बुधवार, 20 जनवरी 2021

बठिंडा नगर निगम चुनाव से पहले अकाली दल पर कांग्रेस के प्रहार, दो दिन में तीन अकाली दिग्गजों को कांग्रेस में शामिल किया

  • साल 2017 से लेकर 2021 तक अकाली दल की बड़ी टीम को तोडने में सफल रही कांग्रेस, चुनाव में कांग्रेस की अकाली दल से होगी कडी टक्कर

बठिंडा. नगर निगम चुनाव की घोषणा होने के बाद कांग्रेस ने विपक्ष पर दबाव बनाने की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। इसका खुलासा इस बात से होता है कि कांग्रेस पूरी तरह से अकाली दल को कमजोर करने के लिए हर प्रहार कर रही है। अकाली दल के दो दिग्गज नेताओं को जहां मंगलवार को कांग्रेस में शामिल किया गया वही बुधवार को अकाली दल के पूर्व पार्षद रोशन ज्ञाना को कांग्रेस में शामिल कर राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। वही कांग्रेस का दावा है कि उनके संपर्क में अभी भी अकाली दल के दर्जनों नेता है जो आने वाले दिनों में कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं।


 अकाली दल के लिए समस्या यही समाप्त नहीं हो रही है बल्कि गत दिवस अकाली दल के प्रवक्ता चमकौर सिंह मान पर उनकी ही एक सहयोगी रही वर्कर ने छेडखानी का आरोप लगाकर सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज करवा दिया। चमकौर मान अकाली दल के बठिंडा शहरी क्षेत्र में प्रमुख रणनीतिकारों में एक है व लाइन पार इलाके में उनकी अच्छी पैठ है जिसका अकाली दल को समय-समय पर चुनाव में फायदा भी मिलता रहा है। फिलहाल उन पर दर्ज केस के बाद अकाली दल इस बात को लेकर कांग्रेस पर हमलावर हो गया है व उसने आरोप लगाया है कि कांग्रेस सोचीसमझी रणनीति के तहत उनके वर्करों को निशाना बना रही है व झूठे मामले दर्ज किए जा रहे हैं। अकाली दल के हलका इंचार्ज सरुपचंद सिंगला ने कहा कि कांग्रेस की इस चाल को लोग अच्छी तरह से समझते हैं। कांग्रेस को अहसास हो गया है कि वह नगर निगम चुनावों में हार रहे हैं व अकाली दल भारी बहुमत हासिल कर अपना मेयर बनाने जा रहा है इसी बोखलाहट में आकर कांग्रेस अब उनके वर्करों को डराने की कोशिश कर रही है।   


गौरतलब है कि मंगलवार को कांग्रेस ने शिअद के दो अहम चेहरों को अपने साथ मिलाया। इसमें विश्वकर्मा मार्केट के प्रधान कुलबीर ढल्ला ने कांग्रेस का दामन थामकर कई लोगों को हैरान कर दिया। वहीं उसके बाद कांग्रेस ने ट्रक यूनियन के सदस्य व सरूप सिंगला के बेहद खास लोगों में शुमार डिंपी बाघला के कांग्रेस में जाने के बाद शिअद में खलबली का दौर शुरू हो गया है। कुलबीर ढल्ला बेहद साफ व्यक्तित्व के इंसान तथा पिछले दो दशक से शिअद से जुड़े हुए बताए जाते हैं। वही बुधवार को अकाली दल के पार्षद रहे रोशन ज्ञाना को भी कांग्रेस में शामिल कर लिया। रोशन ज्ञाना के साथ डिंपी भी शिअद के काफी एक्टिव लोगों में शामिल रहे हैं, लेकिन नजदीकी के बावजूद टिकट नहीं मिलने के बाद खुद को दरकिनार महसूस कर रहे थे, इसलिए कांग्रेस ने मौका संभालने में जरा भी देरी नहीं की। यहां बताना जरूरी है कि इससे पहले साल 2017 के विधानसभा चुनावों व बाद में 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान भी कांग्रेस ने यही पत्ता खेला था व अकाली दल के दर्जनों पार्षदों व वर्करों को कांग्रेस में शामिल कर चुनावी माहौल को अपने पक्ष में किया था। 

यही नहीं साल 2020 में भी सिंगला ग्रुप के कई खास पार्षदों के कांग्रेस में जाने के बाद बेहद हंगामा हुआ था जिसके लिए बादल परिवार को मैदान में आना पड़ा था। वहीं अब एक बार फिर सिंगला ग्रुप पर सदस्यों के छोड़ने से दबाव बढ़ गया है। वर्तमान में कांग्रेस के चुनाव प्रचार की पूरी कमान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयजीत जौहल ने संभाल रखी है व लगातार बैठकों का दौर शुरू कर रखा है। इसमें वह अकाली दल के साथ दूसरे दलों के दिग्गज नेताओं से लगातार संपर्क बना उन्हें कांग्रेस में शामिल करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। इसका असर दूसरे दलों की चुनाव मुहिम में भी पड़ता दिखाई दे रहा है। कांग्रेस चुनाव से पहले शहर के सभी वार्डों का सर्वे करवा चुकी है व वर्करों की फीडबैक लेकर अपनी स्थिति से भी भलीभांति अवगत है। अब इसमें कमजोर वार्डों के साथ प्रभावी समुदायों के बीच पैठ बनाने व वोट हासिल करने के लिए कुछ चुने हुए चेहरों को अपने पाले में करने पर जोर दिया जा रहा है ताकि कांग्रेस नगर निगम चुनावों में सभी वार्डो में अपनी स्थिति को मजबूत कर सके। पिछले दिनों वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने घोषणा की थी कि वह नगर निगम का चुनाव शहर के विकास को लेकर लड़ेगे व चुनावों में यही सबसे बड़ा मुद्दा रहेगा। वही अकाली दल के पूर्व विधायक व इंचार्ज सरुपचंद सिंगला ने सोशल मीडिया के माध्यम से विकास को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला था जिसमें जयजीत सिंह जौहल ने जबाबी हमला कर अकाली दल को फिर से घेरने की कोशिश की। फिलहाल नगर निगम चुनावों में जिस तरह से कांग्रेस व अकाली दल में चुनावी जंग शुरू हुई है वह इस बात की तरफ संकेत करती है कि इन चुनावों में कांग्रेस और अकाली दल के बीच कड़ी टक्कर होगी जबकि भाजपा व आप के साथ सोशल मीडिया ग्रुप दोनों दलों के बीच घुसपैठ कर उनके वोट बैंक में सेधमारी का काम करेगा। इसमें अब किसी फायदा होगा व कौन नुकसान में होगा यह तो चुनाव परिणाम ही बताएंगे।  

फोटो -अकाली दल का दामन छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए रोशन ज्ञना को वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह कांग्रेस में शामिल करते वही कुलबीर ढल्ला व डंपी बाघला को जयजीत सिंह जौहल ने कांग्रेस में शामिल किया। 


लुधियाना में कपड़ा कारोबार में 24 लाख की धोखाधड़ी, मां-बेटे के खिलाफ केस दर्ज


लुधियाना:
शहर में धाेखाधड़ी का एक अनाेखा मामला सामने आया है। कपड़ा कारोबार में 24 लाख की धोखाधड़ी करने के आरोप में थाना मोती नगर पुलिस ने मां-बेटे के खिलाफ केस दर्ज करके उनकी तलाश शुरू कर दी है। एएसआइ सुरिंदर सिंह ने बताया कि आरोपितों की पहचान दुगरी के बसंत एवेन्यू अर्बन इस्टेट फेस 1 निवासी सुशील अरोड़ा तथा उसकी मांग ऊषा रानी के रूप में हुई। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही आराेपिताें के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में किसी भी आराेपित काे बख्शा नहीं जाएगा।

 

पुलिस ने बेअंतपुरा की गली नंबर 7 स्थित पिंस विविंग फैक्ट्री के मालिक दविंदर नरूला की शिकायत पर उनके खिलाफ केस दर्ज किया। उसने 11 दिसंबर 2018 में पुलिस कमिश्नर से मिलकर आरोपितों के खिलाफ शिकायत दी थी। जिसमें उसने बताया कि उसकी फैक्ट्री में कपड़ा तैयार किया जाता है। आरोपितों ने उसकी फैक्ट्री से 70,30,398 रुपये का कपड़ा खरीदा। जिसे उन लोगों ने आगे सेल करके उसमें से 46.27 लाख रुपये उसे दे दिए जबकि बाकी बची रकम में से 24,03,398 रुपये नहीं देकर उसके साथ धोखाधड़ी की है।मामले की जांच कर रहे अधिकारियों ने आरोप सही पाए जाने पर उनके खिलाफ केस दर्ज करने की सिफारिश कर दी। डीए लीगल की राय लेने के बाद पुलिस ने केस दर्ज करके दोनों की तलाश शुरू कर दी है। जल्द ही आराेपित पुलिस की गिरफ्त में हाेंगे।

बठिंडा में हस्पताल बाजार, सद्भावना चौंक से मुल्तानियां फ्लाईओवर तक सौदिर्यकरण पर हो रहा 199.51 लाख रूपये खर्च


नगर निगम के पास फुटपाथों और हम्पों के कायदे-कानूनों को लेकर नहीं है कोई भी दस्तावेज 

बठिंडा. नगर निगम की तरफ से शहर की कालापलट को लेकर पिछले कुछ समय से योजना पर काम चल रहा है। बठिंडा शहर के हस्पताल बाजार, सद्भावना चौंक से मुल्तानियां फ्लाईओवर सिरकी बाजार तक के सौदिर्यकरण का काम पूरी तेजी से चल रहा है। इस योजना पर लगभग 199.51 लाख रूपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है। 

सहायक निगम इंजीनियर-कम-सहायक जन सूचना अधिकारी द्वारा आरटीआई में मांगी गई सूचना के अनुसार नगर निगम बठिंडा की ओर से हस्पताल बाजार, सद्भावना चौंक से मुल्तानियाँ फ्लाईओवर तक 199.51 लाख रूपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है जिसमें कि मुख्या सड़कों पर इंटरलॉकिंग टाइल्स और साइडों के ऊपर रेड सैंड स्टोन लगाने का काम किया गया है।


धोबी बाजार व आसपास के बाजारों में चल रहे काम के बारे में निगम के सहायक जन सूचना अधिकारी ने बताया है कि धोबी बाजार व आसपास का काम नगर सुधार ट्रस्ट बठिंडा की तरफ से करवाया जा रहा है इसलिए आर.टी.आई. आवेदन नगर सुधार ट्रस्ट को ट्रांसफर कऱ दिया गया है। मगर नगर सुधार ट्रस्ट बठिंडा के जन सूचना अधिकारी की तरफ से पहली अपील दायर करने पर भी सूचना देना जरुरी नहीं समझा गया।

एक अन्य आर.टी.आई. के माध्यम से नगर निगम बठिंडा से निगम के पास जो फुटपाथों और हम्पों की लम्बाई, चौड़ाई और उच्चाई आदि के रूल्स, नियम, नोटिफिकेशन्स, आर्डर आदि हैं उन सभी की नकल भी मांगी गई थीं। इसके जवाब में बताया गया है कि इस सम्बन्धी नगर निगम बठिंडा के पास कोई भी दस्तावेज नहीं है। नगर निगम द्वारा जरुरत अनुसार मौके पर फुटपाथों और हम्पों की लम्बाई, चौड़ाई निर्धारित की जाती है। अब सवाल उठता है कि जब काम का टेंडर निगम की तरफ से जारी किया गया था तो उस समय किन दस्तावेजों के आधार पर सड़कों के किनारे बने फुटपाथ की लंबाई. चोड़ाई व अन्य मापदंड बनाए गए। यही नहीं फुटपाथ का काम करवाने के लिए स्थानीय निकाय विभाग की तरफ से जारी नियम व काम करवाने से पहले जारी नोटिफिकेशन व आर्डर के बिना काम कैसे हो रहे हैं यह भी कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है। हालांकि इस संबंध में नगर निगम की तरफ से एक प्रस्ताव पारित करने संबंधी एस्टीमेंट की कापी अधिकारियों को भेजी है व इसमें विभिन्न अधिकारियों के हस्ताक्षर है।    

