Tuesday, January 12, 2021

सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पंजाब सरकार करेगी चर्चा, कल होगी अमरिंदर कैबिनेट की बैठक


चंडीगढ़।
Farmers Protest: केंद्र सरकार के कृषि सुधार कानूनों और इसके खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पंजाब की कैप्‍टन अमरिंदर सिंह सरकार मंथन करेगी। सुप्रीम कोर्ट की ओर से कानूनों पर रोक लगाने फैसले और चार सदस्यीय टीम के गठन करने को लेकर विचार के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने वीरवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई है।

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एडवोकेट जनरल से फैसले की कापी लेने को कहा

मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने ट्वीट कर इसकी जानकारी देते हुए कहा कि कैप्टन ने अपने एडवोकेट जनरल अतुल नंदा को इस फैसले की कापी लेने के लिए भी कहा है। वहीं, कांग्रेस के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ और कैबिनेट मंत्री सुख¨जदर रंधावा ने कमेटी की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए हैं।

जाखड़ बोले, कमेटी के तीन सदस्य पहले कर रहे हैं कानूनों का समर्थन, विश्वसनीयता पर संदेह

जाखड़ ने कहा कि कमेटी में शामिल चार में से तीन सदस्य पहले ही कानूनों का समर्थन कर रहे हैं। ऐसे हालात में इनकी विश्वसनीयता संदेह के दायरे में रहेगी। किसान संगठन पहले ही कह चुके हैं कि वह किसी कमेटी के सामने पेश नहीं होंगे। जाखड़ ने कहा कि एक आर्बिटेटर का निष्पक्ष का होना बेहद जरूरी है जो वर्तमान कमेटी में दिखाई नहीं दे रहा है।

सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने किसानों के इस कमेटी के सामने पेश होने पर संदेह जताया। रंधावा में कहा कि सुप्रीम कोर्ट को आज स्पष्ट आदेश देना चाहिए था कि यह कानून समवर्ती सूची में बनाए गए हैं और किसी भी राज्य सरकार को विश्वास में नहीं लिया गया है। सुप्रीम कोर्ट को चाहिए था कि वह तीनों कानूनों को रद करके केंद्र सरकार को निर्देश देती कि पहले बिलों का ड्राफ्ट राज्यों की विधानसभा में पास करवाया जाए, उसके बाद संसद में पेश किया जाए।

रंधावा ने मोदी सरकार पर लोकतंत्र का हनन कर तानाशाही करने के आरोप भी लगाए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद खुद ही तीनों कानून रद कर राज्य सरकारों को विश्वास में लेकर नए कानून बनाने चाहिएं। कांग्रेस के सत्ता के समय साठ वर्षो में कभी ऐसा जन आंदोलन नहीं हुआ।

भाजपा ने किया सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत

पंजाब भाजपा के प्रधान अश्विनी शर्मा ने किसानों से सुप्रीम कोर्ट निर्देशों के मद्देनजर अपना आंदोलन वापस लेने का आह्वान किया है। शर्मा ने इन सुप्रीम कोर्ट के चार सदस्यीय कमेटी बनाने के का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई कि कमेटी की ओर से किसानों के सभी मुद्दों का हल होगा और उनके संदेह दूर होंगे।

शर्मा ने दोहराया कि एमएसपी या मंडी प्रणाली के बंद होने के बारे में किसानों की आशंका पूरी तरह से निराधार थी और कानून किसानों के हितों के खिलाफ नहीं हैं। शर्मा ने इस बात को लेकर खेद भी जताया कि केंद्र और किसान नेताओं के बीच आठ दौर की बातचीत सफल नहीं हुई।

पुणे से विशेष फ्लाइट से चंडीगढ़ पहुंची कोविड वैक्सीन, पंजाब के जिलों में कल से होगी सप्लाई


चंडीगढ़। 
महीनों के इंतजार के बाद मंगलवार को आखिरकार कोविड-19 वैक्सीन की पहली खेप  चंडीगढ़ पहुंच गई है। पुणे एयरपोर्ट से वैक्सीन की यह खेप इंडिगो फ्लाइट (6ई 6515) से चंडीगढ़ लाई गई। वैक्सीन के चंडीगढ़ पहुंचने से पहले ही एयरपोर्ट पर वैक्सीन को अन्य स्थानों पर पहुंचाने के खास प्रबंध किए गए थे। चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट के प्रवक्ता प्रिंस ने बताया कि इंडिगो एयरलायंस की यह फ्लाइट दोपहर 12:45 बजे एयरपोर्ट पर लैंड हुई। पुणे से आई से इस फ्लाइट से कुल 19 बॉक्स वैक्सीन लाए गए। इसमें से 18 वैक्सीन के बॉक्स पंजाब स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग की टीम को सौंप दिए गए, जबकि एक बॉक्स जीएमएसएच -16 की मेडिकल टीम को सौंपा गया।

प्रिंस ने बताया कि वैक्सीन को पुणे से लाने और चंडीगढ़ एयरपोर्ट से अन्य स्थानों पर भेजने के लिए पहले से प्रोटोकाल तय किया गया था। वैक्सीन को लाने, उतारने और अन्य संस्थानों पर भेजने में किसी तरह की कोई गलती न हो, इसके लिए खास सावधानी बरती गई। इतना ही जब दवाई को पंजाब के अलग -अलग स्थानों और जीएमएसएच -16 में भेजी गई तो इन सभी वैक्सीन ले जाने वाले वाहनों के आगे पुलिस एस्कार्ट चली। प्रिंस ने बताया एयरपोर्ट पर व्यवस्था प्रबंधन और वैक्सीन को ले जाने के लिए चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रबंंधन, इंडिगो, सीआइएसएफ, राज्य पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने एक टीम की तरह काम किया।

आज पहुंची वैक्सीन पंजाब व चंडीगढ़ के लिए हैं। वैक्सीन को कल से पंजाब के जिलों में भेजने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए पंजाब स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। पंजाब में वैक्सीन पहले चरण में 1.60 लाख फ्रंटलाइनर्स को लगाई जानी है। इसकी शुरुआत 16 जनवरी से हो सकती है। पंजाब की वैक्सीन को सेक्टर 24 के स्टोर में रखा जाएगा। पंजाब स्वास्थ्य विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी हुसन लाल ने बताया कि 2.4 लाख वैैक्सीन पहुंची हैं। आज इसे सेक्टर 24 के स्टोर में रखा जाएगा। कल से इसे सभी 22 जिलों में वितरित किया जाएगा। 

पंजाब ड्रग अथार्टी ने सिविल अस्पताल बठिंडा ब्लड बैंक को शुरू करने की दी अनुमति


-पिछले 14 दिनों से पाबंदी के कारण काम बंद होने के कारण लोगों को झेलनी पड़ रही थी परेशानी

बठिंडा. पिछले दो सप्ताह से सिविल अस्पताल बठिंडा का बलड बैंक अनियमियतता के कारण पंजाब ड्रग कंट्रोल अथार्टी की तरफ से बंद रखने के बाद मंगलवार को शुरू हो गया। इसमें ड्रग अथार्टी ने ब्लड बैंक में सुधार की रिपोर्ट मिलने के बाद इसे फिर से शरू करने की अनुमति प्रदान की है। फिलहाल ब्लड बैंक के फिर से शुरू होने के बाद सिविल अस्पताल में एमरजेंसी में उपचार करवाने, गर्भवती महिलाओं, आपरेशन व थेलेसीमिया पीड़ित लोगों ने राहत की सास ली है। सिविल अस्पताल बठिंडा में प्रतिदिन 700 से एक हजार लोगों की ओपीडी होती है जिसमें ज्यादातर लोगों को मौसमी बीमारियों के चलते खासकर डेंगू, मलेरिया, होम्युग्लोबीन की मात्रा कम होने पर रक्त की जरुरत पड़ती थी वही हर सप्ताह विभिन्न बीमारियों का आपरेशन करवाने के दौरान इसकी सर्वाधिक जरूरत थी। इसमें मरीजों को रक्त हासिल करने के लिए जहां अस्पताल में मश्कत करनी पड़ रही थी वही एमरजेंसी में बाहर से रक्त लेना पड़ रहा था हालांकि इन 14 दिनों के दौरान सिविल सर्जन ने आपात रक्त के लिए कुछ ब्लड बैंकों को अनुबंधित किया था लेकिन इसमें सिर्फ बहुत जरूरी व्यवस्था के तहत ही खून मिल रहा था। फिलहाल शहीद भाई मणि सिंह सिविल हॉस्पिटल बेस के प्रबंधन को विवादास्पद ब्लड बैंक की फूड एंड ड्रग कंट्रोल अथार्टी (एफडीए) के अधिकारियों की टीम ने जांच की थी। जांच के बाद मंगलवार से ब्लड बैंक में लगाई गई पाबंदी को हटाने का फैसला लिया गया।

बठिंडा ड्रग इंस्पेक्ट गुंरदीप बंसल ने सोमवार को सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक की सुविधा का निरीक्षण किया था। उन्होंने कहा कि रिकॉर्ड रूम और ब्लड टेस्टिंग मशीन मानक संचालक आईएनजी प्रक्रिया (एसओपी) के अनुरूप सही पाए गए है। वही सिविल अस्पताल में मूल स्ट्रक्चर और कुछ विद्युत संबंधी कार्य अभी भी लंबित पड़े हैं।

गुरदीप बांसल ने कहा कि पंजाब ड्रग अथार्टी की तरफ से उन्हें निर्देश मिले थे कि ब्लड बैंक को बंद करने से पहले जो खामिया मिली थी उसकी फिर से जांच कर अवलोकन किया जाए। अगर मामले में पहले मिली खामियों में सुधार मिलता है तो ब्लड बैंक को शुरू किया जा सकता है। मामले में जांच के बाद कुछ खामियां मिली थी जिसे सिविल अस्पताल प्रबंधन व ब्लड बैंक अधिकारियों ने आगामी सात दिनों में ठीक करने का आश्वासन दिया है। सात दिनों के बाद फिर से ब्लड बैंक की जांच होगी। बीटीओ डॉ. राजिंदर शर्मा ने कहा कि लोग अब स्वैच्छिक रक्तदान के लिए सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक में आ सकते हैं वही पहले की तरह ब्लड बैंक में सभी तरहकी सुविधाओं को बहाल कर दिया गया है। 

