आह्वान पर सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों ने दो घंटे ओपीडी बंद करके विरोध जताया। बठिंडा, मानसा, संगरूर, पटियाला सहित पंजाब के कई शहरों में डाक्टरों ने सुबह 10 से 12 बजे तक दो घंटे ओपीडी बंद रखी। इस दौरान मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी। हालांकि इमरजेंसी वार्ड में मेडिकल सेवाएं जारी रहीं लेकिन इमरजेंसी में भी डाक्टरों ने एमएलआर काटने का काम बंद रखा।
डा. गुरमेल सिंह ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों की ड्यूटी लगातार खतरे
में पड़ती जा रही है। हर दिन अस्पातलों में डाक्टरों पर हमले हो रहे हैं। कुछ दिन
पहले पंजाब के एक अस्पताल में लैब टेक्नीशियन से लूट की वारदात भी हो चुकी है।
डाक्टर अपनी पूरी निष्ठा से मरीजों की दिन रात सेवा करने में जुटे हैं, जबकि
शरारती तत्वों द्वारा उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त
नहीं किया जाएगा। उन्होंने अमृतसर के अस्पताल में डाक्टर पर फायरिंग करने वालों पर
सख्त कार्रवाई करने,
डाक्टरों की सुरक्षा को यकीनी बनाने की मांग की।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पटियाला
विंग के साथ-साथ पीसीएमएस डॉक्टर्स ने सरकारी अस्पतालों सहित निजी
अस्पतालों में सुबह 2
घंटे तक ओपीडी ठप की। आइमए के प्रधान डॉ. विकास छाबड़ा ने
बताया कि अमृतसर में डॉक्टर पर गोलियां चलाई गई है, जो सरासर गलत है। डॉक्टर वर्ग ऐसा
वर्ग है जो लोगों की न केवल सहित सुविधा का खास ख्याल रखता है, बल्कि
उनकी जान को भी बचाता है। कुछ शरारती तत्व ऐसे भी हैं जो डॉक्टरों पर ही जानलेवा
हमला कर रहे हैं। इसकी जितनी भी निंदा की जाए उतनी कम है। इसी के विरोध में जिले
में सुबह 10 से लेकर दोपहर 12:00 बजे तक ओपीडी बंद रखी गई। आईएमए की
मांग है कि डॉक्टर पर गोली चलाने वाले आरोपितों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी
कार्रवाई की जाए ताकि दूसरे लोगों को इसका सबक मिले। इस मौके पर डा. अमित कंबोज, डा.हर्षित गोयल,डा.धीरज गोयल, डा. रविकांत, डा. सतीश जिंदल, डा. अरूण बांसल, डा. नरेश सिंगला, डा. खुशदीप सिंह सिद्धू, डा. उमेश गुप्ता, डॉ. आहूलवालिया, डॉ. रमन गोयल समेत तमाम डाक्टर उपस्थित थे।
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