रविवार, 21 फ़रवरी 2021

पंजाब के बजट सेशन में रहेगी 2022 चुनाव के बड़े वोट बैंक पर नजर- किसानों, युवाओं पर मेहरबान होगी कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार, कर सकती है कुछ बड़े ऐलान


चंडीगढ़। 
कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को देखते हुए इस बार सबकी नजर पंजाब सरकार के बजट पर रहेगी। कैप्टन सरकार अपने आखिरी बजट में किसानों और युवाओं के लिए कुछ बड़े एलान कर सकती है। इनमें सबसे बड़ी घोषणा किसानों की कर्ज माफी से जुड़ी हो सकती है। माना जा रहा है कि आठ मार्च को पेश होने वाले बजट में सरकार 32 हजार किसानों को कर्ज माफी का तोहफा दे सकती है। पंजाब में 8 मार्च को बजट पेश किया जाएगा।

बड़े वोट बैंक पर नजर

कैप्टन सरकार की नजर किसानी वोट बैंक पर है। तीन कृषि कानूनों को लेकर राज्य सरकार ने सबसे पहले इन बिलों के खिलाफ अपने बिल पारित करके राज्यपाल को भेज रखे हैं। पिछले चुनाव में भी सरकार किसानों के कर्ज माफ करने का वादा करके सत्ता में आई थी।

बजट में ये हो सकता है खास

  • 3200 किसानों व कृषि मजदूरों की कर्ज माफी की खुलेगी राह
  • 1500 से 2000 करोड़ रुपये कर्ज माफी के लिए रखने की योजना
  • 1500 करोड़ रुपये की दरकार है खेतिहर मजदूरों की कर्ज माफी के लिए
कितने चरणों में कर्ज माफी

पहला चरण: ढाई एकड़ तक जमीन वाले किसानों के दो लाख रुपये के कर्ज माफ किए थे। ये कर्ज सरकारी, सहकारी बैंकों से लिए थे या प्राइवेट बैंकों से।
दूसरा चरण: पांच एकड़ तक जमीन वाले किसानों के दो लाख तक के कर्ज माफ किए। इसमें दो लाख रुपये तक का कर्ज को माफ हो गया,लेकिन जिनका कर्ज दो लाख रुपये से एक रुपया भी ज्यादा है, उनका कर्ज माफ नहीं हुआ।
तीसरा चरण: दूसरे चरण में 32 हजार किसान वेरिफिकेशन से रह गए थे। नए बजट में इनको शामिल किया जा रहा है। इस वर्ग में 1.16 लाख किसानों ने अप्लाई किया था।
चौथा चरण: सरकार को खेतिहर मजदूरों का कर्ज भी माफ करना है। इस वर्ग के लिए लगभग 1500 करोड़ रुपये की अलग से दरकार है।

ज्यादा भर्ती पर जोर


किसानों के अलावा युवाओं पर भी कैप्टन सरकार की नजर है। उन्हें स्मार्ट फोन दिए जाने की योजना लागू कर दी गई है, लेकिन रोजगार उनका मुख्य मुद्दा पिछले साल सरकार ने रिटायरमेंट एज को 60 से कम करके 58 इसी इरादे से किया था, ताकि इनमें ज्यादा से ज्यादा भर्ती की जा सके।

2500 रुपये बेरोजगारी भत्ता विचाराधीन

सरकार नए सिरे से विभागों का पुनगर्ठन किया जा रहा है। पुराने व अप्रासंगिक हो चुके पदों को खत्म किया जा रहा है और उनमें नए पद सृजित करके नई भर्ती खोल दी गई है। बेरोजगारों के लिए 2500 रुपये बेरोजगारी भत्ता देना भी सरकार के विचाराधीन है।

  • 1000 करोड़ रुपये बजट में रखने की मांग की है रोजगार सृजन विभाग ने
  • 1875 नए पद सृजित करने व पांच नए विभागों के पुनर्गठन को मंजूरी दे चुकी है सरकार

3000 प्राइवेट मिनी बसों के परमिट

युवाओं को मिनी प्राइवेट बसों के परमिट दिए जा रहे हैं। मार्च के पहले हफ्ते में ही सरकार ऐसे युवाओं को तीन हजार परमिट देने की घोषणा कर सकती है। राज्यपाल के अभिभाषण में इसकी घोषणा की जा सकती है। इसके अलावा और भी कई बड़ी योजनाओं पर काम चल रहा है।

इस वर्ष अतिरिक्त कर्ज नहीं लेगी सरकार

सरकार कई अहम कार्यों अंजाम देने की तैयारी में है। बड़ी घोषणाओं के लिए वित्तीय इंतजाम कुल घरेलू सकल उत्पाद के दो फीसद अतिरिक्त कर्ज के जरिए किया जाएगा। वित्तमंत्री मनप्रीत बादल ने नए साल में प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि सरकार चालू वित्त वर्ष में अतिरिक्त कर्ज नहीं लेगी, हम अगले साल यह राशि लेंगे।

बठिंडा के सरकारी दफ्तरों में आर.टी.आई. के तहत मांगी जानकारी नहीं मिलने पर उच्चाधिकारियों से की शिकायत


बठिंडा.
सोशल व आरटीआई एक्टीविस्ट संजीव गोयल ने राज्य सूचना आयुक्त व प्रशासकीय अधिकारियों को लिखित शिकायत देकर आरोप लगाया है कि बठिंडा के आर.टी.ए. कार्यालय, उप मंडल मजिस्ट्रेट कार्यालय और ए.डी.सी. (डी) कार्यालय के लोक सूचना अफसर आर.टी.आई. एक्ट- 2005 के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि सूचना का अधिकार एक्ट -2005 कानून बने 15 वर्षों से ज्यादा समय हो गया है मगर अधिकतर दफ्तरों के लोक सूचना अफसरों के द्वारा मांगी गई सूचनाएं कई महीने बीतने के बाद भी उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है जबकि नियमानुसार यह जानकारी 30 दिनों के अंदर देनी होती हैं।


उन्होंने बताया कि  पिछले साल 16 जून 2020 को आर.टी.आई. एक्ट के तहत कुछ सूचनाएं बठिंडा के आर.टी.ए. कार्यालय के लोक सूचना अफ़सर से मांगी गयी थी। तय समय में सूचना न देने पर इसकी शिकायत 22 जुलाई 2020 को राज्य सूचना कमीशन, पंजाब के पास की गई थी। कमिश्नर अजय कुमार शर्मा के पास केस सुनवाई के लिए रखा गया।केस की सुनवाई के पश्चात इस केस को पहली अपीलेट अथॉरिटी सचिव, रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी के पास ट्रांसफर कर दिया गया। मगर सूचना अपील कर्ता को प्रदान करवाना जरुरी नहीं समझा गया। आखिरकार 15 दिसंबर 2020 को दूसरी अपील केस बना कर राज्य सूचना कमीशन पंजाब के पास फिर भेजा गया, जोकि अब 04 मार्च 2021 को कमिश्नर अनुमित सिंह सोढ़ी की कोर्ट में सुनवाई के लिए रखा गया है। इसमें अपील कर्ता और लोक सूचना अफ़सर, आर.टी.ए. कार्यालय व पहली अपीलेट अथॉरिटी को केस की सुनवाई के लिये नोटिस निकाले गए हैं।

इसी तरह 11 सितंबर 2020 को आर.टी.आई. एक्ट के तहत कुछ सूचनायें बठिंडा के ए.डी.सी. (डी) कार्यालय के लोक सूचना अफसर से मांगी गई थीं। तय समय में सूचना न देने पर पहली अपीलेट अथॉरिटी के पास 20 अक्टूबर 2020 को फाइल कर दी गई मगर पहली अपीलेट अथॉरिटी की तरफ से भी आर.टी.आई. एक्ट के तहत मांगी गई सूचनायें अपील कर्ता को प्रदान नहीं की गई। अब 15 दिसंबर 2020 को दूसरी अपील केस बना कर सूचना कमीशन पंजाब के पास भेदी गई है, जिसमें 04 मार्च 2021 को सुनवाई होनी है। इसी तरह का एक मामला 10 अक्टूबर 2020 को आर.टी.आई. एक्ट के तहत कुछ सूचनाए बठिंडा के उप मंडल मजिस्ट्रेट कार्यालय के लोक सूचना अफसर से मांगी गई थी। तय समय में सूचना न देने पर पहली अपीलेट अथॉरिटी के पास 16 नवंबर 2020 को फाइल कर दी गई मगर पहली अपीलेट अथॉरिटी की तरफ से भी आर.टी.आई. एक्ट के तहत मांगी गई सूचनायें नहीं मिलने पर 15 फरबरी 2021 को दूसरी अपील केस बना कर राज्य सूचना कमीशन के पास भेजी गई है। फिलहाल आरटीआई एक्ट के नियमों की पालना नहीं करने पर अब  इन सभी कार्यालयों के लोक सूचना अफसरों की शिकायत मुख्यमंत्री पंजाब, मुख्यसचिव पंजाब और डिप्टी कमिश्नर बठिंडा को भेज कर सम्बंधित लोक सूचना अफसरों पर बनती कारर्वाई करने की मांग की है। 


सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के बठिंडा जिले के गांव में रैली करेगा दिल्ली हिंसा का आरोपित लक्खा सिधाना, पुलिस की बढ़ी चिंता


बठिंडा।
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में वांछित पूर्व गैंगस्टर लक्खा सिधाना की चुनौती ने दिल्ली पुलिस के साथ-साथ पंजाब पुलिस की चिंता भी बढ़ा दी है। एक लाख रुपये के इनामी लक्खा सिधाना ने दिल्ली पुलिस को इंटरनेट मीडिया से चुनौती देते हुए कहा है कि वह 23 फरवरी को बठिंडा के मेहराज में रैली करने वाला है। पुलिस उसे गिरफ्तार करके दिखाए।

लाल किला किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में फरार मुख्य आरोपी और गैंगस्टर से सामाजिक कार्यकर्ता बने लखबीर सिंह उर्फ लक्खा सिधाना ने शनिवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में सिधाना ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार किसानों के खिलाफ झूठे केस दर्ज कर उन्हें डराने की कोशिश कर रही है। इस वीडियो में उसने अप्रत्यक्ष रूप से भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पर भी हमला बोला है। सिधाना ने कहा कि किसान आंदोलन पर अब लोगों का कब्जा हो गया हो जो कि पंजाबी भी नहीं हैं। उसने कहा है कि किसानों का आंदोलन सात महीने पुराना है और अपने चरम पर पहुंच गया है।

लक्खा सिंह बीते 25 दिनों से लगातार दिल्ली पुलिस की पहुंच से बाहर है। उसके ऊपर पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया है। अपने फेसबुक पर उसने एक वीडियो अपलोड किया है। इस वीडियो में वह पंजाब के लोगों और युवाओं को भड़का रहा है।

टेंट के अंदर बनाया गया है वीडियो
वीडियो किसी टेंट के अंदर रात में बनाया गया है। टेंट में दिख रहा है कि कई लोग जमीन पर कंबल में सो रहे हैं। लक्खा उनके बीच बैठकर वीडियो बना रहा है।वह वीडियो में कह रहा है, '23 फरवरी को बड़ी संख्या में लाखों की संख्या में लोग पहुंचने चाहिए। बठिंडा जिले मेहराज पिंड में आओ, उधर ही प्रदर्शन रखा गया है। आओ मेरे भाइयों बड़ी संख्या में कोशिश करें ताकि पता लगे कि हम किसान आंदोलन के साथ हैं।'


कौन है लक्खा सिंह सिधाना?
बता दें कि पंजाब में बठिंडा के रहने वाले लाखा सिधाना 26 नवंबर, 2020 से ही सिंघु बॉर्डर पर टिके हुए हैं। सिधाना पर पंजाब में दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह कई बार जेल भी जा चुके हैं।

गौरतलब है कि मेहराज पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का पैतृक गांव है। लक्खा सिधाना भी इसी इलाके का रहने वाला है। इस लिहाज से पंजाब पुलिस भी सतर्क हो गई है। बठिंडा के एसएसपी भूपिंदर जीत सिंह विर्क ने कहा कि सिधाना बठिंडा में किसी मामले में वांछित नहीं है, लेकिन यदि दिल्ली पुलिस कार्रवाई करती है तो हम पूरा सहयोग करेंगे। किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

पंजाब पुलिस की चिंता इस बात को लेकर भी है कि सिधाना से युवाओं से बड़ी संख्या में रैली में पहुंचने की अपील की है। उसके खिलाफ पंजाब में 20 आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें वो बरी भी हो चुका है। पुलिस ने पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू, जुगराज सिंह, गुरजोत सिंह व गुरजंत सिंह पर एक-एक लाख रुपये और जगबीर सिंह, बूटा सिंह, सुखदेव सिंह व इकबाल सिंह पर 50-50 हजार रुपये इनाम की घोषणा की थी। दीप सिद्धू, इकबाल सिंह व सुखदेव सिंह को दिल्ली पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। पांच अन्य उपद्रवियों की तलाश जारी है। इनमें लक्खा सिधाना भी शामिल है। पुलिस को शक है कि वह सिंघू बार्डर पर ही आंदोलनकारियों के बीच छिपा हुआ है।

वहीं, दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि पुलिस कानून के हिसाब से अपना काम कर रही है। सही समय पर उचित निर्णय लेने से पुलिस नहीं चूकेगी। दिल्ली पुलिस गुरनाम सिंह चढ़ूनी के वीडियो को भी गंभीरता से ले रही है, जिसमें उसने गिरफ्तारी के विरोध की बात कही है।

सिधाना ने दावा किया था कि उन्‍होंने अपराध की दुनिया छोड़ दी है। उसके बाद से ही वे सामाजिक कार्यों में संलिप्त हो गए। उन्‍होंने वर्ष 2012 में पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब के चुनाव निशान पर विधानसभा चुनाव भी लड़ा था। अब यह पार्टी अस्तित्व में नहीं है।

इसका गठन राज्य के मौजूदा वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने शिरोमणी अकाली दल छोड़ने के बाद किया था। बादल बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए थे और वर्ष 2017 का विधानसभा चुनाव पार्टी के टिकट पर लड़ा था।

एक लाख रुपये का घोषित है इनाम

दिल्ली पुलिस ने पंजाब के गैंगस्टर लखबीर सिंह लक्खा उर्फ लक्खा सिधाना पर 1 लाख रुपये इनाम की घोषणा की है। पुलिस को उसकी सूचना देने वाले को यह रकम दी जाएगी।

लक्खा 26 जनवरी को लाल किले में हुई हिंसा में शामिल था। उस दिन दिल्ली पुलिस के जवानों पर बर्बरता करने वाले और चार आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं।

वीडियो के जरिए पुलिस को गुमराह करने की कोशिश

दिल्ली पुलिस ने बताया कि क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल की छह टीमें लक्खा को खोज रही है। उसके सिर पर इनाम की घोषणा पिछले हफ्ते की गई थी।

कहा जा रहा है कि सिधाना सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों के बीच छिपा है। पिछले हफ्ते उसे टिकरी बॉर्डर के एक वीडियो में देखा गया था, लेकिन सूत्रों का कहना है कि वह जानबूझ कर वीडियो में दिखा ताकि पुलिस को गुमराह किया जा सके।

लक्खा पर दर्जनों मुकदमे
एक अधिकारी ने कहा, 'वो पंजाब के भटिंडा जिले के सिधाना गांव का रहने वाला है। एक वक्त वह पंजाब का सबसे कुख्यात गैंगस्टर हुआ करता था। उस पर दो दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। इनमें हत्या, हत्या की कोशिश, बूथ कैप्चरिंग, लूट और अवैध हथियार रखने जैसे मामले शामिल हैं।'

बठिंडा रेलवे स्टेशन से 11 माह बाद कल से ट्रैक पर लौट रही पैसेंजर ट्रेन को एक्सप्रेस गाड़ी में रेलवे ने किया तब्दील


बठिंडा:
करीब 11 महीने के बाद रेलवे ट्रैक पर पैसेंजर ट्रेन अब एक्सप्रेस बनकर लौट रही है। फिरोजपुर कैंट-बठिडा व बठिडा-फिरोजपुर कैंट के मध्य 88 किलोमीटर की दूरी तय करेंगी, जिसमें अप-डाउन में ट्रेन का ठहराव पूर्व की भांति सभी 11 छोटे-बड़े व हाल्ट स्टेशनों पर होगा।

ट्रेन में बदलाव के नाम पर गाड़ी संख्या और किराए में ही बदलाव किया गया है, जितनी दूरी के लिए पहले यात्रियों को दस रुपये पैसेंजर ट्रेन का किराया देना होता था, उतनी दूरी व समय के लिए अब यात्रियों को तीस रुपए से ज्यादा किराया देना होगा।सुबह यह ट्रेन बठिडा से छह बजकर 40 मिनट पर चलेगी जो कि फिरोजपुर कैंट रेलवे स्टेशन पर 8:50 बजे पहुंचेगी, जबकि वापसी में शाम को फिरोजपुर कैंट रेलवे स्टेशन से 5:40 पर चलकर बठिडा रात्रि 7:55 बजे पहुंचेगी। फरीदकोट रेलवे स्टेशन के अधीक्षक सूरज भान शर्मा ने बताया कि यह स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन 22 फरवरी सोमवार से चलेगी, जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

जनरल टिकट पर भी यात्रा कर सकेंगे यात्री

ट्रेन में यात्रियों के बैठने की कोई लिमिट नहीं रखी है। यात्री रेलवे स्टेशनों के टिकट खिड़की से सामान्य टिकट ले कर यात्रा कर सकते हैं। यह ट्रेन पूरी तरह से अनारक्षित श्रेणी की है। फरीदकोट से फिरोजपुर यात्रा करने वाले रेलयात्री गौरव मानिक, रूपेश कुमार, कोटकपूरा के योगेश व प्रिस ने बताया कि रेलवे ने यह रेलगाड़ी चलाकर अच्छा काम किया है, परंतु धीरे से पैसेंजर ट्रेन को एक्सप्रेस में तब्दील कर किराया बढ़ा दिया है, जबकि एक्सप्रेस के नाम पर ट्रेन में न तो कोई बदलाव किया गया है और न ही सुविधा बढ़ाई गई है। केवल ट्रेन का नंबर पैसेंजर से बदलकर एक्सप्रेस कर दिया गया है। खैर बस की अपेक्षा अब भी ट्रेन का किराया सस्ता ही होगा।

