मंगलवार, 23 फ़रवरी 2021

पुलिस को चुनौती देता मेहराज रैली में पहुंचा दिल्ली हिंसा का वांछित एक लाख का इनामी लक्खा सिधाना, रैली करने के बाद हुआ मौके से फरार पुलिस मूकदर्शन बनकर देखती रही


-रैली में आरोपियों को बेकसूर बनाकर लोगों को भड़काता रहा लेकिन स्थानीय पुलिस मूकदर्शक बनकर देखती रही

बठिंडा. बठिंडा जिले के गांव मेहराज में लक्खा सिधाना की तरफ से बुलाई गई रोष रैली में वह पुलिस को चुनौती देता पहुंचा। यही नहीं उसने वहां हाजिर सैकड़ों लोगों को संबोधित किया व दिल्ली पुलिस व केंद्र सरकार को खुलकर चुनौती देता रहा। पहले कयास लगाए जा रहे थे कि वह पुलिस को चकमा दे रहा है व रैली में शायद ही पहुंचे। 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा मामले में लक्खा सिधाना वांछित है व उसकी गिरफ्तारी के लिए एक लाख रुपए का इनाम रखा हुआ है। ऐसे में अब सब की निगाहें इस बात पर हैं कि पुलिस उसे गिरफ्तार करती है या नहीं। हालांकि जिला पुलिस पहले ही कह चुकी है कि अगर दिल्ली पुलिस उसकी गिरफ्तारी करने आती है तो स्थानीय पुलिस उनका सहयोग करेगी। वही बठिंडा व पंजाब पुलिस के रिकार्ड में वह किसी केस में वांछित नहीं है।

रैली के दौरान मंच से नारेबाजी हो रही थी कि अगर लक्खा व दीप सिद्धू गद्दार है तो हम गद्दार हैं। लक्खा ने कहा जो लोग यह बोल रहे हैं कि दीप सिद्धू किले पर कैसे पहुंच गया। केंद्र से मिला होगा। लक्खा ने कहा दीप सिद्धू अपने दम पर किले पर गया था। सिधाना ने कहा कि भले ही दिल्ली पुलिस पंजाबियों पर कितने ही मामले दर्ज कर लें। उनके सिर पर इनाम रख लें, लेकिन लोगों के रोष को रोका नहीं जा सकेगा, क्योंकि यह मामला किसी व्यक्ति विशेष का नहीं बल्कि पंजाबियों के वजूद का है।

लक्खा ने कहा कि वह संयुक्त किसान मोर्चा से अलग प्रोग्राम या कोई एजेंडा लेकर नहीं चला है। किसान संगठनों द्वारा दिए जाने प्रोग्राम पर ही कायम है। इसीलिए यह रैली की गई है। लक्खा ने कहा कि अगर दिल्ली पुलिस किसी किसान, किसी मजदूर या फिर किसी नौजवान को गिरफ्तार करने के लिए किसी भी गांव में आती है तो गांव के गुरुद्वारे में अनाउंसमेंट कर दिल्ली पुलिस का घेराव किया जाएगा, किसी को भी गिरफ्तार करने नहीं दिया जाएगा।

लक्खा सिधाना ने कहा कि अगर केंद्र सरकार के कहने पर दिल्ली पुलिस पंजाब में किसानों और युवाओं को गिरफ्तार करने के लिए आती है और पंजाब पुलिस उनका सहयोग करती है तो इसकी जिम्मेदारी सीधे तौर पर सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की होगी। उनको ही इस पर जवाब देना होगा। लक्खा ने कहा कि कृषि कानूनों को कतई मंजूर नहीं किया जाएगा। रोष रैली को संबोधित करने के बाद अब लक्खा सिधाना बाइक रैली करते हुए पहुंचा।

लक्खा सिधाना को 26 जनवरी को दिल्ली में लाल किले के ऊपर फहराये गए केसरी ध्वज व दिल्ली में हुए उपद्रव को लेकर अन्य किसान नेताओं सहित नामजद किया गया है। दिल्ली पुलिस ने उसके नाम पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया है। इससे पहले लक्खा सिधाना ने दिल्ली पुलिस को इंटरनेट मीडिया से चुनौती देते हुए कहा था कि वह 23 फरवरी को बठिंडा के मेहराज में रोष रैली शामिल होगा। पुलिस उसे गिरफ्तार करके दिखाए।

उल्लेखनीय है कि मेहराज पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का पैतृक गांव है। लक्खा सिधाना भी इसी इलाके का रहने वाला है। वहीं, इस संबंध में दो दिन पूर्व बठिंडा के एसएसपी भूपिंदर जीत सिंह विर्क का कहना था कि सिधाना बठिंडा में किसी मामले में वांछित नहीं है, लेकिन यदि दिल्ली पुलिस कार्रवाई करती है तो हम पूरा सहयोग करेंगे। किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

पंजाब में थे 20 मामले दर्ज, सभी में बरी

पंजाब में लक्खा के खिलाफ 20 आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें वो बरी भी हो चुका है। पुलिस ने पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू, जुगराज सिंह, गुरजोत सिंह व गुरजंत सिंह पर एक-एक लाख रुपये और जगबीर सिंह, बूटा सिंह, सुखदेव सिंह व इकबाल सिंह पर 50-50 हजार रुपये इनाम की घोषणा की थी। दीप सिद्धू, इकबाल सिंह व सुखदेव सिंह को दिल्ली पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। पांच अन्य उपद्रवियों की तलाश जारी है। इनमें लक्खा सिधाना भी शामिल है।

पुलिस ने किए सुरक्षा के प्रबंध लेकिन मूक रहे अधिकारी

लक्खा सिधाना की रैली के दौरान बेशक बड़ी संख्या में पुलिस तो तैनात थी लेकिन कोई भी अधिकारी लक्खा सिधाना के बारे कुछ बोलने को तैयार नहीं हुआ व सभी उच्चाधिकारी इस मामले में मूक रहे। रैली में सुरक्षा को लेकर बङ्क्षठडा पुलिस प्रशासन की ओर से बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई। मौके पर दंगा रोधक वाहन व वाटर कैनन आदि भी तैनात रहे। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस की ओर से 26 जनवरी की दिल्ली ङ्क्षहसा के बाद दीप सिद्धू व अन्य नेताओं के साथ साथ लक्खा सिधाना को भी पुलिस ने संगीन धाराओं के तहत नामजद किया है व दिल्ली पुलिस की ओर से उसकी गिरफ्तारी पर 1 लाख रुपये के इनाम की घोषणा भी की गई है। लेकिन इसके बावजूद रैली के दौरान लक्खा बेखौफ होकर रैली में शामिल हुआ। 

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'संबोधन के बाद पुलिस के नाक तले से फरार हुआ लक्खा सिधाना

लगभग डेढ़ बजे लक्खा सिधाना स्टेज पर एकाएक प्रगट हो गया। लक्खा सिधाना के पहुंचने पर युवाओं में भारी उत्साह देखने को मिला व लक्खा सिधाना की आमद पर नौजवानों ने जोरदार नारेबाजी करके उसका समर्थन दिया। इस दौरान बड़ी संख्या में युवक उत्साहित होकर शोर मचाने लगे व स्टेज प्रबंधकों की बात सुनने को तैयार नहीं हुए। स्टेज प्रबंधकों ने बाद में लक्खा सिधाना से अपील की कि वह युवाओं को शांत करे। इस पर लक्खा सिधाना ने स्टेज पर खड़ा होकर युवाओं से शांत रहने की अपील की जिसके बाद नौजवान शांत हुए। इसके बाद लक्खा सिधाना लगभग 2 घंटों तक स्टेज पर रहा व उसके बाद उसने लोगों को संबोधन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस तो तैनात रही लेकिन संबोधन करने के बाद लक्खा सिधाना जैसे स्टेज पर प्रकट हुआ था ठीक उसी प्रकार वहां से निकल भी गया व पुलिस देखती रह गई। किसी को इसकी जानकारी नहीं मिली कि लक्खा सिधाना कहां गया है। पुलिस अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे रहे।


‘ਸਰਬੱਤ ਸਿਹਤ ਬੀਮਾ ਯੋਜਨਾ’- ਲਾਭਪਾਤਰੀਆਂ ਦੇ ਈ-ਕਾਰਡ ਬਣਾਉਣ ਦੀ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਮੁਹਿੰਮ 28 ਫ਼ਰਵਰੀ ਤੱਕ


ਸ਼ਹਿਰੀ ਖੇਤਰ ’ਚ ਪ੍ਰਚਾਰ ਵੈਨ ਰਾਹੀਂ ਬਣਾਏ 153 ਈ-ਕਾਰਡ

ਬਠਿੰਡਾ, 23 ਫਰਵਰੀ : ਪੰਜਾਬ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਦਿਸ਼ਾ-ਨਿਰਦੇਸ਼ਾਂ ਤਹਿਤ ਆਯੂਸ਼ਮਾਨ ਭਾਰਤ ਸਰਬੱਤ ਸਿਹਤ ਬੀਮਾ ਯੋਜਨਾ ਦੇ ਤਹਿਤ ਲਾਭਪਾਤਰੀਆਂ ਦੇ ਈ-ਕਾਰਡ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਇੱਕ ਹਫ਼ਤੇ ਲਈ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਮੁਹਿੰਮ ਚਲਾਈ ਗਈ ਹੈ। ਯੋਗ ਲਾਭਪਾਤਰੀ ਆਪਣੇ ਨਜ਼ਦੀਕੀ ਕਾਮਨ ਸਰਵਿਸ ਸੈਂਟਰ (ਸੀ.ਐਸ.ਸੀ.) ਵਿਖੇ ਜ਼ਰੂਰੀ ਦਸਤਾਵੇਜ਼ਾਂ ਲੈ ਕੇ ਆਪਣਾ ਈ-ਕਾਰਡ ਬਣਵਾ ਸਕਦੇ ਹਨ। ਇਹ ਜਾਣਕਾਰੀ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ਼੍ਰੀ ਤੇਜ ਪ੍ਰਤਾਪ ਸਿੰਘ ਫੂਲਕਾ ਨੇ ਸਾਂਝੀ ਕੀਤੀ।


          ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨੇ ਹੋਰ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਜ਼ਿਲੇ ਦੇ ਕੇਂਦਰਾਂ ਦੀ ਸੂਚੀ ਤੇ ਆਪਣੀ ਪਾਤਰਤਾ ਜਾਂਚਣ ਲਈ www.sha.punjab.gov.in ਵੈਬਸਾਈਟ ’ਤੇ ਜਾ ਕੇ ਚੈੱਕ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ। ਉਨਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਇਸ ਸਕੀਮ ਅਧੀਨ ਸਮਾਰਟ ਰਾਸ਼ਨ ਕਾਰਡ ਪਰਿਵਾਰ (ਸਮਾਰਟ ਰਾਸ਼ਨ ਕਾਰਡ ਜੂਨ 2020 ਤੱਕ ਬਣਿਆ ਹੋਵੇ) , ਕਿਸਾਨ (ਜੇ-ਫਾਰਮ ਅਤੇ ਗੰਨਾ ਤੋਲ ਪਰਚੀ ਧਾਰਕ, 05 ਅਗਸਤ 2020 ਤੱਕ ਪੰਜਾਬ ਮੰਡੀ ਬੋਰਡ ਨਾਲ ਰਜਿਸਟਰਡ) , ਉਸਾਰੀ ਮਜ਼ਦੂਰ (ਉਸਾਰੀ ਭਲਾਈ ਬੋਰਡ ਨਾਲ ਪੰਜੀਿਤ) , ਛੋਟੇ ਵਪਾਰੀ (ਆਬਕਾਰੀ ਤੇ ਕਰ ਵਿਭਾਗ ਨਾਲ ਪੰਜੀਿਤ ਅਤੇ 1 ਕਰੋੜ ਤੋਂ ਘੱਟ ਸਾਲਾਨਾ ਆਮਦਨ) , ਐਕਰੀਡੇਟਡ ਤੇ ਪੀਲੇ ਕਾਰਡ ਧਾਰਕ ਪੱਤਰਕਾਰ, ਐਨ.ਈ.ਸੀ.ਸੀ. ਡਾਟਾ 2011 ਵਿੱਚ ਸ਼ਾਮਿਲ ਪਰਿਵਾਰ ਆਉਂਦੇ ਹਨ।

          ਇਸ ਸਬੰਧੀ ਹੋਰ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦਿਆਂ ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਸ. ਤੇਜਵੰਤ ਸਿੰਘ ਢਿੱਲੋਂ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਸ਼ਹਿਰੀ ਖੇਤਰ ਵਿਚ ਈ-ਕਾਰਡ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਇੱਕ ਸਪੈਸ਼ਲ ਪ੍ਰਚਾਰ ਵੈਨ ਚਲਾਈ ਗਈ ਹੈ, ਜਿਸ ਦੌਰਾਨ ਸ਼ਹਿਰ ਦੇ ਬੇਅੰਤ ਨਗਰ, ਲਾਲ ਸਿੰਘ ਬਸਤੀ, ਪਰਸ ਰਾਮ ਨਗਰ ਅਤੇ ਜਨਤਾ ਨਗਰ ਆਦਿ ਸ਼ਹਿਰੀ ਮੁੱਢਲਾ ਸਿਹਤ ਕੇਂਦਰਾਂ ’ਚ 153 ਈ-ਕਾਰਡ ਬਣਾਏ ਗਏ ਹਨ।

          ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਨੇ ਹੋਰ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਕਾਰਡ ਬਣਵਾਉਣ ਲਈ ਲਾਭਪਾਤਰੀ ਕੋਲ ਅਧਾਰ ਕਾਰਡ, ਪਰਿਵਾਰ ਪਹਿਚਾਣ ਪੱਤਰ, ਰਾਸ਼ਨ ਕਾਰਡ (ਜੇਕਰ ਰਾਸ਼ਨ ਕਾਰਡ ਨਹੀਂ ਹੈ ਤਾਂ ਪਰਿਵਾਰ ਘੋਸ਼ਣਾ ਫਾਰਮ ਜੋ ਕੇ ਸਰਪੰਚ ਜਾਂ ਮਿਊਂਸਪਲ ਕੌਂਸਲਰ ਤੋਂ ਦਸਤਖ਼ਤ ਅਤੇ ਮੋਹਰ ਲੱਗਿਆ ਹੋਵੇ) ਅਤੇ ਉਸਾਰੀ ਕਿਰਤੀ ਦਾ ਰਜਿਸਟ੍ਰੇਸ਼ਨ ਕਾਰਡ (ਜੇਕਰ ਉਸ ਵਿੱਚ ਪਰਿਵਾਰ ਦੀ ਜਾਣਕਾਰੀ ਹੈ) ਹੋਣਾ ਲਾਜ਼ਮੀ ਹੈ।

          ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਸ. ਢਿੱਲੋਂ ਨੇ ਹੋਰ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਕਾਰਡ ਬਣਵਾਉਣ ਦੀ ਫੀਸ 30 ਰੁਪਏ ਪ੍ਰਤੀ ਕਾਰਡ ਹੈ। ਉਨਾਂ ਲਾਭਪਾਤਰੀਆਂ ਨੂੰ ਅਪੀਲ ਕਰਦਿਆ ਕਿਹਾ ਕਿ ਉਹ ਜਲਦ ਤੋਂ ਜਲਦ ਆਪਣੇ ਸਰਬੱਤ ਸਿਹਤ ਬੀਮਾ ਯੋਜਨਾ ਦਾ ਈ-ਕਾਰਡ ਜ਼ਰੂਰ ਬਣਵਾਉਣ।

बठिंडा में सब्जी बेचने का काम करने वाले युवक ने पंखे से लटक कर की आत्महत्या


बठिंडा.
मानसिक तौर पर परेशान चल रहे एक नौजवान ने बठिंडा डबवाली रोड पर स्थित अनूप नगर में चुन्नी बांध कर पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली। युवक सब्जी की रेहड़ी लगाता था। मामले की सूचना आसपास के लोगों को सुबह लगी व उन्होंने जानकारी पुलिस व सामाजिक संस्था को दी। इसकी सूचना सहारा मुख्यालय में मिलने पर सहारा जनसेवा की लाईफ सेविंग टीम के सदस्य हरबंस सिंह व तिलकराज एम्बुलेंस सहित घटना स्थल पर पहुंचे। युवक का शव पंखे से लटक रहा था। वर्धमान चौंकी पुलिस घटना स्थल पर पहुंची व घटना की जांच शुरू कर दी है। सहारा टीम मैंबर तिलक राज ने मृतक युवक के शव को पुलिस की मौजूदगी में नीचे उतारा। आसपास के लोगों के अनुसार मृतक युवक कुछ समय से परिवारिक कारणों से मानसिक परेशान चल रहा था। सब्जी की रेहड़ी लगाने वाले मृतक की शिनाख्त अशोक कुमार पुत्र सुरेश राये निवासी अनूप नगर गली नंबर-2 आयु 24 वर्ष के तौर पर हुई। सहारा टीम ने नवयुवक का शव पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया।


शादी समारोह से वापिस लौट रहे वेटर को शराबियों ने पीटा

बठिंडा. शराब पीकर रास्ते में आते जाते लोगों को परेशान करने वाले तीन लोगों ने मिलकर एक नौजवान को मारपीट कर घायल कर दिया। जानकारी अनुसार गत रात्रि 11 बजे वेटर का काम करने वाले संजू उम्र 35 साल बठिंडा के पैलेस में आयोजित विवाह समारोह से वापिस अपने घर की तरफ जा रहा था। रास्ते में करीब तीन शराबी खड़े होकर वहां से आने जाने वालों को परेशान कर रहे थे। उक्त लोगों ने संजू को रोककर पहले उससे गालीगलोच की व बाद में पीटना शुरू कर दिया। जिससे संजू गंभीर रूप से घायल हो गया। गंभीर हालत में देख आसपास के लोगों ने सामाजिक संस्था को वारदात की सूचना दी। सहारा जनसेवा की लाईफ सेविंग टीम के सदस्य मनी कर्ण व संदीप गिल मौके पर पहुंचे। घायल संजू को एम्बुलेंस द्वारा सिविल अस्पताल की आपातकालीन वार्ड में पहुंचाया व उपचार करवाया।

वही स्थानीय फायर ब्रिगेड चौक में एक रिक्शा चालक रिक्शा का संतुलन बिगड़ जाने से रिक्शा से गिर पड़ा जिससे उसका हाथ टूट गया।  घटना की सूचना सहारा मुख्यालय  में मिलने पर सहारा जनसेवा की लाईफ सेविंग टीम के सदस्य मनी कर्ण मौके पर पहुंचा व घायल रिक्शा चालक रमेश कुमार पुत्र मकुल निवासी जिला बेतिया बिहार को अस्पताल पहुंचाया व उपचार करवाया।


सहारा जन सेवा ने शुरू की जागरुकता मुहिम, कहा-कोरोना के खतरे को देखते हुए मास्क पहने


बठिंडा.
मानवता की सेवा में समर्पित सहारा जनसेवा की तरफ से कोरोना महामारी के फिर से प्रसार को देखते इसके खिलाफ जागरूकता अभियान आरंभ किया गया है। सहारा जनसेवा के अध्यक्ष विजय गोयल आम लोगों से अपील की कि सभी लोग कोरोना बीमारी के खतरे को देखते हुए अपने नैतिक फर्ज समझते हुए सभी लोग मास्क पहने। सार्वजनिक समारोह, बाजारों में, भीड़ वाली जगहों में अपनी दूरी बना कर रखे। बार बार अपने हाथों को साबुन से धोएं व सेनेटाईजर का प्रयोग करे। विजय गोयल ने कहा यह सिर्फ सरकार का कार्य नही हम सभी नागरिकों का कर्तव्य बनता है हम कोरोना के प्रति जागरूक रहे मास्क का हर जगह उपयोग करे। सभी लोग जागरूक रहे दहशत न फलाएं क्योंकि सावधानी ही कोरोना के प्रति सब से बड़ी सुरक्षा है। क्योंकि भारत के कुछ राज्यों में कोरोना तेजी से फैल रहा है। आओ हम सब मिल कर कोरोना महामारी के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाए और सरकार द्वारा बताए गए  निर्देशों का पालन करे व कोरोना से सुरक्षित रहे। 


बठिंडा नगर निगम चुनाव संपन्न होते ही अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों के वेतन की चिंता, निगम ने बकाया बिल वसूली के लिए फिर से शुरू की मुहिम


नगर निगम-  कुल बजट का 60 फीसदी तक खर्च होता है कर्मियों व दफ्तरी साधनों में, विकास कार्यों के लिए देखना पड़ता है सरकार की सहायता की तरफ  

बठिडा. नगर निगम चुनाव संपन्न होने के बाद अब निगम अधिकारियों व कर्मचारियों के वेतन के लिए फंड जुटाने की तरफ नगर निगम का पूरा ध्यान लगने जा रहा है। यही नहीं फऱवरी माह में ही नगर निगम में नए सदन का विधिवत गठन हो जाएगा। नए मेयर के सामने निगम की आर्थिक स्थिति को बेहतर करना सबसे बड़ी चुनौती भी रहने वाली है। इन तमाम हालात में फिलहाल नगर निगम पानी व सीवरेज बिलों के लोगों की तरफ बकाया खड़े करीब 6 करोड़ रुपए के बिलों की वसूली की तरफ ध्यान देने लगा है। यह मुहिम नगर निगम चुनाव से पहले शुरू की गई थी लेकिन राजनीतिक कारणों व चुनाव में किसी तरह के विरोध की संभावना के चलते इसे रोक दिया गया था व अब फिर से इस मुहिम को शुरू किया जा रहा है।   