आरटीआई एक्टिविस्ट व ग्राहक जागो संस्था के सचिव संजीव कुमार गोयल का कहना है कि बठिंडा शहर में अधिकतर गलियों और मुहल्लों में लोगों द्वारा अवैध रूप में हम्प बनाये हुए हैं जोकि रूल्स के अनुसार भी नहीं बनाये गए है। उन पर किसी प्रकार का रंग भी नहीं किया गया है, रात के समय हंप दिखाई नहीं देते और वाहनों का संतुलन बिगड़ जाने पर वाहन चालक जख्मी हो जाते हैं। वर्तमान में शहर को सुंदर बनाने के लिए योजना पर काम किया जा रहा है जिसमें प्रशासन के साथ निगम को यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि इस तरह के हंपों पर सख्ती से रोक लगे वही अगर किसी स्थान पर इनकी जरूरत है तो प्रशासन हंप बनाने के लिए बने रुल की पालना करवाए ताकि आए दिन होने वाले हादसों पर रोक लग सके।  


फोटो -शहर में प्रमुख बाजारों में नगर निगम की तरफ से चल रहे काम की फोटो।

चुनाव आयोग का कारनामा : एक ही घर में बना दी 22 लोगों की वोट और इसी मकान के नंबर 22856 को बटे का नंबर देकर बना दी 63 लोगों की वोट

 

बठिंडा। वार्ड नंबर 10 में चुनाव आयोग का कारनामा सामने आया है। जहां एक ही घर में 22 लोगों की वोटें बना दीं जबकि इस मकान में चार लोग ही रहते हैं जब कि जिन लोगों की इस मकान के नंबर पर वोटें बनाई गई हैं वो यहां रहते ही नहीं। वार्ड नंबर 10 धोबियाना रोड गली नंबर 15/1 में मकान नंबर 22856 में 22 लोगों की वोट बनी हुई है। जब कि मकान नंबर 22856/1 से 22856/17 तक 63 अन्य लोगों की वोट बना दी हैं। ये खुलासा जिला चुनाव रजिस्ट्रेशन अधिकारी की ओर से जारी की गई वोटर सूची में हुआ है। बता दें कि वोटर सूची अभी नहीं बनी बल्कि सालों से यही वोटर सूची चली आ रही है। जिसकी तरफ आज किसी भी चुनाव अधिकारी का ध्यान नहीं गया और न ही इस वोटर सूची पर सवाल उठाने की जहमत की। जिससे प्रतीत होता है कि चुनाव में उक्त वोटों की सौदेबाजी से इंकार नहीं किया जा सकता है। अब देखने यह है कि मामला सामने आने के बाद चुनाव आयोग इस मामले में क्या कार्रवाई करता है। जबकि उक्त वोटर सूची में जिस आधार पर वोटें बनाई गई है वो नियमों के खिलाफ हैं जिसको देखकर इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि वोटें बनाते समय फर्जीवाड़ा किया गया है। इस सारे मामले में कौन-कौन जिम्मेदार है, इसका खुलासा चुनाव आयोग की जांच के बाद ही होगा। बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव व निगम चुनाव में इस वोटर सूची के आधार पर वोटिंग हो चुकी हैं।
क्या है फर्जीवाड़ा, इस तरह समझें
चुनाव रजिस्ट्रशेन अधिकारी की ओर से एक जनवरी 2021 को जारी की गई वार्ड नंबर 10 की वोटर सूची के अनुसार धोबियाना रोड गली नंबर 15 की प्रीत नगर गली 15/1 में मकान नंबर 22856 जो रिटायर्ड पुलिस मुलाजिम अजमेर सिंह का घर है। इस घर में सिर्फ परिवार के चार लोग जसविंदर कौर पत्नी अजमेर सिंह, लखवीर सिंह पुत्र अजमेर सिंह, परमिंदर कौर पत्नी लखवीर सिंह व गुरप्रीत कौर पुत्री अजमेर सिंह रहते हैं। लेकिन इस मकान के इसी नंबर 22856 पर 18 अन्य लाेगों की वोटें बनी हुई हैं। जबकि उक्त लोग इस मकान में रहते ही नहीं और न ही इस गली में रहते हैं। वाेटर लिस्ट के अनुसार वोटर रामानंद प्रसाद पुत्र बोंगु राम जिसका वोट नंबर बीडीजे3872256 है उसकी पत्नी आशा जिसका वोट नंबर बीडीजे3872264 है। दोनों का मकान नंबर 22856 है। इसी तरह राकेश सिंह मित्तल पुत्र प्रेम सिंह मित्तल जिसकी आयु 21 साल है और उसका वोटर कार्ड नंबर एसआरवाई3271269 है, के घर का मकान नंबर भी 22856 अंकित है। बबलू पुत्री तरसेम सिंह जिसका वोट कार्ड नंबर एसआरवाई2944015 है, का मकान नंबर 22856 है। मुन्नी देवी पुत्री मंत्री प्रसाद जिसका वोट नंबर एसआरवाई0233809 है जिसके घर का नंबर 22856 दर्ज है। आेम प्रकाश पुत्र कालू राम जिसका वाेट नंबर एसआरवाई3084670 है, का मकान नंबर 22856 है। उषा रानी पत्नी राकेश मित्तल जिसका वोट नंबर एसआरवाई 3271327है, का मकान नंबर 22856 है। इसी तरह एक परिवार के चार लोगों समेत कुल 18 लोगों की वोट एक ही मकान नंबर 22856पर बनी हुई है। वोटर सूची के अनुसार एक मकान में 22 लोग रहते हैं। फर्जीवाड़ा यहीं खत्म नहीं हुआ। वोटर सूची के अनुसार मकान नंबर 22856 को बटे का नंबर देकर 63 और वोटें बनाई गई हैं। जानकारी के अनुसार नगर निगम किसी को नया मकान नंबर जारी करता है तो उसके पीछे ए या बी लगाकर मकान नंबर जारी किया जाता है। लेकिन वार्ड नंबर 10 की इस वोटर सूची के अनुसार मकान नंबर 22856/1 से लेकर 22856/13 तक 63 लोगों की वोटें बना दी गई हैं। जब कि इस तरह नंबर निगम की ओर से जारी नहीं किया सकता है। अगर इस वोटर सूची की जांच करवाई जाए तो फर्जीवाड़ा सामने आ सकता है।






वार्ड नंबर 10 में एक ही मकान नंबर पर इतनी वोटें बनी हैं, गंभीर है। इसे चैक करवाया जाएगा तथा ऐसी गलती किस स्तर पर हुई है, निर्देश दिया जाएगा। 
--बी. श्रीनिवासन, डीसी, बठिंडा

चुनाव आयोग की गाइडलाइंस के अनुसार अगर किसी के पास मकान नहीं है, लेकिन वह एक ही जगह पर रहता है तो विभाग उसे तीन बार चैक कर वोट बनाता है। वहीं हर चुनाव से पहले विभाग लोगों से वोटों के संशोधन पर एतराज मांगता है। हम समय-समय पर त्रुटियां भी चैक करते हैं, लेकिन एक या दो मकानों में इतनी वोटें बनी हैं, इसकी शिकायत किसी ने आज तक नहीं दी। इसे चैक करवाया जाएगा।   
-भारत भूषण, चुनाव तहसीलदार, बठिंडा

बठिंडा शहर के मैहणा चौक में 12वीं के छात्र की गोली मारकर हत्या करने वाले दोषी को उम्रकैद की सजा, 10 हजार रुपए जुर्माना भी भरना होगा


बठिंडा।
साल 2019 में बसंत पंचमी के दिन देर रात बठिंडा शहर के मैहणा चौक में एक 12वीं के स्टूडेंट रमिंदर सिंह की गोली मारकर हत्या करने वाले दोषी युवक ललित उर्फ लल्ली निवासी बठिंडा को जिला सेशंस जज कमलजीत सिंह लांबा की अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। वहीं जिला अदालत की ओर से 10 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया गया है।

गुरनैब सिंह निवासी फेस-3 बठिंडा ने कोतवाली पुलिस को दर्ज कराई शिकायत में बताया था कि उसका भतीजा रमिंदर सिंह उम्र करीब 18 साल पुत्र लखवीर सिंह उनके पास ही रहता था तथा शहर के सेंट जेवियर स्कूल में 12वीं कक्षा का स्टूडेंट था। साल 2019 फरवरी मास में बसंत पंचमी के दिन सुबह के समय बठिंडा शहर के ही रहने वाले दो युवक दिपांशु और गुरनूर स्विफ्ट कार में रमिंदर को बैठाकर त्योहार मनाने को

लेकर अपने साथ घर से ले गए। जब वह देर रात तक नहीं आया तो वह दोस्त के साथ भतीजे को ढूंढते हुए मेहना चौक पहुंचे तो वहां आरोपी ललित उर्फ लल्ली निवासी गणेशा बस्ती बठिंडा उसके भतीजे से बहस कर रहा था कि तूने मोटरसाइकिल रिपेयर के पैसे नहीं दिए। देखते ही देखते ललित ने रिवाल्वर निकालकर पहले हवाई फायर किया और दूसरा फायर उसके भतीजे रमिंदर सिंह की बाईं तरफ पेट पर कर दिया जिससे

रमिंदर जख्मी हो गया। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गए थे, जब वे भतीजे रमिंदर की तलाश करते हुए सिविल अस्पताल बठिंडा पहुंचे तो उन्हें रमिंदर की लाश बठिंडा आईवीवाई अस्पताल में पड़ी होने की सूचना मिली। जिसके बाद गुरनैब सिंह की शिकायत पर पुलिस ने थाना कोतवाली में आरोपी ललित कुमार उर्फ लल्ली के खिलाफ धारा 302,120बी,27 आईपीसी के तहत हत्या का केस दर्ज कर लिया था। मामले में शिकायत

पक्ष की ओर से अदालत में केस की पैरवी करने वाले एडवोकेट गुरजीत सिंह खड़ियाल ने बताया कि जिला सेशंस जज कमलजीत सिंह लांबा की अदालत ने मंगलवार को उक्त केस में दोषी ललित कुमार को उम्रकैद की सजा सुनाई है। दोषी व्यक्ति को 10 हजार रुपए जुर्माना भी किया गया है।

Punjab Local body Elections में भाजपा झोंकेगी पूरी ताकत : निकाय चुनाव पर रणनीति के लिए नड्डा ने बुलाई पंजाब भाजपा की बैठक