गौरतलब है कि 2 जनवरी को सिविल अस्पताल बठिंडा के सरकारी ब्लड बैंक का लाइसेंस 14 दिनों के लिए सस्पेंड किए जाने के बाद रक्त लेने के लिए मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही थी। वहीं आपातकालीन केसों में भी मरीजों के स्वजनों को महंगे दामों में प्राइवेट ब्लड बैंक जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा था। सबसे ज्यादा परेशानी थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों, गर्भवती महिलाओं व हादसों में घायल मरीजों को हो रही थी। वहीं प्रतिदिन होने वाले आपरेशन के दौरान भी मरीजों को प्राइवेट ब्लड बैंकों से रक्त लाना पड़ रहा था। इन परेशानियों को मद्देनजर रखते हुए बठिडा के नए सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों ने ब्लड बैंक बंद होने से पेश आ रही परेशानियों पर बैठक कर इसका सार्थक हल निकालने के लिए अधिकारियों को हिदायतें दी थी। उन्होंने ड्रग अथारिटी की तरफ से उजागर की खामियों को तुरंत दूर करने के आदेश दिए, ताकि ब्लड बैंक का लाइसेंस 14 दिनों के बाद बहाल करवाया जा सके। 11 जनवरी तक बंद सरकारी ब्लड बैंक में रक्त लेने के लिए आने वाले मरीजों की समस्या को देखते हुए सिविल सर्जन डा. ढिल्लो ने रामपुरा फूल स्थित सरकारी ब्लड बैंक और शहर के अजीत रोड पर स्थित गोयल ब्लड बैंक के साथ संपर्क कर मरीजों को इमरजेंसी ब्लड उपलब्ध करवाने का फैसला लिया था। दोनों ब्लड बैंक के अधिकारियों को सिविल अस्पताल बठिडा से रक्त लेने के लिए आने वाले मरीजों को सरकारी रेट पर रक्त उपलब्ध करवाने के आदेश भी सिविल सर्जन ने जारी किए थे।

थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को एचआइवी संक्रमित खून चढ़ाने के करीब तीन माह बाद उठे विवाद के बाद पंजाब ड्रग कंट्रोल अथारिटी ने सिविल अस्पताल प्रशासन को नोटिस निकालकर ब्लड बैंक में की गई लापरवाही को लेकर जबाव तलब किया था। संतोषजनक उत्तर न मिलने व कमियों में किसी तरह का सुधार नहीं करने पर सिविल अस्पताल स्थित ब्लड बैक का लाइसेंस 14 दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया था। 


बठिंडा में पोते की लोहड़ी की खुशी गम में हुई तबदील, हवा में किया फायर नौजवान को लगा, मौत


बठिंडा.
बठिंडा के गाव राइया में एक व्यक्ति ने अपने पोते की पहली लोहड़ी में हवाई फायर किए जिसमें एक फायर उसके भतीजे को लग गया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मामले में तलवंडी पुलिस के पास शिकायत दी गई जिसमें आरोपी मामा के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। पुलिस के पास गुरसेवक सिंह वासी पक्का शहीदा जिला सिरसा हरियाणा ने शिकायत दी कि उसके मामा सुरजीत सिंह वासी गांव राइया के पोते की पहली लोहड़ी थी जिसमें उसने सभी रिश्तेदारों को बुलाया था। इसी दौरान उसके साथ उसका भतीजा हरजीत सिंह उम्र 23 साल वासी पक्का शहीदा वाला जिला सिरसा भी समागम में पहुंचा था। इसी दौरान सुरजीत सिंह ने लोहड़ी की खुशी में हवा में फायर करने शुरू कर दिए जिसे रिश्तेदारों ने रोका पर वह नहीं माना। इसी दौरान 22 बोर की रिवाल्वर का एक फायर अचानक से हरजीत सिंह को लगा जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद पूरा समागम गम में तबदील हो गया। मामले में तलवंडी पुलिस ने असला एक्ट व हत्या की कोशिश के तहत केस दर्ज कर लिया है लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।  

 2.60 लाख का तेल उधार डलवाने के दो साल बाद भी नहीं दिए पैसे, तीन पर केस  

 बठिंडा. भुच्चो मंडी स्थित फिलिंग स्टेशन में दो ल पहले दो माह तक दो लाख 60 हजार का तेल उधार डलवाने के बाद पैसे देने से मना करने वाले तीन लोगों के खिलाफ कैंट पुलिस ने केस दर्ज किया है। इसमें कैंट पुलिस के पास जसपाल सिंह मालिक भाई कुलदीप फिलिंग स्टेशन भुच्चों मंडी ने शिकायत दी कि उनके पास ट्रांसपोर्ट का काम करने वाले संदीप खुर्मी, करण व राज वासी मनत मैपलज गुरु गोबिंद सिंह नगर बठिंडा तेल डलवाने के लिए आते थे। इन लोगों ने 9 जून से 21 अगस्त 2018 के समय में दो लाख 60 हजार रुपए का तेल अपनी गाड़ियों में उधार डलवाया था। इसें जब भी पैसे की मांग की जाती तो उक्त लोग बिल पास होने के बाद पेयमेंट देने की बात करते थे। मामले में दो साल से अधिक का समय बीतने के बावजूद उक्त लोगों ने पैसे देने से मना कर दिया। मामले में पुलिस ने जांच के बाद आरोपियों पर केस दर्ज कर लिया है लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।


शराब नशा व नशीली गोलियों सहित चार लोगों को किया गिरफ्तार

बठिंडा. जिला पुलिस ने शराब, नशा व नशीली गोलियों की तस्करी के आरोप में चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसमें सभी आरोपियों को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया। फूल पुलिस के सहायक थानेदार गुरतेज सिंह ने बताया कि गुरदीप सिंह वासी गांव दोलेवाला से 10 किलोग्राम भुक्की चूरापोस्त उसके घर से बरामद की गई आरोपी को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया। तलवंडी साबों पुलिस के सहायक थानेदार सुरजीत सिंह ने बताया कि गुरविंदर सिंह वासी माहीनंगल से गांव में ही सात बोतल अवैध शराब बरामद कर गिरफ्तार किया गया। उसे बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया। नंदगढ़ पुलिस के सहायक थानेदार जसविंदर सिंह ने बताया कि प्रेमजीत सिंह वासी झूंबा व जगजीत सिंह वासी गांव बाजक के पास मोटरसाइकिल पर सवार होकर आ रहे थे कि तलाशी लेने पर आरोपियों के पास 1200 नशीली गोलियां बरामद की गई। दोनों आरोपियों को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया।

दहेज के लिए तंग करने वाले पति के खिलाफ करवाया महिला थाना में केस दर्ज

बठिंडा. महिला थाना पुलिस ने दहेज के लिए प्रताड़ित करने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ पत्नी की शिकायत पर केस दर्ज करवाया है। महिला थाना के पास सोनम वासी प्रजापत कालोनी बठिंडा ने शिकायत दी कि उसका विवाद वरुण गखड वासी अबोहर के साथ हुआ था। विवाह के बाद उक्त व्यक्ति उसे दहेज लाने  लिए परेशान करने लगा व ऐसा नहीं करने पर मारपीट कर घर से निकाल दिया। महिला थाना ने मामले की जांच के बाद आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। 

बठिंडा में मलूका के कोआपरेटिव सोसायटी चुनाव में तनाव के बीच अकाली दल के 162 समर्थकों व वर्करों पर केस


पूर्व मंत्री सिकंदर सिंह मलूका ने लगाया कांग्रेस मंत्री पर चुनाव में धक्केशाही करने का आरोप वही दर्ज केस के खिलाफ दी आंदोलन की धमकी

बठिंडा.सोमवार को भगता भाई सहकारी सभा मलूका के चुनाव के समय उत्पन्न हुई तनावपूर्ण स्थिति के बाद मंगलवार को दियालपुरा पुलिस ने पुलिस टीम पर हमला करने व हंगाम करने के आरोप में 162 अकाली वर्करों व समर्थकों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसमें हालांकि किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है लेकिन पुलिस की तरफ से अकाली नेताओ व वर्करों पर केस दर्ज करने के विरोध में अकाली दल ने मोर्चा खोलने की घोषणा की है। इलाके में माहौल दूसरे दिन भी तनावपूर्ण बना रहा। इस मामले में अकाली नेताओं तथा वर्करों ने पुलिस अधिकारियों पर मतदान करवाने आए चुनाव अधिकारियों को जबरन अपनी गाड़ी में बैठाकर अपने साथ ले जाने के आरोप लगाए। अकाली नेता व पूर्व पंचायत मंत्री और किसान विंग प्रधान सिकंदर सिंह मलूका ने आरोप लगाते हुए कहा कि हलका फूल में माल मंत्री की शह पर पुलिस प्रशासन द्वारा सरेआम गुंडागर्दी की जा रही थी। वहीं गुरप्रीत मलूका ने एसएचओ पर गाड़ी चढ़ाने के आरोप लगाए थे। वही सिंकंदर सिंह मलूका व गुरप्रीत सिंह मलूका ने कहा कि वह पुलिस व स्थानीय मंत्री की धक्केशाही चलने नहीं देंगेव इस बाबत आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने पुलिस की तरफ  दर्ज केस को राजनीति से प्रेरित बताया वही कहा कि पुलिस ने वर्करों पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की जबकि इस बाबत विडियो भी वायरल हुआ है लेकिन अब पुलिस उलटा उन पर हमला करने के आरोप में केस दर्ज कर रही है।

दूसरी तरफ थाना दियालपुरा पुलिस ने रेशम सिंह वासी गांव मलूका के बयान पर 162 लोगों पर केस दर्ज किया है। इसमें कहा गया है कि गांव मलूका कोआपरेटिव सोसायटी की वोट संबंधी कागज भरे जा रहे थे। इसमें रेशम सिंह के लड़के बलदेव सिंह ने भी कागज भरने थे। इस दौरान दूसरी तरफ अकाली समर्थक रेशम सिंह, गुरलाल सिंह, बलजीत राम, सुखदेव सिंह, जतिंदर सिंह, बूटा सिंह, सतिगुरु सिंह, हरजीत सिंह वासी मलूका, रतन शर्मा वासी बठिंडा, हरिंदर सिंह वासी महिराज, गुरजंट सिंह खानदान, मोहन एमसी वासी भगता भाईका अपने करीब 150 समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे व नामजदगी का विरोध करने लगे। इस दौरान वहां तैनात अधिकारियों को भी काम करने रोका गया। इसमें आरओ जितेश कुमार व इंस्पेक्टर अमनप्रीत सिंह को भी धमकियां देकर काम रुकवाने की कोशिश की। जब पुलिस कर्मचारी स्थिति को संभालने गए तो उन पर भी हमला कर दिया व गाडी के साथ साजों सामान से तोड़फोड़ करना शुरू कर दी। दो दलों के बीच आपसी खीचतान में सरकारी कर्मियों  निशाना बनाने के मामले में उक्त सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