यात्रियों के अनुसार इसकी आशंका पहले ही थी कि रेलवे जब कोरोना महामारी के बाद रेलगाड़ियों का परिचालन करेगा तो पैंसेजर ट्रेनों को एक्सप्रेस रूप में तब्दील कर किराया बढ़ा देगा, हुआ भी ठीक वैसे ही।

गाड़ी संख्या 04603 अप बठिडा-फिरोजपुर कैंट स्पेशल एक्सप्रेस के छूटने का समय

बठिडा से सुबह 6:40 बजे फिरोजपुर के लिए चलेगी जो रास्ते में गोनियाना 6:54, चंद्रभान 7:04 बजे, गंगसर जैतो 7:13, अजीतगिल मत्ता 7:21 बजे, रोमाणा अलबेल सिंह 7:28 बजे, कोटकपूरा 7:37, ज्ञानी जैल सिंह संधवा 7:50, फरीदकोट 8:01, पिपली पक्खी कला 8:10, गोलेवाला 8:18, कासुबेगू 8:28 बजे चलकर फिरोजपुर 8:50 पहुंचेगी।

गाड़ी संख्या 04604 डाउन फिरोजपुर कैंट से बठिंडा के लिए रवाना होने का समय

फिरोजपुर से शाम 5:40 बजे चलेगी, जो कि कासुबेगू 5:52, गोलेवाला 6:02, पिपली पक्खी कला 6:10, फरीदकोट 6:18, ज्ञानी जैल सिंह संधवा 6:30, कोटकपूरा 6:39, रोमाणा अलबेल सिंह 6:51, अजीतगिल मत्ता 6:58, गंगसर जैतो 7:05, चंद्रभान 7:15, गोनियाना 7:28 बजे चल कर बठिडा 7:55 बजे पहुंचेगी।

चार दिन पहले ट्रक की टक्कर से गंभीर रूप से घायल राहगीर की मौत


बठिंडा.
गोनियाना मंडी के समीप चार दिन पहले वीरवार को ट्रक की टक्कर से घायल हुए राहगीर आज रविवार की सुबह सिविल अस्पताल में उपचाराधीन मौत हो गई। समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसायटी की हाईवे एम्बुलेंस टीम द्वारा घालय को सिविल अस्पताल दाखिल करवाया गया था। मृतक सोमादी पुत्र गोयलामंडी निवासी तपन जिला (यूपी) के शव को शवगृह में रख दिया गया है तथा मृतक के वारिसों के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।

वही बीबी वाला रोड़ पर सरहिंद नहर के समीप एक युवती सड़क पर घायल अवस्था में पड़ा होने की सूचना मिलने पर समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसायटी के वालंटियर अंकित कुमार, निर्भय सिंह एंबुलेंस सहित मौके पर पहुंचे तथा घायल युवती को तुरंत सिविल अस्पताल पहुंचाकर उसका उपचार शुरू करवाया। संस्था सदस्यों द्वारा घायल युवती के सिर पर टांके लगवाए। घायल युवती की पहचान राजकुमारी पुत्री राम शंकरा निवासी खेता सिंह बस्ती के तौर पर हुई। इस घटना से सम्बन्धी फिलहाल और कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।

 

ईंट मार कर बाइक चालक का सिर फोड़ा 

बठिंडा. पुरानी रंजिश में हुए विवाद के बाद रोजगार्डन के समीप एक बाइक चालक युवक का एक अन्य युवक ने ईट मारकर सिर फोड़ दिया। व्यक्ति बुरी तरह से घायल हो गया। इसके संबंध में आसपास के लोगों ने समाजसेवी संस्था को मामले की जानकारी दी। घटना की सूचना मिलते ही समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसायटी की हाईवे एंबुलेंस टीम मौके पर पहुंची तथा घायल को तुरंत सिविल अस्पताल पहुंचाया। घायल की पहचान विक्रमजीत सिंह पुत्र गोविंद सिंह निवासी गांव बीबीवाला के तौर पर हुई। 

 

एक्टिवा तथा बाइक की टक्कर में एक घायल

बठिंडा. संतपुरा रोड पर बाइक तथा एक्टिवा की टक्कर में एक व्यक्ति घायल हो गया। घटना की सूचना मिलते ही समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसायटी के वालंटियर जनेश जैन, राकेश जिंदल एंबुलेंस सहित मौके पर पहुंचे तथा घायल को तुरंत सिविल अस्पताल पहुंचाया। घायल की पहचान चरणजीत सिंह पुत्र कर्म सिंह निवासी प्रताप नगर के तौर पर हुई।

बठिंडा में पुरानी रंजिश के चलते युवती को अगवा कर की मारपीट, चार महिलाओं पर केस दर्ज


-जिला पुलिस ने मारपीट के विभिन्न मामलों में पांच अज्ञात लोगों समेत 12 लोगों पर दर्ज किया मामला

-अमरपुरा बस्ती में घरेलू झगड़े के चलते पति ने की पत्नी से मारपीट

बठिंडा. जिला पुलिस ने मारपीट के विभिन्न तीन मामलों में चार महिलाओं समेत एक दर्जन लोगों पर केस दर्ज किया है। इसमें पांच अज्ञात लोग भी शामिल है। सभी मामलों में संबंधित थानों की पुलिस ने आरोपित लोगों पर मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। पहले मामले में थाना नंदगढ़ पुलिस के पास 17 वर्षीय हरवीर कौर निवासी गांव रायके कलां ने शिकायत देकर बताया कि गत 19 फरवरी को वह अपने चाचा हरबंस सिंह के घर के बाहर खड़ी हुई थी। इस दौरान आरोपित कमलजीत कौर पत्नी राजू सिंह, सुखविंदर कौर पत्नी गुरदर्शन सिंह, जसवीर कौर पत्नी अमरजीत सिंह व महिंदर कौर पत्नी दीप सिंह निवासी रायकेकलां उसके अगवा कर अपने घ्र ले गए और वहां पर ले जाकर उसे एक कमरे में बंद कर उसके साथ मारपीट की। जैसे-तैसे वह आरोपितों की चुंगल से भाग निकली और मामले की जानकारी अपने परिजनों को दी। मारपीट करने की वजह पुराना झगड़ा है। पुलिस ने पीड़ित युवती की शिकायत पर आरोपित महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। फिलहाल किसी भी आरोपित महिला की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

वहीं,थाना सिविल लाइन पुलिस को शिकायत देकर गुरप्रीत सिंह निवासी गांव फूल्लो मिट्ठी बठिंडा ने बताया कि गत 18 फरवरी को बठिंडा पावर हाउस रोड पर आधा दर्जन अज्ञात लोगों ने उसे बीच रास्ते में घेर लिया और उसके साथ मारपीट कर घायल कर दिया। इस दौरान एक व्यक्ति ने उसे धमकी दी। हमलावर कौन थे और किस रंजिश के चलते उसके साथ मारपीट की, उसे कुछ भी पता नहीं है। पुलिस ने पीड़ित व्यक्ति की शिकायत पर आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है।

इसके अलावा थाना कैनाल कालोनी पुलिस को शिकायत देकर अमरपुरा बस्ती निवासी चरणजीत कौर ने बताया कि घरेलू झगड़े के चलते गत आठ फरवरी को उसके पति अवतार सिंह ने उसके साथ मारपीट की और उसे घायल कर दिया। पुलिस ने डाक्टरी रिपोर्ट आने के बाद आरोपित पति पर मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है।

अदालत से गैर हाजिर रहने वाले व्यक्ति पर केस दर्ज

बठिंडा. थाना सिविल लाइन पुलिस ने अदालत से लगातार गैरहाजिर रहने वाले एक व्यक्ति पर मामला दर्ज किया है। पुलिस ने यह कार्रवाई अदालत के आदेशों के बाद की और आरोपित व्यक्ति की गिरफ्तारी के लिए प्रयास शुरू करदिए है। मामले की जानकारी देते हुए एएसआइ सोहन सिंह ने बताया कि आरोपित गुरजीत सिंह निवासी कोटकपूरा जिला फरीदकोट के खिलाफ गुरमीत सिंह टिवाणा सीजेएम बठिंडा की अदालत में एक केस चल रहा है, जिसके संबंध में अदालत की तरफ से आरोपित को कई बार अदालत में पेश होने के निर्देश दिए गए है, लेकिन वह लगातार गैरहाजिर चलते आ रहा है। इसके चलते अदालत ने पुलिस को उक्त आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने के आदेश दिए है। जिस पर कार्रवाई करते हुए आरोपित पर केस दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास शुरू कर दिए है।