चंडीगढ़। 
 पंजाब में स्‍थानीय निकाय चुनाव और राज्‍य के ताजा राजनीतिक हालातों को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रदेश के नेताओं को दिल्ली बुला लिया है। पंजाब के प्रदेश प्रधान अश्वनी शर्मा, संगठन मंत्री दिनेश कुमार और पार्टी महासचिव जीवन गुप्ता दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। माना जा रहा है कि आज को भाजपा नेताओं के साथ बैठक होगी। समें निकाय चुनाव को लेकर पार्टी की गतिविधियों पर चर्चा होगी। पंजाब में अकेले दम पर चुनाव लड़ने जा रही भाजपा एक साल बाद होने वाले विधाानसभा चुनाव से पहले नीचले स्तर पर अपनी पैठ बनाने में जुटी है। इसी क्रम में निकाय चुनाव में हर वार्ड में चुनावी बिगुल फूकने के साथ अब राज्य के साथ केंद्र स्तर के नेता पंजाब मेें चुनाव के दौरान प्रचार करने के लिए पहुंच सकते हैं। किसान आंदोलन के कारण कुछ संगठनों के निशााने पर रही भाजपा अब बिना किसी भय के चुनाव प्रचार करने का मन बना चुकी है व इसके संकेत पिछले दिनों प्रदेश प्रधान अश्वनी शर्मा भी दे चुके हैं। 

जहां किसानों का प्रभाव वहां कमल निशान पर चुनाव लड़ने से कतरा रहे भाजपा उम्मीदवार

दूसरी तरफ दो दशक से भी लंबे समय के बाद शिअद के साथ गठबंधन टूटने के बाद पंजाब में अकेले निकाय चुनाव लड़ने उतर रही भारतीय जनता पार्टी पर किसान आंदोलन का दबाव दिख रहा है। स्‍थानीय निकाय चुनाव की घोषणा हो चुकी है लेकिन जिन चुनावी क्षेत्रों में ग्रामीण का हिस्सा ज्यादा है और वहां किसानों का प्रभाव है वहां पर भाजपा के उम्मीदवार पार्टी के चुनाव निशान कमल पर चुनाव लड़ने से कतरा रहे हैं। हालांकि पार्टी यह दबाव बना रही है कि चुनाव पार्टी के निशान पर ही लड़ा जाए। अहम पहलू यह है कि पार्टी पर सबसे ज्यादा दबाव मालवा क्षेत्र में ही देखने को मिल रहा है। माझा और दोआबा में कमोवेश मालवा से बेहतर है।

स्‍थानीय निकाय चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा के लिए परेशानी यह है कि पहली बार वह अकेले आठ नगर निगमों और 109 नगर परिषद व नगर पंचायतों में चुनाव लड़ने के उतर रही है। भले ही भाजपा राज्य के सभी जिलों में अपना समुचित आधार का दावा करती हो लेकिन कई सीटों पर उनके पास चुनाव लड़ने वाले चेहरे नहीं है। पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती 2302 सीटों पर प्रत्याशी खड़ा करना है। रही सही कसर किसान आंदोलन ने पूरा कर दिया है।

कृषि सुधार कानून के विरोध में किसान आंदोलन के जरिये निशाने पर आई भाजपा के लिए परेशानी का सबसे बड़ा कारण यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों की सीटों पर प्रत्याशी पार्टी चुनाव चिन्ह पर चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। चूंकि मालवा किसानों का गढ़ है। इसलिए यह समस्या सबसे अधिक मालवा में ही देखने को मिल रही है। हालांकि पार्टी यह चाह रही है कि प्रत्याशी चुनाव चिन्ह पर ही चुनाव लड़ें।

इसके लिए बाकायदा पार्टी की ओर से दबाव भी बनाया जा रहा है। माना जा रहा है कि अगर चुनाव नामांकन से पहले कृषि बिलों को लेकर केंद्र सरकार और किसानों के बीच कोई समझौता होता है तो प्रत्याशी चुनाव निशान पर ही लड़ेंगे अन्यथा पार्टी जिन सीटों पर किसानों का प्रभाव ज्यादा होगा वहां पर ¨सबल अलाट नहीं करेगी।

भाजपा अपने कमल निशान पर ही लड़ेगी चुनाव : सुभाष

भाजपा के महासचिव सुभाष शर्मा का कहना है, भाजपा टिकट आवंटन की प्रक्रिया में जुटी हुई है। पार्टी अपने चुनाव निशान पर ही चुनाव लड़ेगी। वहीं, उनका कहना है कि पहले भी बी और सी श्रेणी की काउंसिलों में पार्टी सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ा जाता था। कमोवेश यही स्थिति सारी पार्टियों की ही है। इसलिए बगैर सिंबल के चुनाव लड़ने की बात गलत है।

मंगलवार, 19 जनवरी 2021

गुरु पर्व से पहले गुरु ग्रंथ की बेअदबी:अजनाला के गुरुद्वारा शहीद बाबा दीप सिंह में पवित्र ग्रंथ के गुटका स्वरूप को अपवित्र किया, समाज में रोष


अजनाला।
श्री गुरु गोविंद सिंह के प्रकाशोत्सव पर्व से पहले कुछ शरारती तत्वों ने गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान किया है। मंगलवार को गुरु पर्व से ठीक पहले अमृतसर में पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब के गुटका स्वरूप को किसी ने अपवित्र कर दिया। इस मंदभागी घटना के बाद समाज में आक्रोश का माहौल देखने को मिल रहा है, वहीं पुलिस इसकी जांच में जुटी हुई है।

घटना अजनाला स्थित गुरुद्वारा शहीद बाबा दीप सिंह जी की है। इस बारे में गुरुद्वारे की प्रबंधक समिति के अध्यक्ष मलकीत सिंह और सुरजीत सिंह ने बताया कि मंगलवार सुबह जब वो गुरुघर माथा टेकने आए तो उन्हें जोड़ा घर पर एक लावारिस लिफाफा मिला।

लिफाफे में लिखकर डाला गया नोट, जिसमें आरोपी ने यह जान-बूझकर करने की बात कबूली है। साथ ही ऐसा फिर करने का ऐलान भी किया है।

लिफाफे में लिखकर डाला गया नोट, जिसमें आरोपी ने यह जान-बूझकर करने की बात कबूली है। साथ ही ऐसा फिर करने का ऐलान भी किया है।

यह सब था लावरिस मिले लिफाफे में

इसमें पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब का गुटका स्वरूप था, जिसके अंग छिन्न-भिन्न हालत में मिले। साथ ही एक सफेद कागज भी मिला। इस पर पंजाबी में लिखा है, 'मां चिंतपूर्णी, फतेहगढ़ चूड़िया..., कोई मेरा कुछ नहीं बिगड़ सकता, मैं फिर करूंगा...'। हालांकि कुछ शब्द और हैं, जिन्हें समझने में दिक्कत हो रही है।

हिंदू-सिख दोनों मान्यताओं के लोग नाराज

इस घटना के बाद इलाके में रोष का माहौल है। एक ओर सिख समुदाय आरोपी को ढूंढ निकालने और उसे सख्त से सख्त सजा की मांग कर रहा है, वहीं आसपास के शहरों से हिंदू जत्थेबंदियों के लोग भी मौके पर जुटना शुरू हो चुके हैं। उनका कहना है कि उन्हें भी यह ओछी हरकत नागंवार गुजरी है। ऐसे शख्स का पुलिस को जल्द से जल्द पता लगाना चाहिए। हमारी भावनाएं सिख भाइयों की आस्था के साथ हैं। हर हाल में कार्रवाई होनी चाहिए।

क्या कहना है पुलिस का?


मौके पर पहुंचे अजनाला के DSP विपन कुमार का कहना है कि गुरुघर में पवित्र ग्रंथ के गुटका स्वरूप के साथ अभद्रता का मामला सामने आया है। मामला दर्ज करके आगे की जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

ਬਠਿੰਡਾ ਚ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਨੂੰ ਝਟਕਾ , ਸਰੂਪ ਚੰਦ ਸਿੰਗਲਾ ਦੇ ਨਜ਼ਦੀਕੀ ਆਗੂ ਡਿੰਪੀ ਬਾਗਲਾ ਅਤੇ ਕੁਲਦੀਪ ਸਿੰਘ ਢੱਲਾ ਕਾਂਗਰਸ ਵਿਚ ਹੋਏ ਸ਼ਾਮਲ

                    ਜੈਜੀਤ ਜੌਹਲ ਨੇ ਪਾਰਟੀ ਚ ਕੀਤਾ ਸ਼ਾਮਲ  

ਬਠਿੰਡਾ। ਬਠਿੰਡਾ ਸ਼ਹਿਰ ਵਿੱਚ ਸ਼੍ਰੋਮਣੀ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਨੂੰ ਅੱਜ ਉਸ ਸਮੇਂ ਵੱਡਾ ਝਟਕਾ ਲੱਗਾ ਜਦੋਂ ਦੋ ਸੀਨੀਅਰ ਅਕਾਲੀ ਆਗੂ  ਪਾਰਟੀ ਛੱਡ ਕੇ ਕਾਂਗਰਸ ਵਿੱਚ ਸ਼ਾਮਲ ਹੋ ਗਏ। ਸਾਬਕਾ ਮੰਤਰੀ ਸਰੂਪ ਚੰਦ ਸਿੰਗਲਾ ਦੇ ਨਜ਼ਦੀਕੀ ਆਗੂ ਡਿੰਪੀ ਬਾਗਲਾ ਅਤੇ ਕੁਲਦੀਪ ਸਿੰਘ ਢੱਲਾ ਨੇ ਅੱਜ  ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਵਿਚ ਸ਼ਾਮਲ ਹੋਣ ਦਾ ਐਲਾਨ ਕੀਤਾ। ਸੀਨੀਅਰ ਕਾਂਗਰਸੀ ਆਗੂ ਜੈਜੀਤ ਜੌਹਲ ਨੇ ਦੋਵਾਂ ਅਕਾਲੀ  ਆਗੂਆਂ ਨੂੰ ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਵਿੱਚ ਸ਼ਾਮਲ ਕਰਦਿਆਂ  ਪੂਰਾ ਮਾਣ ਸਨਮਾਨ ਦੇਣ ਦਾ ਭਰੋਸਾ ਦਿਵਾਇਆ । ਦੋਵਾਂ ਆਗੂਆਂ ਨੇ ਇਸ ਮੌਕੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਵੱਲੋਂ ਟਕਸਾਲੀ ਵਰਕਰਾਂ ਤੇ ਆਗੂਆਂ ਦੀ ਅਣਦੇਖੀ ਕੀਤੀ ਜਾ ਰਹੀ ਹੈ ਜਿਸ ਕਾਰਨ ਟਕਸਾਲੀ ਆਗੂ ਤੇ ਵਰਕਰ ਪਾਰਟੀ ਛੱਡ ਰਹੇ ਹਨ। ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਚੋਣਾਂ ਦੌਰਾਨ ਟਿਕਟਾਂ ਦੇ ਦਾਅਵੇਦਾਰ ਦੋਵਾਂ ਆਗੂਆਂ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸ਼੍ਰੋਮਣੀ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਹੁਣ ਆਪਣੀਆਂ ਨੀਤੀਆਂ ਤੋਂ ਪਿਛਾਂਹ ਹਟ ਗਿਆ ਹੈ ।


ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸੂਬੇ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਦੇਸ਼ ਭਰ ਦੇ ਕਿਸਾਨ ਦਿੱਲੀ ਬਾਰਡਰਾਂ ਤੇ ਹੱਡ ਚੀਰਵੀਂ ਠੰਢ ਦੌਰਾਨ ਸੰਘਰਸ਼ ਕਰ ਰਹੇ  ਪਰ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਨੇ  ਕੇਂਦਰ ਸਰਕਾਰ ਵੱਲੋਂ ਬਣਾਏ ਖੇਤੀ ਵਿਰੋਧੀ ਬਿੱਲਾਂ ਦੀ ਹਮਾਇਤ ਕਰਕੇ ਆਪਣੇ ਆਪ ਨੂੰ ਪੰਜਾਬ ਵਿਰੋਧੀ ਵਜੋਂ ਦਰਸਾ ਦਿੱਤਾ ਹੈ । ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਵੱਲੋਂ ਕਿਸਾਨਾਂ ਪ੍ਰਤੀ ਅਪਣਾਏ ਰਵੱਈਏ ਅਤੇ ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਚੋਣਾਂ ਦੌਰਾਨ ਟਿਕਟਾਂ ਦੀ ਵੰਡ ਤੋਂ ਦੁਖੀ ਹੋ ਕੇ ਉਹ ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਵਿੱਚ ਸ਼ਾਮਲ ਹੋਏ ਹਨ।
 ਇਸ ਮੌਕੇ ਸੀਨੀਅਰ ਕਾਂਗਰਸੀ ਆਗੂ ਜੈਜੀਤ ਜੌਹਲ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਦੇ ਡੁੱਬਦੇ ਜਹਾਜ਼ ਵਿਚੋਂ ਲੋਕ ਛਾਲਾਂ ਮਾਰ ਕੇ ਕਾਂਗਰਸ ਵੱਲ ਆ ਰਹੇ ਹਨ ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਵਿੱਚ ਸ਼ਾਮਲ ਆਉਣ ਵਾਲੇ ਹਰ ਆਗੂ ਤੇ ਵਰਕਰ ਦਾ ਪੂਰਾ ਮਾਣ ਸਨਮਾਨ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇਗਾ। ਜ਼ਿਕਰਯੋਗ ਹੈ ਕਿ ਵਾਰਡ ਨੰਬਰ ਅਠਾਈ ਤੋਂ ਟਿਕਟ ਦੇ ਦਾਅਵੇਦਾਰ ਯੂਥ ਅਕਾਲੀ ਆਗੂ ਡਿੰਪੀ ਬਾਗਲਾ ਸਾਬਕਾ ਅਕਾਲੀ ਵਿਧਾਇਕ ਸਰੂਪ ਚੰਦ ਸਿੰਗਲਾ ਦੀ  ਸੱਜੀ ਬਾਂਹ ਵਜੋਂ ਜਾਣੇ ਜਾਂਦੇ ਸਨ।
ਇਸ ਮੌਕੇ ਮਾਸਟਰ ਹਰਮੰਦਰ ਸਿੰਘ , ਰਾਮ ਵਿਰਕ ,ਸੰਜੀਵ ਬਬਲੀ ਆਦਿ ਕਾਂਗਰਸੀ ਵਰਕਰ ਹਾਜਰ ਸਨ।

बठिंडा शिअद पार्टी के प्रवक्ता चमकौर मान पर महिला से छेड़छाड़ का केस दर्ज



बठिंडा: शिअद के प्रवक्ता व सीनियर नेता चमकौर सिंह मान पर बठिंडा पुलिस ने एक महिला से छेड़छाड़ करने का मामला दर्ज किया है। पीड़ित महिला पहले शिअद की वर्कर थी और 2017 के विधान सभा चुनाव से पहले वह चमकाैर सिंह मान के साथ अकाली दल छोड़कर कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन किया था, लेकिन कुछ समय बाद लोकसभा चुनाव में  चमकाैर मान कांग्रेस को अलविदा कह  दोबारा अकाली दल में शामिल हो गए थे। 

हालांकि, इस मामले में  अभी आरोपी की गिरफ्तारी होनी बाकी है। थाना सिविल लाइन पुलिस को शिकायत देकर लाल सिंह बस्ती निवासी  महिला छिंदरपाल कौर ने बताया कि वह अपने किसी काम के लिए कोर्ट कांप्लेक्स के नजदीक स्थित डाकखाने के पास आई थी। इस दौरान चमकौर मान वहां पर आया और उसके साथ अश्लील हरकत व छेड़छाड़ शुरू कर दी। पीड़िता का आरोप है कि उक्त शिअद नेता उसे पहले भी तंग परेशान करता था। पीड़िता ने बताया कि वही  आज मंगलवार को जब वह आयकर विभाग के दफ्तर के पास पहुंची, तो आरोपित चमकौर सिंह मान ने उसके साथ दोबारा छेड़छाड़ की, जब उसने विरोध किया, तो उसने उसके कपड़े भी फाड़ दिए। थाना सिविल लाइन के सब इंस्पेक्टर कर्मजीत सिंह ने बताया कि पीड़ित महिला छिंदरपाल कौर की शिकायत पर शिअद नेता चमकौर सिंह मान पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

गौर होकि पीड़ित महिला पहले शिअद की वर्कर थी और विधान सभा चुनाव से पहले वह चमकाैर सिंह मान के साथ कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन किया था,

लेकिन कुछ समय बाद चमकाैर मान लोकसभा चुनाव के दौरान दोबारा अकाली दल में शामिल हो गए थे।  दूसरी तरफ चमकोर मानने उन पर लगाए गए आरोपों को निराधार व मनगढ़ंत बताया है उनका कहना है कि यह मामला राजनीतिक रंजिश के तहत तहत उन पर दर्ज करवाया जा रहा है।

बीबीवाला गांव में रिश्तेदारों ने महिला से की मारपीट, बाल भी उखाड़ दिए




बठिंडा.
बीबीवाला गांव में एक महिला के साथ उसके ही रिश्तेदारों ने हमला कर दिया और जमकर मारपीट की। महिला को पीटते एक व्यक्ति ने बीच बचाव करते हुए महिला को सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया। जहां थाना कैंट पुलिस ने पीड़ित महिला के बयानों के आधार पर मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार सरकारी अस्पताल में दाखिल अमरजीत कौर पत्नी राम सिंह वासी बीबीवाला ने बताया कि 2018 में  जमीन विवाद के चलते उसके पति राम सिंह, उसके दो देवरों दर्शन सिंह, गुरमीत सिंह तथा बेटे गुरप्रीत सिंह पर दो लोगों के कत्ल के मामले में जेल भेज दिया था। तब से वो घर में अकेली रह गई थी। वह लंबे समय से अपने रिश्तेदारों के यहां रह रही थी। 18 जनवरी को वो अपने घर पहुंची,उसने बिजली मीटर लगवाने के लिए पावरकाम के मुलाजिमों को बुला रखा था। जैसे ही उसने अपने घर का दरवाजा खोला तो उनके रिश्तदार तीन-चार महिलाएं और पुरुषों ने उसे बालों से पकड़कर अपने घर ले गए, जहां उसकी जमकर मारपीट की और उसे सड़क पर घसीटा गया। यहां तक कि उसके बाल भी उखाड़ दिए गए। उसकी चिखने चिल्लाने की आवाजें सुनकर वहां से गुजर रहे एक पटवारी ने उसे बचाया और सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। अमरजीत कौर ने बताया कि उक्त लोग उसे गांव में रहने नहीं दे रहे हैं और न ही खेती करने दे रहे हैं। जबकि उसके घर से काफी सामान चोरी भी हो चुका है। 


बठिंडा में कोरोना वैक्सीन को लेकर फैली अफवाहों को दूर करने के लिए अधिकारी उतरे मैदान में



  • -डीसी, सिविल सर्जन के साथ सभी प्रोग्राम अफसरों ने जागरुकता मुहिम की शुरू 
  • -वैक्सीन को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों से सचेत रहने की जरूरत, पूरी तरह से सुरक्षित है: डीसी    
  • -मंगलवार तक 166 सेहत कर्मियों ने लगवाई करोना वैक्सीन, पहले दिन के मुकाबले आए दिन बढ़ रही वैक्सीन लगवाने वालों की तादाद

बठिंडा. जिले में पहले दिन के मुकाबले लगातार वैक्सीन लगवाने वाले लोगों की तादाद में इजाफा हो रहा है। मंगलवार तक जिले में 166 सेहत कर्मियों ने वैक्सीन लगवाई है। वही वैक्सीन को लेकर किए जा रहे दुष्प्रचार को लेकर सेहत व जिला प्रशासन ने कमर कसते हुए लोगों को जागरुक करने का फैसला लिया है। इसी क्रम में डीसी बठिंडा बी श्रीनिवासन, सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों व विभिन्न विभाग प्रमुखों के साथ प्रोग्राम अफसरों ने वैक्सीन लगाने के लिए सेहत कर्मियों के साथ दूसरे विभागों के फ्रंट लाइन वर्करों को जागरुक करना शुरू किया। जिले में पहला वैक्सीन एम्स के डायरैक्टर डी.के. सिंह और दूसरा वैक्सीन सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों के बाद सेहत विभाग के डाक्टरों और कोविड-19 के दौरान अग्रणी होकर काम करने वाले सेहत विभाग के योद्धाओं की तरफ से लगवाए जा रहे हैं। अब तक जिले के अंदर मंगलवार दोपहर तक 166 सेहत कामगारों की तरफ से करोना वैक्सीन के टीके लगवाए जा चुके हैं। यह टीके लगवाने के लिए सेहत वर्करों की संख्या में भी दिन-ब-दिन विस्तार हो रहा है। यहां बताते चले कि सरकारी कर्मियों के मुकाबले प्राइवेट अस्पतालों के सेहत कर्मियों के अंदर वैक्सीन को लेकर ज्यादा उत्साह देखा गया।   

डिप्टी कमिश्नर बी.श्रीनिवासन ने बताया कि मार्च 2020 से हम इस महामारी के साथ जूझ रहे हैं, परन्तु इस नए साल के शुरू में यह एक अच्छी शुरुआत हुई है और हमें सभी को कोरोनावायरस को रोकने के लिए इस मुहिम में हिस्सेदार बनना चाहिए। लोगों को टीकाकरन सम्बन्धित किसी तरह की अफवाहों से सचेत करते कहा कि यह टीका पूरी तरह के साथ सुरक्षित है। हम भरोसा दिलाना चाहते हैं कि लोगों को डरने की कोई ज़रूरत नहीं है। अब तक जितने भी लोगों को टीका लगा है वह पूरी तरह से शारीरिक व मानसिक तौर पर स्वस्थ्य है व उन्हें किसी भी तरह की समस्या नहीं आई है। 

सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों ने हैल्थ केयर वर्करों को कोविड -19 टीकाकरन करवाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह दवा पूरी तरह के साथ सुरक्षित है। कोरोनावायरस को रोकने के लिए टीकाकरण बहुत ज़रूरी है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि लोगों में फैल रही अफवाहों को दूर करने के लिए सेहत विभाग को मिशाल पेश करनी पड़ेगी। सिविल सर्जन डा. ढिल्लों ने बताया कि जिले के अंदर जिला सरकारी हस्पताल के इलावा सी.एच.सी. गोनियाना और एस.डी.एस. तलवंडी साबो में कोविड वैक्सीन के टीके लगाए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत जिला हस्पताल, सी.एच.सी. गोनियाना और एस.डी.एस तलवंडी साबो में बनाऐ गए सैंटरें में 16 जनवरी को 36 और 18 जनवरी को 49 सेहत विभाग के साथ सबंधित आधिकारियों और सेहत कर्मियों के टीके लगाए गए हैं। इसी तरह जिला हस्पताल के इलावा आदेश हस्पताल और दिल्ली हार्ट इंस्टीट्यूट में बनाऐ गए सेंटरों में 19 जनवरी को 81 सेहत कर्मियों को कोरोना वैक्सीन की डोज़ दी गई है। उन्होंने बताया कि इस मुहिम के पहले पड़ाव के अंतर्गत जिले को 14370 कोवीशील्ड वैक्सीन की डोज प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 1370 मिलटरी हस्पताल बठिंडा और 450 डोज़ एम्स बठिंडा को वितरित की गई हैं। इस तरह बाकी बचतीं 12550 वैक्सीन डोज सेहत विभाग की तरफ से सरकारी और निजी क्षेत्र के हैल्थ केयर वर्करों को लगाई जानी हैं।  