वही दूसरी तरफ सिकंदर सिंह मलूका ने बताया कि सोमवार को थाना प्रमुख दियालपुरा की तरफ से किसी भी अकाली उम्मीदवार को कागज़ भरने के लिए अंदर नहीं जाने दिया गया। मलूका ने कहा कि वे खुद अपने नामजदगी पेपरों और पार्टी से संबन्धित दूसरे उम्मीदवारों के नामजदगी पेपर दाख़िल करने के लिए सहकारी सभा पहुंचे तब उम्मीदवारों को अंदर जाने दिया। उन्हाेंने कहा कि हार के डर से माल मंत्री ने डीएसपी फूल और थाना प्रमुख दियालपुरा को हर हाल में चुनाव जीतने की हिदायतें दी। इसके बाद डीएसपी फूल और दियालपुरा थाने के प्रमुख अमनदीप विर्क चुनाव अमले को गाड़ी में बैठा कर फरार हो गए।

इस दौरान दियालपुरा थाने के प्रमुख ने लोगों की जान की परवाह न करते हुए गाड़ी को रोकने की कोशिश कर रहे उम्मीदवारों और कुछ आम लोगों पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। उक्त घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हाे गया। सहकारी सभा के एक अन्य अधिकारी को भी अगवा करने की कोशिश कीपरन्तु उसने वहां से भाग कर जान बचाई। गुरप्रीत सिंह मलूका ने कहा कि पुलिस प्रशासन की ऐसी धक्केशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मलूका ने कहा दियालपुरा थाना प्रमुख अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं और कांग्रेस की शह पर उसकी तरफ से मीडिया कर्मचारियों के साथ बदसलूकी भी की गई। इस मामले संबंधी एसएचओ अमनदीप सिंह विर्क ने कहा कि उस पर लगे सभी आरोप झूठे हैं। उन्होंने कहा कि मामले की जांच के बाद सरकारी काम में विधन डालने व माहौल खराब करने वाले लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।

बठिंडा के होटल में युवक की तरफ से आत्महत्या करने के मामले में मृतक के पिता पर केस दर्ज


-मृतक की पत्नी के बयान पर पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला किया दर्ज

-पिता जमीन को लेकर बेटे व बहू के साथ करता था झगडा

बठिंडा : बठिंडा में बस स्टेंड के पीछे स्थित एक होटल में सोमवार की देर सांय एक युवक ने पक्खे से लटककर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में मृतक की पत्नी के बयान पर पुलिस ने मृतक के पिता पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। मामले में आरोप लगाया गया है कि मृतक युवक व उसके पिता के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था व इसी विवाद को लेकर वह मासिक तौर पर परेशान रहता था। युवक ने आत्महत्या करने से पहले उसने पत्नी को शराब पिलाकर बेहोश कर दिया था। बताया जा रहा है कि युवक ने एक साल के करीब पहले प्रेम विवाह करवाया था व उसके परिजन इस शादी से खुश नहीं थे वही घरेलु जमीन में युवक को हिस्सा देने से मना करते थे। जिसके चलते घर में अक्सर झगड़ा रहता था।

कोतवाली पुलिस के पास मृतक पवन कुमार की पत्नी मनप्रीत कौर वासी हंस नगर ने बयान दर्ज करवाए कि उसका ससुर मंगत राम वासी हंस नगर ने एक मकान व जमीन अपनी पत्नी के नाम करवा रखी थी। इस मकान को रहने के लिए उन्हें दे रखा था। कुछ समय पहले उसने पवन कुमार के साथ प्रेम विवाह करवाया था। इसके बाद उससे ससुर का व्यवहार अपने लड़के के प्रति बदल गया था व मकान खाली करने व जायदाद से बेदखल करने की धमकियां देता था जिसके चलते उनका घर में अक्सर झगड़ा रहता था। इसी के चलते उन्होंने गत दिवस घर से निकलकर बस स्टेंड के पास स्थित होटल में कमरा लेकर रहने का फैसला लिया। गत दिवस जब वह कमरे में आए तो उसका पति मानसिक तौर पर परेशान लग रहा था। इसमें पति पवन कुमार ने उसे कोई नशीली दवा दी जिसके चलते वह बेहोश हो गया व इसके बाद उसने होटल के कमरे में लगे पक्खे में लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। फिलहाल पुलिस ने मामले में आरोपी व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले में अभी किसी कि गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

 

 


बस स्टेंड बठिंडा के पास तेज रफ्तार कार चालक को पडा मिर्गी का दौरा, बस से टकराई कार, एक की मौत एक घायल


बठिंडा। 
बठिंडा बस स्टैंड के समीप देर रात सड़क पर खड़ी बस के पीछे एक तेज रफ्तार कार टकरा गई। कार में सवार व्यक्ति को अचानक से चक्कर आ गए जिसके चलते वह कार से अपना नियंत्रण खो बैठा जिससे कार सड़क पर खड़ी बस से बुरी तरह टकरा गई। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि एक अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गया।


मामले की जानकारी वहां खडे़ लोगों ने नौजवान वेलफेयर सोसाइटी को दी। सोसायटी की बठिंडा की टीम मौके पर पहुंची व दो घायलों को ले कर सिविल अस्पताल पहुंची। जहां एक व्यक्ति को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया गया। बताया जा रहा है कि कार चालक को अचानक से मिर्गी का दौरा पड़ गया जिसके कारण पैर कार की रेस पर रखा जाने से हादसा घटित हो गया।

गुंडागर्दी:सहकारी सभा चुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप,एसएचओ ने गुरप्रीत मलूका पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की मलूका बोले-डीएसपी फूल और थाना प्रमुख दियालपुरा ने चुनावी अमला अगवा कर की गुंडागर्दी


 बठिंडा। सोमवार को भगता भाई सहकारी सभा मलूका के चुनाव के समय माहौल उस समय तनावपूर्ण बन गया जब मौके पर मौजूद अकाली नेताओं तथा वर्करों ने पुलिस अधिकारियों पर मतदान करवाने आए चुनाव अधिकारियों को जबरन अपनी गाड़ी में बैठाकर अपने साथ ले जाने के आरोप लगाए। अकाली नेता व पूर्व पंचायत मंत्री और किसान विंग प्रधान सिकंदर सिंह मलूका ने आरोप लगाते हुए कहा कि हलका फूल में माल मंत्री की शह पर पुलिस प्रशासन द्वारा सरेआम गुंडागर्दी की जा रही थी। वहीं गुरप्रीत मलूका ने एसएचओ पर गाड़ी चढ़ाने के आरोप लगाए।

मलूका ने बताया कि सोमवार को थाना प्रमुख दियालपुरा की तरफ से किसी भी अकाली उम्मीदवार को कागज़ भरने के लिए अंदर नहीं जाने दिया गया। मलूका ने कहा कि वे खुद अपने नामजदगी पेपरों और पार्टी से संबन्धित दूसरे उम्मीदवारों के नामजदगी पेपर दाख़िल करने के लिए सहकारी सभा पहुंचे तब उम्मीदवारों को अंदर जाने दिया। उन्हाेंने कहा कि हार के डर से माल मंत्री ने डीएसपी फूल और थाना प्रमुख दियालपुरा को हर हाल में चुनाव जीतने की हिदायतें दी। इसके बाद डीएसपी फूल और दियालपुरा थाने के प्रमुख अमनदीप विर्क चुनाव अमले को गाड़ी में बैठा कर फरार हो गए।

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इस दाैरान दियालपुरा थाने के प्रमुख ने लोगों की जान की परवाह न करते हुए गाड़ी को रोकने की कोशिश कर रहे उम्मीदवारों और कुछ आम लोगों पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। उक्त घटना का वीडियो साेशल मीडिया पर भी वायरल हाे गया। सहकारी सभा के एक अन्य अधिकारी को भी अगवा करने की कोशिश की, परन्तु उसने वहां से भाग कर जान बचाई। गुरप्रीत सिंह मलूका ने कहा कि पुलिस प्रशासन की ऐसी धक्केशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मलूका ने कहा दियालपुरा थाना प्रमुख अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं और कांग्रेस की शह पर उसकी तरफ से मीडिया कर्मचारियों के साथ बदसलूकी भी की गई। इस मामले संबंधी एसएचओ अमनदीप सिंह विर्क ने कहा कि उस पर लगे सभी आरोप झूठे हैं। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।

जिला कोर्ट अनलॉक :9 माह बाद अदालतों में फिजिकल हियरिंग शुरू

 


कोरोना के चलते 22 मार्च 2020 से अदालतों में केसों की फिजिकल व पर्सनल हियरिंग थी बंद

बठिंडा। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश के बाद जिले की सभी अदालतों में केसों की फिजिकल हियरिंग की शुरुआत हो गई। हालांकि अभी सभी अदालतों में नियमित कामकाज सामान्य हाेने में थोड़ा वक्त लगेगा, लेकिन अदालतों में केसों की पर्सनल हियरिंग शुरू होने के बाद इंसाफ की मांग को लेकर अपनी फरियाद लेकर आने वाले लोगों को इससे राहत मिलेगी। गौरतलब है कि कोविड-19 के चलते सभी अदालतें मार्च 2020 से बंद कर दी गई थी।


काेविड नियमों का पालन जरूरी

ध्यान रहे कि कोरोना के चलते पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट समेत प्रदेश की सभी जिला अदालतों में चल रहे केसों मे पर्सनल हियरिंग बंद की हुई थी ताकि अदालतों में भीड़ न हो। उच्च अदालतों व जिला अदालतों में अर्जेंट मैटर ही लिए जा रहे थे और अधिकांश सुनवाई ऑनलाइन हो रही थी, जिससे पुराने मामलों में लंबी तारीखें ही दी जा रही थी। कोरोना के कारण वकीलों तथा कोर्ट कांप्लेक्स में काम करने वाले स्टाफ की आर्थिक स्थिति भी काफी कमजोर होती जा रही थी। अब जिला एवं सत्र न्यायाधीशों से आग्रह किया गया है कि वे पर्सनल हियरिंग पर नजर रखें। वहीं काेविड नियमों का पालन करना होगा।

वकीलों ने उठाई थी फिजिकल हियरिंग शुरू करने की मांग

जिस तरह से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई उससे उम्मीद थी कि कोर्ट खुलेंगे, लेकिन मार्च 2020 के आखिर से ही अभी तक जिला अदालतों में काम फिजिकल तौर पर नहीं हो रहा था। हाल ही में बार काउंसिल ऑफ पंजाब-हरियाणा ने वकीलों का सर्वे करवाकर फिजिकल हियरिंग शुरू करने की मांग की थी। इसके बाद पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने भी प्रस्ताव पारित कर चीफ जस्टिस और प्रशासनिक कमेटी को फिजिकल हियरिंग शुरू करने की दिशा में प्रयास करने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि अब अदालतों को भी खोल देना चाहिए।