नगर निगम पर है करोड़ों का कर्जा जिसे आज तक नहीं उतारा जा सका

केंद्र और राज्य सरकार समेत सैटलमेंट पॉलिसी से आने वाली करीब 200 करोड़ की अतिरिक्त राशि के सहारे बहुमूल्य योजनाओं के पिछले पांच साल से सपने पूरे करते रहे। इसमें सबसे ज्यादा 125 करोड़ रुपए सालाना सैटलमेंट पॉलिसी के आधार पर अवैध इमारतों, सीएलयू आदि से होने की संभावना हर साल दिखाई जाती रही, जबकि 20 करोड़ रुपए सरकार से पार्किंग प्रोजेक्ट और 50 करोड़ रुपए सालाना अमृत योजना के पहले फेज में आने की उम्मीद पर कुछ काम पूरे किए। वही दूसरी तरफ निगम पर पीआईडीबी के 107 करोड़ रुपए के कर्ज की राशि पूर्व की तरह खड़ी है जिसमें केवल ब्याज का भुगतान कर साल हो रहा है। पिछले दो माह में नगर निगम चुनाव के मद्देनजर शहर में सैकड़ों अवैध इमारतों का निर्माण किया गया। इसमें अधिकतर इमारते व्यवयासिक है जिन्हें रिहायशी नक्शे में पारित करवाने व नियमों को ताक पर रखकर रातों रात बना दिया गया। अब जब चुनाव संपन्न हो गए है तो नगर निगम अन तमाम इमारतों को नोटिस निकालकर फीस भरने की योजना बना रहा है हालांकि इसमें अधिकतर इमारते बनकर तैयार हो चुकी है व इन्हें रैनोवेट करने का काम चल रहा है। अगर निगम इन इमारतों से इमानदारी से फीस की वसूली करता है तो उसे अतिरिक्त आय हो सकती है। सैकड़ों अवैध इमारतें हैं, गिराना संभव नहीं, इन्हें रेगुलर किया जा सकता है। इससे 200 करोड़ की आय निगम को हो सकती है। इस तरह के आय के साधन पैदा कर आर्थिक हालत में सुधार किया जा सकता है।

वही इन टैक्सों की भी नहीं हो रही है इमानदारी से वसूली

पंजाब म्युनिसिपल फंड का करीब 91 करोड़, बिल्डिंग रेगुलाइजेशन का 1.50 करोड़, वाटर सप्लाई सीवरेज का 13.43 करोड़ रुपए सालाना वलूसी के साथ प्रापर्टी टैक्स की वसूली जैसी मदों में लोग टैक्स देने में जहां दिलचस्पी नहीं दिखा रहे वही नगर निगम भी इन फंडों की वसूली में इमानदारी से काम नहीं कर सका है। इसका नतीजा यह है कि हर साल नगर निगम के सालाना बजट में प्रस्तावित राशि पूर्व की तरह खड़ी रहती है व कुल बजट वसूली का ट्रागेट पूरा नहीं होता है जिसका सीधा असर शहर की विकास योजनाओं पर भी दिखाई देता है। नगर निगम ने प्रॉपर्टी टैक्स 11.50 करोड़ रुपए सालाना वसूल करना है। वही बिल्डिंग/सीएलयू/डेवल्पमेंट/ वाटर सप्लाई चार्ज बिल्डिंग चार्ज के करीब 8 करोड़ रुपए बकाया खड़े हैं जबकि निगम की बड़ी आय के साध रहे विज्ञापन कर पर जहां हर साल 2.30 करोड़ रुपए मिलते थे वह भी सरकार व निगम की गलत नीतियों के कारण लगातार कम हो रहा है व विज्ञापन साइटों पर राजनीतिक दलों के विज्ञापन लगे हैं जिसमें निगम को एक पैसे की कमाई नहीं होती है।

फंड की कमी से रुके पड़े हैं कई काम

नगर निगम में फंड की कमी का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है। शहर में लावारिस जानवरों की समस्या हल करने के लिए नगर निगम हर साल काउ सेस के तौर पर तीन से चार करोड़ की वसूली करता है लेकिन उक्त राशि को सही मैनेजमेंट कर वितरित करने की कमी के कारण समस्या पूर्व की तरह बरकरार है। जानवरों के मरने के बाद उन्हें हड्डारोडी में फैंकने की व्यवस्था आज तक नहीं हो सकी। सड़कों में घूम रहे जानवरों को पकड़कर गौशाला भेजने की योजना अधर में लटकी पड़ी है। कई इलाकों में सीवरेज समस्या आए दिन बिगड़ रही है जहां हर 10 दिनों बाद सीवरेज जाम होने से गंदा पानी इकट्ठा हो जाता है। इन इलाकों में नई सीवरेज पाइप लाइन निगम अपने स्तर पर फंड की कमी से बिछाने में नाकाम रहा है। शहर में जितने सफाई कर्मियों की जरूरत है उसके मुकाबले ताताद कम है वही नगर निगम में अभी भी 40 फीसदी पद विभिन्न विभागों में खाली पड़े हैं। इन पदों को भरने के लिए निगम के पास फंडों की भारी दिक्कत है। इससे प्रबंधन का काम पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है।

वेतन और पेंशन पर जाते हैं साढ़े छह करोड़ 

बठिडा नगर निगम के करीब 1000 स्थायी और करीब 550 अस्थायी कर्मचारी हैं। जिन्हें प्रत्येक माह वेतन देने के लिए छह करोड़ रुपये खर्च होते हैं। इसके अलावा करीब 300 पेंशनर्स हैं। जिन्हें 55 लाख लाख पेंशन के रूप में जाते हैं। निगम की आय की 60 फीसद राशि वेतन देने पर खर्च होती है। यह राशि वाटर, सीवरेज, प्रॉपर्टी टैक्स के अलावा जीएसटी और वैट से इकट्ठा होती है। बीते मार्च व जुलाई में निगम को राज्य सरकार से जीएसटी की राशि प्राप्त हुई व कुछ निगम के पास अपना आमदन भी थी। जिससे जहां पिछले दो महीनों का वेतन दिया गया, वहीं इस माह का भी दिया जा रहा है। लेकिन अगर निगम की आय में वृद्धि न हुई तो आने वाले महीने का वेतन देने के लिए दिक्कतें पैदा हो सकती है क्योंकि अगली जीएसटी की किश्त मार्च व अप्रैल तक मिलने संभावना है। 


अब बठिंडा में कामन सर्विस सेंटरों के अलावा सरकारी सेवा केंद्र में भी बनेगा आयुष्मान योजना कार्ड


बठिडा:
आयुष्मान भारत व सरबत सेहत बीमा योजना के कार्ड कामन सर्विस सेंटरों के अलावा सरकारी सेवा केंद्रों पर भी बन सकेंगे। यह सुविधा जिले के 32 सेवा केंद्रों पर शुरू हो चकी है। इसके अब लोग कामन सर्विस सेंटरों के अलावा अपने नजदीकी सेवा केंद्र पर जाकर आयुष्मान योजना कार्ड बनवा सकेंगे। उन्हें महज 30 रुपये की सरकारी फीस अदा करनी होगी। इस कार्ड के धारक पांच लाख तक का वार्षिक मेडिकल खर्च की सुविधा सरकार से ले सकते हैं। सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ प्रदेश के कुछ चुनिदा निजी अस्पतालों में भी इसके तहत इलाज करवाया जा सकता है।

जिले में मिनी सचिवालय में स्थित टाइप वन का एक ही सेवा केंद्र है, जबकि जिले में विभिन्न जगहों पर टाइप टू के 32 सेवा केंद्रों स्थित हैं, जहां पर यह सुविधा 22 फरवरी से शुरू हो चुकी है, जबकि टाइप थ्री सेवा केंद्रों में यह सुविधा 26 से शुरू होगी। कार्ड बनवाने का समय सुबह नौ से शाम पांच बजे तक हैं। इस योजना में सेवा केंद्र से प्रति कार्ड की 30 रुपये फीस रखी गई है। जल्द से जल्द बनवाएं कार्ड: डा. सिंगला

आयुष्मान योजना के नोडल अधिकारी व डीएमसी डा. रमन सिगला ने बताया कि अब तक जिन कार्ड धारकों ने कार्ड नहीं बनवाया है वह बिना किसी देरी के सेवा केंद्र में बनवा सकते हैं। कोई भी जानकारी किसी भी काम वाले दिन सेहत विभाग से प्राप्त की जा सकती है। ये कार्ड किसानों, नीला कार्ड धारक, लेबर कार्ड धारक, पत्रकार, कम आमदन वाले परिवारों आदि के कार्ड बनेंगे। विभाग कैंप लगाकर बनाएंगे मौके पर आयुष्मान कार्ड

डा. रमन सिगला ने बताया कि लोगों को इस योजना के प्रति जागरूक करने के लिए एक जागरूकता अभियान भी शुरू किया गया है। इसके तहत जिले में 21 मार्च तक जागरूकता वैन अलग-अलग क्षेत्रों के अलावा गली मोहल्लों व ग्रामीण एरिया में जाकर लोगों को सरकार द्वारा प्रदान की जा रही सेहत सेवाओं व सेहत बीमा संबंधी जानकारी देगी। कैंप लगाकर उनके कार्ड भी मौके पर बनाएं जाएंगे। योग्य लाभपात्री इस योजना के अंतर्गत अपने ई -कार्ड गांव और शहर के मोहल्लों आदि नजदीक स्थानों पर बने कॉमन सर्विस सेंटरों से भी बनवा सकते हैं।

 

फेडरेशन आफ आल इंडिया व्यापार मंडल ने जीएसटी के नियमों सरल बनाने के लिए सौंपा मांगपत्र


बठिडा:
फेडरेशन आफ आल इंडिया व्यापार मंडल व पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक मांगपत्र एडीसी राजदीप सिंह बराड़ को दिया गया। इसमें जीएसटी को लेकर आ रही मुश्किलों के हल करने की अपील की मांग की गई है।

फेडरेशन के सदस्यों ने बताया कि आज पूरे देश में अधिकारियों को मांगपत्र दिए गए हैं। उनका कहना है कि केंद्र सरकार की ओर से आए दिन जीएसटी में लगातार बदलाव किए जा रहे हैं जिस कारण व्यापारियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसको देखते हुए सरकार को चाहिए कि वह जीएसटी की प्रणाली को सरल बनाए। इस मौके पर उप प्रधान फेडरेशन आफ आल इंडिया व्यापार मंडल अमित कपूर, पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के महासचिव केके महेश्वरी, सिटी प्रधान जीवन गोयल, सिटी महासचिव प्रमोद जैन, सचिव विजय गर्ग आदि मौजूद थे। 


पानी निकासी के लिए डाली जा रही छोटी पाईप का विरोध जता दिया मांग पत्र

बठिंडा। पानी निकासी के लिए डाली जा रही छोटी पाईप, ज्ञापन सौंपा पिछले लंबे समय से गांव की गलियों में जमा गंदे पानी की समस्या का दंश झेल रहे नजदीकी गांव जवाहर के लोगों ने बीडीपीओ रामपुरा को ज्ञापन देकर गांव के पानी की निकासी के लिए 18 इंच चौड़ी पाइप डालने की मांग की है।

गांव की सरपंच अमरजीत कौर, पंचायत सदस्य राजिद्र सिंह, सुखजीत कौर, महेंद्र सिंह, सोमा सिंह, हरजिद्र सिंह, गांववासी परमजीत कौर, सत्या देवी, बिदर कौर, कांता देवी, मलकीत कौर, प्रकाश कौर, किरणजीत कौर, जसवीर कौर, अमृतपाल कौर, सरबजीत कौर, सीमा रानी, मनजीत कौर, पाली कौर, यादविद्र कौर, दलजीत कौर तथा सुरेश रानी ने कहा कि गांव की पंचायत की ओर से डाली जा रही 18 इंच पाईप भविष्य में पानी निकासी के लिए बेहतर है। गांव के लोग इसका समर्थन करते हैं। गांव से सीधा संबंध न रखने वाले कुछ लोग गलत बयानबाजी कर पाइप डालने के रास्ते में रुकावट पैदा कर रहे हैं। गांववासियों ने ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने तथा 18 इंच पाईप डालने की मांग की।