बठिंडा में पहली बार 26 जनवरी को नहीं होगा जिला स्तरीय समागम में बच्चों का कार्यक्रम . ड्रोन उड़ाने पर भी लगाई गई पाबंदी


बठिडा.
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर एडीसी राजदीप सिंह बराड़ की तरफ से जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में मीटिग की गई। उन्होंने बताया कि इस बार सरकारी राजिदरा कालेज के खेल स्टेडियम में जिला स्तरीय समागम मनाया जाएगा, जिसमें पंजाब के कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत तिरंगा फहराने की रस्म अदा करेंगे। इस बार कोरोना के चलते समागम सादे ढंग से मनाया जाएगा। स्कूली बच्चों का सभ्याचार कार्यक्रम नहीं होगा। मीटिग के दौरान एडीसी ने समागम को मनाने के लिए होने वाली तैयारियों को लेकर अधिकारियों से जानकारी हासिल की और उन्हें तैयारियों को अंतिम रूप देने के आदेश भी दिए। वही जिले के अंदर सुरक्षा की दृष्टि से 26 जनवरी (दिन मंगलवार) 2021 को ड्रोन उडाने पर मुकंमल तौर पर पाबंदी लगाने के हुक्म जारी किए हैं। यह हुक्म फ़ौजदारी विवरण संहिता 1973 (1974 का एक्ट नं:2) की धारा 144 अधीन प्राप्त हुए अधिकारों का प्रयोग करते हुए जिला मजिस्ट्रेट बठिंडा की तरफ से जारी किये गए हैं। जिला मैजिस्ट्रेट ने जारी हुक्मों में बताया कि 26 जनवरी 2021 गणतंत्र दिवस समारोह के मौके वी.आई.पी. सुरक्षा और मौजूदा हालात को ध्यान में रखते हुए जिले के अंदर ड्रोन उडाने पर मुकम्मल पाबंदी लगाई गई है।

उन्होंने बताया कि समारोह की फूल ड्रेस रिहर्सल 24 जनवरी को की जाएगी। बैठक के दौरान राजदीप सिंह बराड़ ने पुलिस विभाग को समागम के दौरान ट्रैफिक कंट्रोल करने, पार्किंग, डिप्टी डायरेक्टर सैनिक भलाई विभाग को आर्मी विभाग से तालमेल कर मिलिट्री बैंड व कमिश्नर नगर निगम खेल स्टेडियम के अंदर, बाहर, आस पास व पखाने की साफ सफाई का प्रबंध करने को कहा। इसके अलावा विभिन्न विभागों से संबंध अधिकारियों को हिदायत जारी करते हुए कहा कि 25 जनवरी तक शहर के अंदर प्रमुख चौकों की सजावट पर स्वागती गेट लगाए जाएं। एडीसी ने सेहत विभाग के अधिकारियों को आदेश दिए कि आम दिनों की रिहर्सल में प्राथमिक डाक्टरी मदद, डाक्टरी टीमों व एबुलेंस गाड़ी के साथ सेहत सुविधाओं के प्रबंध किए जाएं। इस दौरान गुरबीर सिंह कोहली, एसपी मेजर सिंह, जिला विकास व पंचायत अधिकारी सुखपाल सिंह, जिला उद्योग केंद्र व महासचिव प्रती महिदर सिंह बराड़, जिला मास अधिकारी सरोज रानी, मुख्य खेतीबाड़ी अधिकारी सरोज रानी, डा. बहादर सिंह भी मौजूद थे।

मोगा में हफ्ता वसूली का विरोध किया तो रात में घेरकर पीटा; 60 हजार लूटे और कार को आग लगाई

 


मोगा। 
मोगा में गुंडागर्दी का मामला सामने आया है। एक दुकानदार को रात के अंधेरे में घेरकर न सिर्फ पीटा, बल्कि 60 हजार की नकदी लूट ली और कार को भी आग लगा दी। मामले की शिकायत मिलने के बाद ही पुलिस ने पीड़ित के बयान दर्ज करके आगे की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल वह अस्पताल में भर्ती है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि इलाके के कुछ बदमाश अक्सर अवैध वसूली करते थे। कभी 500 तो कभी 1000 हजार रुपए ले जाते थे। दुकानदार ने पैसे देने से इनकार कर दिया तो इसी के चलते सबक सिखाने के लिए ऐसा किया गया है।

घटना शनिवार देर रात की है, मगर इस संबंध में सोमवार को पीड़ित के बयान पर पुलिस ने कार्रवाई आगे बढ़ाई है। मोगा के सरकारी अस्पताल में दाखिल गांव गलौटी के 45 वर्षीय जसवीर सिंह ने बताया कि उसकी गांव से 13 किलोमीटर दूर गांव शाह बुक्कर में स्पेयर पार्टस की दुकान है। पिछले छह महीने के गांव के नशेड़ी किस्म के युवक उससे हफ्ता मांग रहे थे। कभी 500 तो कभी 1000 रुपए जबरन ले जाते थे। पांच-छह बार रुपए दे चुका था। बाद में उसने हफ्ता देने से साफ इन्कार कर दिया। इसके चलते वो युवक रंजिश रखने लगे।

कस्बा कोट ईसे खां के निकट जल रही जसवीर सिंह की कार।
कस्बा कोट ईसे खां के निकट जल रही जसवीर सिंह की कार।

शनिवार रात को जब वह दुकान बंद करके अपने चचेरे भाई हरविंदर सिंह के साथ कार से घर लौट रहा था तो गांव मल्लू बानिया में पहुंचे तो एक बड़ी हरे रंग की कार में आए बदमाशों ने उनकी कार के आगे लगाकर रोक दी। उसमें वही पहलेवसूली करने वाले युवक थे। उसे कार से नीचे उतारकर मारपीट शुरू कर दी। कार समेत जिंदा जलाने की धमकी देने लगे।

युवकों ने उसे जमीन पर गिराकर टांगों और बाजू पर हमला कर दिया। चचेरे भाई ने छुड़ाने की कोशिश की तो उसे डराकर भगा दिया। इसके बाद हमलावरों ने उसकी जेब से 60 हजार रुपए की नकदी निकाल ली और उसकी कार लेकर फरार हो गए। बाद में कस्बा कोट ईसे खां के निकट कार खड़ी करके उसमें आग लगा दी।

पता चलने पर परिजनों ने जसवीर को घायल हालत में मोगा के सरकारी अस्पताल में लाकर दाखिल करवाया। रविवार को अस्पताल प्रशासन की तरफ से पुलिस को जानकारी दी गई तो पुलिस ने पहुंचकर पीड़ित के बयान दर्ज किए। बहरहाल पुलिस अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज करके आगे की जांच में जुटी है।

चार्टर्ड अकाउंटेंट ने पंजाब के जीरकपुर में फंदा लगाकर की खुदकुशी, सुसाइड नोट में बलटाना चौकी इंचार्ज समेत 6 को ठहराया जिम्मेदार


जीरकपुर
 एक चार्टर्ड अकाउंटेंट जिंदगी से ऐसे हारा कि उसने आत्महत्या करना मुनासिब समझा। पंजाब के जीरकपुर में यह मामला सामने आया। प्रीत कालोनी बलटाना में एक CA ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। मृतक की पहचान दीपक अरोड़ा के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।

शव के पास से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें बलटाना चौकी इंचार्ज कुलवंत सिंह समेत छह लोगों को मौत को गले लगाने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। कुलवंत के अलावा 5 लोगों में दविंदर सिंह, प्रेम मनोचा, मनी गुप्ता, रवि अरोड़ा व विपिन छाबड़ा ऑनर होटल डायमंड लीफ शामिल हैं।

4 पन्नों के सुसाइड में लिखा गया है कि होटल के पार्टनर, चौकी इंचार्ज कुलवंत सिंह के साथ मिलकर उसे ब्लैकमेल कर रहे हैं। यही नहीं उसे जान से मारने और परिवार को नुकसान पहुंचाने की धमकी भी दी जा रही है। परिवार के सदस्यों ने भी अपने बयानों में दीपक को परेशान किए जाने की बात कही है।

सुसाइड नोट के अनुसार, दीपक अरोड़ा के बैंक खाते की चेक बुक चुरा ली गई थी। दविंदर राणा फर्जी साइन करके उसमें पैसे भरकर दीपक के अकाउंट से पैसे निकाल रहा था और उसको ब्लैकमेल कर रहा था। इस वजह से दीपक मानसिक तौर पर काफी परेशान था और आखिरकार उसे सुसाइड कर ली।

SSP मोहाली सतिंदर सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। यदि चौकी इंचार्ज पर लगे आरोप सिद्ध हुए तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं बलटाना चौकी इंचार्ज कुलवंत सिंह का कहना है कि मामले से उसका कोई लेना देना नहीं है। उन्हें रंजिश के तहत फंसाया जा रहा है।

कोविड-19 के चलते अटारी-वाघा बॉर्डर पर नहीं होगी गणतंत्र दिवस की परेड और बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी, दर्शकों की एंट्री पर भी रहेगा बैन


अमृतसर। 
कोरोना महामारी का बड़ा साइड इफेक्ट साल के पहले ही जश्न पर देखने को मिल रहा है। दरअसल, अटारी-वाघा बॉर्डर पर हर साल 26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड इस बार नहीं होगी। भारत और पाकिस्‍तान के जवानों की कोई संयुक्‍त परेड भी नहीं होगी।

रिट्रीट सेरेमनी भी नहीं होगी। परंपरा के अनुसार, सिर्फ राष्‍ट्रीय ध्‍वज फहराने और शाम को उतारने की रस्‍म अदा की जाएगी। दर्शकों और सैलानियों को भी बॉर्डर तक आने की अनुमति नहीं होगी। कोरोना महामारी फैलने के मद्देनजर सीमा सुरक्षा बल (BSF) द्वारा यह कदम उठाया गया है।

बता दें कि साल 2020 में कोरोना महामारी फैलने के कारण 7 मार्च से अटारी-वाघा बॉर्डर पर दर्शकों की एंट्री बैन है। बॉर्डर पर शाम को होने वाली रिट्रीट सेरेमनी भी रद्द है। भारत और पाकिस्‍तान के बीच तनाव पूर्ण हालात के कारण पिछले कई अवसरों पर मिठाई देने की परंपरा भी नहीं निभाई जा रही है।

गौरतलब है कि अटारी-वाघा बॉर्डर पर रोज शाम को रिट्रीट सेरेमनी आयोजित की जाती है। 15 अगस्‍त को स्‍वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर विशेष परेड भी होती थी। इसमें काफी संख्‍या में दर्शक व सैलानी मौजूद रहते थे। लेकिन, इस बार गणतंत्र दिवस पर भी अटारी-वाघा बॉर्डर सूना रहेगा।

काम की खबर:पंजाब में 21 जनवरी से खुलेंगे कॉलेज और यूनिवर्सिटी; दिव्यांगों को मिलेगी विशेष छूट, नियम और शर्तें जारी

 


  • ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों माध्यमों से पढ़ाई करवाई जाएगी
  • दिव्यांग विद्यार्थियों को अपनी इच्छानुसार क्लास लगाने की छूट होगी
  • चंडीगढ़। पंजाब में 21 जनवरी से सभी सरकारी व निजी कॉलेज और विश्वविद्यालय खुलने जा रहे हैं। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग ने पत्र भी जारी कर दिया है, जिसमें नियमों और शर्तों का उल्लेख है। साथ ही दिव्यांगों को विशेष छूट देने का ऐलान भी किया है। कोरोना नियमों का सख्त पालन करने को कहा गया है।

    सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों माध्यमों से पढ़ाई करवाई जाएगी। जो ऑनलाइन पढ़ना चाहे, वो ऑनलाइन पढ़े और जो कॉलेज आना चाहे वो कैंपस में आए। सेमेस्टर और वार्षिक परीक्षाएं ऑफलाइन माध्यम से होंगी। दिव्यांग विद्यार्थियों को अपनी इच्छानुसार क्लास लगाने की छूट होगी।

    कहा गया है कि दिव्यांगों पर कैंपस में आने का दबाव नहीं बनाया जाएगा। विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में कोविड-19 के निर्देशों का पालन करते हुए हॉस्टल खोले जाएंगे। हॉस्टल का कमरा प्रति विद्यार्थी या कमरे के आकार के अनुसार अपेक्षित दूरी को ध्यान में रखते हुए अलॉट किया जाएगा।

    हॉस्टल अलॉटमेंट में अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी। कैंटीन स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार खोली जाएगी। वहीं विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को केंद्र सरकार/पंजाब सरकार द्वारा समय-समय पर जारी किए जाने वाले निर्देशों का पालन करना भी सुनिश्चित करना होगा।

बठिंडा में कोर्ट रोड़ पर वाहन खड़ा करने को लेकर हुए विवाद में भीड़े दो गुट, आधा दर्जन लोग घायल


बठिंडा.
गत सोमवार देर रात्रि कोर्ट रोड़ पर वाहन खड़ा करने को लेकर आमने-सामने रहते दो गुटों में विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों गुटों के लोगों ने एक दूसरे पर लोहे की राडों, डंडों तथा सरियों से हमला करके एक दूसरे को गंभीर रूप से घायल घायल कर दिया। इस झगड़े में आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसायटी के वालंटियर जनेश जैन, राकेश जिंदल, रवि बांसल एंबुलेंस लेकर मौके पर पहुंचे तथा घायल गगन कुमार पुत्र नोथैली राम, रूपेश कुमार पुत्र निरंजन कुमार, राजेश कुमार पुत्र सत्तो राम, सुभाष कुमार पुत्र सत्तो राम, नदीम पुत्र यातून तथा मोसीन पुत्र यजूदीन को को तुरंत सिविल अस्पताल पहुंचाया। वहीं मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने मामले की जांच कर रही ही है। उधर, दूसरी तरफ गोनियाना रोड पर डेरा ब्यास के समीप सड़क हादसे में स्कूटरी सवार दो युवक गगनदीप सिंह पुत्र बलबीर सिंह निवासी माल रोड़, फिरोजपुर तथा अजय कुमार पुत्र जेम्स निवासी माल रोड फिरोजपुर गंभीर रूप से घायल हो गए। इन दोनों घायलों को भी नौजवान सोसायटी की हाईवे एंबुलेंस टीम ने सिविल अस्पताल पहुंचाया।

नशा तस्करी के आरोप में तीन नामजद, दो गिरफ्तार

बठिंडा. जिला पुलिस ने गत सोमवार को 10 किलो भुक्की चूरा पोस्त व 20 लीटर अवैध शराब व 30 लीटर लाहन बरामद कर तीन तस्करों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसमें दो आरोपितों को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक आरोपित की गिरफ्तारी होनी बाकी है। पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ नशा विरोधी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। सीआइए स्टाफ के एसआइ हरजीवन सिंह के मुताबिक गत सोमवार को वह संतपुरा रोड नजदीक नहर के पास गश्त कर रहे थे। इस दौरान पुलिस ने शक के आधार पर आरोपित जसवीर सिंह निवासी गली नंबर दो गांधी नगर श्री मुक्तसर साहिब को रोककर उसकी तलाशी ली, तो उसके पास से 10 किलो भुक्की चूरा पोस्त बरामद हुआ। पुलिस ने आरोपित को मौके पर गिरफ्तार कर उसके खिलाफ थाना कोतवाली में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। वहीं थाना सदर बठिंडा के एएसआइ जसविंदर सिंह ने गुप्त सूचना के आधार पर बीड़ तलाब के बस स्टैंड के पास छापेमारी कर आरोपित जीत सिंह निवासी बस्ती नंबर दो बीड़ तलाब को 20 लीटर अवैध देसी शराब बरामद की गई। इसके अलावा थाना फूल के एएसआइ इकबाल सिंह ने भी गुप्त सूचना के आधार पर गांव भाईरूपा के बस स्टैंड के पास छापेमारी कर 30 लीटर लाहन बरामद की गई, जबकि आराेपित सुखदेव सिंह निवासी अगडाड़ फूल का भाईरूपा पहले ही फरार हो चुका था। पुलिस ने फरार आरोपित के खिलाफ एक्साइज एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास शुरू कर दिए है।


पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस खोलने को लेकर आज हो सकता है बड़ा फैसला, पंजाब सरकार के पत्र के बाद पीयू अधिकारी असमंजस में

 


चंडीगढ़ । पंजाब सरकार द्वारा पंजाब की सभी यूनिवर्सिटी के साथ ही चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी को भी 21 जनवरी से खोलने के निर्देश दिए हैं। लेकिन पंजाब यूनिवर्सिटी द्वारा कैंपस खोलने पर अभी फैसला नहीं हुए है। पंजाब यूनिवर्सिटी अधिकारियों की कैंपस खोलने को लेकर आज फैसला लिया जा सकता है। सोमवार को पंजाब सरकार के पत्र के बाद से ही पीयू अधिकारी असमंजस की स्थिति में हैं। जिक्रयोग है कि पंजाब यूनिवर्सिटी का एकेडिमक सत्र केंद्र सरकार के निर्देशों के तहत चलता है, जबकि पंजाब यूनिवर्सिटी की फाइनेंशियल शर्तों को पंजाब रुल्स के हिसाब से फोलो किया जाता है। पंजाब यूनिवर्सिटी फिलहाल कैंपस को खोलने के मूड में नहीं है।

पंजाब यूनिवर्सिटी कुलपति को पंजाब सरकार के उच्च शिक्षा विभाग(डायरेक्टर) की ओर से सोमवार को पत्र जारी हुआ है। जिसमें पंजाब यूनिवर्सिटी और सभी एफिलिएटेड कालेजों को 21 जनवरी 2021 से खोलने के निर्देश दिए हैं। पंजाब सरकार के उच्च शिक्षा निदेशक की ओर से जारी पत्र में पंजाब की सभी सरकारी और प्राइवेट यूनिवर्सिटी के साथ ही पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ को भी कैंपस खोलने के आदेश दिए गए हैं। कोविड-19 के कारण बीते करीब आठ महीने से पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस बंद है। मामले में पीयू के ही कुछ अधिकारियों का कहना है कि पंजाब सरकार के एकेडमिक को लेकर नियम पंजाब यूनिवर्सिटी पर लागू नहीं होते।

पंजाब यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड 11 कालेज चंडीगढ़ में हैं, जबकि 185 से अधिक पीयू एफिलिएटेड कालेज पंजाब में हैं। अब पंजाब सरकार के आदेशों को लेकर पंजाब यूनिवर्सिटी को ही फैसला लेना है। उधर चिट्ठी में यह भी साफ तौर पर लिखा गया है कि आगामी परीक्षाएं आफलाइन ही आयोजित करनी है। उधर पीयू डीयूआइ और अन्य अधिकारियों की हाल ही में हुई परीक्षा को लेकर बैठक में फरवरी में प्रस्तावित परीक्षाओं को आनलाइन ही कराने पर सहमति बनी थी। पंजाब सरकार के नए निर्देशों के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी के लिए समस्या पैदा हो सकती हैं। पंजाब उच्च शिक्षा विभाग की ओर से जारी लेटर में यह भी कहा गया है कि स्टूडेंट्स को क्लास के लिए मजबूर नहीं किया जाए। पीयू और कालेजों की क्लास में आने वाले सभी स्टूडेंट्स कोविड-19 नियमों का पालन करेंगे।

चंडीगढ़ के कालेजों में नहीं आ रहे स्टूडेंट्स

पंजाब सरकार ने सोमवार को सभी कालेजों को खोलने के निर्देश दिए हैं। लेकिन यूटी प्रशासन के हायर एजुकेशन विभाग ने महीने पहले ही सभी कालेजों में पढ़ाई शुरु करने के निर्देश जारी कर दिए थे। पहले चरण में फाइनल ईयर स्टूडेंट्स को बुलाया गया था, लेकिन स्टूडेंट्स ने आफलाइन क्लास में कोई रुचि नहीं दिखाई। आखिर कालेजों को आनलाइन कक्षाओं को ही जारी रखना पड़ रहा है। पहले और दूसरे ईयर की कक्षाओं को भी बुलाने के निर्देश हो चुके हैं। लेकिन कालेज में स्टूडेंट्स की अटेंडेंस पांच फीसद से भी कम है। हास्टल में भी स्टूडेंट्स नहीं आ रहे हैं।

जालंधर में मवेशियों के लिए चारा लेने गए बुजुर्ग की बेरहमी से हत्या, खेत में पड़ा मिला शव


किशनगढ़ (जालंधर)।
 देहात क्षेत्र में हत्याओं का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। लोहियां के अलावलपुर में दिव्यांग मां-बेटी की हत्या के बाद गांव नौगजा में सोमवार रात एक बुजुर्ग की बेरहमी से हत्या कर दी गई। उसका शव खेत में पड़ा मिला है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। 

भगत सिंह ने बताया कि उसके पिता सेवा सिंह (72) मवेशियों के लिए चारा लेने के लिए खेतों की तरफ गए थे। जब वह देर रात तक घर लौटकर नहीं आया तो घरवाले उसकी तलाश करने निकले। काफी खोजबीन के बाद भी वह नहीं मिले। आसपास के लोगों और रिश्तेदारों के घर पर भी पता किया लेकिन उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। थक-हार कर परिवार के कुछ लोग खेतों में उन्हें ढूढ़ने पहुंचे तो वहां का नजारा देख सभी दंग रह गए। खेत में सेवा सिंह का खून से लथपथ शव पड़ा था। इसके बाद उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने मौके परपार्टी ने मौके पर पहुंचकर शव पोस्टमार्टम के लिए जालंधर सिविल अस्पताल भेज दिया। पुलिस अलग-अलग एंगल से हत्या के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। 

लोहियां में हुआ था दिव्यांग मां-बेटे का कत्ल

बता दें कि पिछले दिनों लोहियां के गांव अलावलपुर में दिव्यांग मां-बेटे की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में सनी नाम को युवक को गिरफ्तार करके मामला सुलझा दिया है। सनी ने पूछताछ में बताया था कि मां-बेटे के साथ किसी बात हुए विवाद के बाद भरी पंचायत मे उसे नग्न किया गया था। इसी बात को लेकर वह उनके गहरी रंजिश रखने लगा था। इसके बाद मौका पाकर उसने चिट्टे के नशे में दोनों की हत्या कर दी थी। 

पंजाब में घोटाला रोकने के लिए केंद्र सरकार ने बदली स्कालरशिप योजना की शर्ते



  • विद्यार्थियों की कुल फीस का 60 फीसद हिस्सा केंद्र और 40 फीसद हिस्सा राज्य सरकार की ओर से खर्च करने का प्रविधान

चंडीगढ़। एससी पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप में फिर से कोई घोटाला न हो, इसके लिए केंद्र सरकार ने अपनी नई स्कालरशिप योजना में कई बदलाव किए हैं। इन बदलावों को पंजाब सरकार ने मंजूर भी कर लिया है और केंद्र सरकार से वर्ष 2021-22 के लिए 563 करोड़ रुपये की राशि की मांग भी कर दी है। नई योजना के अनुसार विद्यार्थियों की कुल फीस का 60 फीसद हिस्सा केंद्र और 40 फीसद हिस्सा राज्य सरकार की ओर से खर्च करने का प्रविधान किया गया है।