लोगों को जल्द मिलेगा इंसाफ ^

सोमवार से जिला अदालत में केसों की फिजिकल हियरिंग शुरू हो गई है, इस संबंध में हाईकोर्ट ने संबंधित जिला अदालतों में केसों की फिजिकल हियरिंग लागू करने या ना करने संबंधी संबंधित अथॉरिटी को अधिकार दिए थे। जिसके बाद जिला सेशंस जज ने ये फैसला किया है। अब अदालतों में पहले की तरह नियमित रुप से कामकाज होगा। फिजिकल हियरिंग शुरु हाेने से लोगों को समय पर इंसाफ मिल सकेगा, वकीलों को आर्थिक तौर पर हो रहे नुकसान से भी राहत मिलेगी। 

-एडवोकेट कंवलजीत सिंह कुटी, पूर्व प्रधान जिला बार एसोसिएशन

बठिंडा को दूसरे शहरों से जोड़ने वाली एयर ट्रैवल सर्विस बंद,बठिंडा से दूर हुए दिल्ली और जम्मू


बठिंडा
 वासी फिलहाल अब हवाई मार्ग के जरिए दिल्ली व जम्मू के सफर का लुत्फ नहीं उठा पाएंगे तथा इसका कारण बठिंडा को इन दोनों शहरों से जोड़ने वाली एयर ट्रैवल सर्विस का बंद होना है। एयर इंडिया द्वारा पिछले करीब चार साल से चलाई जा रही एटीआर विमान सेवा, जोकि कोरोना लॉकडाउन में अस्थायी तौर पर बंद की गई थी, को फिलहाल स्थायी तौर पर बंद करने का कंपनी निर्णय ले चुकी तथा एयरपोर्ट अधिकारियों को भी इसके बारे में सूचित किया जा चुका है। एलांयस एयर नाम से चल रही एयर इंडिया की सर्विस सप्ताह में तीन दिन चल रही थी तथा दोनों ही रुटों पर कंपनी को यात्री भी मिल रहे थे, लेकिन सर्विस आफ एयर होने से लोगों में मायूसी है। एयरपोर्ट के कार्यकारी डायरेक्टर वरिंदर सिंह ने एलांयस एयर के एयर ट्रैफिक बंद होने की पुष्टि की है। वहीं पंजाब सिविल एविएशन के एडवाइजर कैप्टन अभय चंद्रा ने कहा कि उड्डयन मंत्रालय के अधिकारियों से विचार विमर्श किया जा रहा है।

दिल्ली रूट पर 70 फीसदी, जम्मू रूट पर 50 फीसदी रहता था एयर ट्रैफिक
बठिंडा में 25 नवंबर, 2016 को शिअद-भाजपा सरकार में एलांयस एयर ने सबसे पहले हवाई सेवा शुरू की थी। एयर इंडिया की सहयोगी कंपनी एलांयस एयर ने पहले दिल्ली तथा बाद में जम्मू के लिए एयर सर्विस शुरू की। एटीआर 72-600 नामक 70 सीटर विमान में जहां बठिंडा-दिल्ली फ्लाइट में सप्ताह में तीन दिन एयर ट्रैफिक 70 फीसदी तक रहता था, वहीं सप्ताह में पहले सात व बाद में पांच दिन चलती रही बठिंडा-जम्मू फ्लाइट में करीब 50 फीसदी एयर ट्रैफिक रहता था। लॉकडाउन में सभी तरह के एयर सर्विस बंद होने के बाद जुलाई 2020 में अनलॉक होने के बाद एयर सर्विस रिस्टोर होने की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भास्कर को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के अनुसार पंजाब सिविल एविएशन विभाग केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय से संपर्क में है तथा उनको पूरी स्थिति से अवगत करवा चुका है, लेकिन अभी तक केंद्रीय विभाग से कोई जवाब नहीं मिला है।
आरसीएस में राज्य भी देता था हिस्सेदारी
रिजनल कनेक्टिविटी स्कीम (आरसीएस) के तहत पंजाब सरकार व एलांयस एयर में 3 साल का एग्रीमेंट हुआ था जिसमें पंजाब सरकार भी कंपनी के कुल खर्च में कुछ फीसदी हिस्सा अदा करती थी।

सुखबीर बादल का ड्रीम था यह प्रोजेक्ट
शिअद-भाजपा सरकार में 25 नवंबर, 2016 को तत्कालीन डिप्टी सीएम पंजाब सुखबीर बादल ने बठिंडा में दिल्ली को एयर सर्विस शुरू होने की घोषणा की थी। इसके बाद 11 दिसंबर को हवाई सेवा शुरू हो गई।

एयर कनेक्टिविटी बेहद जरूरी...
पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के वीसी प्रो. आरपी तिवारी तथा बठिंडा केमिकल्स के राजिंदर मित्तल कहते हैं कि वर्तमान समय में एयर सर्विस कनेक्टिविटी बेहद जरूरी है तथा इस समय वक्त को बचाना ही सबसे बड़ी कमाई है। आधुनिक समय में एयर सेवा को ही लोग प्रमुखता देते हैं।

बठिंडा कोर्ट में सुनवाई:कंगना पर मानहानि केस मामले में महिंदर कौर ने दर्ज कराया बयान,बठिंडा कोर्ट में मामले की अगली सुनवाई 14 जनवरी को


बठिंडा
। गांव बहादुर जंडियां निवासी 87 वर्षीय बुजुर्ग महिला किसान महिंदर कौर पर ट्वीट कर विवादों में आई बालीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत पर बठिंडा कोर्ट में दायर मानहानि के केस में सोमवार काे शिकायतकर्ता महिंदर कौर ने ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फस्ट क्लास के समक्ष अपने बयान दर्ज करवाए। जिसके बाद कोर्ट ने उक्त मामले की अगली सुनवाई 14 जनवरी तय की है।

वकील रघुवीर सिंह ने बताया कि महिंदर कौर ने 4 जनवरी को कोर्ट में कंगना के खिलाफ मानहानि का केस दायर किया था, उक्त मामले में आज महिंदर कौर की अदालत में गवाही हुई। महिंदर कौर की गवाही/एवीडेंस मुताबिक यदि अदालत को ये लगता है कि उसके बयान व आरोप सही हैं तथा मामले में कंगना की गवाही जरूरी है तो अदालत उसे सम्मन कर सकती हैै। कंगना ने महिंदर कौर के बारे में ट्वीट किया था कि ऐसी औरतें 100-100 रुपए लेकर प्रदर्शन करने आ जाती हैं। इसपर महिंदर कौर ने कहा उनके पास 13 एकड़ जमीन है मुझे पैसे के लिए जाने की जरूरत नहीं है। कंगना खुद उनके यहां काम कर सकती हैं।

Monday, January 11, 2021

बठिंडा में जन्मदिन मनाने पत्नी संग होटल में आए युवक ने फंदा लगाकर की आत्महत्या


मरने से पहले पत्नी को कुछ पता न चल सके इसलिए शराब पिलाकर कर दिया बेहोश

बठिंडा: बठिंडा में बस स्टेंड के पीछे स्थित एक होटल में एक युवक ने पक्खे से लटककर आत्महत्या कर ली। युवक ने जब यह कदम उठाया उस समय उसकी पत्नी भी कमरे में थी ।  हालांकि आत्महत्या करने से पहले उसने पत्नी को शराब पिलाकर बेहोश कर दिया था। बताया जा रहा है कि युवक ने एक साल के करीब पहले प्रेम विवाह करवाया था व उसके परिजन इस शादी से खुश नहीं थे जिसके चलते घर में अक्सर झगड़ा रहता था। इसी झगड़े के चलते सोमवार को वह अपनी पत्नी का जन्मदिन मनाने के लिए उक्त होटल में आया था। इसी दौरान दोनों में ऐसी क्या बात हुई जिससे आहत होकर युवक ने आत्महत्या करने जैसा कदम उठाया। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर बेहोश महिला के होश में आने का इंतजार कर रही है। महिला के बयान के बाद ही पूरे मामले से पर्दा उठ सकेगा। जानकारी अनुसार हंस नगर में रहने वाले 25 साल के युवक पवन कुमार का कुछ समय पहले प्रेम विवाह हुआ था। विवाह के बाद घर में परिजनों के साथ उनकी अनबन रहने लगी। इसी दौरान सोमवार को उसकी पत्नी का जन्मदिन था व इसे सेलिब्रेट करने के लिए उक्त लोगों ने बस स्टेंड के पास स्थित एक होटल की दोपहर 12 बजे बुकिंग करवाई थी। होटल स्टाफ को बताया गया कि वह जन्मदिन मना रहे हैं व सांय पांच बजे तक होटल छोड़ देंगे। सांय पांच बजे के बाद भी जब उक्त लोग कमरे से बाहर नहीं आए तो होटल स्टाफ ने दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिलने पर उक्त लोगों ने मामले की जानकारी जहां पुलिस को दी वहीं सहारा जन सेवा के वरप्करों को भी इस मामले की जानकारी दे कर होटल का दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुए। होटल के कमरे में महिला बेहोशी की हालत में थी व उसने अत्याधिक शराब का सेवन कर रखा था वही युवक पक्खे में फंदा लगाकर लटका पड़ा था।  सहारा वर्करों ने युवक को नीचे उतारा व बेहोश महिला को अस्पताल में पहुंचाया। मामले में युवक का शव पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया गया है। वही थाना कोतवाली पुलिस के प्रभारी दविंदर सिंह का कहना है कि घटना के संबंध में सही जानकारी महिला दे सकती है व इसके होश में आने के बाद बयान दर्ज किए जाएंगे व इसके बाद मामले में बनती कारर्वाई की जाएगी।

बठिंडा के सिविल अस्पताल में टला बड़ा हादसा, स्टोर रुम में लगी अचानक से आग


                                                                फाइल फोटो-

बठिंडा. सोमवार शाम को सिविल अस्पताल बठिंडा में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब अस्पताल के आप्रेशन थिएटर के समीप बने स्टोर रूम में अचानक आग लग गई। आग का धुंआ निकालता देख अस्पताल के कर्मचारियों ने मामले की जानकारी अस्पताल प्रबधकों व फायर बिग्रेड को दी, जबकि कर्मचारियों ने अस्पताल में लगे आग बुझाओं यंत्र से आग को बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा रहा था। इस दौरान दमकल विभाग की एक गाड़ी भी मौके पर पहुंची और पानी डालकर आग पर काबू पाया गया। 