बठिडा में सिएट शापी में महिलाएं ही बदलेंगी टायर व करेंगी व्हील बैलेंसिग


बठिडा: सिएट टायर्स ने बठिडा में पूरी तरह महिलाओं द्वारा संचालित आल वूमेन सिएट शापी का उद्घाटन किया। सिएट के जनरल मैनेजर पुनीत बंसल ने कहा कि इसका प्रयास पुरुष प्रधान टायर उद्योग में महिलाओं को सशक्त करना है। यह शापी महिला द्वारा मैनेज और महिलाओं की टीम द्वारा ही चलाई जाएगी। इस शापी का उद्घाटन बठिडा ग्रामीण की विधायक रुपिदर कौर रुबी ने सिएट के जोनल मैनेजर नार्थ पुनीत बंसल और सिएट शापी की डीलर प्रिसीपल गीता मित्तल की उपस्थिति में किया।

गीता मित्तल ने बताया कि इस सिएट शॉपी में ग्राहकों से संबंधित सभी सेवा सहायता के लिए महिला कार्यबल शामिल हैं। इसमें सभी प्रकार के मैन्युअल काम जैसे गाड़ी का टायर चेंज करना, बैलेंसिग और विभिन्न मशीनरियों को बदलना शामिल है। सिएट शॉपी चलाने वाली महिलाओं को पूरी तरह ट्रेनिग देगा। इसके अलावा सिएट स्पेशल टूल्स में निवेश के साथ साथ महिला कर्मचारियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा का भी ख्याल रखेगा। कोरोना महामारी के कारण वैश्विक संकट के समय बहुत से लोग अपनी नौकरियां खो चुके हैं लेकिन इस पहल के साथ सिएट टायर्स महिलाओं के लिये उनके कैरियर विकल्प खोल रही है और रोजगार के अधिक अवसर पैदा कर रही है।


सिएट टायर्स के जोनल मैनेजर नार्थ पुनीत बंसल ने कहा कि सिएट वर्कप्लेस पर जेंडर डाईवर्सिटी के मूल्यों को सम्मान करता है। हम अपने मैनुफैक्चरिग प्लांट्स सहित कार्यक्षेत्र में महिलाओं का सम्मान और उचित अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि सिएट उद्योग की सर्वप्रथम पहल है जो महिलाओं को विकसित होने और जो पुरुष संचालित व्यवसाय टायर उद्योग में एक छाप छोड़ने के लिये हमारी प्रतिबद्धता को दोहराती है । यह पहल न केवल महिलाओं को वित्तीय स्थिरता प्रदान करेगी बल्कि इस उद्योग में शामिल होने के लिये कई अन्य लोगों को प्रेरित करेगी क्योंकि आने वाले महीनों में इस तरह के कई आउटलेट्स के साथ साथ देश भर में अपनी ऐसी ही छाप छोड़ने की योजना बनाई जा रही है।

रामा मंडी में एक सप्ताह पहले घर से नौजवान हुआ लापता, अगवा होने के शक में शिकायत


बठिंडा.
रामा पुलिस के पास एक व्यक्ति ने अपने 20 साल के लड़के को अगवा करने की शिकायत दर्ज करवाई है। इसमें पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद आसपास के इलाकों की सीसीटीवी फुटेज की जांच करने के साथ शिकायतकर्ता के परिजनों व जानपहचान वालों से पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस के पास गुरदेव सिंह वासी रामा मंडी ने शिकायत दी है कि उसका लड़का प्रभजोत सिंह उम्र करीब 20 साल पिछले एक सप्ताह से गायब है। वह 15 फरवरी को घर से जरुरी काम की बात कहकर गया था व इसके बाद उसके संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल रही है। यही नहीं काफी दिनों तक वह उसके दोस्तों व रिश्तेदारों से संपर्क कर उसकी जानकारी हासिल करने की कोशिश करते रहे लेकिन जब मामले में किसी तरह का सुराग नहीं लगा तो उन्होंने पुलिस के पास लिखित शिकायत दी है। परिजनों का कहना है कि उन्हें शक है कि उनके लड़के को किसी ने अगवा कर किसी अज्ञात स्थान में छिपाकर रखा है। पुलिस ने शिकायत के बाद लापता युवक की तलाश शुरू कर दी है।  

 आदेश अस्पताल के पास लापरवाह टैंपू चालक ने मारी कार सवार को टक्कर, घायल

बठिंडा. लापरवाही से एक कैंटर चालक ने स्वीफ्ट गाड़ी को टक्कर मार दी जिससे गाड़ी चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। मामले में कैंट पुलिस ने आरोपी कैंटर चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। कैंट पुलिस को दी शिकायत में रजिंदर सिंह वासी नामदेव नगर बठिंडा ने बताया कि वह गत दिवस अपनी स्कीफ्ट गाड़ी से मेन हाईवे नजदीक आदेश अस्पताल भुच्चों के पास से जा रहा था कि इसी दौरान लापरवाही से कैंटर चालक बगडूराम उसकी गाड़ी की तरफ आया व टक्कर मार दी जिससे उसकी कार का काफी नुकसान हुआ व उसे भी गंभीर चोट लगी। मामले में पुलिस ने कैंटर चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है लेकिन गिरफ्तारी नहीं की गई है।

अफीम, भुक्की, लाह व नशीली गोलियों की तस्करी के आरोप में सात नामजद, चार गिरफ्तार

बठिंडा. जिला पुलिस ने अफीम, भुक्की, लाहन व शराब की तस्करी करने वाले सात लोगों को नामजद किया है। इसमें मौके पर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। नंदगढ़ पुलिस के सहायक थानेदार गुरतेज सिंह ने बताया कि अमृतपाल वासी जंगीराणा, रमेश वासी पियूरी व एक महिला रानी वासी जंगीराणा हरियाणा से शराब लाकर पंजाब में बेचने का धंधा करते थे। पुलिस ने सूचना के आधार पर तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर छापामारी की जिसमें मौके गांव जंदीराणा से  45 बोतल हरियाणा मार्का शराब उक्त लोगों के पास से बरामद की गई। इसमें पुलिस ने रानी को गिरफ्तार कर लिया लेकिन दो आरोपी अभी भी फरार है। सिटी रामपुरा पुलिस के होलदार जगदेव सिंह ने बताया कि परमजीत कौर वासी रामपुरा मंडी से 200 लीटर लाहन व 5 लीटर अवैध शराब उसके घर से बरामद की है। इसमें आरोपी महिला को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया है। मौड़ पुलिस के सहायक थानेदार गुरमेल सिंह ने बताया कि गुरप्रीत सिंह वासी मौड़ कलां को शक के आधार पर ट्रक यूनियन मौड़ के पास से रोककर पूछताछ की गई तो जांच में उसके पास 450 नशीली गोलियां बरामद की गई। यह गोलियां वह नशे के तौर पर इस्तेमाल करने व बेचने के लिए लाया था। आरोपी को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया है। वही मौड़ पुलिस के सहायक थानेदार गुरमेल सिंह ने बताया कि दर्शन सिंह वासी राजगढ़ कुब्बे को 50 किलोग्राम लाहन के साथ गांव में पकड़ा गया लेकिन वह मौका देखकर फरार हो गया। मौड़ पुलिस के सहायक थानेदार भुपिंदर सिंह ने बताया कि जोगिंदर सिंह वासी मौड़ मंडी को राम नगर कैचियों मौड़ मंडी पास लगे नाके में जांच के लिए रोका गया। उसके पास करीब 710 ग्राम अफीम बरामद की गई। आरोपी हरियाणा व राजस्थान से अफीम लाकर पंजाब में तस्करी का धंधा करता था। पुलिस उसे गिरफ्तार करने के बाद पूछताछ कर रही है।


 

मोगा में 2 महीने की बेटी को 40 हजार में बेचने को तैयार हो गए; बच्ची की आहार नली में दिक्कत थी, खरीदार और दलाल फरार

 

  • मासूम बच्ची की आहार नली में दिक्कत है, जिसका इलाज चंडीगढ़ में चल रहा है
  • एक हादसे में आरोपी पिता की पैर में चोट लगने के कारण काम छूट गया था

मोगा। मां-बाप अपने बच्चों की खुशी और सलामती के लिए क्या-क्या नहीं करते, वहीं कुछ लोग अपनी हरकतों से रिश्तों को शर्मसार कर देते हैं। नाम मजबूरी का दे दिया जाता है, ऐसा ही एक मामला पंजाब के माेगा जिले में सामने आया है। घटना के बारे में जानकर पुलिस वालों के भी पैरों तले से जमीन खिसक गई थी। आरोपी मां-बाप अब सलाखों के पीछे हैं।

पैसे की कमी के कारण मां-बाप दो महीने की मासूम बच्ची को 40 हजार रुपए में बेचने को तैयार हो गए। मामले का खुलासा तब हुआ, जब आरोपी मां-बाप एक ढाबा पर खरीदार को बच्ची सौंपने आए। उनके साथ बच्ची का सौदा करवाने वाली महिला भी थी। एक शख्स ने उनकी बातें सुन ली और पुलिस को मामले की सूचना दी। खबर मिलते ही CIA स्टाफ पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आरोपी मां-बाप को हिरासत में ले लिया। वहीं खरीदार और दलाल भागने में कामयाब हो गए।

दो महीने की बच्ची के आहार नली में है दिक्कत

CIA स्टाफ पुलिस टीम आरोपी मां-बाप को थाने ले आई। आरोपियों की पहचान लुधियाना के हैबोवाल निवासी अवतार सिंह के रूप में हुई। आरोपी की एक दो साल की बेटी गुरमन कौर है और एक दो महीने की बेटी प्रभजोत कौर है। प्रभजोत की आहार नली में दिक्कत है, जिसका इलाज चंडीगढ़ में चल रहा है। इस बीच एक हादसे में अवतार सिंह के पैर में चोट लग गई, जिस वजह से वह काम पर नहीं जा पा रहा था। इन सभी वजहों से अवतार सिंह आर्थिक तंगी से गुजर रहा था।

पुलिस टीम ने अवतार सिंह से बच्ची को बेचने का कारण पूछा तो उसने अपनी तरफ से दलील दी कि हैबोवाल में उन्हें एक महिला मिली थी। उसने कहा कि मोगा का एक दंपती बच्ची को गोद लेना चाहते हैं। उन्हें बच्ची चाहिए और वे इसके लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। महिला ने उससे कहा कि वह अगर बच्ची को उन्हें दे देगा तो 40 हजार रुपये मिलेंगे। इस पर वह अपनी दो महीने की बेटी को बेचने के लिए तैयार हो गया। पत्नी ने भी सहमति जताई और सौदा पक्का हो गया।