गाड़ी की टक्कर से मोटरसाइकिल चालक की मौत, चालक पर केस दर्ज

बठिंडा. मौड़ मंडी में एक तेज रफ्तार गाड़ी ने मोटरसाइकिल सवार दो युवकों को टक्कर मार दी। हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। थाना मौड पुलिस ने घायल युवक के बयानों पर गाड़ी चालक पर मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस को बयान देकर मौड़ खुर्द निवासी मनोज कुमार ने बताया कि गत 17 फरवरी को वह और 30 वर्षीय राज किशोर निवासी गांव माडी उसके साथ ईंट भट्टे पर काम करता था। वह दोनों माेटरसाइकिल पर सवार होकर मौड़ मंडी की तरफ जा रहे थे। जब वह मौड़ मंडी के ओवरब्रिज पर पहुंचे, तो पीछे तेज रफ्तार से आई गाड़ी, जिसे आरोपित शमशेर सिंह निवासी गांव जोधपुर पाखर चला रहा था, उसने लापरवाही से उनके मोटरसाइकिल को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में वह दोनों घायल हो गए, जबकि इलाज के दौरान राज किशोर की मौत हो गई। पुलिस ने आरोपित गाड़ी चालक शमशेर सिंह पर लापरवाही से गाड़ी चलाने का मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है।


45 लीटर लाहन समेत दो काबू

बठिंडा. थाना नेहियावाला व सिटी रामपुरा पुलिस ने विभिन्न जगहों से 45 लीटर लाहन बरामद कर दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनके खिलाफ एक्साइज एक्ट के तहत मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। एएसआइ सुरजीत सिंह ने गुप्त सूचना के आधार पर गांव महाराज सवाई में छापेमारी कर पांच लीटर लाहन बरामद की और आरोपित जगतार सिंह को मौके पर गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया, जिसे बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया। इसके अलावा थाना सिटी रामपुरा पुलिस के हवलदार जगदेव सिंह ने भी रामपुरा मंडी में छापेमारी कर 40 लीटर लाहन समेत आरोपित जसवीर सिंह निवासी महाराज को गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया गया।



 

बठिंडा में लापरवाही:बच्चे तो क्या अध्यापक भी नहीं लगाते मास्क, सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं


बठिंडा। 
कोरोना लॉकडाउन के बाद स्कूल खुलने के कुछ दिनों के बाद स्कूलों में अध्यापकों व विद्यार्थियों के कोरोना पॉजिटिव आने पर संज्ञान लेते हुए शिक्षा विभाग ने प्रदेश के तमाम स्कूलों को एसओपी गाइडलाइंस का लाजिमी तौर पर पालन करने के निर्देश जारी किए हैं।

कड़ी चेतावनी के बावजूद स्कूलों में हेल्थ एडवाइजरी के नियमों की परवाह नहीं की जा रही। पंजाब के अलग-अलग जिलों समेत बठिंडा के कटार सिंह वाला में कोरोना केस सामने आने पर भी स्कूल प्रबंधक कोई सबक नहीं ले रहे हैं।

शिक्षा विभाग ने खुद माना है कि विभिन्न जिलों में विजिट के दौरान पाया गया कि कुछ विद्यार्थी व अध्यापक एसओपी गाइडलाइंस की पालना नहीं करते। दैनिक भास्कर की टीम ने शनिवार को कुछ सरकारी, एडेड व प्राइवेट स्कूलों का औचक निरीक्षण किया जिनमें अधिकांश स्कूलों की कक्षाओं में बैठे बच्चों में सोशल डिस्टेंसिंग नहीं दिखी, वहीं बच्चों के चेहरे पर मास्क नजर नहीं आए।

यही नहीं, अध्यापक भी भी कई जगह पर मास्क नहीं लगाते। कैमरा देखते ही मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग को भगदड़ मच गई। अलग से फंड जारी होने के बावजूद स्कूलों में बच्चों व स्टाफ के हैंड सेनिटाइज नहीं किए जा रहे।

4 जिलों के अध्यापक व विद्यार्थी मिल चुके पॉजिटिव, टेस्ट से कतरा रहे

सेहत विभाग की टीम के स्कूल पहुंचने पर अध्यापक ही कोरोना टेस्ट करवाने से इनकार कर रहे हैं। कनाल कॉलोनी के सरकारी आदर्श सीसे स्कूल में शनिवार की सुबह पहुंची टीम लगातार डेढ़ घंटा तक बैठी रही, लेकिन काफी समझाने के बावजूद स्कूल के 24 टीचिंग-नान टीचिंग स्टाफ में से सिर्फ 2 ही सैंपल देने को राजी हुए। जिले के स्कूल में कोरोना की दस्तक के बाद सेहत विभाग ने जिले के 236 सरकारी स्कूलों के स्टाफ का आरटीपीसीआर तकनीक से कोरोना टेस्ट करवाने के कड़े निर्देश दिए थे।

सिविल अस्पताल समेत 12 अस्पतालों की टीमें अपने-अपने ब्लॉक के स्कूलों में जाकर अध्यापकों का कोरोना टेस्ट कर रही हैं। शिक्षा विभाग ने 7 जनवरी से 5वीं से 12वीं जबकि 27 जनवरी से पहली से 12वीं तक के सभी स्कूलों को रूटीन में खोलने के निर्देश दिए।

स्कूल खुलने के एक महीने के अंतराल में ही प्रदेश के 4 जिलों में एक स्कूल अध्यापिका की मौत हो गई जबकि कई अध्यापक और बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 23 जनवरी को लुधियाना के गालिबकलां के सीसे स्कूल की शिक्षिका की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई जबकि उनकी बेटी व पति भी कोरोना संक्रमित हुए तथा स्कूल के 9 अन्य अध्यापक व 3 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए।

इसके अलावा 2 फरवरी को नवांशहर के हाई स्कूल के 3 अध्यापक व 14 विद्यार्थी कोरोना पॉजिटिव पाए गए, फिर 9 फरवरी को साहनेवाल के गांव चौंता के सेकंडरी स्कूल की अध्यापिका कोरोना पॉजिटिव मिली। वहीं 18 फरवरी को जिला बठिंडा के कटार सिंह वाला हाई स्कूल के 12 बच्चे व एक अध्यापिका कोरोना पॉजिटिव पाई गई।

शिक्षा विभाग की ओर से हेल्थ एडवाइजरी की एसओपी गाइडलाइंस की पालना तमाम सरकारी, एडेड व प्राइवेट स्कूलों में यकीनी बनाने के निर्देश दिए गए हैं। हर स्कूल में एक अध्यापक को नोडल अफसर बनाया जाएगा जबकि हर क्लास में एक विद्यार्थी को मॉनिटर बनाकर हरेक बच्चे को नियमों के पाबंद बनाया जाएगा। जिला शिक्षा अफसर एलिमेंटरी व सेकंडरी एडेड और प्राइवेट स्कूलों का भी निरीक्षण करेंगे।

टेस्ट न करवाने वाले स्कूल स्टाफ से होगा जवाबतलब

सेहत विभाग की टीम से कोविड 19 सेंपलिंग करवाने में आनाकानी करने वाले स्टाफ से जवाबतलब होगा, हालांकि सरकारी स्कूलों के ज्यादातर स्टाफ की ओर से कोरोना टेस्ट करवाया जा चुका है। फिर भी टेस्ट करवाने से दूसरों का भी बचाव होगा। एसओपी की पालना के लिए सोमवार से डीईओ आफिस की अलग-अलग टीमें सरकारी, एडेड व प्राइवेट स्कूलों का निरीक्षण करेंगी। -इकबाल सिंह, डिप्टी डीईओ बठिंडा

कृषि कानूनों के विरोध में सुसाइड:पंजाब में किसान पिता-पुत्र ने आत्महत्या की, सुसाइड नोट में लिखा- मोदी सरकार धोखा कर रही


होशियारपुर।
कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को 87 दिन हो गए हैं। इस बीच किसानों के आत्महत्या करने का सिलसिला रुक नहीं रहा। पंजाब के एक किसान परिवार में पिता-पुत्र ने शुक्रवार को सुसाइड कर लिया। शनिवार को सामने आया यह मामला होशियारपुर जिले के मुहद्दीपुर गांव का है। जो सुसाइड नोट मिला है, उसमें मोदी सरकार के साथ-साथ पंजाब की अमरिंदर सरकार को भी जिम्मेदार ठहराया गया है। पिता-पुत्र ने आत्महत्या करने से पहले पंजाबी में सुसाइड नोट लिखा था।

पिता-पुत्र ने आत्महत्या करने से पहले पंजाबी में सुसाइड नोट लिखा था।

मृतकों की पहचान नंबरदार जगतार सिंह और उनके बेटे कृपाल सिंह के रूप में हुई है। इनके परिजन की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और सुसाइड नोट बरामद किया। इसमें लिखा है, 'मोदी सरकार किसानों के साथ धोखा कर रही है। कृषि कानूनों ने किसानों को बर्बाद कर दिया है। मोदी सरकार उनकी एक बात नहीं सुन रही। कैप्टन सरकार ने भी हमारा कर्ज माफ नहीं किया है। हम तंग आ गए हैं, अब जीना नहीं चाहते। इसलिए हम खुदकुशी कर रहे हैं।'

