तरनतारन. पुलिस ने नशा करने के आरोपी को छोड़ने के बदले में 7 लाख रुपए रिश्वत लेने के आरोप में नारकोटिक्स सैल के इंचार्ज एएसआई गुरदियाल सिंह को नामजद किया है। एएसआई ने जिन दो लोगों से मिलकर आरोपी को छोड़ा था, उन्हें भी केस में नामजद किया गया है। उसके साथियों की पहचान जेएस गिल रेस्टोरेंट के मालिक गुरबिंदर सिंह और गांव वां तारा सिंह के भोलू नामक शख्स के रूप में हुई है। केस दर्ज होने के बाद एएसआई गुरदियाल सिंह अंडरग्राउंड हो गया है, जबकि उसके साथी फरार बताए जा रहे हैं।
10 लाख में सौदा हुआ, बाकी रकम न देने पर गिरफ्तारी की देता था धमकियां- डीएसपी सुच्चा सिंह बल ने बताया कि यह केस सतनाम सिंह निवासी मियाणी की शिकायत पर दर्ज किया गया है। सतनाम ने अपनी शिकायत में बताया कि कुछ दिन पहले उसने नशा किया हुआ था। इसी आरोप में 23 दिसंबर को नारकोटिक्स सैल के इंचार्ज एएसआई गुरदियाल सिंह ने उन्हें आकर पकड़ लिया। दरअसल, गांव वां तारा सिंह के भोलू नामक शख्स ने उसे पकड़वाने के लिए नारकोटिक्स सैल के इंचार्ज को शिकायत की थी। इसी बीच जेएस गिल रेस्टोरेंट के मालिक गुरबिंदर सिंह ने एएसआई से सांठगांठ करके गिरफ्तारी से बचने के लिए उसे 10 लाख रुपए रिश्वत देने के लिए कहा। इस पर उसने 7 लाख रुपए दे दिए और बाकी की राशि उसे बाद में देने की बात कही।
मगर कुछ दिन बाद ही आरोपी उससे तीन लाख रुपए की मांग करने लगे। साथ ही धमकी दी कि अगर 3 लाख रुपए न दिए तो केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आरोपियों की साजिश से बचने के लिए सतनाम सिंह ने तरनतारन के एसएसपी को इसकी शिकायत कर दी। डीएसपी सुच्चा सिंह ने बताया कि सतनाम की शिकायत की जांच करने के बाद आरोपी सही पाए गए। इसलिए अब तरनतारन के थाना सिटी में नारकोटिक्स के इंचार्ज समेत तीन आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है, जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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