जगराओ के ढाबा पर बच्ची को लेकर पहुंचे थे माता-पिता

अवतार ने बताया कि महिला ने पहले उनको जगराओं बुलाया। जगराओं में बताए गए स्थान पर वे पहुंचे तो उन्हें मोगा में लुधियाना रोड पर एक ढाबा पर आने को कहा गया। वहां महिला के साथ एक पुरुष भी था। जब वे ढाबा पर बच्ची खरीदने को लेकर चर्चा कर रहे थे तो वहां बैठे एक शख्स ने उनकी बातें सुन ली और पुलिस को बता दिया। पुलिस को देखकर महिला और वो शख्स दोनों भाग गए और हम पुलिस के हाथ लग गए। दोनों का देर रात मथुरादास सिविल अस्पताल में मेडिकल कराया गया।

आमतौर पर इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं। पंजाब में सामने आई उपरोक्त घटना के आरोपी मां-बाप की दलील पर अगर विश्वास भी कर लें तो भी एक सवाल पैदा होता है अगर कोई बच्ची को गोद लेना चाहता है तो उसे पैसे लेने की जरूरत क्या थी? बच्ची को इसलिए बेचना चाहते थे, क्योंकि उसकी आहार नली में दिक्कत थी। आर्थिक तंगी के कारण अगर बच्ची का पालन-पोषण नहीं करना चाहते थे तो उसे किसी जरूरतमंद को ऐसे ही दे देते। पैसे का लेन-देन करके बच्ची की बेकद्री तो न करते।

टोल मुलाजिमों का ठेकेदार के खिलाफ संघर्ष जारी, 23 को लेबर कोर्ट में पेश होंगे दोनों पक्ष


भुच्चो मंडी.
लहरा बेगा टोल प्लाजा के कर्मचारियों की तरफ से बकाया तऩख्वाह न देने और नौकरी यकीनी न बनाने के विरोध में पिछले 35 दिनों से चल रहा पक्का मोर्चा और 16 दिनों से द़फ्तर का किया घेराव जारी है। धरनाकारियों ने वीके मलक कंपनी और ठेकेदार के खिलाफ नारेबाजी की। 

         इस मौके टोल प्लाजा संघर्ष कमेटी के नेता दविंदर चांदी, रमनदीप सिंह, गोगी पूहला, मनजीत कौर और गुरप्रीत कौर ने कहा कि उनकी किसी ने भी कोई सुनवाई नहीं की। उन्होंने बताया कि 23 फरवरी को लेबर कोर्ट ने दोनों पक्षों को बुलाया है, शायद कोई मसला हल हो जाये। मुलाजिम नेताओं ने कहा कि दिसंबर महीने से तऩख्वाह न मिलने के कारण मुलाजिम बेहद परेशान हैं। उन्होंने मांग की कि उनकी बकाया तऩख्वाह दी जाये और नौकरी यकीनी बनाई जाये। 

कृषि कानूनों के खिलाफ पक्के मोर्चे जारी, केंद्रीय मंत्री तोमर के बयान की निंदा की


भुच्चो मंडी, 22 फरवरी (अरुण) केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर की तरफ से भीड़ इकट्ठी करने के साथ कृषि कानून रद्द नहीं होंगे के दिए बयान के कारण किसानों में भारी गुस्सा पैदा हो गया है। भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां की तरफ से कृषि कानूनों के खिलाफ 145 दिनों से लहरा बेगा टोल प्लाजा और भुच्चो के बेस्ट प्राइस माल के आगे चल रहे मोचरें में भारी संख्या में शामिल महिलाओं ने केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर और प्रधानमंत्री नरिंदर मोदी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोष प्रदर्शन किया। इस मौके महिला किसान नेता शिंदरपाल कौर नथाना और अमरजीत कौर तुंगवाली ने किसानी गीत पेश किए।

     इस मौके किसान नेता मोठू सिंह, दर्शन सिंह, बलजीत सिंह, सिमरजीत सिंह, अवतार सिंह और बलतेज सिंह ने केन्द्रीय मंत्री तोमर की स़ख्त शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि नरेंद्र तोमर की तरफ से किसानों के संघर्ष को भीड़ बता कर कानून रद्द न करने का दिया बयान अहंकारी और गैर लोकतंत्रीय है। केंद्र सरकार ने ऐसे बेहूदे बयान दे कर किसानों के संघर्ष को खत्म करने का भ्रम पाला हुआ है, जिस को किसान भाव जन आंदोलन पूरा नहीं होने देगा। 

हादसों से बचाव के लिए लटक रही चाइना डोर हटाई


बठिंडा: अशोक कुमार चौहान, सिवल जज (स.ड.)/ सी.जे.ऐम-कम-सचिव, जिला कानून सेवा अथारटी, बठिंडा व उनके साथ राकेश कुमार नरूला, समाज सेवी और जिला कानून सेवा अथारटी, बठिंडा के स्टाफ सदस्यों की तरफ से कोर्ट कंपलैक्स, बठिंडा और कोर्ट के बाहर मेन रोड में जो भी चायना डोर और उसके गुच्छा लटक रहे थे, उन्हें इकट्ठा करके कूड़ेदान में डाला गया और कोर्ट कंपलैक्स और इसके आस आसपास सड़क और, वृक्षों पर लटकते हुए गुच्छों को एकत्रित किया और कूड़ेदान में डाला। अशोक कुमार चौहान ने आम लोगों से अपील की कि वह भी इस नेक काम में योगदान डाले यदि आस पास के इलाके में चायना डोर लटक रही है तो उसको इकट्ठा करके कूड़ेदान में फेंका जाए जिससे कोई घटना न घट सके। अंत में उन्होंने बताया कि तारीख 10.04.2021 को राष्ट्रीय लोग अदालत का आयोजन किया जा रहा है जिस में हर तरह के मामलों का निपटारा किया जायेगा। इस तरह दोनों धड़ो की जीत होती है और पैसे /समय की भी बचत होती है। इस के साथ ही उन्होंने टोल फ्री नंबर 1968 के बारे भी जानकारी देते हुए बताया कि अगर किसी को भी मु़फ्त कानूनी सहायता की जरूरत है तो वह टोल फ्री नंबर 1968 और संपर्क कर सकता है।


माता वैष्णो देवी मन्दिर पटेल नगर बठिंडा के प्रधान सोमराज गर्ग, जरनल सेक्रेट्री पवन शर्मा व खजानची सुशील गोयल सर्वसमिति से चुने गए
बठिंडा. गत सांय माता वैष्णो देवी मन्दिर पटेल नगर बठिंडा में परमजीत सिंह, दीपक कुमार तथा रमेश गुलाटी की निगरानी में मन्दिर पदाधिकारियों जिनमें प्रधान पद, जरनल सेकेट्री, तथा खजानची पद के लिए चुनाव करवाए गए। उक्त पदों के लिए जरनल हाऊस में सर्वसमिति से  मन्दिर के प्रधान सोमराज गर्ग को पुन: प्रधान चुना गया। जबकि पवन शर्मा को जनरल सेकेट्री तथा सुशील गोयल को खजानची चुना गया।

यहां उल्लेखनीय है कि यह चुनाव दो वर्षों 2021-2022, 2022-2023 के लिए हुए है। उक्त पदों के लिए उपरोक्त सोमराज गर्ग, पवन शर्मा, सुशील गोयल के अलावा किसी ओर मंदिर ट्रस्ट अधिकारियों ने फार्म नहीं भरे। जिसके चलते चुनाव अधिकारियों परमजीत सिंह ने चुनाव प्रक्रिया के अनुसार विजेताओं की घोषणा की।
वहां मौजूद सभी मन्दिर ट्रस्ट के  अधिकारियों मास्टर मेहर चन्द सिंगला, डाक्टर वरिन्दर शर्मा, चिमन लाल गोयल, कुलवंत शर्मा, कृष्ण कुमार, जी.डी. गोयल, सुदर्शन शर्मा, सतीश गोयल, अमरजीत अग्रवाल आदि ने  अपनी सहमति जताते हुए तालियों से स्वागत किया। जीत की घोषणा होने के बाद सभी अधिकारियों ने माता वैष्णो देवी के चरणों में शीश झुकाते हुए प्रण लिया कि वो अपने तन मन और धन के साथ सभी मंदिर ट्रस्ट अधिकारियों को साथ लेकर निष्ठापूर्वक कार्य करेंगे। मन्दिर के मुख्य पुजारी विजय गौड़ ने सिरोपा देकर आशीर्वाद दिया। नवनिर्वाचित जनरल सेक्रेटरी पवन शर्मा ने बताया कि जल्दी ही जनरल हाऊस की मीटिंग बुलाकर कार्यकारणी कमेटी का गठन किया जायेगा। जिससे मन्दिर का कार्य सुचारू रूप से किया जा सके।


सीयूपीबी का 12वां स्थापना दिवस- आठ दिन जारी रहेगी सेलिब्रेशन

बठिंडा: पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा (सीयूपीबी) के 12वें स्थापना दिवस को चिह्न्ति करने के लिए विश्वविद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारीयों, अधिकारीयों, शोधार्थी, छात्रों और पूर्व छात्रों ने 21 से 28 फरवरी 2021 तक आयोजित होने वाले आठ-दिवसीय समारोह की शुरूआत मातृभाषा दिवस के विशेष कार्यक्रम के साथ की। समारोह के पहले दिन अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के तहत, भाषाई, सांस्कृतिक विविधता और बहुभाषावाद के बारे एक ऑनलाइन व्याख्यान सत्र का आयोजन किया, जिसमें कुलाधिपति प्रो. जगबीर सिंह ने इस व्याख्यान में भाग लिया। वैबिनार के मुख्य वक्ता शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी थे, जहां उन्होंने विद्यार्थी के समग्र विकास में मातृ भाषा में शिक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला, जिसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में भी महत्व दिया गया है। गौरतलब है कि प्रख्यात शिक्षाविद डॉ. रेणु स्वरूप (सचिव, डीबीटी), पद्म विभूषण प्रो. एम.एम. शर्मा (पूर्व निदेशक, रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई) और पद्म भूषण प्रो. विजय पी. भटकर (कुलपति, नालंदा विश्वविद्यालय) क्रमश: 23 फरवरी, 25 फरवरी और 28 फरवरी को ऑनलाइन संबोधन करेंगे। इसके अलावा, राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर एक ऑनलाइन अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान प्रश्नोत्तरी आयोजित की जाएगी जिसमें प्रो. शेखर सी. मांडे, डीजी, सीएसआईआर उद्घाटन भाषण देंगे। कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी ने कहा कि सीयूपीबी देश का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ नव स्थापित केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जिसने अपनी स्थापना के 12 वर्षों के भीतर कई मील के पत्थर हासिल किए हैं। उन्होंने बताया कि इस विश्वविद्यालय को मिनी इंडिया के रूप में भी जाना जाता है।

विभिन्न कलात्मिक व जानकारी भरपूर मुकाबलों का हो रहा आयोजन

आठ-दिवसीय समारोह के दौरान भाषण प्रतियोगिता, कलात्मक लेखन, नीतिवचन लेखन, विभिन्न भारतीय भाषाओं में अभिवादन और मुहावरों तथा लोकोक्तियाँ का संग्रह आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। अन्य प्रमुख प्रतिस्पर्धी कार्यक्रमों में रंगोली और बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट प्रतियोगिता, आईडियाथोन, स्पोर्ट्स मीट, फूड कार्निवल, गायन प्रतियोगिता और नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। स्पोर्ट्स मीट के दौरान, भारतीय परंपराओं और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय खेलों का आयोजन किया जाएगा। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह के दौरान वृत्तचित्र बनाने, फोटोग्राफी, कैप्शन लेखन, इंस्टा स्टोरी, निबंध लेखन और अन्य विषयों पर पर ऑनलाइन प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी।