बताया जा रहा है कि आग स्टोर रूम में पड़े खराब सामान में लगी थी,  जिसके कारण कोई जानी-माली नुक्सान नहीं हुआ है। राहत वाली बात यह रही है कि आग पर समय रहते काबू पा लिया गया। अगर आग की लपेटे बढ़ जाती, तो पूरे अस्पताल का काफी नुक्सान हो सकता था, चूकिं जिस स्टोर में आग लगी थी, उसके ठीक ऊपर सार्जिकल वार्ड है, जबकि उसके पीछे आप्रेशन थिएटर है। इसके अलावा पीने वाले पानी का आरओ प्लांट के अलावा बिजली सप्लाई वाला कमरा भी बिल्कुल साथ ही था। ऐसे में एक बड़ा हादसा होने से टल गया।


इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा सन्तान हीन जोड़ों के लिए साबित हो रही है वरदान-डा. दिनेशचंद्र श्रीवास्तव


बांझपन/ सन्तान हीनता (Infertility)

लम्बे समय तक साथ रह कर भी अगर किसी दम्पति को चाह कर भी सन्तान पैदा नही होती ,तो ऐसी स्थिति को बांझपन, सन्तान हीनता या इनफर्टिलिटी कहते है ऐसी परिस्थिति में यदि एक बार भी गर्भ नही ठहरता तो इसे(primary infertility) प्राथमिक बांझपन कहते है। यदि एक बार गर्भधारण या सन्तान पैदा होने के पश्चात यदि यह परिस्थिति हो तो इसे(Relative or secondary infertility) रिलेटिव या सेकेंडरी  सन्तान हीनता कहते है ।

कहने का तात्पर्य यह है कि कोई दम्पति बच्चे की चाहत से 1वर्ष तक लगातार सम्भोग के बाद भी पत्नी गर्भ धारण न कर सके तो ऐसी दम्पति को बांझ कहा जाता हैं । अर्थात सामन्यतः80 से 90 प्रतिसत दम्पतियों में एक वर्ष के अंदर गर्भ धारण हो जाता है यदि पति पत्नी बच्चे की चाहत रखते हों और साथ साथ रहते हो ।

बांझपन का कारण

  • बांझपन या सन्तान हीनता की समस्या के लिये पुरुष भी जिम्मेदार हैं।
  • बांझपन के लगभग 30 % से 35 % रोगी दम्पतियो  पत्नियां बांझपन के लिए जिम्मेदार होती है ।
  • बांझपन के लगभग 30 से 40 % दम्पतियों में पति पत्नी दोनों जिम्मेदार होते हैं ।
  • पुरुषों में बांझपन के कारण(causes of infertility in males)

1 बीर्य में सुक्राणुओ की कमी (oligospermia)

पुरुषों में स्त्रियों की तरह ही संतान हीनता पाई जाती है संतान उत्तपत्ति के लिए बीर्य में पर्याप्त मात्रा में शुक्राणुओ (sperms)  का होना नितांत आवश्यक है करीब 40% सन्तान हीनता का वास्तविक कारण पुरूष में होता है पर दुख की बात है कि पुरूष सुलभ अहंकार के कारण अधिकांश लोग एक सामान्य से बीर्य की जांच के लिए कतराते हैं और औरतों को मंहगे इलाज के लिए प्रेरित करते हैं और सन्तानहीनता का कलंक पत्नी पर लगाया जाता है चाहे दोष पुरूष पर ही क्यों न हो चुकी ऐसी पुरुष संभोग की क्रिया पूरी कुशलता से सम्पन्न कर लेते हैं इसलिए वे समझते है कि उनमें खराबी हो ही नही सकती और गर्भ न ठहरने की स्थिति में सन्तानहीनता के लिए निर्दोष पत्नी को जिम्मेदार ठहराते हैं और स्वंय अपनी जांच के लिए डॉक्टर द्वारा दी जाने वाली वीर्य परीक्षा की राय को अनदेखा कर देते है ऐसे ब्यक्ति नपुंसकता ओर शुक्राणुविहीनता के फर्क को नही समझते इसीलिए कभी कभी निःसन्तान होने की स्थिति में दूसरी शादी के लिए तैयार हो जाते है इसलिए अनुभवी इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सक सन्तानहीनता के हर मामले में पति पत्नी दोनों को ही पुरी जांच करने की सलाह पर जोर देते है ।

सामान्य शुक्राणु उत्पादन और विकास

1. शुक्राणुओ की संख्या 6 करोङ से 12 करोङ प्रति मिली लीटर औसतन 10 करोङ प्रति मिलीलीटर होती हैं 

2 शुक्राणुओं की चलनशीलता 80से 90 %

3 शुक्राणुओ की आकारिकी 80% सुक्राणुओ का आकार सामान्य होता हैं ।

जिन पुरुषों में शुक्राणुओ की संख्या 4 करोङ प्रति मिलीलीटर से कम होती हैं एवम चलनसीलता 60% से कम होती हैं तथा अवसमान्य आकारिकी की संख्या 20 %, से अधिक होती है तो इनका वीर्य सन्तानोतपत्ति के योग्य नही समझा जाता है 

शुक्राणुओ की संख्या में कमी के कुछ कारण

  1. लम्बे समय तक गर्म वातारण में निवास करना ।
  2. कल कारखानो अथवा भट्ठियों के आस पास पुरूष कार्य स्थल होना ।
  3. Varicocle नामक विकृति का पाया जाना  जिसमे शुक्राणु कोष  में  शिराओ का जाल बनने के कारण वहाँ शुक्राणुओ का उत्पादन कम हो जाता है 
  4. रोगी का मधुमेह, गलसुआ, अथवा मानसिक तनाव से पीड़ित होना ।
  5. रोगी में विटामिन ई की कमी होना 
  6. शुक्रवाहिनियो का जन्म जात अभाव होना।अथवा इनका विकास न होना ।
  7. मूत्र मार्ग का अम्लीय रहना जिससे शुक्राणुओ की  म्रत्यु हो जाना ।
  8. पुरुष जननेन्द्रिय अंगों का विकास न होना ।
  9. पुरुष का सिफलिस, सुजाक अथवा अन्य योन रोगों से पीड़ित होना 
  10. कुपोषण होना 
  11. मूत्र मार्ग का अपूर्ण विकास 
  12. शिश्न का ठीक से विकसित न होना 
  13. नपुंसकता
  14. चुस्त पैन्ट या लँगोट पहनना 
  15. मदिरा या धूम्रपान का अधिक सेवन करना ।
  16. उम्र 45 वर्ष से अधिक हो जाना 
  17. कुछ दवाइयों का अधिक सेवन करना ।

इलेक्ट्रोपैथी/इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा

पुरुषों में उपरोक्त कारणों की पहचान करके यदि चिकित्सा की जाती है तो सफलता निश्चित प्राप्त होती हैं  एवम इलेक्ट्रो पैथी चिकित्सा विज्ञान द्वारा आश्चर्य जनक परिणाम प्राप्त होते है ।

पुरुषों में 

(1) Scrofoloso.3 

(2)Linfatico one  

(3)Angioticos one  

(4) Red Electricity का तीब्र मिक्सचर 


-Dr. Dinesh Chandra Srivastava

  • Senior Member Joint and Modified Joint Proposalist for Recognition of Electro Homeopathy
  • IDC ministry and family welfare govt of India
  • Executive Managing Editor, International journal of Electro Homeopathy and pharmaceutical Research
  • Chairman, EHF Souvenir and Literature Team  India.
  • Chairman, *Board of Dr. Count Mattie Education Healthcare Council Madhya Pradesh
  • Director / Principal, MGS Alternative Paramedical College and Hospital Panna Madhya Pradesh
  • (Recognized by the Department of Higher Medical Education and affiliated to Madhya Pradesh Paramedical Council, Bhopal)

 संपर्क नंबर-9424670824


पत्रकार बलजीत सिंह की माता गुरनाम कौर की आत्मिक शांति के लिए पाठ का भोग 15 जनवरी को


बठिंडा.
गत दिवस दैनिक सवेरा टाइम्स बठिंडा में सर्कुलेशन इंचार्ज के तौर पर कार्यरत बलजीत सिंह की माता गुरनाम कौर पत्नी हरि सिंह का गत दिनों निधन हो गया था। उनकी आत्मिक शांति के लिए अंतिम अरदास व पाठ का भोग 15 जनवरी दिन शुक्रवार को बठिंडा के मुलतानिया रोड स्थित कलगीधर गुरुद्वारा साहिब में दोपहर 12 से 1 बजे तक रखा गया है। बठिंडा के  हरि नगर वासी गुरनाम कौर के निधन पर मीडिया कर्मियों, शहर की सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं ने शोक जताया है। इस दौरान वित्त मंत्री मनप्रीत सिहं बादल, पूर्व विधायक सरुपचंद सिंगला, कांग्रेस के जिला शहरी प्रधान अरुण वधावन जीतमल, मार्किट कमेटी के चेयरमैन मोहन लाल झुंबा ने शोक जताते दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।  

फोटो -स्वर्गीय गुरनाम कौर  


बठिंडा के रामा मंडी में पूर्व फौजी ने गोली मारकर की आत्महत्या


बठिंडा/रामा मंडी. रविवार रात मानसिक परेशानी के चलते रिटायर्ड फौजी ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से अपने आप को गोली मारकर आत्महत्या कर ली ।पुलिस से मिली जानकारी अनुसार रिटायर्ड फौजी गुरदेव सिंह पुत्र महिंदर सिंह बंगी कला जो स्थानीय शेरे पंजाब स्कूल के पास रहता था और पिछले काफी लंबे समय से डिप्रेशन का शिकार था जिसका बठिंडा के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। कल जब रात को उसने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर निकाली तब उसकी पत्नी ने उससे अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से अपनी छाती में गोली मार ली जिसके चलते मौके पर ही उसकी मौत हो गई । वहीं घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय समाज सेवी संस्था हेल्प लाइन वेलफेयर सोसायटी के प्रधान बौबी लहरी अपने साथियों विक्की पूरबा रिंका मिस्त्री ललित गोयल ओर बौबी सिंगला सहित एंबुलेंस लेकर घटनास्थल पर पहुंचे जिन्होंने सब इंस्पेक्टर गुरपाल सिंह की उपस्थिति में लाश को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल तलवंडी साबो पहुंचाया गया।इस मामले में पुलिस ने मृतक फौजी गुरदेव सिंह के परिजनों के बयानों के आधार पर 174 की कार्रवाई करते हुए लाश को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दी।

