रामपुरा फूल। कोरोना के कारण लोगों को शारीरिक दूरी बनाये रखने के आदेश सरकार की ओर से जारी किए गए हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की इसी लापरवाही का नजारा सोमवार सुबह सिविल अस्पताल में देखने को मिला। अस्पताल के प्रांगण में जमा लोगों की भीड़ शारीरिक दूरी के नियम को तोड़ रही थी। भीड़ ओट केंद्र (नशामुक्ति केंद्र) में दवा लेने पहुंचे मरीजों की भीड़ थी। ओट केंद्र के बाहर सैंकड़ों की संख्या में खड़े मरीज सरकार तथा स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल खोल रहे थे। मरीजों की लाइनें अस्पताल के मुख्य गेट से बाहर सड़क तक लगी हुईं थीं। मरीज एक-दूसरे से सटकर खड़ थे। मरीज कोरोना से बचाव हेतु सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस का उल्लंघन करने को मजबूर थे। ओट केंद्र के बाहर खड़े मरीजों के कारण एमरजेंसी वार्ड की तरफ जाने वाला रास्ता बंद हो गया था। बाद में भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा।
ओट केंद्र में सिर्फ सोमवार को ही दी जाती है दवाई :
ओट केंद्र में आने वाले मरीजों को सप्ताह में छह दिन दवाई दी जाती थी। जिसके चलते मरीजों की भीड़ कम होती थी। किन्तु अब सप्ताह में एक ही दिन सोमवार को दवाई दिए जाने के कारण दवाई लेने हेतु मरीजों की भीड़ लग जाती है।
स्थिति कंट्रोल करने हेतु बुलानी पड़ी पुलिस :
अस्पताल के एसएमओ डा. नरेंद्र बांसल ने बताया कि सोमवार को सैंकड़ों की संख्या में मरीज ओट केंद्र पर दवा लेने पहुंचे थे। जिसके चलते अस्पताल में आने वाले अन्य लोगों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ी। उस्थिति को कंट्रोल करने हेतु उन्हें पुलिस को बुलाना पड़ी। डाक्टर बांसल ने कहा कि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने हेतु सिविल सर्जन बठिडा को पत्र भेजकर सप्ताह में अन्य दिन भी ओट केंद्र खोलने की मांग की जाएगी।
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