चंडीगढ़। पंजाब में पांचवीं से लेकर 10वीं तक के विद्याथियों को बिना परीक्षा के ही प्रमोट कर दिया गया है। राज्य सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण यह फैसला किया है। इसके साथ ही 12वीं की पंजाब बोर्ड की परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया है और इसके बारे में फैसला बाद में किया जाएगा। यह फैसला मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने वीरवार को किया।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह घोषणा की कि पांचवी, आठवीं और 10वीं के विद्यार्थियों को बिना परीक्षाओं के ही अगली कक्षाओं में प्रमोट कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब शिक्षा बोर्ड की 12वीं की परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया गया है और इस बारे में फैसला बाद में हालात के अनुरूप किया जाएगा। यह कदम राज्य में काेरोना के मामले बढ़ने के कारण किया गया है।बता दें कि सीबीएसई की 10वीं की परीक्षाएं रद कर दी गई थीं और सीबीएसई की 12वीं की परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया गया था। इसके बाद पंजाब शिक्षा बाेर्ड ने भी 10वीं की परीक्षाओं को रद कर दिया था।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कोरोना वायरस के संक्रमण से पैदा हालात के बारे में विशेषज्ञों व अधिकारियों के साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक के दौरान यह फैसला किया। कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि राज्य में सभी शैक्षणिक संस्थान 30 अप्रैल तक पहले ही बंद किए जा चुके हैं, ताकि 11 से 20 आयु वर्ग के विद्यार्थियों को कोरोना के खतरे से बचाया जा सके। ऐसे में परीक्षाएं देने के लिए स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों को भी राहत देना जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पांचवीं कक्षा के विद्यार्थियों के पांच में से चार विषयों की परीक्षाएं अब तक हो चुकी है। ऐस में पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड विद्यार्थियों काे चार विषयों में प्राप्त अंक के आधार पर परीक्षा परिणाम घोषित करेगा। पांचवे विषय को इसमें नजरअंदाज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आठवीं और 10वीं के विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम उनके प्री-बोर्ड परीक्षाओं और आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर जारी किए जा सकते हैं।
बता दें कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पहले केंद्र सरकार के कोरोना के कारण पैदा हालात के मद्देनजर सीबीएसई की 10वीं की परीक्षाएं रद करने और 12वीं की सीबीएसई परीक्षा स्थगित करने के फैसले पर संतोष जताया। अमरिंदर ने इस बारे में केंद्रीय शिक्षा मंत्री को पिछले दिनों पत्र लिखा था। वर्चुअल मीटिंग में पंजाब के चिकित्सा शिक्षा मंत्री ओपी सोनी, शिक्षामंत्री विजय इंदर सिंगला, मुख्य सचिव विनी महाजन और डीजीपी दिनकर गुप्ता सहित कई अधिकारी और विशेषज्ञ शामिल हुए।