नगर निगम बठिंडा के मेयर पद को सरकार के नोटिफिकेशन का इंतजार, जरनल या फिर लेडीज पर मंथन, इसी सप्ताह होगी घोषणा

-बठिंडा में अगर जरनल हुआ मेयर का पद तो सीनियर डिप्टी मेयर डिप्टी मेयर का पद लेडीज और रजिर्व कैटागिरी को जाएगा

-गिल, अशोक, जैन, ठेकेदार, पक्का, औलख, मास्टर के नाम उछले

बठिडा। बठिडा नगर निगम के तीसरे मेयर को लेकर शहर भर में चर्चाओं का दौर जारी है। जरनल या फिर लेडीज, बठिंडा में मेयर पद को लेकर सरकार के नोटिफिकेशन का इंतजार है। पहले यह पद रजिर्व कैटागिरी के लिए आरिक्षत था, अब इसको लेडीज या जरनल के लिए आरिक्षत रखने के लिए विचार मंथन चल रहा है। यहीं नहीं मार्च में पेश होने वाले पंजाब सरकार के संभवतय: अंतिम बजट में विधानसभा में वित्तमंत्नी मनप्रीत बादल के शहर बठिंडा को मोटे गफ्फे देने के लिए फरवरी अंत तक मेयर का बनना और बजट तो लेकर हाउस की बैठक करना एक तरह से अनिवार्य बन गया है। अखिरकार नगर निगम में हाउस की बैठक में विकास एजेंडो पर मुहर जो लगनी है। इसके लिए हाउस में फाइनांस व कान्ट्रेक्ट कमेटी(एफएंडसीसी) बनानी भी लाजमी है। बहरहाल अब मेयर के पद को लेकर चंडीगढ़ दरबार से लेकर मोती महल तक घमासान मचा हुआ है।


राजनैतिक माहिरों का कहना है कि अगर मेयर पद जरनल पुरु ष के लिए आरिक्षत रखा जाता है, तो सीनियर डिप्टी मेयर डिप्टी मेयर का पद लेडीज और रजिर्व कैटागिरी के खाते में जाएगा।

 बताते चलें कि कई पार्षद ऐसे हैं जो शुरू से ही कांग्रेस लीडरशिप के पास अपनी दावेदारी जताते आए हैं। अब उन दावेदारों में कई पार्षद जीत गए हैं और मेयर की दौड में लग गए हैं। मेयर की दौड में सबसे आगे लगातार छठी बार चुनाव जीतने वाले जगरूप सिंह गिल हैं, जबकि अशोक कुमार प्रधान, मास्टर हरमंदर, संतोष महंत, शामलाल जैन, रीना गुप्ता, रमन गोयल, नेहा जिंदल भी दौड में शामिल हैं।


हालांकि अब तक मेयर पद का नोटिफिकेशन नहीं हुआ है, लेकिन यह भी माना जा रहा है कि बठिडा मेयर का पद महिला के लिए आरिक्षत हो सकता है। अगर मेयर का पद महिला के लिए आरिक्षत होता है। तो उक्त पाषर्द प्रबल दावेदार मानी जा रही है। अगर एसा नहीं हुआ तो प्रमुख महिला नेताओं को डिप्टी मेयर या सीनियर डिप्टी मेयर के पद से संतोष करना पड़ सकता है। 

मेयर की दौड में जगरूप गिल का नाम सबसे आगे है। मेयर की दौड़ में 43 साल से कांग्रेस से जुडे हुए अशोक प्रधान का नाम भी आगे है। अगर मेयर पद रजिर्व रहा तो मनप्रीत बादल के अति करीबी अशोक प्रधान की लाटरी निकल सकती है। वह लंबे समय चत कांग्रेस के जिला प्रधान, यूथ प्रधान, प्रदेश महासचिव के पदों पर रहे हैं।

इसी तरह सबसे ज्यादा वोटों से जीतने वाले शाम लाल जैन भी मेयर पद की दौड़ में अपना स्थान बनाए हुए हैं। लगातार तीन बार बने पार्षद बठिडा के कारोबारी शाम लाल जैन लगातार तीसरी बार चुनाव जीते हैं। जैन की मोती महल से लेकर दल्ली दरबार में अच्छी पकड़ बताई जा रही है। इस बार के चुनाव में उन्होंने रिकार्ड तोड जीत प्राप्त की है और बठिडा के 50 वार्डों में से सबसे ज्यादा मार्जन से वह चुनाव जीते हैं। पहले वह अकाली दल में रहे हैं लेकिन कांग्रेस सरकार आने के बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। वह मनप्रीत बादल के चुनाव जताने में महतवापूर्ण रहे थे। बलिजंदर ठेकेदार, बलराज पक्का, सुखराज औलख भी महत्वापूर्ण पदों के लिए जोर लगाए हुए हैं। उक्त नेता मेयर पद के लिए समर्थकों से दबाव बनवा रहे हैं। उम्मीद है कि उन्हें सीनियर डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर के पद दिया जा सकता है।

रमन गोयल, रीना गुप्ता, महंत, नेहा, सोनिया, प्रवीन मानी मजबूत महिला पाषर्द

इसी तरह बठिडा के कारोबारी संदीप गोयल की पत्नी रमन गोयल बठिडा से पहली बार चुनाव लडी है। हालांकि उनके पति संदीप गोयल पिछले 28 साल से कांग्रेस के साथ जुडे हुए हैं। उनकी पृष्टभूमि भी सियासत से है। उनके चाचा भी भुच्चो मंडी में पार्षद रह चुके हैं। मेयर पद पर उनकी भी दावेदारी प्रबल है।


इसी तरह रीना गुप्ता शहर की मशहूर हस्ती है। उनका एक बड़ा स्कूल है। उनके पति कवंल गुप्ता का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं। शहर की रायल फैमिली में शामिल रीना गुप्ता चाहे पहली बार पाषर्द बनी है लेकिन उनका कद बहुत बड़ा है। अनुभव के मामले में वार्ड नंबर 21 ले कांग्रेस की संतोष कुमारी महंत प्रबंल दावेदार मानी जा रही है। हालांकि वित्त मंत्नी मनप्रीत सिंह बादल चुनाव प्रचार के दौरान एक जनसभा में संतोष महंत को विजयी बनाकर मेयर बनाने की बात भी कह चुके हैं। संतोष महंत तीसरी बार नगर निगम में पार्षद बनकर पहुंची है।
महिला आरिक्षत मेयर होने की संभावना इस मायने में भी अहम मानी जा रही है कि निगम हाउस में महिला शिक्त का दबदबा रहा है जिसमें कांग्रेस टिकट पर
22 महिलाएं जीतकर हाउस में पहुंची है वही अकाली दल की विजयी हुई चार महिला पार्षदों को जोड़ दे तो सदन में 50 पार्षदों में 26 महिला पार्षद है। फिलहाल मेयर के चयन में पुरानी टक्साली कांग्रेसियों की आम सहमती के बाद सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर के पद भी काफी अहम माने जाते हैं। इसके लिए प्रमुख दावेदारों में पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव पवन मानी की पत्नी प्रवीण गर्ग का नाम प्रमुख तौर पर सामने  रहा है।

पवन मानी पिछले चार दशक से कांग्रेस के साथ जुड़े हैं। वह कैप्टन अमरिंदर सिंह और मनप्रीत बादल के नजदीकी है। इसके अलावा कांग्रेसी नेता मनोज जिंदल की पुत्नवधू नेहा जिंदल का नाम भी डिप्टी मेयर की दौड़ में है। चाहे वह पहली बार जीती है लेकिन उनके ससुर मनोज जिंदल लंबे समय से राजनीती की सिक्र य है।
मनोज शहर के सबसे पुराने युनाईिटड थियेटर के प्रधान है। इसके अलावा वह गौड़ीया मठ से भी जुड़ हुए हैं। मनोज जिंदल मनप्रीत बादल और जैजीत जौहल जोजो के विशनसनीय लोगों में है। रियल अस्टेट बिजनेस से जुड़े सुनील बांसल की पत्नी सोनिया बांसल का नाम भी डिप्टी मेयर की दौड़ में है। सोनिया बांसल के पति सुनील लंबे समय सा राजनिती से जुड़े हैं। उनका शहर में अच्छा रु सूख है। मनप्रीत बादल के चुनावों में उन्होंने बहुत मेहनत की थी।
 फिलहाल नगर निगम बठिंडा का मेयर राजनीतिक तौर पर काफी महत्व रखता है। बठिंडा लोकसभा क्षेत्र बादल परिवार की बहूं हरसिमरत कौर बादल का क्षेत्र है व वह यहां से सांसद है वही राज्य के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल का यह विधानसभा क्षेत्र है। एक साल के अंदर राज्य में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इस स्थिति में शहरी क्षेत्र में प्रभावी व्यक्ति के मेयर बनने का कांग्रेस फायदा उठाना चाहती है। इसी के चलते कांग्रेस का पूरा जोर बठिंडा में एक ऐसे व्यक्ति को मेयर बनाने का है जो कांग्रेस से खिसकते दलीत वोट को बढ़ा सके, प्रभावी अग्रवाल समाज को अपने साथ जोड़कर रख सके। 

मोगा में सियासत:नौ आजाद पार्षद मिला कांग्रेस ने ठोकी थी मेयर की दावेदारी, तोता सिंह बोले-मेयर हम बनाएंगे, मैं हाउस में करूंगा धमाका

मोगा नगर निगम जहां सत्ताधारी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला और 50 में से विधायक सहित कांग्रेस को 20 सीटें मिलीं, जिसमें जीते 10 आजाद पार्षदों में 9 को विधायक ने अपने साथ कर पार्टी हाईकमांन को यह संकेत दिया था कि उसके साथ 28 पार्षदों का बहुमत हैं और अपना मेयर बनाएंगे। इसी के साथ 4 सीटें आप और 1 भाजपा की है, जो कर रहे हैं की हम विपक्ष में बैठेंगे।रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में जत्थेदार तोता सिंह ने कहा कि बेशक अकाली दल के पास 15 पार्षद ही हैं, परंतु हाउस में मेयर अकाली दल ही बनाएगा। बहुमत का पटाखा वो उसी समय फोड़ेंगे जब हाउस में मेयर का चुनाव होगा।

इसके बाद कांग्रेस विधायक डॉ. हरजोत कमल की मुश्किलें और बड़ गईं और उन्होंने उनके साथ चंडीगढ़ गए 9 आजाद पार्षदों को आगे कर स्पष्टीकरण देने की कशिश की तो यह कोशिश भी उनके उल्ट पड़ती दिखने लगी है। 9 में से 8 आजाद पार्षद व 9वां आजाद पार्षद वो आया था जिसने अभी तक किसी पार्टी को समर्थन नहीं दिया है। 8 में से एक ने कहा कि वो चंडीगढ़ कांग्रेस को समर्थन देने गया था, उसने पार्टी ज्वाइन नहीं की है। इससे विधायक की समस्या और बढ़ गई है।