बठिंडा बाजाखाना रोड पर संतुलन बिगड़ने से ट्राला पलटा, 2 लोगों की मौके पर मौत 2 गंभीर घायल


बठिंडा.
बठिंडा बाजाखाना रोड पर हररायेपुर के पास एक राख का भरा हुआ ट्राला अचानक संतुलन बिगड़ जाने से उलट गया। ट्राला में सवार चार लोग बुरी तरह से टाले में फस गए। इसमें दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो गंभीर रूप से जख्मी हो गए। जख्मी लोगों को सहारा जन सेवा के वर्करों ने पहले गोनियाना मंडी सिविल अस्पताल पहुंचाया जहां डाक्टरों ने हालत गंभीर होने पर सिविल अस्पताल बठिंडा में रैफर कर दिया। दुर्घटना की सूचना सहारा मुख्यालय में मिलने पर सहारा जनसेवा की लाईफ सेविंग टीम व एम्बुलेंसें मनी कर्ण, राजेंद्र कुमार व संदीप गोयल मौके पर पहुंचे। थाना नईया वाली पुलिस पार्टी सहित मौके पर पहुंची। 



गांव वालों की सहायता से एक घंटे की मश्कत के बाद ट्राले में फंसे घायलों को बाहर निकाला। सहारा टीम ने एम्बुलेंस द्वारा चारों घायलां को गोनियाना अस्पताल में पहुंचाया। जहां डयूटी पर तैनात डाक्टरो ने दो घायलों को मृतक घोषित कर दिया व अन्य दो घायलों को बठिंडा अस्पताल में रैफर कर दिया गया। पुलिस कार्रवाई के बाद दोनो शवों को सहारा टीम ने बठिंडा अस्पताल की मौर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए पहुंचाया। ट्राला पीबी 03 ए.जे 9463 बठिंडा से रोपड़ की ओर जा रहा था। मृतकों की शिनाख्त सुखविंदर सिंह पुत्र मंगा सिंह उम्र 45 साल  निवासी माडल टाउन फेस वन, राम सिंह पुत्र मेजर सिंह उम्र 35 साल निवासी कोटकपूरा के तौर पर हुई व घायलों की पहचान सुखविंदर कौर पत्नी सुखविंदर सिंह उम्र 40 साल माडल टाउन फेस-वन व करणदीप सिंह पुत्र सुखविंदर सिंह उम्र 18 साल के तौर पर हुई।



बठिंडा में तिकोनी चौक में स्विगी डिलीवरी बॉय पर जानलेवा हमला करके बाइक छीनी


बठिंडा.
रविवार की देर रात जीटी रोड पर तिनकोनी के समीप फूड ऑर्डर देने जा रहे स्विगी कंपनी के डिलीवरी ब्वॉय पर हमला कर लूट को अंजाम दिया। इसमें आरोपी हमलावर युवक का वाइक लेकर फरार हो गए। जानकारी अनुसार कोमल मेहता वासी गली नंबर तीन प्रताप नगर स्विगी कंपनी में डिलीवरी ब्याय का काम करता था। गत रविवार की रात वह सामान की डिलीवरी करने के लिए निकला। इसी दौरान जीटी रोड तीनकोनी के पास बाइक सवार दो युवकों ने उसे घेरकर मोबाइल मांगा। जैसे ही स्विगी बॉय बाइक से नीचे उतरने लगा यो बाइक सवार युवकों ने गंडासे से स्विगी बॉय पर जानलेवा हमला कर दिया। हमलावरों ने गंडासे से वार किया तो उसका उल्टा हिस्सा उसे लगने के कारण युवक सड़क पर गिर गया। इसके बाद वह जान बचाने के लिए भागने लगा। हमलावर स्विग्गी डिलीवरी ब्वॉय का बाइक लेकर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसायटी के वालंटियर्स ने घायल को तुरंत सिविल अस्पताल पहुंचाया। घायल की पहचान कोमल मेहता पुत्र अशोक मेहता निवासी गली नंबर 3 प्रताप नगर के तौर पर हुई। मामले में पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई गई है जिसमें पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से आरोपियों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। 

फोटो सहित-बीटीडी-1-हमलावरों की तरफ से घायल किए व्यक्ति का सिविल अस्पताल में उपचार करते।

पंजाब में बिजली आठ फीसद महंगी करने की तैयारी में पावरकाम, लुधियाना के उद्यमियों ने जताया विराेध

 


लुधियाना। पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन (पीएसपीसीएल) की ओर से बिजली के दामों में आठ प्रतिशत बढ़ोतरी किए जाने के एलान ने इंडस्ट्री की नींद उड़ा दी है। अगर बिजली के दामों में बढ़ोतरी की जाती है, तो इंडस्ट्री के लिए आने वाले समय में पंजाब में उद्योग चलाना बेहद मुश्किल हो जाएगा। उद्यमियों ने इस बढ़ोतरी का सख्त विरोध करने की घोषणा की है।

उद्यमियों ने कहा कि पहले ही पंजाब में देशभर में सबसे महंगी बिजली मिल रही है। ऐसे में एक बार फिर कोविड के बाद आठ प्रतिशत दाम बढ़ाकर इंडस्ट्री को बड़ा झटका देने की योजना है। इंडस्ट्री ने इसका सख्त विरोध कर सरकार को कारखानों का चाबियां तक देने की बात कही है। वहीं व्यापारियों ने भी पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के बैनर तले इसको लेकर लड़ीवार संघर्ष और दुकानों के बाहर प्रदर्शन करने की भी चेतावनी दी है।

इंडस्ट्री कोविड के चलते इंडस्ट्री काे नुकसान

यूनाइटेड साइकिल एवं पार्टस मैन्यू्फेक्चरर एसोसिएशन के प्रधान डीएस चावला के मुताबिक इस समय इंडस्ट्री कोविड के चलते पहले ही भारी नुकसान में है और कच्चे माल की उपलब्धता न होने के चलते प्रोडक्शन प्रभावित हो रही है। ऐसे में लागत मूल्य बढ़ने से इंडस्ट्री को उत्पादों की बिक्री करना मुश्किल हो रहा है। अब अगर बिजली के दामों में आठ प्रतिशत का इजाफा होता है, तो इंडस्ट्री के लिए बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा।

इंडस्ट्री को राहत दे सरकार

फेडरेशन आफ इंडस्ट्रीयल एवं कमर्शियल आर्गनाइजेशन (फिको) के प्रधान गुरमीत सिंह कुलार ने कहा कि यह समय इंडस्ट्री को राहत देने का है। ऐसे में पांच रुपए बिजली के वायदे को पूरा करना चाहिए। जबकि सरकार आने के बाद कई बार दामों में इजाफा हो चुका है और अब फिर बढ़ोतरी की तैयारी की जा रही है। इंडस्ट्री इसका सख्त विरोध करेगी, सरकार को इस बढ़ोतरी की सिफारिश को रद्द करना चाहिए।


बठिंडा के बाबा दीप सिंह नगर में उधार लिए 15 लाख देने के लिए घर बुला हथियारों की नोक पर अश्लील विडियो बना 8.10 लाख वसूले


 -विडियो सोशल मीडिया में वायरल करने की धमकी देकर कर रहे थे पांच लोग सथियों के साथ मिलकर ब्लैकमेल

-पुलिस के पास दर्ज करवई शिकायत के बाद पांच पर केस सभी आरोपी फरार

बठिंडा. एक व्यक्ति ने महिला क 15 लाख रुपए उधार दिए जब उसने पैसे वापिस मांगे तो उसे घर बुलाकर उसके कपड़े जबरदस्ती उतार विडियों बनाकर वायरल करने की धमकी दी जिसमें महिला के साथ पांच ज्ञात व कुछ अज्ञात लोग मिले हुए थे। इसमें 15 लाख देने की बजाय व्यक्ति को ब्लैकमेल करने लगे व उससे 8 लाख 10 हजार रुपए की अतिरिक्त वसूली कर ली। यही नहीं मामला उस समय बढ़ गया जब उसे विडियो वायरल करने की धमकी देकर फिर से पैसों की मांग की जाने लगी। मानसिक तौर पर परेशान व्यक्ति ने मामले की शिकायत कनाल पुलिस के पास की जिसमें पांच आरोपियों व कुछ अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। कनाल पुलिस के पास सुखविंदर सिंह वासी माहीनंगल ने शिकायत दर्ज करवाई कि बाबा दीप सिंह नगर में रहने वाली महिला मंदीप कौर के साथ उसकी जानपहचान थी। इसमें कुछ समय पहले उक्त महिला ने उससे 15 लाख रुपए उधार लिए थे व कुछ समय में देने का वायदा किया था। इस राशि को वापिस लेने के लिए उसने संपर्क किया तो उसे कहा गया कि उसके पास पैसे आ गए है वह उसके घर आकर पैसे ले जाए। वह जब पैसे लेने के लिए बाबा दीप सिंह नगर में गया तो वहां जसविंदर कौर वासी दीप सिंह नगर बठिंडा, मनदीप कौर, सर्वजीत कौर, पंमी कौर, बलदेव सिंह, संदीप सिंह व कुछ अज्ञात लोग हाजिर थे। बाबा दीप सिंह नगर में गली नंबर सात में जसविंदर कौर के घर में दाखिल हआ तो उक्त लोगों ने मिलकर उसे घेर लिया व हथियारों के बल पर उसे अंदर के कमरे में लेकर चले गए। जहां कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया व दो लोगों ने उसके कपड़े उतार दिए व विडियो बनाने लगे। इसके बाद उसे धमकी दी गई कि अगर उसने पैसे मांगे तो वह इस विडियों को सोशल मीडिया पर वायरल कर देंगे। वही उक्त लोगों ने धमकी देकर उससे 8 लाख 10 हजार रुपए इस बात के वसूल कर लिए कि वह विडियो को फोन से हटा देंगे। पैसे देने के बाद भी उक्त लोग उसे ब्लैकमेल करने लगे व बलात्कार का झूठा मामला दर्ज करवाने की धमकिया देने लगे। इसके बाद मामले की शिकायत थाना कनाल कालोनी के पास की गई। इसमें पुलिस ने उक्त सभी आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया है लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