 पहले कालेजों को भेजी जाती थी स्कालरशिप की राशि, अब विद्यार्थियों के बैंक खाते में जाएगी

केंद्र सरकार ने नई योजना में कहा है कि स्कालरशिप की राशि अब सीधे कालेजों को देने की बजाए विद्यार्थियों के खाते में जमा करवाई जाएगी। केंद्र सरकार अपना हिस्सा तब तक विद्यार्थियों के खाते में नहीं डालेगी जब तक राज्य सरकार अपने हिस्से का 40 फीसद हिस्सा नहीं जमा करवाएगी। इसके साथ ही विद्यार्थियों के आधार कार्ड से लिंक बैंक खातों को ही इस योजना के तहत लिया जाएगा। प्रदेश के समाज सशक्तिकरण विभाग की ओर से विद्यार्थियों को नई योजना के तहत स्कालरशिप के लिए दोबारा आवेदन करने के लिए कहा है।

कालेज फर्जी एडमिशन दिखाकर कर लेते थे घोटाला, इसलिए केंद्र सरकार ने किया शर्तो में बदलाव


दरअसल, केंद्र सरकार की ओर से ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि इससे पहले 2012 से लेकर 2017 तक चली योजना में कालेजों ने फर्जी दाखिला दिखाकर करोड़ों रुपये का घोटाला किया। हाईकोर्ट के पूर्व जज व पूर्व विधायक निर्मल सिंह की अगुवाई में बनी विधानसभा की कमेटी ने इसे उजागर किया था। रिपोर्ट में कहा था कि कालेजों ने स्कालरशिप की राशि हासिल करने के लिए एक ही विद्यार्थी के तीन तीन कालेजों में दाखिले दिखाए हुए हैं। यह तथ्य भी सामने आए कि राज्य सरकारें अपने हिस्से की राशि अदा नहीं कर रही हैं। इसलिए नई योजना में केंद्र सरकार ने शर्तो में बदलाव कर दिया।

इस बारे में चीफ सेक्रेटरी विनी महाजन की ओर से सभी विभागों के सचिवों से बैठक की गई तो तब भी यह मामला उठा। मुख्य सचिव ने कहा कि नई योजना के लिए राज्य सरकार की ओर से स्वीकृति दे दी गई है। इससे पहले राज्य सरकार ने पिछले साल बीआर अंबेडकर स्कालरशिप योजना शुरू करने का एलान कर दिया था। इसके लिए ज्यादा आवेदन नहीं आए।


विभागीय सूत्रों का कहना है कि 4 जनवरी तक केवल 1.39 लाख आवेदन ही प्राप्त हुए हैं जबकि पंजाब के कालेजों में हर साल औसतन 3.15 लाख विद्यार्थी इस स्कालरशिप के लिए आवेदन करते हैं। जिसके बाद राज्य सरकार ने आवेदन लेने के लिए समय सीमा बढ़ाकर 19 जनवरी तक कर दी थी। मुख्य सचिव ने भी संबंधित विभागों से ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों को इस योजना का फायदा दिलवाने के लिए कहा है ताकि 20 फरवरी तक केंद्र को प्रस्ताव भेजा जा सके।

पंजाब में अब सख्त कार्रवाई: एससी छात्रों की डिग्री, सर्टिफिकेट रोके तो कॉलेज पर होगी कार्रवाई, मान्यता को भी खतरा


बठिंडा।
हायर एजुकेशन के 3 दिन के अल्टीमेटम पर प्रदेश के एडेड व प्राइवेट कॉलेजों ने खास गंभीरता नहीं दिखाई और अभी भी प्रदेश के 30 हजार से ज्यादा अनुसूचित जाति विद्यार्थियों की डीएमसी एवं अन्य सर्टिफिकेट जारी नहीं किए गए। स्कॉलरशिप राशि की अदायगी के लिए विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले कॉलेजों पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है, वहीं कॉलेजों की मान्यता भी खतरे में पड़ सकती है। पंजाब सरकार के उच्च शिक्षा विभाग ओर से 15 जनवरी को प्रदेश के तमाम 20 सरकारी व प्राइवेट यूनिवर्सिटियों और तमाम एडेड व प्राइवेट कॉलेजों के अलावा तमाम मेडिकल कॉलेजों को पत्र जारी करके 3 दिन के अंतराल में अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के रोकी गई डिग्री एवं सर्टिफिकेट तुरंत प्रभाव से जारी करने के कड़े निर्देश दिए थे।


2018 से जारी नहीं हुई स्कॉलरशिप, राशि रुकी तो एकमत होकर रोकी डिग्रियां

राज्य सरकार की ओर से पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप में गड़बड़ी की जांच का हवाला देते हुए सेशन 2018-19 से ही वजीफा राशि जारी नहीं की जा रही हालांकि केंद्र सरकार की ओर से इस मद में ग्रांट प्रदेश सरकार को मिल चुकी है। राज्य सरकार की ओर से की गई जांच में अभी तक कॉलेजों की ओर से 329 करोड़ रुपए की गड़बड़ी पाई गई हालांकि 15 मार्च 2018 तक की यह जांच 47% बताई गई। माना जा रहा है कि यह गड़बड़ी 500 करोड़ तक की हो सकती है। ऑडिट में 2183 प्राइवेट और 2126 सरकारी संस्थाएं शामिल की गई जहां पर 5,82139 विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप दी गई है। सेशन 2015-16 में 328.72 करोड़, सेशन 2016-17 में 719.52 करोड़ जबकि सेशन 2017-18 में 625 करोड़ की राशि जारी हुई। लगातार तीन सेशन से राज्य भर के कॉलेजों में पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप जारी न होने पर एडेड व प्राइवेट कॉलेज विद्यार्थियों की डीएमसी व सर्टिफिकेट आदि रोकने को एकमत हो गए। वहीं कॉलेजों ने भी 2020-21 सेशन में एससी-एसटी विद्यार्थियों को दाखिला नहीं देने का फैसला किया। वहीं एससी-एसटी विद्यार्थियों से पूरी फीस भरवाकर उन्हें आशीर्वाद पोर्टल पर रजिस्टर्ड किया जा रहा है ताकि स्कॉलरशिप सीधे विद्यार्थी के बैंक खाते में ही आए। विपरीत हालातों में जैसे-तैसे पढ़ाई पूरा करने वाले विद्यार्थियों की डीएमसी, डिग्री एवं सर्टिफिकेट रुकने से उनका भविष्य खतरे में पड़ गया है। डिग्री के अभाव न तो वे किसी नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं और न ही हायर स्टडीज कर सकते हैं। यही नहीं, मेडिकल कॉलेजों से पढ़े एससी विद्यार्थी तो आईएमए से रजिस्ट्रेशन, प्रेक्टिस के अलावा नौकरी हासिल करने से भी वंचित हो रहे हैं। खोज व मेडिकल शिक्षा पंजाब के डायरेक्टोरेट की ओर से 25 अप्रैल 2016 को भी विद्यार्थियों के असल सर्टिफिकेट, डिग्री एवं अन्य असल दस्तावेज न रोकने की हिदायत की जा चुकी है।

यूनिवर्सिटियों व कॉलेजों को 21 जनवरी से फिर से पूर्ण तौर पर खोलने के निर्देश:सेमेस्टर व सालाना परीक्षा ऑफलाइन होंगी, विद्यार्थियों को क्लास लगाने की छूट



बठिंडा। कोरोना संक्रमण के मामले कम होने के साथ ही उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के तमाम यूनिवर्सिटियों व कॉलेजों को 21 जनवरी से फिर से पूर्ण तौर पर खोलने के निर्देश दिए हैं। विशेष सचिव परमजीत सिंह की ओर से सोमवार को जारी पत्र में प्रदेश की तमाम 20 सरकारी व प्राइवेट यूनिवर्सिटियों को पत्र जारी करके सरकारी, एडेड व प्राइवेट कॉलेज खोलने के प्रति आगाह कर दिया है। शिक्षा विभाग की ओर से जारी हिदायतों के अनुसार शैक्षिक संस्थाओं की ओर से विद्यार्थियों के हित को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन व ऑनलाइन दोनों माध्यम के जरिए पढ़ाई करवाई जाए और सेमेस्टर, सालाना परीक्षा ऑफलाइन माध्यम से करवाई जाए।


विद्यार्थियों को अपनी मर्जी के अनुसार क्लास लगाने की छूट होगी तथा उन्हें क्लास लगाने संबंधी किसी प्रकार का दबाव नहीं बनाया जाएगा। इसके साथ ही यूनिवर्सिटियों व कॉलेजों को कोविड 19 की हिदायतों का पालन करते हुए हॉस्टल खोलने के निर्देश जारी किए गए हैं। हॉस्टल का कमरा प्रति विद्यार्थी अथवा कमरे के साइज के अनुसार जरूरी डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए अलॉट किए जाएं तथा अलॉटमेंट के समय फाइनल


ईयर के विद्यार्थियों को तरजीह दी जाए। शैक्षिक संस्थाओं में मैस, कैंटीन आदि सेहत विभाग की हिदायतों के मद्देनजर मुकम्मल सुरक्षा बरतते हुए जरूरत के अनुसार पूर्ण रूप में खोले जाएं। विद्यार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर यूनिवर्सिटियों व कॉलेजों की ओर से केंद्र सरकार, पंजाब सरकार की ओर सेसमय-समय पर जारी हिदायतों व उच्च शिक्षा विभाग की कोविड 19 के चलते यूनिवर्सिटियों, कॉलेज पुन: खोलने संबंधी जारी हिदायतों का तुरंत प्रभाव से पालन करना होगा।

इस्तीफा:जिला प्लानिंग बोर्ड चेयरमैन जगरूप गिल ने नियुक्ति के 5 माह बाद दिया इस्तीफा


बठिंडा। 
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व जिला प्लानिंग बोर्ड के सदस्य जगरूप गिल ने अपनी नियुक्त के पांच माह से अधिक दिन बाद ही चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया। सोमवार को जिला प्लानिंग बोर्ड आफिस में एक प्रेस कांफ्रेंस में इस्तीफे का एलान करते हुए गिल ने कहा कि वह इस समय नगर निगम चुनाव में हिस्सा लेने जा रहे हैं तथा लोकहितों के काम को उन्होंने हमेशा अहमियत दी है। इसलिए पार्टी के नियमानुसार वह चेयरमैन पद से इस्तीफा देने जा रहे हैं। जगरूप सिंह गिल ने कहा कि बतौर चेयरमैन ज्वाइन करते समय उन्होंने शहर से तीन वादे किए थे। इसमें पहला लाइनपार एरिया में एक नया सरकारी प्राइमरी स्कूल बनाने के अलावा नहर किनारे सैरगाह तथा लाइनपार एरिया में आलम बस्ती मोटर सिस्टम में सुधार कर जलभराव करना शामिल है जिन्हें वह पूरा करने को प्रतिबद्ध हैं।

गिल ने कहा कि लाइनपार एरिया में सीवरेज की समस्या का हल नहीं होने का कारण विपक्ष का निगम पर काबिज होना व मुद्दे पर गंभीरता से हल नहीं करना है। जगरूप गिल ने कहा कि लाइनपार एरिया में बने प्राइमरी स्कूल में वर्तमान में 700 के करीब विद्यार्थी पढ़ रहे हैं जबकि नए करीब 300 बच्चों को एडमिशन देने से इंकार कर दिया गया जिसके बाद उक्त एरिया में हाईटेक स्कूल की कमी खली। इस बात की चर्चा वित्तमंत्री मनप्रीत बादल से करने के बाद उन्होंने स्कूल के लिए जमीन लेने को स्वीकृति दी तथा हाल ही में गुरुकुल रोड के नजदीक 2.20 एकड़ जमीन के लिए 2.34 करोड़ का फंड मनप्रीत बादल ने तीन दिन की