सोमवार को रखी प्रेस कांफ्रेंस में वार्ड 4 से आजाद जीते पार्षद गुरप्रीत सच्चदेवा ने कहा कि वो चंडीगढ़ में इसलिए कांग्रेस पार्टी को समर्थन देने गए थे, ताकि शहर में विकास के कार्य हो सकें। उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन नहीं की है। वो अपने वार्ड निवासियों से बैठक करने के बाद ही फैसला लेंगे। वहीं वार्ड नंबर 6 से आजाद जीते अरविंदर सिंह ने कहा कि उसने किसी को समर्थन नहीं दिया।

वो आजाद जीता हैं और आजाद ही हैं। वार्ड नंबर 2 से आजाद जीते जसप्रीत सिंह विक्की किसी काम के चलते पहुच नहीं पाए। वहीं बाकी 7 आजाद पार्षदों ने कहा कि वो कांग्रेसी विधायक के साथ हैं। उन्होंने कहा कि विरोधी जो उन्हें बिकाऊ होने का गलत प्रचार कर रहे हैं, वो झूठा व बेबुनियाद आरोप है। वे केवल अपने क्षेत्र के विकास के लिए विधायक का समर्थन कर रहे हैं। जब उनसे पूछा कि अगले साल विधानसभा चुनाव में अगर अकाली दल जीता तो क्या वो उसके साथ जाएंगे तो पार्षद बोले, जब जो समीकरण होंगे, तब देखा जाएगा। इस दौरान विधायक डाॅ. हरजोत कमल मीडिया से दूर रहे और बाद में पार्षदों के साथ फिर बैठक की।

कांग्रेसी पार्षद नितिका भल्ला विधायक की पत्नी के लिए अपनी सीट छोड़ने को हैं तैयार - 9 आजाद पार्षदों को अपने साथ मिलाकर जहां कांग्रेस विधायक डाॅ. हरजोत कमल ने पार्टी हाई कमांड के आगे अपना बहुमत साबित करने के बाद एक बार फिर से अपनी पत्नी डाॅ. रजिंदर कौर कौर को मेयर बनाने के प्रयास शुरु कर दिए थे। शनिवार को 9 आजाद पार्षदों के साथ बैठक में विधायक ने उनसे अपने समर्थन में हाथ

उठवाने के साथ वार्ड 5 से कांग्रेसी पार्षद नितिका भल्ला से कहलवा लिया कि वो डाॅ. रजिंदर कौर के हक में सीट छोड़ने को तैयार हैं और वहां से डॉक्टर को चुनाव लड़ाकर जीता कर मेयर बनाने का रास्ता साफ करेंगे। लेकिन रविवार को अकाली दल के वरिष्ठ नेता जत्थेदार तोता सिंह ने अपने घर प्रेस कांफ्रेंस कर धमाका किया कि हाउस में अकाली दल अपना मेयर बनाएगा और यह धमाका वो हाउस में उस समय करेंगे, जब मेयर का चुनाव होगा।

ऐसे आ सकती हैं कांग्रेस काे अपना मेयर बनाने में समस्या - कांग्रेस विधायक के पास कांग्रेस से जीते 19 पार्षद+9 आजाद पार्षद, कुल 28+1 विधायक का वोट 30 का गणित है। हाउस में बहुमत के लिये 26 का आंकड़ा अनिवार्य है। ऐसे में विधायक बहुमत से 4 का ज्यादा आंकड़ा रखने का दावा कर रहे हैं। एसे में विधायक के पास 18 जीते पार्षद, दो आजाद पार्षद अगर खिसकते हैं तो, आंकड़ा 18+6 =24+1 विधायक की वोट 25 का रह जाता है और अगर खुदा न खस्ता अकाली दल की बात सही रही तो कांग्रेस पार्टी के 3-4 पार्षदों की भी कांग्रेस विधायक से बगावत की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

लटक सकता है मेयर का फैसला- पंजाब में सभी नगर निगमों में मेयर सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की सहमति के बाद ही बनने की संभावना है। पार्टी उच्च सूत्रों का कहना है कि अभी नगर निगमों को महिला, एससी/बीसी आरक्षणों में भी बांटा जाना है। ऐसे में इससे की प्रक्रिया को समय लग सकता है।


दो ट्रकों में जोरदार टक्कर:हादसे के बाद गाड़ी में लगी आग; पैर फंस जाने की वजह से नहीं उतर सका ड्राइवर, जिंदा जला


लुधियाना
में एक ट्रक चालक के जिंदा जल जाने की घटना सामने आई है। यहां सोमवार देर रात दो ट्रकों में टक्कर हो गई और इसके बाद एक ट्रक में आग लग गई। हादसे के बाद ट्रक के ड्राइवर की टांग फंस जाने के कारण वह बचने के लिए निकल नहीं सका और फिर अंदर ही कंकाल में तब्दील हो गया।

हादसा जगराओं में ट्रक यूनियन के पास सोमवार देर रात करीब 10 बजे हुआ। मिली जानकारी के अनुसार जगराओं की ओर से टाइलों से लदा एक ट्रक सिधवां बेट की ओर जा रहा था। दूसरी तरफ से रेत से भरा ट्रक आ रहा था। दोनों ट्रकों में आमने-सामने की जोरदार टक्कर हो गई।

हादसे के बाद ट्रक में आग लग गई। ट्रक में बैठे ड्राइवर और उसके साथी ने निकलने की कोशिश की, लेकिन ड्राइवर की टांग ट्रक में ही फंस गई और वह नहीं उतर पाया। इसके चलते वह अंदर ही जिंदा जल गया। घटना की सूचना मिलने पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया। जगराओं बस अड्डा चौकी इंचार्ज परमिंदर सिंह ने बताया कि फिलहाल मृतक की पहचान नहीं हो पाई है।

सोमवार, 22 फ़रवरी 2021

रेहड़ी पर गैस सिलेंडर! लुधियाना में पेट्रोल-डीजल की बढ़ते दाम के खिलाफ लोक इंसाफ पार्टी का प्रदर्शन


लुधियाना।
पेट्रोल व डीजल की बढ़ती कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के खिलाफ सोमवार को शहर में लोक इंसाफ पार्टी (लिप) ने खास अंदाज में विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जगराओं पुल से लेकर घंटाघर चौक तक रोष मार्च निकाला। उन्होंने मोटरसाइिकल और रसोई गैस सिलेंडर को रेहड़े पर रखकर आम आदमी की हालत दर्शाई। कार्यकर्ताओं ने हाथ में बैनर थाम रखे थे, जिन पर लिखा था अक्कड़ बक्कड़ बंबे बो, अस्सी नब्बे पूरा सौ। इस मौके पर लिप वर्कर्स ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पेट्रोल डीजल की कीमतों में तुरंत कमी करने की मांग की।

प्रदर्शन का नेतृत्व पार्टी के महासचिव रंधीर सिंह सीबिया व संगठन सचिव बलदेव सिंह ने किया। नेताओं ने साफ किया कि देश के कई राज्यों में पेट्रोल की कीमतें शतक बना चुकी हैं। यदि कीमतें इसी तरह बढ़ती रही तो पंजाब भी शीघ्र ही कीमतों का शतक बना लेगा।

पेट्रोल-डीजल महंगा होने से चौतरफा बढ़ रही महंगाई

इस मौके पर पार्टी नेताओं ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत गिरी है लेकिन देश में पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस का सिलेंडर के दाम बेलगाम हो गए हैं। महंगे पेट्रो उत्पादों ने आम आदमी का बजट हिला कर रख दिया है। आम लोगों को घर चलाना मुश्किल हो रहा है। इतना ही नहीं सरकार रोजाना ही इन उत्पादों की कीमतों में इजाफा कर रही है। पेट्रोल-डीजल महंगा होने का असर हर उत्पाद पर हो रहा है। ढुलाई महंगी हो रही है और चौतरफा महंगाई बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने पेट्रो उत्पादों की कीमतों को नियंत्रित करने के उपाय न किए तो संघर्ष और तेज किया जाएगा।

इस अवसर पर पार्टी के मुख्य प्रवक्ता गगनदीप सिंह, गुरजोध सिंह, पवनदीप सिंह, हरजाप सिंह, हरपाल सिंह कोहली, गुरप्रीत सिंह सरहाली, बुध सिंह आलमगीर, लखविंदर सिंह काहलो, सर्बजीत सिंह, कर्मवीर समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।

पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने भी नवजोत सिंह सिद्धू को दिया झटका, कहा- कैप्टन के साथ ही चलना होगा


चंडीगढ़।
कांग्रेस के महासचिव व पंजाब के प्रभारी हरीश रावत (Harish Rawat) का कहना है कि नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) को अगर सरकार में काम करना है तो उन्हें मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ चलना होगा। रावत ने यह बात सोमवार को सिद्धू को नई जिम्मेदारी देने की संभावनाओं पर चर्चा करते हुए कही।

रावत का कहना है कि उन्हें उम्मीद थी कि सिद्धू को जिम्मेदारी निकाय चुनाव से पहले मिल जानी चाहिए थी, लेकिन अब यह फैसला पंजाब के बजट सत्र (1 से 10 मार्च) के बाद ही होगा। इस मौके पर रावत ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को कांग्रेस हाईकमान का एक हिस्सा बताते हुए कहा कि पंजाब में दूसरी कतार के नेताओं को विकसित करना उन्हीं (कैप्टन) की जिम्मेदारी है।

लंबे समय से सिद्धू को नई जिम्मेदारी देने के पक्षधर रहे हरीश रावत का कहना है कि आगे जो कुछ भी होगा वह सिद्धू की क्षमता और भविष्य में पार्टी की संभावनाओं को देखते हुए ही होगा। उन्होंने कहा कि अब दोनों नेताओं (कैप्टन और सिद्धू) के बीच संवादहीनता खत्म हो चुकी है, इसलिए उम्मीद है कि जल्द ही दोनों नेताओं के बीच अगर कुछ है तो वह दूर हो जाएगा और सिद्धू को उनकी क्षमता के अनुसार जिम्मेदारी दी जाएगी।

कैप्टन की शान में कढ़े कसीदे

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की प्रशंसा करते हुए उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, पंजाब में कांग्रेस और कैप्टन एक-दूसरे के पर्याय हैंं। उनके जैसे कद का नेता पार्टी के पास नहीं है। ऐसे में पार्टी उनसे यह उम्मीद करती है कि वह पंजाब में दूसरी कतार के नेताओं को तैयार करें, क्योंकि दूसरी कतार के नेता पर कैप्टन का हाथ दिखना चाहिए।

नवजोत सिंह सिद्धू को दूसरी कतार का नेता माना जा सकता है, का सीधा जवाब नहीं देते हुए रावत कहते है, सिद्धू की कमिटमेंट राहुल गांधी के साथ है। वह पहले ही कह चुके है कि वह भइया (राहुल गांधी) के आदेश का पालन करेंगे। ऐसे में अब सिद्धू के ऊपर है कि वह पार्टी में काम करना चाहते है या सरकार में। सिद्धू को राजनीतिक रूप से मैच्योर्ड बताते हुए रावत कहते हैंं वह संभावनाओं से भरपूर हैंं, इसलिए राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी में उन्हें स्टार प्रचारक का दर्जा मिला हुआ है।

