फतेहगढ़ साहिब। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के गुलरिहा थाना के नरायनपुर क्षेत्र में दो अप्रैल की रात को भाजपा नेता बृजेश सिंह की हत्या के मामले में पुलिस हिरासत से फरार शूटर सतनाम सिंह का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। यूपी और पंजाब पुलिस के संयुक्त आपरेशन में उसे पकड़ा गया था। बताया जाता है कि सतनाम की गिरफ्तारी को लेकर पंजाब पुलिस और यूपी पुलिस की टीम में क्रेडिट वार भी था। सूत्रों के अनुसार दोनों राज्यों की पुलिस के बीच क्रेडिट वार में शूटर हाथ से निकल गया।
बताया जाता है कि सीआइए सरहिंद की पुलिस इसका क्रेडिट लेना चाहती थी। इसके चलते सतनाम को सीआइए में इसलिए बंद किया गया कि उससे पूछताछ करके दूसरे शूटर राजवीर का भी पता लगाया जा सके और पंजाब पुलिस इसका खुलासा प्रेस कान्फ्रेंस में करे। इससे पहले पुलिस का यह ख्वाब पूरा होता कि सतनाम हवालात से भाग गया। अब चार दिनों से पंजाब और यूपी पुलिस उसका पता लगा रही है। सिवाय निराशा के कुछ हाथ नहीं लग रहा।
सूत्रों के मुताबिक पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने सीआइए की टीम को एक सप्ताह का समय दिया है। इस दौरान सतनाम का सुराग न मिलने पर सीआइए प्रभारी के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है। वहीं, गोरखपुर के एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु भी हर पल पंजाब में रेड कर रही अपनी टीम से फीडबैक ले रहे हैं। उन्हें भी हिदायत है कि खाली हाथ न लौटा जाए।
संतरी की लापरवाही से भागा आरोपित : एसपी
एसपी इन्वेस्टिगेशन जगजीत सिंह जल्ला का कहना है कि 11 अप्रैल की रात को सीआइए में तैनात संतरी कुलदीप सिंह की लापरवाही से आरोपित भागा। उसके खिलाफ केस दर्ज किया जा चुका है। विभागीय जांच भी जारी है।
क्रेडिट वाली कोई बात नहीं, ट्रांजिट रिमांड लेना था
उत्तर प्रदेश के थाना गुलरिहा के सब इंस्पेक्टर गोपाल यादव ने कहा कि क्रेडिट वाली कोई बात नहीं। 11 अप्रैल की रात को सतनाम को इस लिए हवालात में बंद किया गया था कि 12 अप्रैल को उसे अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड लेना था। ट्रांजिट रिमांड के बाद उसे यूपी लेकर जाना था।