किसान आंदोलन में अब तक 200 से ज्यादा मौतें

किसान 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। इसके साथ ही अलग-अलग राज्यों में भी प्रदर्शन चल रहे हैं। किसान आंदोलन में शामिल हुए 200 से ज्यादा लोगों की अब तक अलग-अलग वजहों से मौत हो चुकी है। इनमें से कुछ ने आत्महत्या कर ली तो कई किसानों की मौत हार्ट अटैक, ठंड लगने और हादसों की वजह से हो गई।

शनिवार, 20 फ़रवरी 2021

जिंदगी से हारी 10वीं की छात्रा:लुधियाना में सरहिंद नहर में लगा दी छलांग; सुसाइड नोट में लिखा- मैं जीना नहीं चाहती थी, मम्मी-पापा मुझे माफ कर देना


लुधियाना।
पंजाब के लुधियाना जिले के श्री माछीवाड़ा साहिब कस्बे में बेट क्षेत्र के एक गांव की 10वीं कक्षा की छात्रा ने मौत को गले लगा लिया। वह जिंदगी से इतनी हार चुकी थी कि उसने जान देना ही मुनासिब समझा। शुक्रवार देर शाम को वह सरहिंद नहर में कूद गई। पुलिस शनिवार सुबह तक भी उसका शव तलाशने में जुटी है।

थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजेश ठाकुर ने बताया कि एक लड़की के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इस बीच लोगों ने गुढ़ी पुल पर एक स्कूटी पड़ी देखी। पुलिस को इसकी जानकारी दी गई तो एक टीम मौके पर पहुंची। तलाशी के दौरान स्कूटी से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ। स्कूटी उसी लड़की की थी, जिसके लापता होने की शिकायत दर्ज थी।

पुलिस ने मामले की सूचना लड़की के परिजनों को दी तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर स्कूटी की शिनाख्त की। उसके बाद पुलिस लड़की का शव तलाशने में जुट गई। छात्रा माछीवाड़ा के एक निजी स्कूल में पढ़ती है। वह सुबह स्कूल गई थी। उसके बाद शाम को ट्यूशन के बाद घर नहीं लौटी। जबकि हर रोज शाम पांच बजे वह घर पहुंच जाती थी।

रात को परिजनों ने माछीवाड़ा थाने की पुलिस को सूचित कर दिया। सरहिंद नहर पर बने गढ़ी पुल के आसपास दुकानदारों से पूछताछ की गई तो पता चला है कि लड़की को यहां देखा था, लेकिन नहर में छलांग लगाते हुए उसे किसी ने नहीं देखा है। सुसाइड नोट में लिखी बातों के आधार पर अब परिवार के सदस्यों के पूछताछ की जा रही है।


सुसाइड नोट में लड़की ने लिखा है कि वह अब जीना नहीं चाहती थी। हो सके तो माफ कर दो, लेकिन मुझे कभी किसी ने नहीं समझा। अगर किसी को यह सुसाइड नोट वाली कॉपी मिलती है तो इस मोबाइल नंबर पर कॉल करके बता दो कि मैं मर गई हूं, नहर में छलांग मारकर। गुड बाय। बेटी के नहर में कूदने की बात सुनकर परिवार सदमे में है।


पंजाब में राज्य चुनाव आयोग पर उठे सवाल, 2305 वार्डों पर किया था चुनाव कराने का एलान, परिणाम 2215 का ही घोषित


चंडीगढ़।
राजनीतिक दलों की तरफ से निष्पक्ष चुनाव को लेकर सवाल उठाना तो लाजिमी है। पंजाब में हुए नगर निकाय चुनाव में विपक्षी दलों ने यह चिंता जाहिर भी की। अब नगर निकाय के चुनाव में राज्य चुनाव आयोग की प्रक्रिया ही सवालों के घेरे में आ गई। वार्डों की संख्या को लेकर राज्य चुनाव आयोग पर बड़ा सवाल उठ रहा है। आयोग ने 2305 वार्डों पर चुनाव कराने का एलान किया था लेकिन परिणाम आया तो 90 के करीब वार्ड गायब हो गए। 2215 सीटों पर ही चुनाव परिणाम आया है। परिणाम आने के बाद पता चला कि यह वार्ड तो थे ही नहीं। आयोग बूथों को भी वार्ड मान बैठा, जिस कारण यह गड़बड़ी हुई।

यह पहली बार नहीं है। राज्य चुनाव आयोग ने 2019 में पंचायत चुनाव भी सीटों को लेकर इस तरह की गड़बड़ी की थी। 17 फरवरी को नगर निकाय चुनाव परिणाम आने के बाद अब राज्य चुनाव आयोग के आंकड़ों का मिलान ही नहीं हो पा रहा है। राज्य चुनाव आयोग और राजनीतिक पार्टियों के आंकड़ों में 90 सीटों का अंतर आ रहा है। हालांकि चुनाव के शुरुआत से ही आयोग की गतिविधियों पर सवाल उठ रहे थे। राजनीतिक पार्टियों ने तो राज्यपाल तक आयोग की शिकायत की। यहां तक कि राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव में अर्धसैनिक बल को लगाने की भी जमकर मांग की, लेकिन आयोग ने कभी इन मांगों पर ध्यान नहीं दिया।

इस बार सबसे बड़ी गड़बड़ी वार्डों की संख्या को लेकर सामने आई। वार्डों की संख्या को लेकर आयोग द्वारा वार्डों में चुनाव करवाने के आंकड़े, चुनाव परिणाम और राजनीतिक पार्टियों के आंकड़ों में जमीन आसमान का अंतर है। आयोग ने शुरुआत में कहा कि 2305 सीटों पर चुनाव होने हैंं। बुधवार को 2141 सीटों का आंकड़ा जारी किया गया, क्योंकि मोहाली नगर निगम की 50 सीटों पर मतगणना वीरवार को हुई। इन आंकड़ों को जोड़ भी दिया जाए तो 2191 सीटें ही बनती है। वहीं, सत्तारूढ़ कांग्रेस के आंकड़ों पर नजर डालें तो वह 2215 सीटें बनती है। यानी पंजाब में 2215 सीटों पर चुनाव हुए।

आयोग ने दी सफाई

राज्य चुनाव आयोग की सचिव इंदू मल्होत्रा ने कहा कि फाजिल्का में बूथों को वार्ड में शामिल करने की वजह से आंकड़ों में अंतर आया। यह एक क्लेरिकल गलती थी। चुनाव सभी वार्डों में ही हुए हैं। उन्होंने बताया कि कुछ बूथ को वार्ड में शामिल करने की वजह से आंकड़े गड़बड़ा गए।

अमृतसर में ​​​​​विधायक सुनील दत्ती सहित पारिवार के बीस सदस्य कोरोना पाजिटिव


अमृतसर।
शनिवार को उत्तरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक सुनील दत्ती का पूरा परिवार, उनके रिश्तेदार कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इनमें कुल 20 लोग हैैं। संक्रमितों में सुनील दत्ती की पत्नी राधिका दत्ती, भाई दीपक दत्ती, बेटा यूथ कांग्रेस के जिला प्रधान आदित्य दत्ती, बेटी शफाक दत्ता, दामाद रत्ताक्ष सिक्का व सुनील दत्ती की भाभी खादी बोर्ड की चेयरमैन ममता दत्ता भी शामिल हैं। यह पहली बार है जब किसी जनप्रतिनिधि के साथ उसके परिवार के इतने सदस्य पाजिटिव रिपोर्ट हुए हों। सभी ने खुद को होम आइसोलेट कर लिया है। दरअसल, सुनील दत्ती की बेटी शफाक दत्ता का विवाह अमृतसर से पार्षद अनुज सिक्का के भतीजे रत्ताक्ष सिक्का के साथ तय हुआ था।

12 जनवरी को अमृतसर के एक होटल में रिसेप्शन पार्टी थी। इस समारोह में शहर की सभी प्रमुख राजनेता, शख्सियतों, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए थे। इसके बाद 15 और 16 फरवरी को दिल्ली में विवाह की रस्में पूरी की गईं। शादी की रस्में पूरी होने के बाद दत्ती व सिक्का परिवार अमृतसर लौट आया। इसी बीच शुक्रवार को दत्ती की एक महिला पारिवारिक सदस्य की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव आई। इसके बाद दत्ती व सिक्का परिवार के कुल 35 सदस्यों का कोरोना टेस्ट करवाया गया। इसमें 20 लोग पाजिटिव पाए गए हैं।

जो भी संपर्क में आए, वह लक्षण दिखने पर तुरंत टेस्ट करवाएं

विधायक सुनील दत्ती ने लोगों से अपील की है कि पिछले दस दिन में उनके संपर्क में जो भी आया, वह सावधानी बरते। यदि संदिग्ध बुखार या खांसी जुकाम की शिकायत है तो तुरंत कोरोना टेस्ट करवाए। सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह ने कहा कि दत्ती परिवार बिल्कुल ठीक है। दत्ती सहित सभी होम आइसोलेट हैं। इन्हें फतेह किट्स उपलब्ध करवाई जा रही हैं। इनके संपर्क में आए लोगों तक स्वास्थ्य विभाग पहुंच कर रहा है।

