बठिंडा. जिले के एम्स बठिंडा में सप्ताहिक कैंसर जागरूकता सप्ताह मनाया गया। समागम में विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को कैंसर से बचाव संबंधी जागरुक करने के साथ कैंसर से होने वाले कारणों के बारे में जानकारी दी। यह जागरुकता समागम विकिरण कैंसर विज्ञान, सामुदायिक और परिवार चिकित्सा और सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभागों द्वारा आयोजित किया गया था।
उद्घाटन समारोह में एम्स के निदेशक प्रो. डॉ. डी. के. सिंह ने कैंसर की रोकथाम और प्रारंभिक पहचान की भूमिका पर जोर दिया। कैंसर की चिकित्सा, सामाजिक और सांप्रदायिक एकीकरण का महत्व डीन और चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर डॉ. सतीश गुप्ता द्वारा बताया गया।
सप्ताह भर चले समागम में विभिन्न कैंसर निवारक सत्रों के साथ जारी रहा। डॉ. रोहन महाजन, डॉ. सपना मार्कस भट्टी की तरफ से स्तन कैंसर और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर की शुरुआती पहचान और रोकथाम के बारे में बताया। वही सर्वाइकल कैंसर के संबंध में स्क्रीनिंग द्वारा डॉ. लाज्या देवी गोयल, डॉ. निखिल गर्ग द्वारा कैंसर की रोकथाम बारे बताया। डॉ. भोला की तरफ से पारिवारिक कैंसर के मिथकों के बारे में भी परिचय करवाया। प्रोफेसर नाथ और प्रोफेसर डॉ. अखिलेश पाठक और डॉ. रोहित महाजन द्वारा सिर और गर्दन के कैंसर में स्क्रीनिंग के बारे में बताया। इस दौरान बड़े पैमाने पर एमबीबीएस छात्र और समुदाय के लोग हाजिर थे। वही समागम समारोह से पहले एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें डॉ. सपना ने मुख्य अतिथि प्रोफेसर डॉ. डी.के. सिंह और चिकित्सा अधीक्षक प्रो (डॉ) सतीश गुप्ता के साथ कैंसर जागरूकता अभियान 2021 के बारे में बताया।
इस अवसर पर कैंसर रोगी के परीक्षण और क्लेश का चित्रण करते हुए एक कैंसर स्किट का प्रदर्शन किया गया। डॉ. सपना और डॉ. अंकिता के मार्गदर्शन में प्रथम वर्ष के छात्रों द्वारा स्किट को खूबसूरती से तैयार किया गया था। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण कैंसर का उपचार करवा चुके लोग थे, जिन्होंने अपने कैंसर उपचार के दौरान लड़ी गई लड़ाई में अपने अनुभव साझा किया। उन्हें प्रशंसा और गुलाब के साथ प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया । योग्य निर्देशक ने लोगों के साथ बातचीत की और उन्हें बधाई दी।
इसी उत्साह और जोश के साथ 5 फरवरी को डॉ. अंकिता कांकरिया ने बादल गांव में कैंसर जागरूकता शिविर का आयोजन किया । मुख्य अतिथि डॉ. रंजू सिंगला (सिविल सर्जन, मुक्तसर) और डॉ। मंजू बंसल (एसएमओ, बादल) हाजिर रहे। इस समागम में मुख्य रूप से आशा कार्यकर्ता और ग्रामीण क्षेत्रों के लोग थे। डॉ. रमणिका अग्रवाल ने कैंसर से जुड़े मिथकों को ध्वस्त करके उन्हें जागरूक किया । डॉ. सपना और डॉ. अंकिता ने हाजिर लोगों में हर संभव तरीके से जागरूकता फैलाने का संकल्प लेने के साथ यह कैंसर सप्ताह संपन्न हुआ।
फोटो -कैंसर जागरुकता समारोह में हाजिर छात्र व इलाके के लोग वही मुख्यातिथि सम्मानित करते।