बठिंडा शहर की कानून व्यवस्था को छिन्न-भिन्न करने पर तुले स्नेचर और अपराधी प्रवृति के लाेग, सख्ती नहीं आ रही नजर
बठिंडा। कानून व्यवस्था कायम रखना पुलिस की जिम्मेदारी मानी जाती है तथा अपराधियों में पुलिस का खौफ ही आमजन के लिए सबसे बड़ी राहत मानी जाती है, लेकिन वर्तमान में बठिंडा की कानून व्यवस्था को छिन्न-भिन्न करने में अपराधी प्रवृति के लोग कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। आलम यह है कि सरेआम दिनदहाड़े लड़कियों से उनके पर्स व मोबाइल स्नेच कर अपराधी मोटरसाइकिल पर आराम से फायरिंग करते हुए फरार हो रहे हैं तथा आसपास के वीडियो कैमरों में कवर होने के बावजूद ऐसे क्रिमिनल लोगों की धरपकड़ नहीं हो पा रही है। शहर में पिछले 21 दिनों में ही एक मर्डर, 3 अटैंप्ट टू मर्डर जैसे मारपीट के केस, 5 स्नेचिंग व गोलीबारी तथा बाजारों में 6 से अधिक जगहों पर दुकानों के ताले टूटे चुके हैं, लेकिन पुलिस को सुराग तक नहीं मिला है। वहीं सप्ताह भर पहले पट्टा मार्केट में दो लोगों को बुरी तरह घायल करने, अजीत रोड पर सरेराह गुंडागर्दी के अलावा रेलवे ग्राउंड में मर्डर कर लाश जलाने के अलावा 3 जनवरी को स्नेचिंग की चार वारदातें हालातों की गंभीरता दर्शाती हैं। कानून व्यवस्था को अपराधी इतनी आसानी से तोड़ने का हौसला पाले हुए हैं तथा वह भी तब जब शहर की सुरक्षा का जिम्मा 5 पुलिस स्टेशन व 5 चौकियां के हवाले है। लगातार बढ़ते अपराध सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह हैं।
शहर में रोजाना हो रहीं स्नेचिंग और चोरी की वारदातें
शहर में चोरियां या झपटमारी कोई नई नहीं है, लेकिन हैरानी इस बात पोस्ट से मात्र कुछ सौ मीटर पर छह दुकानों के ताले तोड़कर चोर फरार हो जाते हैं हालांकि पोस्ट में रात को पुलिस तैनात नहीं हैं, लेकिन वहां के दुकानदारों के अनुसार पहले चोरी होने पर जब पुलिस को इसकी सूचना दी गई तो वहां रात में भी पुलिस तैनात करने की बात कही गई, लेकिन वह नहीं हुई। रविवार को चार स्नेचिंग की वारदातें की गईं। कुछ दिन पहले रविवार को शाम को सदर बाजार में फायरिंग कर एक महिला से सोने की चेन झपटने के मामले को अभी तक केस ट्रेस नहीं हो सका है जबकि उक्त घटना की वीडियो भी रिलीज हुई थी।
पट्टा मार्केट में लूट, रेलवे ग्राउंड में मिली थी जली लाश
कुछ दिनों पहले सुरिंदर कपूर मार्ग के नजदीक पट्टा मार्केट में सहारा जनसेवा ने दो बेहद बुरी तरह घायल लोगों को सिविल अस्पताल पहुंचाया था। उन्हें रात में कोई अज्ञात लोग बुरी तरह घायल कर गायब हो गए तथा रात भर वह घायल उसी तरह पड़े रहे जिन्हें सुबह जाकर मेडिकल सहायता मिल सकी। इसी तरह रेलवे ग्राउंड में एक साधु के कत्ल की आशंका है जिसे बाद में जला दिया गया तथा मौके से कैनाल पुलिस ने खून सना पत्थर भी रिकवर किया था। अगर इतने बेखौफ अंदाज में अपराधी अपराध कर गायब होंगे तो आम लोगों का सवाल उठाना लाजमी है कि उन्हें सुरक्षा देने वाली पुलिस का कंट्रोल कहां है।
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