701 स्वास्थ्य कर्मियों व फ्रंट लाइन वारियर्स को लगा टीका

शनिवार को जिले के 14 स्वास्थ्य केंद्रों में 701 स्वास्थ्य कर्मियों व फ्रंटलाइन वारियर्स को कोरोना टीका लगाया गया। इसमें 77 हेल्थ वर्कर शामिल हैं, जबकि 624 फ्रंटलाइन वारियर्स।

NITI Aayog Governing Council Meeting: पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह बोले- किसानों की सुने सरकार, रखी ये प्रमुख मांगें

 


चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तीन नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों के बीच पैदा हुई स्थिति पर नीति आयोग की बैठक में चर्चा की। कैप्टन ने पीएम नरेंद्र मोदी से अपील की कि वह जल्द से जल्द किसानों को सुनें और आंदोलन को खत्म करवाएं। 

पंजाब के सीएम ने कहा कि नीति आयोग की वर्चुअल मीटिंग में कहा कि कृषि राज्यों का विषय है। इस संबंधी कोई भी कानून बनाने का अधिकार संविधान में दर्ज सहकारी संघवाद की सच्ची भावना के अनुसार राज्यों पर छोड़ देना चाहिए। इस संदर्भ में उन्होंने राज्य सरकार द्वारा पंजाब विधानसभा में अक्टूबर 2020 में केंद्रीय कानूनों में किए गए संशोधन पास किए जाने की तरफ ध्यान दिलाया। 

उन्होंने कहा कि यह कानून कृषि क्षेत्र में लागू किया जाना है। जिसका संबंध कामगारों के 60 प्रतिशत हिस्से के साथ हो उसको सभी संबंधित पक्षों के साथ विस्तृत बातचीत की प्रक्रिया के द्वारा ही पूरा किया जाना चाहिए। पंजाब इसमें एक बेहद अहम संबंधित पक्ष है और देश की खाद्य सुरक्षा यकीनी बनाने के लिए हमेशा से ही अग्रणी भूमिका निभाता रहा है।

ये मांगें भी रखी

  • धान की पराली का प्रबंधन मुआवज़ा के तौर पर खरीद किए गए धान पर प्रति क्विंटल 100 रुपये का बोनस दिया जाए। इसका इस्तेमाल नए उपकरणों की खरीद या किराये पर लेने, इनके इस्तेमाल के लिए कौशल सीखने और चालू करने और रखरखाव की कीमत या लागत घटाने में किया जा सकता है।
  • वायबिलिटी गैप फंड (वीजीएफ) के तौर पर राज्य को बायो मास बिजली प्रोजेक्टों के लिए वित्तीय सहायता के तौर पर प्रति मेगावाट 5 करोड़ रुपये और बायो मास सोलर हाइब्रिड प्रोजेक्टों के लिए प्रति मेगावाट 3.5 करोड़ रुपये दिए जाएं। 
  • पंजाब के एक अहम प्रोजेेक्ट-‘पानी बचाओ पैसा कमाओ’ को राष्ट्रीय प्रोजेक्ट समझा जाए जिसके लिए 433 करोड़ रुपये की व्यवहार्यता रिपोर्ट राज्य सरकार द्वारा केंद्रीय जल आयोग को भेजी जा चुकी है।
  • वैकल्पिक फसलों जैसे कि मक्का के लिए कम कीमत समर्थन (डैफीशैंसी प्राइस सपोर्ट) का ऐलान किया जाए,  जिससे किसानों को अधिक पानी की लागत वाली धान की फसलों के चक्र में से निकलने में मदद मिल सके।


चंडीगढ़ में महापंचायत में बोले किसान नेता, दिल्ली हिंसा मामले में पुलिस के सामने नहीं होंगे पेश

 


चंडीगढ़। दिल्ली में लाल किले की घटना के बाद जिन किसानों को नोटिस जारी करके पेश होने को कहा गया है। किसान नेताओं ने ऐलान कर दिया है कि वह पुलिस के सामने पेश नहीं होंगे। आज पंजाब एवं हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में हुई किसान महापंचायत में किसान नेताओं के तेवर काफी तीखे नजर आए।

किसान नेता रूल्दू सिंह मानसा जिनके खिलाफ नोटिस जारी हुआ है के पक्ष में आते हुए भाकियू उगराहां के प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां ने स्टेज से ही चंडीगढ़ पुलिस से कहा है कि अगर उनमें हिम्मत है तो गिरफ्तार करके दिखाए। किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने भी सभी किसानों से कहा कि अगर उनके गांव में पुलिस किसी किसान नेता को गिरफ्तार करने आए तो उसे पकड़कर बैैठा लें। उसके साथ मारपीट न करें। उन्हें पूरा सम्मान दें, लेकिन तभी छोड़ें जब जिला प्रशासन यह आश्वासन दे कि वे फिर गांव में नहीं आएंगे।

गुरनाम सिंह चढ़ूनी ही नहीं, अन्य किसान नेताओं ने भी इस पर ही जोर दिया कि पुलिस की ओर से दिए जा रहे नोटिसों को गंभीरता से न लें। जिन पर भी केस दर्ज हुए हैं उनके केस संयुक्त किसान मोर्चा लड़ेगा। किसान पंचायत के मुख्य वक्ताओं में रूल्दू सिंह मानसा ने तो भावुक होते हुए कहा कि वह किसी के सामने पेश नहीं होंगे, जिसे गिरफ्तार करना है कर ले।

उन्होंने कहा कि वह पिछले 40 साल से किसान संघर्ष में भाग ले रहे हैं, लेकिन पुलिस या केस के डर से कभी छिपकर नहीं बैठे। गुरनाम सिंह चढ़ूनी सभी किसान नेताओं ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने तक संघर्ष को जारी रखने का आह्वान करते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का सामाजिक बहिष्कार करने काे कहा।

उन्होंने कहा कि ये लोग किसानों की बात करने के बजाय कार्पोरेट की बातें कर रहे हैं। उनकी आमदन कैसे बढ़े, उसके लिए कानून बना रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन उगराहां के प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह हो या कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर सभी इस बात पर राजी हैं कि खेती कानूनों में बदलाव जितने मर्जी करवा लें, पर रद करवाने की बात न करें, क्योंकि इससे सरकार की बदनामी होती है।

पंजाब यूनिवर्सिटी के समाजशास्त्र विभाग के प्रमुख रहे प्रो. मनजीत सिंह ने कहा कि तीनों खेती कानून कृषि पर हमला नहीं हैं, बल्कि पूरे फूड सेक्टर को कार्पोरेट को सौंपने की साजिश है। बाबा फरीद मेडिकल यूनिवर्सिटी के पूर्व रजिस्ट्रार डॉ प्यारा लाल गर्ग ने कहा कि ये तीनों कानून बनाने का केंद्र सरकार कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने भी किसान नेताओं को नोटिस से न घबराने को कहा।

चुनाव:पार्टी टिकट पर पहली बार चुनाव मैदान में उतरीं गृहणियां, 700 का मार्जिन पार कर बनाया रिकार्ड

 


  • निगम चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर पहली बार चुनाव मैदान में उतरी महिलाएं, बड़े मार्जिन से की जीत हासिल
  • बठिंडा। नगर निगम चुनाव-2021 में अगर महिला शक्ति की बात नहीं हो तो बात बेमानी होगी। निगम चुनाव में 50 फीसदी महिलाओं को आरक्षण देने के बाद पहले पहले राजनीतिक दलों को महिला उम्मीदवारों को ढूंढने में परेशानी होने के बाद जैसे-तैसे महिलाओं को कांग्रेस सहित दूसरे दलों ने टिकट दिया, लेकिन सत्ता में होने का लाभ कांग्रेस उम्मीदवारों को मिला और समर्थन इस कदर रहा कि पहली बार चुनाव में उतरी गृहणियों ने

    बड़े मार्जिन से जीत हासिल की जिसकी शायद उन्हें भी उम्मीद नहीं थी। कांग्रेस के कई बड़े नेताओं की धर्मपत्नियों व परिवारों की अन्य महिलाओं के चुनाव में खड़े होने के बाद बेहद दिलचस्प बने चुनाव में कांग्रेस की 25 महिलाओं में 22 महिलाएं चुनाव जीतीं, लेकिन इनमें भी 6 महिलाएं ऐसी हैं, जो गृहणियां हैं, लेकिन उन्होंने 800 से अधिक मार्जिन से जीत हासिल की है जिससे काफी लोगों को अचरज है। इसमें सबसे अधिक वोट वार्ड 23 से किरण रानी को 1193, वार्ड 35 रमन गोयल 1134, वार्ड 11 से गुरिवंदर कौर भंगू 1121 वोट तथा वार्ड 38 से स्वर्गीय राम हलवाई जी की बहू ममता सैनी को 1115 वोट मिले।


बरनाला चोर का हृदयपरिवर्तन:मंदिर में घुसकर दान पेटी तोड़ी; गलती का एहसास हुआ तो पैसे वापस रखे और माथा टेककर चला गया


