बठिंडा. माल रोड स्थित सरकारी कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल से 9 महिला टीचर समेत कुल 10 कोरोना पाजिटिव मरीज मिलने के बाद शिक्षा विभाग ने अगले तीन दिन तक स्कूल बंद रखने का फैसला लिया है। इस बाबत जिला शिक्षा अधिकारी मेवा सिंह सिद्धू की तरफ से स्कूल प्रिंसिपल को पत्र जारी स्कूल अगले तीन दिन तक बंद रखने के आदेश दिए है। इसके साथ स्कूल के उन सभी स्टाफ मेंबरों व विद्यार्थियोें को अपने कोरोना टेस्ट करवाने के आदेश दिए है, जोकि कोरोना पाजिटिव के संपर्क में आएं थे। डीईओ ने कहा कि अगर किसी स्कूल टीचर या विद्यार्थियों को कोरोना के लक्ष्ण दिखाई देते है, तो वह अपने आप को होम क्वारटाइन कर ले, ताकि वह किसी ओर के संपर्क में ना सके। वहीं रविवार सुबह सुख सेवा सोसायटी पंजाब व बठिंडा विकास मंच की तरफ से पूरे सरकारी स्कूल को सैनिटाइजर किया गया। डीईओ मेवा सिंह सिद्धू व प्रिंसिपल स्वीन कौर की अगुआई में सोसायटी प्रधान सुखपाल सिंह सिद्ध, लखविंदर सिंह लक्की व मंच प्रधान राकेश नरूला ने स्कूल के 100 से ज्यादा कमरों को पूरी तरह से सैनिटाइज किया गया। इस दौरान सोसायटी सदस्यों ने कमरे, शौचालय, प्रिंसिपल आफिस, टीचर रूम के अलावा ग्राउंड व मुख्य गेट को सैनिटाइज किया गया। इस दौरान डीईओ मेवा सिंह सिद्धू ने खुद भी स्कूल को सैनिटाइज किया। राकेश नरूला ने बताया कि शाम को परसराम नगर स्थित शहीद संदीप सिंह सरकारी स्कूल को भी सैनिटाइज किया गया।
पूर्व दस दिनों में जिले के तीन सरकारी स्कूल व एक वेटनरी कालेज के 35 विद्यार्थी व टीचर हो चुके है कोरोना संक्रमित
सरकारी
स्कूलों व शिक्षण संस्थानों में कोरोना के केसों में लगातार इजाफा हो रहा है।
आंकड़े के मुताबिक पिछले दस दिन में दो सरकारी स्कूलों व एक सरकारी वेटनरी कालेज के
35 से विद्यार्थी व अध्यापक
कोरोना पाजिटिव मिल चुके है। शनिवार को भी शहर के माल रोड स्थित सरकारी कन्या
सीनियर सेकेंडरी स्कूल के दस टीचर कोरोना पाजिटिव मिल चुके है। इसमें 9 महिला टीचर और एक पुरूष शामिल है। स्कूल
के पाजिटिव आए सभी टीचरों को होम आइसोलेट कर दिया गया है, जबकि उनके संपर्क में आने वाले लोंगों की
पहचान कर उनके सैंपल लेने की तैयारी सेहत विभाग की तरफ से शुरू कर दी गई है। गौर
हो कि दो दिन पहले सेहत विभाग की टीम स्कूल 33 टीचर व स्टाफ मेंबरों के कोरोना
टेस्ट लिए थे, जिनकी रिपोर्ट शनिवार को
फरीदकोट मेडिकल कालेज की तरफ से जारी की गई। रिपोर्ट के अनुसार 33 में से 10 की रिपोर्ट पाजिटिव मिली है, जबकि 23 की निगेटिव मिली है। शनिवार व रविवार को सरकारी छुट्टी होने
के कारण स्कूल बंद रहेगा, वही अब सोमवार से बुधवार तक स्कूल को बंद
करने के आदेश दिए है। विभाग कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही
है लेकिन इसमें सफलता नहीं मिल रही है और स्कूलों में अध्यापक व बच्चे कोरोना
संक्रमित हो रही है। अध्यापकों व बच्चों के कोरोना पाजिटिव आने से अभिभावक भी
चिंता में है। अभिभावक अपने बच्चों को स्कूलों में पढ़ाई करने के लिए भेजने से