गौरतलब है कि बठिंडा में पिछले छह माह में लोगों को ब्लैकमेल कर वसूली करने का तीसरा मामला सामने आया है। इसमें पहले एक आरकेस्ट्रा ग्रुप में काम करने वाली महिला ने अपने साथियों के साथ मिलकर जहां आर्मी में तैनात कर्मी को ब्लैकमेल कर लाखों की वसूली की वही एक महिला व उसके कुछ साथियों की तरफ से एक व्यक्ति की अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने से परेशान होकर गांव गुमटी कलां निवासी एक युवक ने जून 2020 में खुदकुशी कर ली। थाना दयालपुरा पुलिस ने मृतक युवक के पिता के बयान पर आरोपित दो महिला समेत सात लोगों पर खुदकुशी करने के लिए मजबूर करने व ब्लैकमेल करने का मामला दर्ज किया गया थापुलिस का मानना है कि जिले में कई गिरोह है, जोकि मिलकर काम करते है। थाना दयालपुरा पुलिस को शिकायत देकर गांव गुमटी कलां निवासी निरधड़क सिंह वासी गुमटीकलां ने बताया था कि गांव ढिलवां की रहने वाली महिला वीरपाल कौर ने एक गैंग बना रखा है। इस गैंग में आरोपित गुरविदर सिंह निवासी गांव गुमटी कलां, गांव ढिलवां वीरपाल कौर, प्रवीण कौर, मंजीत सिंह, अमरजीत सिंह निवासी जलाल व दो अन्य लोग शामिल हैं। गिरोह पहले युवकों को फोन कर अपने जाल में फंसाते हैं व बाद में उन्हें लड़कियों से मिलाकर उनकी वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देते हैं। यही नहीं इसमें लोगों से राशि वसूल कर ब्लैकमेल किया जाता था। इस गैंग ने उसके बेटे जसबीर सिंह उम्र 30 साल को अपने चुंगल में फंसा लिया व मिलीभगत कर उससे दोस्ती कर वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। इन लोगों से परेशान उसके बेटे जसबीर सिंह ने बीती 28 जून 2020 को कोई जहरीली चीज निगल ली, जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां पर बीती 29 जून को उसकी मौत हो गई।

पटियाला में डीजीपी से पहचान का झांसा देकर भर्ती के नाम पर आठ लाख रुपये ठगे, केस


 पटियाला :
थाना सिविल लाइन के अंतगर्त आते इलाके में एक दंपती ने अपनी डीजीपी से पहचान होने की बात कहते हुए सब इंस्पेक्टर भर्ती कराने का झांसा देकर आठ लाख रुपये ठग लिए। ठगी दो साल पहले हुई थी लेकिन आरोपितों ने पैसा लौटाने के नाम पर टालमटोल करना शुरू कर दिया। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस को शिकायत की। थाना सिविल लाइन पुलिस ने मामले की पड़ताल के बाद अमरजीत सिंह निवासी खुड्डा रोड सनौर की शिकायत पर आरोपित गुरप्रीत सिंह संधू व उसकी पत्नी प्रीति वालिया निवासी अर्बन एस्टेट फेज वन व बलजीत सिंह सैणीमाजरा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल तीनों ही फरार हैं।


अमरजीत सिंह के अनुसार आरोपित गुरप्रीत संधू उनके साथ प्रापर्टी के काम को लेकर अक्सर मिलता रहता था। आरोपित ने उससे कहा कि उसकी जान पहचान डीजीपी के साथ है, ऐसे में वह युवकों को पुलिस में भर्ती करवा सकता है। डीजीपी के कोटे में एएसआइ व सब इंस्पेक्टरों की भर्ती करवा रहा है, इसके लिए युवकों का ग्रुप चाहिए। अमरजीत ने कहा कि उनके साले की मौत के बाद उसके बेटे को उन्होंने खुद पाला था, जिस वजह से वह भांजे के भविष्य को लेकर चितित था। ऐसे में उसने सोचा कि भांजा पुलिस में भर्ती हो जाएगा। उसने साल 2018 में आरोपित को आठ लाख रुपये दे दिए। पैसा लेने के बाद आरोपित ने भांजे को नौकरी नहीं दिलाई। जब पैसा लौटाने को कहा तो आरोपित टालमटोल करने लगा। इसी कारण पुलिस को शिकायत कर दी थी। 15 से अधिक लोगों को ठगा


अमरजीत सिंह ने बताया कि आरोपित गुरप्रीत संधू अपने ससुराल वालों की अर्बन एस्टेट स्थित कोठी में रहता था। उसने 15 से अधिक लोगों को नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगा था। इनमें से कुछ लोगों ने केस भी दर्ज करवा दिया था। केस दर्ज होने के बाद ही उन्हें पता चला कि आरोपितों ने एक नहीं कई लोगों के साथ ठगी की है। मामले में गुरप्रीत की पत्नी प्रीति वालिया को पुलिस गिरफ्तार भी कर चुकी है, जो बाद में जमानत पर बाहर आ गई थी।


पंजाब के पूर्व CM बेअंत सिंह के पाेते बोले- कृषि कानून रद हो तो राजोआणा की रिहाई पर नहीं एतराज


लुधियाना/नई दिल्ली।
पंजाब में पूर्व सीएम बेअंत सिंह की हत्‍या के दोषी बलवंत सिंह राजोाआणा की रिहाई को लेकर सियासत के बीच लुधियाना से कांग्रेस के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू और उनके चचेरे भाई विधायक गुरकीरत सिंह कोटली ने बड़ा बयान दिया है। बिट्टू और कोटली का कहना है कि अगर केंद्र सरकार तीनों कृषि सुधार कानून रद कर दे तो उनके परिवार को राजोआणा की रिहाई पर एतराज नहीं है। कोटली ने यह भी कहा कि अगर राजोआणा माफी मांग ले तो उन्हें उसकी रिहाई पर कोई आपत्ति नहीं है।


विधायक कोटली ने कहा, राजोआणा माफी मांग ले तो रिहाई पर कोई आपत्ति नहीं

बता दें कि शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने शनिवार को केंद्र सरकार से आग्रह किया था कि राजोआणा को रिहा किया जाए। इसके बाद रविवार को अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो शेयर करते हुए बिट्टू ने कहा है कि उनके दादा बेअंत ¨सह ने हमेशा किसान हितों की बात की। राज्य में आतंकवाद खत्म कर किसानों के हितों की रक्षा को ही तरजीह दी।

बिट्टू ने कहा कि यदि केंद्र की सरकार तीनों कृषि कानून वापस ले तो कोटली परिवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और सीबीआइ को सारे केस वापस लेने के लिए लिखित में देने को तैयार है। बिट्टू ने कहा कि पंजाब, पंजाबियत और हिंदू व सिख भाईचारे के लिए वह कुछ भी करने को तैयार हैं।

इसके साथ ही बिट्टू ने आरोप लगाया कि शिअद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बी टीम है। भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के आह्वान पर बलवंत सिंह राजोआणा की रिहाई के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर कर इस मामले की 26 जनवरी से पहले रोजाना सुनवाई करने की अपील की गई है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने चार दिसंबर, 2020 को केंद्र सरकार से पूछा था कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के लिए बलवंत सिंह राजोआना की मौत की सजा को लेकर राष्ट्रपति को प्रस्ताव कब भेजा जाएगा।

चंडीगढ़ की एक अदालत ने 27 जुलाई, 2007 को राजोआना को मौत की सजा सुनाई थी। जिसे 12 अक्टूबर 2010 को पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने बरकरार रखा था। जिसके बाद राजोआणा ने इस फैसले के खिलाफ न तो अपील दायर की और राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका दायर की। इस मामले में जगतार सिंह हवारा को भी मौत की सजा सुनाई गई थी।

गुरमीत सिंह, लखविंदर सिंह और शमशेर सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। गौरतलब है कि 31 अगस्त, 1995 को चंडीगढ़ में सिविल सचिवालय के बाहर एक विस्फोट में पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह सहित 17 लोग मारे गए थे।

सुखबीर पर बरसे बिट्टू

बिट्टू ने कहा कि सुखबीर बादल कह रहे हैं कि बलवंत सिंह राजोआणा को जल्द से जल्द जेल से रिहा किया जाना चाहिए। लेकिन वह (बिट्टू) पूछना चाहते हैं कि अगर पांच बार मुख्यमंत्री रहे आपके (सुखबीर) पिता की हत्या हुई होती तो क्या आपका बेटा उनके हत्यारोपितों को छुड़वाने या रिहा करवाने के लिए जाता। उधर, विधायक कोटली ने भी कहा कि शिअद ने हमेशा हर मुद्दे का राजनीतिकरण किया है और कभी भी शांति का समर्थक नहीं रहा।


पंजाब में कोरोना अपडेट :जनवरी के 10 दिनों में जिले के 335 मरीज रिकवर, अब तक 95 फीसदी मरीज स्वस्थ

 


चंडीगढ़। 
जनवरी के 10 दिन बीत चुके हैं। लेकिन इन 10 दिनों के दौरान पॉजिटिव आने वाले लोगों से ज्यादा रिकवर होने वाले रहे हैं जो राहत की खबर है। यही नहीं इन 10 दिनों से 5 दिन ऐसे रहे हैं जिनमें लुधियाना के 30 से भी कम संक्रमित रहे हैं। वहीं, छह दिन ऐसे रहे जिनमें लुधियाना के एक भी मरीज की मौत नहीं हुई। रिकवरी रेट भी अच्छा रहा। जिनमें 4 दिन 40 से ज्यादा स्वस्थ हुए।

जनवरी में अब तक लुधियाना में कुल 391 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। इनमें लुधियाना के 329 संक्रमित पाए गए। जबकि इन 10 दिनों के दौरान 335 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यानि जनवरी के कुल केसों के मुकाबले रिकवरी रेट 85 फीसदी का रहा है। राहत की ये भी खबर है कि अब हॉस्पिटल में एडमिट होने वाले मरीजों की गिनती में भी गिरावट हो रही है।

लुधियाना में एक्टिव 317 केेस में से 76 फीसदी मरीज होम आइसोलेशन में हैं। सिविल हॉस्पिटल में जहां लुधियाना के सिर्फ 5 ही मरीज एडमिट हैं। जबकि प्राइवेट हॉस्पिटल में सिर्फ 39 ही मरीज एडमिट हैं। जबकि लुधियाना का एक भी मरीज वेंटिलेटर पर नहीं है। यानि गंभीर स्थिति में कोई मरीज नहीं है।

रविवार को लुधियाना के 33 संक्रमित, 317 एक्टिव केस

रविवार को लुधियाना में कोविड के 40 नए मामले सामने आए हैं। इनमें से 33 लुधियाना, 7 दूसरे जिलों व राज्यों से संबंधित हैं। वहीं, 1 मरीज की मौत हुई जो जालंधर से संबंधित है। 26 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। लुधियाना के अब तक 25102 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। इनमें से 23808 मरीज रिकवर हो चुके हैं। जोकि कुल केसों का 95 फीसदी हिस्सा है। लुधियाना के अब 1.3(317 केस) फीसदी ही एक्टिव केस हैं। इनमें 242 होम आइसोलेशन में हैं। लुधियाना के अब तक 977 मरीजों की मौत हो चुकी है। अन्य जिलों व राज्यों से अब तक 3760 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। इनमें से 37 एक्टिव केस हैं। 460 मरीजों की अब तक मौत हो चुकी है।