फाइल कार्रवाई करवा पूरा करवाया जिससे अब इस जगह पर 21 कमरों का हाईटेक स्कूल बन सकेगा। उन्होंने कहा कि उनका दूसरा वादा आलम बस्ती की छोटी मोटर की जगह 200 केवीए की बड़ी मोटर के लिए फाइल सेक्रेटरी के पास अनुमोदन के लिए जा चुकी है। वहीं तीसरा वादा नहर किनारे सैरगाह बनाने का है जिसमें डीएफओ से एनओसी मिलने के बाद उक्त फाइल केंद्र सरकार को भेजी जा चुकी है जिसमें अगले दो माह में मंजूरी की उम्मीद है। वहीं उन्होंने कहा कि गुरुकुल रोड को मलोट रोड से मिलाने की प्रपोजल भी उन्होंने भेजी है।

सोमवार, 18 जनवरी 2021

पटियाला में एक बाइक पर जा रहे चार युवक हुए हादसे का शिकार, तीन की मौत


समाना (पटियाला) ।
पंजाब के पटियाला के समाना के पास एक सड़क हादसे में तीन बाइक सवारों की मौत हो गई। एक ही बाइक पर चार युवक सवार होकर जा रहे थे। इसी दौरान बाइक की एक वाहन से टक्‍कर हो गई। इससे बाइक में आग भी लग गई। हादसे में तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गई।

हादसा थाना सदर समाना इलाके में सोमवार शाम करीब छह बजे हुई। बाइक व महिंदरा पिकअप में टक्कर हो गई। इस हादसे में तीन युवकों की मौत हो गई और एक जख्मी हुआ है। जानकारी के अनुसार चारों युवक एक ही बाइक पर सवार होकर जा रहे थे। रास्ते में इनकी टक्कर हो गई। हादसे के बाद बाइक को आग भी लग गई। अभी मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है। इन तीनों युवकों के शव सिविल अस्पताल समाना में रखवाए गए हैं। पुलिस इनकी पहचान में जुट गई है।

देखे लूट की विडियो-बठिंडा में कमला नेहरु कालोनी में रात के समय हथियार की नोक पर छीनी स्कूटी


बठिंडा।
जिले में लुटेरों के हौसले आए दिन बुलंद हो रहे हैं। हालात यह है कि रात के समय आए दिन लूटपाट की वारदाते हो रही है व घटना के बाद पुलिस जाग रही है। गत शनिवार देर रात्रि बठिंडा-बरनाला रोड नेशनल हाइवे के ओवरब्रिज नजदीक कमला नेहरू कालोनी के पास दो अज्ञात युवकों ने हथियार की नोक पर सब्जी व्यापारी से स्कूटी छीनकर मौके से फरार हो गए। 


पूरी घटना के एक घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, लेकिन घटना के 60 घंटे बाद भी पुलिस को लुटेरों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। पुलिस को शिकायत देकर कमला नेहरू कालोनी निवासी विजय कुसला ने बताया कि वह सब्जी विक्रेता है। गत शनिवार रात को वह अपनी स्कूटी नंबर पीबी-10एफयू-9011 पर सवार होकर बाजार से अपने घर वापस आ रहा था। जब कमला नेहरू के पास ओवरब्रिज के पास पहुंचा, तो सड़क पर खड़े दो अज्ञात युवकों ने उसे पिस्तौल दिखाकर उसे रोक लिया और उसकी स्कूटी छीनकर मौके से फरार हो गए। विजय ने बताया कि उसने उक्त आरोपितों को विरोध भी किया, लेकिन आरोपितों ने उसे जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद उसने मामले की जानकारी पुलिस व अपने परिजनों को दी। मामले की जांच कर रहे थाना कैंट के प्रभारी एसआइ गुरमीत सिंह ने बताया कि पीड़ित व्यक्ति की शिकायत पर अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज कर लिया गया है, जबकि सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से आरोपितों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है, ताकि उन्हें गिरफ्तार किया जा सके।


दूसरे दिन सिविल अस्पताल बठिंडा के 38 डाक्टरों ने लगवाई कोरोना वैक्सीन, ग्रामीण सेंटर अभी भी पीछे


-मंगलवार से जिले में प्राइवेट अस्पतालों के सेहच कर्मियों को लगाई जाएगी तीन सेंटरों में वैक्सीन

-सरकार ने सेहत विभागके साथ अब दूसरे विभागों में तैनात फ्रंट कर्मियों की मांगी लिस्ट   

बठिंडा. रविवार को अवकाश होने के कारण सेशन सेंटर पर किसी को कोरोना का टीका नहीं लगाया गया। महाअभियान के तौर पर कोरोना वायरस की वैक्सीन का सोमवार को जिले के तीनों सेशन सेंटरों पर दूसरा राउंड शुरू किया गया। इसमें बठिंडा सिविल अस्पताल के अधिकतर डाक्टरों ने वैक्सीनेशन करवाई। सिविल अस्पताल बठिंडा में जहां शनिवार को मात्र 16 डाक्टरों ने टीका लगवाया वही सोमवार को 38 डाक्टर आए आए लेकिन जिले के दो अन्य सेंटर जिसमें तलवंडी साबों व गोनियाना में मात्र तीन डाक्टर वैक्सीन लगाने के लिए पहुंचे। इसमें तलवंडी साबों सिविल अस्पताल में एक तो गोनियाना मंडी सिविल अस्पताल में दो डाक्टर शामिल है। कोरोना वैक्सीन को लेकर आ रही पोजटिव रिपोर्ट के बाद लोगों में इस बाबत फैला डर तो निकल रहा है लेकिन अभी ग्रामीण इलाकों में तैनात सेहत कर्मी अभी भी भयभीत दिखाई दे रहे हैं। फिलहाल राज्य सेहत विभाग ने वैकसीनेशन मुहिम में तेजी लाने के लिए अब दूसरे विभागों को फ्रंट लाइन कर्मियों की लिस्ट मांगी है। इसमें मंगलवार को जिले में प्राइवेट अस्पतालों में तैनात डाक्टरों, स्टाफ नर्स व पैरामेडिकल स्टाफ को टीकाकरण मुहिम के साथ जोड़ा जा रहा है। इसके लिए दिल्ली हार्ट इंस्टीच्यूट, आदेश अस्पताल और सिविल अस्पताल को सेंटर बनाया गया है।

दूसरी तरफ सेहत विभाग में काम कर रहे मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर व पैरामेडिकल स्टाफ ने सरकार की तरफ से उनकी मांगे नहीं मानने के विरोध में वैकसीनेशन मुहिम का बायकाट कर रखा है। उनका कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगे नहीं मानेगी वह इस मुहिम में हिस्सा नहीं लेंगे। यही कारण है कि विभाग की तरफ से तय लक्ष्य हासिल करने में दिक्कत आ रही है। वही सेहत विभाग अब पहले मिले सकारात्मक परिणाम के बाद रहते कर्मचारियों को जागरुक भी कर रहा है लेकिन इसमें किसी को भी फोर्स नहीं किया जाएगा। सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लो पहले ही कह चुके हैं कि यह मुहिम स्वइच्छा पर निर्भर है। अगर कोई वैक्सीन नहीं लगवाना चाहता है तो उसे जबरदस्ती नहीं की जाएगी। उनका मूल काम स्टाफ व लोगों को जागरुक करना है।     

रविवार को वैक्सीनेशन के लिए 100 लाभपात्रियों की सूची तैयार कर पिन कोड सभी मोबाइल फोन पर मैसेज कर दिए गए थे। इसमें वैक्सीनेशन प्रक्रिया सुबह 9 बजे शुरू की गई थी। उधर, शनिवार को जिले के तीन सेशन सेंटरों पर 36 स्वास्थ्य कर्मियों को टीके लगाए गए थे उनको किसी तरह की दिक्कत नहीं आई। जिला टीकाकरण अफसर डा. मीनाक्षी सिंगला ने बताया कि सेशन सेंटर में सिविल अस्पताल बठिंडा, सरकारी अस्पताल गोनियाना मंडी और सरकारी अस्पताल तलवंडी साबो शामिल किए थे वही अब दो प्राइवेट सेंटर आदेश व दिल्ली हार्ट मंगलवार से एक्टिव होंगे। यहां जिले भर के सभी प्राइवेट अस्पतालों के सेहत कर्मियों को वैक्सीन लगाई जाएगी।

आने वाले दिनों में स्वास्थ्य कर्मियों के बाद पुलिस कर्मचारी और सरकारी अधिकारियों को टीके लगाए जाएंगे। पहले चरण में 12,156 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन प्रक्रिया में शामिल किया गया है। सेहत विभाग की तरफ से सेंटरों के मुताबिक कोविड पोर्टल में दर्ज लाग इन आईडी दे दी गई है। कोई लाभपात्री वैक्सीन लगवाने के मैसेज को दो बार इग्नोर करता है और सेंटर पर जाकर वैक्सीन नहीं लगवाता तो उसकी पोर्टल से एंट्री रद हो जाएगी। वैक्सीन लगवाने से पहले घर से कुछ खाकर आएं। फोटो आईडी प्रूफ साथ लेकर आएं। मोबाइल फोन पर आया मैसेज डिलीट न करें। कोरोना का टीका लगने के बाद हर मरीज को 30 मिनट आब्जर्वेशन हाल में रहना रखा जाएगा। किसी तरह के साइड इफेक्ट का पता इतने समय में चल जाएगा। इमरजेंसी के लिए एंबुलेंस भी रहेगी। फिलहाल जिन लोगों ने भी वैकसीन लगवाई सभी स्वस्थ हैं। हां एक दो लोगों को बाजू पर हल्का दर्द हुआ। लेकिन बाद में सब नॉर्मल हो गया।

खबर एक नजर में देखे

लेबल

पुरानी बीमारी से परेशान है तो आज ही शुरू करे सार्थक इलाज

पुरानी बीमारी से परेशान है तो आज ही शुरू करे सार्थक इलाज
हर बीमारी में रामबाण साबित होती है इलैक्ट्रोहोम्योपैथी दवा

फ़ॉलोअर

संपर्क करे-

Haridutt Joshi. Punjab Ka Sach NEWSPAPER, News website. Shop NO 1 santpura Road Bathinda/9855285033, 01645012033 Punjab Ka Sach www.punjabkasach.com

देश-विदेश-खेल-सेहत-शिक्षा जगत की खबरे पढ़ने के लिए क्लिक करे।

देश-विदेश-खेल-सेहत-शिक्षा जगत की खबरे पढ़ने के लिए क्लिक करे।
हरिदत्त जोशी, मुख्य संपादक, contect-9855285033

हर गंभीर बीमारी में असरदार-इलैक्ट्रोहोम्योपैथी दवा

हर गंभीर बीमारी में असरदार-इलैक्ट्रोहोम्योपैथी दवा
संपर्क करे-

Amazon पर करे भारी डिस्काउंट के साथ खरीदारी

google.com, pub-3340556720442224, DIRECT, f08c47fec0942fa0
google.com, pub-3340556720442224, DIRECT, f08c47fec0942fa0

यह ब्लॉग खोजें

Bathinda Leading NewsPaper

E-Paper Punjab Ka Sach 23 Nov 2024

HOME PAGE