सिद्धू पंजाब कांग्रेस की प्रधानगी चाहते हैंं, लेकिन कैप्टन उन्हें प्रधान नहीं बनाना चाहते इसके जवाब में रावत ने कहा, यह बात कहां से आई मुझे नहीं मालूूम, लेकिन कैप्टन उन्हें छोटा भाई मानते हैंं। कैप्टन ने सिद्धू को कैबिनेट में फिर शामिल करने के लिए कहा था। पंजाब कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ द्वारा कैप्टन फार 2022 लांच करने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में रावत ने कहा, जाखड़ ने कांग्रेस के कल्चर को ही फालो किया है। कैप्टन पंजाब के मुख्यमंत्री हैंं। ऐसे में जाखड़ ने समय को देखते हुए सही कदम उठाया।

बता दें कि कैप्टन फार 2022 (2022 में पंजाब विधान सभा के चुनाव होने है) लांच करने को लेकर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता जाखड़ से नाराज हो गए हैंं। ऐसे में रावत ने जाखड़ के साथ खड़े नजर आ रहे हैंं। बता दें, सिद्धू द्वारा पंजाब कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन और सिद्धू के रिश्तों में खटास आ गई थी। तकरीबन सवा साल तक दोनों नेताओं के बीच में कोई संवाद नहीं हुआ। इस बीच, हरीश रावत के मध्यस्ता करने के बाद दोनों के रिश्तों में कुछ गरमाहट आई। सिद्धू विधानसभा के सत्र में भी आए और कैप्टन द्वारा दिल्ली में दिए गए धरने में भी सिद्धू शामिल हुए। जिसके बाद कैप्टन ने सिद्धू को लंच का भी न्योता दिया था। लंबेे समय के बाद से ही चर्चा थी कि दोनों नेताओं के बीच में जमी हुई बर्फ पिघलने लगी है।

जालंधर में भगवंत मान बोले- किसानों के मुद्दे पर भाजपा की भाषा बोल रहे सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह


जालंधर।
पंजाब में हाल में संपन्न हुए स्थानीय निकाय चुनाव में बुरी हार झेलने वाली आम आदमी पार्टी की हौफला अफजाई करने सोमवार को पंजाब संयोजक संगरूर के सांसद भगवंत मान पहुंचे। मान ने सीधे कांग्रेस पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह किसानों के मुद्दे पर भाजपा की भाषा बोल रहे हैं। वह जालंधर के देश भगत यादगार हाल में मीडिया को संबोधित कर रहे थे। मान ने कहा कि वह जालंधर में पार्टी के नेताओं और वर्करों की हौसला अफजाई करने पहुंचे हैं। उन्होंने यहां दोआबा जोन के वालंटियर को संबोधित किया।

मान ने कहा है कि कृषि सुधार बिल असल में मौत के वारंट हैं। कृषि सुधार बिलों में संशोधन नहीं, उन्हें वापस लिया जाना ही किसानों को बचा सकता है। कानूनों में संशोधन का नतीजा भी किसानों के खिलाफ जाएगा। इस कारण कानून वापस होना ही एकमात्र हल है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए भगवंत मान ने दोहराया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह असल में भाजपा की बोली बोल रहे हैं। वह तर्क दे रहे हैं कि इस मसले को कानून वापस लिए बिना ही कमेटी बनाकर हल कर लिया जाए।

भगवंत मान ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनाव में आप उम्मीदवारों ने उम्दा प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि पहली बार पार्टी ने स्थानीय निकाय चुनाव लड़ा है। पहली बार चुनाव लड़ने की वजह से जीत प्राप्त नहीं हो सकी है। स्थानीय निकाय चुनाव को प्रदेश में विधानसभा चुनाव के साथ जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। पूर्व में भी जो राजनीतिक पार्टियां इन चुनाव में क्लीनस्वीप करती रही हैं, वह सरकार नहीं बना सकी हैं।

21 मार्च को बाघापुराना में आप बुलाएगी किसान महासम्मेलन

भगवंत मान ने कहा कि 21 मार्च को बाघापुराना में किसान महासम्मेलन बुलाया गया है। इसमें भारी संख्या में किसानों को भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है कि पार्टी की तरफ से बाहर से लोग बुलाकर उन्हें पंजाब में इंचार्ज बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे सारे फैसले काडर की राय के साथ ही लिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली के आप नेता पंजाब में अपनी जिम्मेदारी निभाने आते हैं तो उन्हें बाहर का नहीं कहा जा सकता है, क्योंकि वह पार्टी का ही हिस्सा हैं। इस मौके पर पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा, प्रभारी जरनैल सिंह राघव चड्ढा, आप पंजाब के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ संजीव शर्मा पूर्व जिला अध्यक्ष डॉक्टर शिव दयाल माली मौजूदा शहरी अध्यक्ष राजविंदर कौर ग्रामीण अध्यक्ष प्रिंसिपल प्रेम कुमार, तरणदीप सिंह सनी, बलवंत भाटिया समेत अन्य आप नेता उपस्थित थे।

जालंधर इकाई से नहीं खत्म हो रही कलह

एक बार फिर से आप पंजाब की लीडरशिप के स्मार्ट की जालंधर इकाई की कलह फिर उभर कर सामने आ गई। देश भगत यादगार हाल में आयोजित किए गए दोआबा जोन के कार्यक्रम के दौरान आप पंजाब के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. संजीव शर्मा को मंच पर नीचे उतारने को लेकर फिर से हंगामा हो गया। मंच संचालक ने डॉ. संजीव शर्मा को मंच से नीचे जाने के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि वह प्रोग्राम के आयोजकों में  से हैं और उन्हें ही मंच से नीचे उतारा जा रहा है। समूची लीडरशिप के सामने मामला बिगड़ता देख जिला अध्यक्ष राजविंदर कौर ने हस्तक्षेप कर डॉ. संजीव शर्मा को मंच से नीचे उतारे जाने से रोका।

बाउंसरों की सुरक्षा में आम आदमी नेता

खुद को आम आदमी बताने वाले आप के नेता अपनी सुरक्षा को लेकर इतने ज्यादा संजीदा हैं कि आम आदमी से खुद को दूर रखने के लिए निजी बाउंसरों की सहायता भी ले रहे है। सोमवार को जालंधर पहुंचे भगवंत मान की सुरक्षा में निजी बाउंसर लगाए गए, जिन्होंने धक्के देकर आप कार्यकर्ताओं को भगवंत मान से दूर कर दिया। लोगों में इस बात को लेकर भारी नाराजगी भी पाई गई।

बड़ी अनहोनी से बचाव, पंजाब में AAP नेता की गाड़ी से बंधी मिली मिट्टी के तेल से भरी बोतल


फाजिल्का।
यहां गांव हीरांवाली में आम आदमी पार्टी के नेता हरपाल सिंह चीमा के काफिले में शामिल एक आप नेता गाड़ी के नीचे से मिट्टी के तेल की बोतल मिलने से सनसनी फैल गई। चीमा यहां शराब फैक्ट्री के विरोध में चल रहे धरने पर समर्थन देने के लिए रविवार दोपहर पहुंचे थे। जब वह किसानों के धरने को संबोधित करने के बाद लौटे तो देर शाम उनके काफिले में शामिल आम आदमी पार्टी के स्थानीय नेता अतुल नागपाल की गाड़ी के नीचे से एक कागज के लिफाफे में बंधी बोटल मिली, जिसमें से मिट्टी के तेल की बदबू आने पर सूचना पुलिस को दी गई। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बोतल को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी।

अतुल नागपाल ने बताया कि रविवार को आप नेता हरपाल सिंह चीमा फाजिल्का पहुंचे थे। वह भी अपनी गाड़ी के लेकर उनके साथ थे। इस दौरान उन्होंने कई गांवों का दौरा किया। हीरांवाली में किसानों के धरने को संबोधित भी किया। शाम को जब हरपाल चीमा वापस चले गए तो उन्होंने अपने ड्राइवर से गाड़ी घर में पार्क करने के लिए कहा। इस दौरान गाड़ी के नीचे एक वस्तु लटकती हुई दिखाई दी। पास जाकर देखा तो उसमें से किसी ज्वलनशील पदार्थ की बदबू आ रही थी। इस पर उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे और उस वस्तु को कार से बाहर निकाला। उसमें एक बोतल थी, जिसमें ज्वलनशील पदार्थ भरा था।

उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं, इस संबंध में नगर थाना प्रभारी बलदेव सिंह का कहना है कि बोतल को कब्जे में ले लिया गया है और मामले की जांच जारी है। उन्होंने बताया कि यह बोतल शराब की है और उसमें मिट्टी का तेल भरा हुआ था। जांच के बाद बनती कार्रवाई की जाएगी।

बठिंडा में किसानों का अमृतसर से जामनगर तक बनने वाले हाईवे के लिए जमीन न देने का एलान


बठिंडा।
अमृतसर से जामनगर तक बनने वाली रोड को लेकर पंजाब में होने वाली जमीन अधिग्रहण का किसानों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। सोमवार को जिले के जिन गांवों से जमीन ली जानी है, वहां के किसानों ने एकत्र होकर डीसी दफ्तर के बाहर धरना लगाकर प्रदर्शन किया। किसानों ने आरोप लगाया कि उन्हें इस सड़क की कोई जरूरत नहीं है, इस कारण वह जमीन नहीं दे सकते हैं। अगर सरकार ने उनके साथ धक्का करने की कोशिश की तो वह अपना संघर्ष तेज करेंगे।

किसानों ने बताया कि यह रोड खेतों के बीच से निकाली जाएगी। इस कारण उनका कारोबार बंद हो जाएगा, जबकि वह खेती पर ज्यादातर निर्भर करते हैं। अगर उनकी जमीन को ही छीन ले जाएगा तो वह खेती किस प्रकार करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की ओर से जिस जगह से जमीन एक्वायर की जा रही है, वह खेतों के बीच से निकाली जा रही है। इसके साथ उनके खेत भी दो हिस्सों में बंट जाएंगे। यहां तक कि वह इस रोड का भी इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। इसके चलते वह जमीन किसी भी हालत में देने को तैयार नहीं है।

 इस संबंध में जमीन बचाओ सं’घर्ष कमेटी के प्रधान जगजीत सिंह का कहना है कि अगर सरकार ने धक्के से जमीन लेने की कोशिश की तो वह सं’घर्ष को तेज करेंगे। इस मौके पर जिला प्रधान इंद्रजीत सिंह, कुलविंदर सिंह, यादविंदर सिंह, जगजीत सिंह, जसकरन सिंह आदि उपस्थित थे।

गौर हो कि इस हाईवे के लिए पंजाब के चार जिलों से जमीन अधिग्रहण को लेकर प्रोसेस शुरू हो गया है। यह प्रोजेक्ट दिल्ली-कटड़ा एॠसप्रेस-वे को जोड़ते हुए सल्तानपुर लोधी के गांव टिब्बा से निकलेगा, जो बठिंडा के संगत कलां तक पंजाब में बनाया जाएगा।

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