बरनाला।
पंजाब के बरनाला जिले में एक चोर का वीडियो वायरल हो रहा है। साईं मंदिर ट्रस्ट के चेयरमैन नीरज कुमार नीटू ने बताया कि जिले में करीब 16 एकड़ में साईं बाबा का मंदिर बना है। शनिवार सुबह जब पुजारी मंदिर में आए तो उन्होंने दान पेटी के ताले टूटे देखे। उन्होंने तुरंत जानकारी ट्रस्ट के अधिकारियों को दी, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर पुलिस को जानकारी दी।

खबर मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मंदिर में लगे CCTV चेक किए। फुटेज देखकर सभी हैरान रह गए। मंदिर के पीछे की दीवार फांदकर एक शख्स मंदिर प्रांगण में घुसा। उसने पिछले दरवाजे का ताला तोड़ा और वहां रखे दो गोलक तोड़ने की कोशिश की। बड़ा गोलक वह तोड़ नहीं पाया, लेकिन छोटा टूट गया था।

उसने छोटे गोलक से पैसे निकाले। इसके बाद वह मंदिर में करीब 15 मिनट घूमता रहा। अचानक उसने गोलक से निकाले पैसे बड़े गोलक में डाल दिए। फिर उसने माथा टेका और वापस उसी रास्ते से चला गया। पुलिस वाले भी यह देखकर चौंक गए और मामला वहीं खत्म कर दिया।

कोविड-19:बीएएमएस डॉक्टर, 10वीं के दो छात्रों समेत 83 नए पाॅजिटिव केस, एक मौत


लुधियाना।
18 दिसंबर के बाद शुक्रवार को एक दिन में कोरोना के 80 से ज्यादा पाॅजिटिव केस सामने आए। शुक्रवार को 83 नए केस रिपोर्ट किए गए। इनमें से 65 लुधियाना और 18 दूसरे राज्यों और जिलों से रहे। कोरोना संक्रमित एक मरीज की मौत हो गई, जो जालंधर निवासी है। वहीं जिले में पॉजिटिव आने वालों में गोपालपुर का एक बीएएमएस डॉक्टर है। इसके अलावा दसवीं क्लास के दो छात्र हैं, जिसमें से एक चौंता स्कूल का है और दूसरा समराला स्कूल का है। पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आकर पॉजिटिव आए केसों की गिनती 22 रही।ओपीडी केसों की गिनती 24 रही।

आईएलआई केस 6 रहे, जबकि ट्रेसिंग इन प्रोसेस में 12 और प्री ओपरेटिव केस 1 रहा। अब तक जिले में कोरोना से 1021 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। अब तक 26553 कुल पॉजिटिव केस हैं। इनमें से 25138 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर 94.67 फीसदी है। शुक्रवार को 34 मरीजों को छुट्‌टी मिली। एक्टिव केस भी बढ़कर 394 हो गए हैं। 285 एक्टिव केस होम आइसोलेशन, 9

केस सरकारी अस्पताल और 37 केस प्राइवेट अस्पताल में हैं। अन्य जिलों और राज्यों से संबंधित कुल केस 4096 हैं, जिसमें से 43 केस एक्टिव हैं। अब तक कुल 492 मौतें हो चुकी हैं। वेंटिलेटर पर दो मरीज हैं, जिसमें एक लुधियाना और एक दूसरे जिले का है। सेहत विभाग की ओर से शुक्रवार को 2579 सैंपल जांच को लिए गए। अब तक 644151 सैंपल लिए जा चुके हैं। 642342 सैंपलों की रिपोर्ट आ चुकी है। इनमें से 611693 सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जबकि 26533 सैंपलों की रिपोर्ट पॉजिटिव है।

1346 हेल्थ केयर, फ्रंटलाइन वर्करों की हुई वैक्सीनेशन - सेहत विभाग ने शुक्रवार को 1346 हेल्थ केयर वर्करों और फ्रंटलाइन वर्करों को कोरोना वैक्सीनेशन लगाई। 265 फ्रंटलाइन वर्करों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई। 994 हेल्थ केयर वर्करों को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई गई। इसके साथ ही 87 हेल्थ केयर वर्करों को वैक्सीन की पहली डोज लगी।


लुधियाना नगर निगम का क्वालिटी मैनेजमेंट:मेयर-कमिश्नर ने ठेकेदार तो ब्लैकलिस्ट किए नहीं पर्दाफाश करने वाली टीम को ही कर डाला फारिग


लुधियाना।
जगराओं पुल के निर्माण से पहले ही 45 लाख के होने वाले घोटाले समेत करीब 7 करोड़ की बनी 15 नई सड़कों के सैंपल फेल होने का खुलासा निगम की नई क्वालिटी कंट्रोल टीम ने किया। हैरानीजनक है कि सड़कों के सैंपल के मामलों में मेयर बलकार संधू, निगम कमिश्नर प्रदीप कुमार ने अब तक एक भी ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट नहीं किया और न जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की। वहीं, खुलासे करने वाली टीम को जरूर फारिग कर दिया गया। अब सवाल उठता है कि हाल ही में 100 करोड़ से ज्यादा के जारी हुए कामों की जांच कैसे होगी। टीम की जांच के बाद लगातार सड़कों के फेल पाए जा रहे सैंपलों के चलते निगम में घमासान भी मचा। इसके चलते टीम ही खत्म कर दी गई। अब सिर्फ कागजों में ब्रांच का नाम और एडिशनल कमिश्नर इंचार्ज के तौर पर बैठे हैं, जो टीम के न होने पर कुछ नहीं कर सकते।

एफएंडसीसी में टीम के लिए 2 लाख का एमरजेंसी कोटा रखा, हकीकत में टीम है ही नहीं- हाल ही में हुई एफएंडसीसी मीटिंग में प्रस्ताव लाकर ठेकेदारों को अलॉट होने वाले कामों की जांच के लिए क्वालिटी कंट्रोल टीम बनाई है। इसमें एडिशनल कमिश्नर रिशीपाल इंचार्ज और 2 एसडीओ शामिल किए गए। इसके बाद 15 कामों की जांच के बाद क्वालिटी से हो रहे समझौते का खुलासा हुआ। टीम के काम करने पर नए कार्यों में सुधार आया और निगम को फायदा पहुंचा। इसके लिए अलग से फंड नहीं रखा गया। ऐसे में प्रस्ताव आया कि सैंपलिंग के लिए 2 लाख एमरजेंसी कोटा रहेगा। इसे सैंपलिंग के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसे मंजूर भी कर लिया गया। ये भी बताया कि 9 नई सड़कों के सैंपल लेने हैं। परंतु हकीकत ये है कि प्रस्ताव मंजूर तो कर लिया, लेकिन जांच को टीम ही खत्म हो चुकी है।

इन कामों में पकड़ा घोटाला, कार्रवाई जीरो

जगराओं पुल निर्माण में 45 लाख के घोटालेे का खुलासा। थर्ड पार्टी से ऑडिट में भी सामने आया कि ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के लिए ओवर एस्टीमेट बनाया गया है। नतीजा: ठेकेदार को न ब्लैकलिस्ट किया, न अफसरों पर भी एक्शन हुआ। केंद्रीय हलके में विधायक डावर की फैक्ट्री के सामने दरेसी की पिछली तरफ एसएएन जैन स्कूल रोड से वेद मंदिर तक 56.19 लाख की लागत से आरएमसी सड़क बनी। ठेकेदार ने 6 इंच की जगह 3-4 इंच की ही सड़क बना दी थी। जांच में मैटीरियल कम पाया गया। नतीजा: ठेकेदार को दोबारा सड़क बनाने को कहा, अफसरों पर एक्शन नहीं हुआ। टेक्सटाइल कॉॅलोनी में 12 इंच की सड़क बननी थी। जांच में खुलासा हुआ कि सड़क 6 इंच की बनी। जांच में मिला कि ठेकेदार को अफसरों ने पेमेंट भी करवा दी। वाॅर्ड-79 बलबीर इन्क्लेव में ठेकेदार ने बिना सूचना दिए सीमेंट वाली सड़क का निर्माण करवा दिया। टीम ने 8 सैंपल लिए, जिनमें से 7 फेल थे। काम 38 लाख में अलॉट हुआ। मुकंद सिंह नगर में आरएमसी सीमेंट वाली सड़क के सैंपल लिए थे। यहां काम ताे 7 गलियों का अलॉट हुआ था, जबकि बिल 10 गलियों का पास कराया गया। वहीं, 4 इंच वाली सड़क को 3 इंच में ही समेटा गया। प्रोजेक्ट की लागत 81.85 लाख थी। सर्कुलर रोड पर भी आरएमसी सीमेंट सड़क के सैंपल भरे। जांच में सामने आया कि ठेकेदार ने 6 इंच की जगह 3 से 4 इंच तक की ही सड़क बनाई। ये काम ठेकेदार को 55 लाख रुपए में अलॉट किया गया था। वाॅर्ड-49 में इंटरलॉकिंग टाइलों के सैंपल लिए। ठेकेदार को 55 लाख में वर्कऑर्डर जारी हुआ था। जांच में गटका ही आधे इंच का निकला था, रोड जालियां भी नहीं बनाई गई। सभी में एक ही नतीजा: ठेकेदार को न ब्लैकलिस्ट किया, न अफसरों पर भी एक्शन हुआ।