86 मरीजों को किया होम क्वारेंटाइन: रविवार को 2306 सैंपल्स लिए गए। इनमें से सरकारी सेंटर्स में 1783 आरटी-पीसीआर, 2 रैपिड एंटीजैन और 1 ट्रूनेट का सैंपल रहा। प्राइवेट हॉस्पिटल्स में 393 आरटी-पीसीआर सैंपल, 85 रैपिड एंटीजैन और 42 ट्रूनेट के सैंपल रहे। 1514 सैंपल्स की रिपोर्ट आना बाकी है। वहीं, रविवार को पॉजिटिव आए केेसेस में पॉजिटिव मरीजों के संपर्क का केवल 1 मरीज, 1 पुलिस कर्मी, ओपीडी के 11 मरीज, आईएलआई के 14 मरीज और 1 ट्रेवलर की रिपोर्ट पॉजिटिव रही। 18 रैपिड रिस्पांस टीमों ने 105 मरीजों की स्क्रीनिंग की। इनमें से 86 को होम क्वारेंटाइन किया गया। 940 एक्टिव होम क्वारेंटाइन केस हैं। 55466 को अब तक होम क्वारेंटाइन किया जा चुका है।

सिटी में सिविल हॉस्पिटल, डीएमसी में बनेगी वैक्सीनेशन साइट: वैक्सीनेशन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 16 जनवरी की तारीख की घोषणा कर दी है। हर जिले में फिलहाल 5 ही सेशन साइट्स रखने के लिए कहा गया है। लेकिन उन सेशन साइट्स में कितनी टीम लगेंगी इसके बारे में फिलहाल क्लियर नहीं किया गया है। एक टीम द्वारा 100 लोगों की वैक्सीन एक दिन में की जा सकती है। एक टीम में कम-कम से 10 हेल्थ केयर वर्कर्स रहेंगे। लुधियाना में सबसे ज्यादा 30 हजार हेल्थ केयर वर्कर हैं। ऐसे में टीमें भी उसी तरह से बनाई जाएंगी ताकि वैक्सीनेशन के लिए ज्यादा समय भी न लगे। सिविल सर्जन डॉ. सुखजीवन कक्कड़ ने बताया कि लुधियाना में 5 साइट्स बनेंगी। इनमें शहर में दो जिनमें सिविल हॉस्पिटल और डीएमसी हॉस्पिटल होगी। एक-एक साइट जगराओं, खन्ना और रायकोट में बनाई जाएगी।​​​​​​​


अगली बैठक में भी समाधान पर सस्पेंस:किसान नेता बोले- हमेें पता है होना कुछ नहीं, सरकार को बेनकाब करने के लिए मीटिंग में जाएंगे


 नई दिल्ली। बीते शुक्रवार किसानों की सरकार के साथ बातचीत एक बार फिर से विफल रही। अब 15 जनवरी को किसान नेता 9वीं बार केंद्रीय मंत्रियों से मिलेंगे। लेकिन इस बैठक को लेकर भी किसान नेताओं में कोई उत्साह नहीं है और करीब सभी किसान नेता ये मान रहे हैं कि अगली बैठक भी बेनतीजा ही रहने वाली है।

ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि जब किसान नेताओं को इन बैठकों से समाधान की कोई उम्मीद ही नहीं है तो वे बैठक में शामिल ही क्यों हो रहे हैं? किसान नेता जोगिंदर सिंह उग्राहां इस सवाल पर कहते हैं, ‘शहीद भगत सिंह से भी ऐसे ही सवाल पूछे जाते थे कि जब आपको न्यायालय से न्याय मिलने को कोई उम्मीद नहीं है तो आप हर तारीख पर अदालत क्यों जा रहे हैं। तब भगत सिंह का जवाब होता था कि हम अदालत इसलिए जा रहे हैं ताकि पूरे देश की अवाम को अपनी आवाज पहुंचा सके। हम भी इन बैठकों में सिर्फ इसीलिए जा रहे हैं।’

इन बैठकों के बेनतीजा रह जाने के लिए सरकार को जिम्मेदार बताते हुए उग्राहां कहते हैं, ‘बातचीत हमारे कारण नहीं, बल्कि सरकार के कारण विफल हो रही हैं। हमारी मांग तो बहुत सीधी है कि तीनों कानूनों को रद्द किया जाए, उसके बिना हम वापस नहीं लौटेंगे। सरकार को ये बात हम कई बार बता चुके हैं, लेकिन फिर भी वो हर बार हमें बुलाती है और ये मांग नहीं मानती। वो अगली बार भी ऐसा ही करेंगे, लेकिन हम फिर भी बैठक में शामिल होंगे ताकि सरकार को बेनकाब कर सकें।’

किसान नेता जोगिंदर सिंह उग्राहां कहते हैं कि तीनों कानूनों को रद्द किया जाए, उसके बिना हम वापस नहीं लौटेंगे।
किसान नेता जोगिंदर सिंह उग्राहां कहते हैं कि तीनों कानूनों को रद्द किया जाए, उसके बिना हम वापस नहीं लौटेंगे।

किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी भी मानते हैं कि सरकार के साथ हो रही इस बातचीत से समाधान नहीं निकालने वाला है और 15 जनवरी को होने वाली वार्ता भी पूरी तरह से विफल होने जा रही है। इसके बावजूद भी बैठक में शामिल होने के बारे में वे कहते हैं, ‘सरकार ने पहले ही इस आंदोलन को बदनाम करने की बहुत कोशिश की है। कभी हमें खालिस्तानी कहा गया, कभी आतंकवादी कहा गया और कभी कहा कि हम नकली किसान हैं। हम अपनी तरफ से सरकार को ऐसा कोई मौका नहीं देना चाहते कि वो किसानों को बदनाम करे। इसीलिए हम बैठक में आते हैं। ऐसे में सरकार ये नहीं कह सकती है कि हम बातचीत के लिए तैयार हैं, पर किसान ही इससे पीछे हट रहे हैं। इसीलिए हम ये जानते हुए भी अगली बैठक में जाएंगे कि उस दिन भी समाधान तो नहीं होने वाला है।’

किसानों की सरकार से बातचीत इसलिए अटक गई है, क्योंकि किसान कानूनों के रद्द होने से कम पर मानने को तैयार नहीं हैं और सरकार कानूनों को रद्द करने के लिए तैयार नहीं है। ऐसे में सरकार लगातार ये प्रयास कर रही है कि बातचीत के जरिए कोई बीच का रास्ता निकाला जा सके।

किसान नेता हन्नान मुल्ला कहते हैं, ‘ये कानून किसानों की मौत के वारंट हैं। इस पर कोई समझौता या बीच का रास्ता कैसे हो सकता है। मौत का वारंट तो रद्द ही किया जाता है, उसमें संशोधन नहीं होते। हम ये भी जानते हैं कि सरकार भी मानने वाली नहीं है। सरकार ने ये कानून उन लोगों के लिए बनाए हैं, जिनके पैसे से वो चुनाव जीते हैं, जिनके जहाजों में वो चुनावी रैली करते हैं। कानून वापस लेकर वो पूंजीपतियों को नाराज नहीं कर सकते। अगली बैठक में भी सरकार नहीं मानेगी, ये हम जानते हैं। इसलिए अपने संघर्ष को ऐसे आगे बढ़ा रहे हैं कि सबसे बेहतर नतीजों की उम्मीद करो, लेकिन सबसे बुरे नतीजों के लिए तैयार रहो।’

उत्तर प्रदेश के बड़े किसान नेता राकेश टिकैत कहते हैं कि सरकार इस आंदोलन को कमजोर करने के लिए ही तारीख पर तारीख दे रही है।
उत्तर प्रदेश के बड़े किसान नेता राकेश टिकैत कहते हैं कि सरकार इस आंदोलन को कमजोर करने के लिए ही तारीख पर तारीख दे रही है।

बीते शुक्रवार को हुई बैठक में सरकार ने यह भी प्रस्ताव दिया है कि किसान चाहें तो सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं और वहां इन कानूनों को चुनौती दे सकते हैं। इस प्रस्ताव पर अखिल भारतीय किसान सभा के नेता मेजर सिंह कहते हैं, ‘कोर्ट की भूमिका कानूनों की समीक्षा करते हुए यह तय करने की है कि कोई कानून संविधान के दायरे में है या नहीं। हम तो कानूनों की संवैधानिकता को चुनौती दे ही नहीं रहे तो कोर्ट जाकर क्या करेंगे। कानून बनाना सरकार के अधिकार क्षेत्र में है, लेकिन वो कानून किसान हितैषी नहीं हैं इसलिए हमारी लड़ाई सरकार से है और जब तक हम ये लड़ाई जीतेंगे नहीं, तब तक सरकार से लड़ते रहेंगे।’

सरकार से हो रही बातचीत को भी इसी लड़ाई का हिस्सा मानते हुए उत्तर प्रदेश के बड़े किसान नेता राकेश टिकैत कहते हैं, ‘सरकार इस आंदोलन को कमजोर करने के लिए ही तारीख पर तारीख दे रही है। इनसे होना कुछ नहीं है। बस लोग बिना मुकदमे की तारीख झेल रहे हैं। अगली बैठक में भी यही होगा। सरकार को लगता है कि ऐसा करने से आंदोलन कमजोर होगा और जनता में ये संदेश जाएगा कि सरकार तो बात कर रही है, लेकिन किसान नहीं मान रहे। हम भी इसलिए बैठक से मना नहीं कर रहे, क्योंकि हम जनता को बताना चाहते हैं कि हम तो अपनी मांगों को लेकर बिलकुल स्पष्ट हैं और वो सरकार है, जो मान नहीं रही।'

गतिरोध की यही स्थिति बनी रही तो बातचीत का औचित्य क्या रहेगा और ऐसा कब तक चलेगा? इस सवाल पर राकेश टिकैत कहते हैं, ‘फिलहाल तो यही समझ लीजिए की हम अगली बैठक के बहाने 26 जनवरी को होने वाली ट्रैक्टर परेड की रेकी कर लेंगे। उस दिन किसान मार्च निकलेगा। तब भी सरकार नहीं मानी तो आंदोलन चलता रहेगा। हम मई 2024 तक ये आंदोलन चलाएंगे, जब तक इस सरकार का कार्यकाल पूरा नहीं हो जाता।’

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