गुरेज कर रहे है। उधर, कोरोना के केस में लगातार
इजाफा होने के बावजूद न तो सार्वजनिक स्थलों पर सख्ती की जा रही है और न ही
शैक्षणिक संस्थानों में सख्ती देखने को मिल रही है। इसके कारण कोरोना बेलगाम होता
जा रहा है।
सरकारी स्कूल कटार सिंह वाला के 12 विद्यार्थी व एक स्कूल प्रिंसिपल समेत कुल 13 कोरोना पाजिटिव मिले थे
इससे पहले 19 फरवरी को सरकारी स्कूल कटार सिंह वाला के 12 विद्यार्थी व एक स्कूल प्रिंसिपल समेत कुल 13 कोरोना पाजिटिव मिले थे। ठीक दो दिन बाद 22 फरवरी को सरकारी स्कूल त्योणा में एक टीचर व एक विद्यार्थी की रिपोर्ट कोरोना
पाजिटिव मिली थी, जबकि तीन दिन पहले यानि 25 फरवरी को रामपुरा के वेटनरी साइसेंस कालेज के
8 विद्यार्थी के अलावा सरकारी अस्पताल में स्थित जीएनएम स्कूल की एक छात्रा भी
पाजिटिव मिली थी। सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लो ने बताया कि शुक्रवार तक 1 लाख 43 हजार 574 लोगों के कोरोना सैंपल लिए जा चुके है, जिसमें 11 हजार 247 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव मिल चुकी है, जबकि 10 हजार 476 लोग ठीक होकर घर जा चुके है। इसके अलावा 254 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। जिलें में अब69 कोरोना मरीज एक्टिव है, जिसमें 49 होमआइसोलेट है।
सरकारी स्कूलों में लापरवाही का आलम
सरकारी
स्कूलों में अव्यवस्था का बुरा हाल है। कोरोना से बचाव के नियमों की धज्जियां उड़
रही हैं। न तो मास्क पहना जा रहा है और न ही फिजिकल डिस्टेंसिग का ख्याल रखा जा
रहा है। सरकार ने 12 अक्टूबर को सभी स्कूलों में
लेटर भेज दिया था कि 15 अक्टूबर को नौंवी, 10वीं और 12वीं क्लास लगा सकते हैं। प्रिसिपलों ने
सरकार की हिदायतों अनुसार स्कूलों को खोलने की बात कही थी। वहीं सरकार ने यह भी
हिदायत दी कि स्कूल की अच्छी तरह से सफाई रखें, बच्चों के हाथ सैनिटाइजर करवाते रहें, मास्क पहनाया जाए व हर एक स्कूल में
बच्चों का बुखार चेक किया जाए, तभी कक्षा में बैठने की
इजाजत दी जाए। मगर, अधिकांश स्कूलों में ऐसी
व्यवस्था नहीं दिखी। इस बारे में जब डीईओ मेवा सिंह सिद्धू का कहना है कि उन्हें
कुछ दिन पहले ही चार्ज संभाला है। सभी स्कूलों की चेकिंग होगी जहां भी कोई कमी
सामने आई तो उसे मौके पर ही दूर कर दिया जाएगा।
वही आयोग ने 8वीं तक ऑनलाइन एग्जाम लेने की सिफारिश की
पंजाब स्टेट कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स द्वारा अभिभावक व
विद्यार्थियों की ओर से लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए स्कूलों को
प्री-नर्सरी से लेकर आठवीं तक ऑनलाइन एग्जाम लेने की सिफारिश की गई है। कमीशन के
अनुसार कोविड-19 के केस धीरे धीरे बढ़ने लगे हैं। स्कूलों में बच्चों और
टीचरों पाजिटिव आने का सिलसिला जारी है। वहीं, स्कूलों द्वारा ऑफलाइन एग्जाम लिए जा रहे
हैं। ऐसे में अभिभावक व विद्यार्थियों की शिकायत को देखते हुए प्री-नर्सरी से
आठवीं क्लास के विद्यार्थियों के ऑनलाइन एग्जाम लिए जाएं।