40% कम लुक डालने का भी किया खुलासा- वाॅर्ड-91 चंद्र नगर में बिटुमन मकैडम-बीएम लुक वाली 34 लाख में सड़क का वर्क ऑर्डर जारी हुआ। बीएम का कोड 3.4% तय है, लेकिन सैंपलिंग में क्वालिटी 2.2% आई है। टीम ने जांच रिपोर्ट में खुलासा किया कि 35% कम लुक का इस्तेमाल हुई।

वाॅर्ड-6 के गुरु विहार में भी बिटुमन मकैडम-बीएम लुक वाली सड़क बनी। 3.4% की जगह सिर्फ 2% ही लुक डाली। टीम ने खुलासा किया कि 40% तक कम लुक डाली है।

वाॅर्ड-5 की आमंत्रण कॉलोनी समेत दूसरी सड़कों का वर्कऑर्डर 74 लाख में जारी हुआ। बिटुमन मकैडम-बीएम लुक वाली सड़क बनी। सैंपल क्वालिटी 3.4% की जगह 3% पाई गई।

बाल सिंह नगर में पीसी-प्रीमिक्स कारपेट लुक वाली सड़क बनी। सैंपल क्वालिटी 3.5% की जगह 2.6% पाई गई। यानी 25% कम लुक डाली गई, 63 लाख का वर्कऑर्डर जारी हुआ।

वाॅर्ड-26 अशोक नगर की सड़क एसडीबीसी कैटेगरी की बनी है। इसकी गुणवत्ता का कोड 5% है, जबकि जांच रिपोर्ट में 4% पाया गया, यानि यहां 20% कम लुक का इस्तेमाल किया गया है। जबकि सड़क बनाने में करीब 22 लाख की लागत आई है।

वाॅर्ड-43 में करीब 54 लाख में अलग-अलग सड़कों का वर्कऑर्डर जारी हुआ। इनमें से हिम्मत सिंह नगर वाली सड़क का सैंपल लिया गया। बिटुमिन मकैडम-बीएम केटेगरी की सड़क की 2.6% ही गुणवत्ता पाई गई है, यानी 25% कम लुक का इस्तेमाल हुआ है।

वाॅर्ड नंबर-37 में करतार चौक रोड का सैंपल लिया गया था, इसमें ग्रेडेशन टेस्ट फेल पाया गया है, यानि बिटुमन मकैडम-बीएम केटेगरी की लुक वाली सड़क को सही क्वालिटी में नहीं बनाया है। सभी में एक ही नतीजा: ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट नहीं किया, सिर्फ पैसों की कटौती हुई।


90 साल बाद इंडियन पार्टनरशिप एक्ट में संशोधन, पंजाब में अब ₹ 3 के जगह ₹ 5000 लगेगी फीस


चंडीगढ़। पंजाब सरकार ने इंडियन पार्टनरशिप एक्ट, 1932 में 90 साल पुराने फीस ढांचे में संशोधन करके फर्म के पार्टनरशिप आवेदन की तीन रुपयेे ली जाने वाली फीस को बढ़ाकर पांच हजार रुपये कर दिया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इसको मंजूरी दे दी गई है। एक्ट की धारा 71 अधीन अनुसूची-1 में फर्मों का रजिस्ट्रेशन, रिकार्ड का अपडेशन, निरीक्षण और कॉपी करने संबंधी अलग-अलग सेवाओं के लिए फीस में संशोधन करने केे लिए ‘इंडियन पार्टनरशिप (पंजाब संशोधन) बिल, 2021’ को मंजूरी दे दी गई है।

सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि इसमें संशोधन करने की जरूरत है, क्योंकि 1932 में एक्ट के लागू होने के बाद से मौजूदा फीस में कोई बदलाव नहीं किया गया। अब आवेदन के रजिस्ट्रेशन के लिए 5000 रुपये वसूल किए जाएंगे। इसके लिए पहले 3 रुपये वसूले जाते थे। प्रवक्ता ने बताया कि धारा 60 के तहत कारोबार के मुख्य स्थान और फर्म के नाम को बदलने , धारा 61 के अंतर्गत शाखाओं को बंद करने और खोलने की सूचना देने, धारा 62 के अंतर्गत भागीदारों के नाम और पते में तबदीली संबंधी सूचित करने के लिए, धारा 63 (1) और 63 (2) के अंतर्गत किसी फर्म में तबदीलियां और भंग करने, किसी नाबालिग का नाम वापस लेने के अलावा धारा 64 के अंतर्गत गलतियों के सुधार के लिए आवेदन देने जैसी सेवाओं के लिए मौजूदा समय में ली जाती फीस 1 रुपये की जगह हर स्टेटमेंट के लिए 500 रुपये अदा करने होंगे।

इसके अलावा, धारा 66 की उप-धारा (1) अधीन फर्मों के रजिस्टर के एक भाग की जांच करने के लिए और धारा 66 की उप-धारा (2) अधीन रजिस्टर और दायर किए गए दस्तावेजों की जांच संबंधी एक फर्म के साथ संबंधित सभी दस्तावेजों की जांच के लिए अब पुरानी फीस 50 पैसे की जगह 100 रुपये लिए जाएंगे।पंजाब और हरियाणा को छोड़कर महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश जैसे अन्य बड़े राज्यों ने इंडियन पार्टनरशिप एक्ट, 1932 अधीन दी जाती विभिन्न सेवाओं के लिए फीस में पहले ही बदलाव कर दिया। 

निकाय चुनावों में घपलेबाजी का आरोप, आम आदमी पार्टी ने किया बठिंडा फायर ब्रिग्रेड चौक में प्रदर्शन


बठिडा:
आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस सरकार पर घपलेबाजी का आरोप लगाते हुए फायर ब्रिगेड चौक में प्रदर्शन किया गया। इस दौरान जिला शहरी प्रधान नवदीप सिंह जीदा व देहाती प्रधान गुरजंट सिंह सिवियां की अगुआई में उम्मीदवारों ने नारेबाजी की। नेताओं ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस पार्टी ने लोकतंत्र की हत्या की है। उसने 14 फरवरी को हुए चुनावों के दौरान गुंडागर्दी, धक्केशाही, बूथ कैप्चरिग करने के अलावा पार्टी के उम्मीदवारों व पोलिग एजेंटों को धमकियां भी दी।

उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने धक्का ही करना है तो चुनाव करवाने का क्या फायदा था। यहां तक कि प्रशासन व पुलिस पर भी दबाव बनाया गया कि वह चाहते हुए भी कुछ नहीं कर सके। पंजाब में जब से कांग्रेस की सरकार आई है, तब से ही बठिडा में गुंडागर्दी सरेआम हो रही है। अपने हक के लिए आवाज उठाने वाले लोगों पर जुर्म किए जा रहे हैं। अगर वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने अपने पिछले चार साल के कार्यकाल में बठिडा में कोई काम किया होता तो आज उनको बूथ कैप्चरिग करने की जरूरत नहीं पड़ती।

इस मौके पर जिला महासचिव राकेश पूरी, सीनियर नेता अनिल ठाकुर, अमरदीप राजन, बलजिदर सिंह बराड़, बलजीत सिंह, गोबिदर सिंह, प्रदीप कालिया, प्रदीप मित्तल, महिदर सिंह, किदरपाल शर्मा, जतिदर सिंह भला, मनजीत मौड़, गुलाब चंद, डा. सुखचरन सिंह बराड़, मनदीप कौर, रणजीत रब्बी, संजीव गुप्ता, गुरमीत सिंह, गुरमेल सिंह, लाल चंद, नरिदर सिंह बुटर, बिक्रम सिंह, दीपक बैहनीवाल, रिकू भादुरी, जनक राज शर्मा, भूषण अरोड़ा, भूपिदर सिंह, भुपिदर बांसल, अमरपाल कौर, रणजीत कौर, गुरप्रीत कौर, सोमदत, बलदेव देबी, रामू, सोनी भट्टी, राधा अरोड़ा, वरिदर शर्मा, संतोष, परमजीत कौर, रघवीर सिंह, इंद्रेश, सुरेश कुमार, रामचंद्र, रीना रानी, हरप्रीत सिंह, जसविदर सिंह खालसा आदि उपस्थित थे।

कांग्रेस ने निकाय चुनाव जीता नहीं, लूटा है: जनक राज वार्ड नंबर 32 से चुनाव लड़ने वाले जनक राज शर्मा ने कहा कि कांग्रेस द्वारा निकाय चुनाव को जीता नहीं बल्कि लूटा गया है। वार्ड नंबर 33 से चुनाव लड़ने वाली मनदीप कौर रामगढि़या ने कहा कि निकाय चुनाव कांग्रेस ने नहीं जीता बल्कि बठिडा पुलिस ने जीता है, क्योंकि पुलिस बल के साथ के साथ गुंडे बूथों के अंदर घुसे और बूथों पर कब्जे करके जाली वोटें डाली गई। यूथ नेता अमरदीप सिंह राजन ने कहा कि अगर यह चुनाव फेयर तरीके से कराए जाते तो बठिडा में मेयर आम आदमी पार्टी का बनना था। उन्होंने मांग की कि निकाय चुनाव दोबारा से कराए जाएं।

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