बठिंडा। वार्ड नंबर 10 के प्रीत नगर में एक ही मकान के पते पर 85 के करीब वोट बनने के खुलासे के बाद वीरवार को करीब ऐसा ही एक और मामला सामने आया है। दो दशक से वोटर सूची में सुधार नहीं होने की वजह से वार्ड नंबर 42 में एक मकान के पते पर 84 से अधिक वोट बने हुए हैं और सभी एक ही गली में रहते हैं। जबकि एक अन्य मकान के एड्रेस पर 20 के करीब वोट बने हुए हैं। इस मामले का खुलासा भी जनवरी 2021 को जिला चुनाव रजिस्ट्रेशन अधिकारी की ओर से जारी वोटर सूची से हुआ है। वहीं इस मामले में इलाका निवासियों का तर्क है कि यह वोट नए नहीं, बल्कि 15-20 साल पहने बने थे।
अगर वह एड्रेस सही करवाते हैं तो उनकाे बहुत सारी परेशानियों से जूझना पड़ेगा। चौंकाने वाली बात यह है कि एक घर के नंबर को 40 बार डिवाइड यानी बांटा गया है। इसमें संबंधित वोटर ने कोई एतराज नहीं किया तथा ना ही विभाग ने इस पर कभी गौर किया। दूसरी तरफ नगर निगम द्वारा हर मकान को यूनीक आइडेंटिफिकेशन नंबर प्रदान किया गया था, लेकिन उस पर कोई भी अपडेट नहीं है
वोट बनाने को मकान नंबर 28416 को 28416/40 तक नंबर देकर किया दर्ज
भास्कर को मिली वार्ड नंबर 42 की वोटर सूची के अनुसार मकान नंबर 28416 के पते पर 84 से अधिक वोट बने हुए पाए गए हैं। जिसमें 28416 को 28416/1 से लेकर 28416/40 तक बटे का नंबर देकर वोटें बनाई गई हैं। हैरानी की बात तो ये है कि कभी संबंधित बूथ लेवल अधिकारी और चुनाव रजिस्ट्रेशन अधिकारी ने वोटर सूचियां की तरफ ध्यान नहीं दिया। वहीं वोटरों का कहना है कि सालों से यही वोटर लिस्ट चली आ रही है। सभी के आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक एकाउंट, पासपोर्ट आदि दस्तावेज बने हुए हैं, ऐसे में अगर हम लोग अपनी वोट तब्दील करवाते हैं तो परेशानी उनको ही झेलनी पड़ेगी।
बीएलओ मकान नंबर के अभाव में एक नंबर पर डिवाइड कर बनाते हैं वोट
कई बार कुछ इलाकों में वोटों के निर्माण के समय इक्का-दुक्का घर ही होते हैं, लेकिन बाद में मकान बनने के बाद वहां मकान नंबर लोग निगम से अपडेट नहीं करवाते। वोटों के निर्माण के समय बीएलओ जब वोट निर्माण के लिए वहां जाते हैं तो वहां मौजूद पुराने घर के नंबर को आगे बटे यानी मकान नंबर को डिवाइड कर आगे वोटें बना देते हैं जो नियमानुसार सही नहीं है, लेकिन बठिंडा में बहुत सारी जगहों पर ऐसे ही वोट बनी हुई हैं। हालांकि इस मामले में उक्त सारी वोटें एक ही गली में मौजूद हैं तथा लोग वहीं रहते हैं। वार्ड 10 के बाद अब वार्ड नंबर 42 में ऐसा मामला सामने आना काफी हैरानीजनक है।
जांच पूरी, डीसी को नहीं दी रिपोर्ट !
भास्कर द्वारा 20 जनवरी को वार्ड नंबर 10 के प्रीत नगर के मकान नंबर 22856 के पते को बटे डाल यानी डिवाइड कर 85 से अधिक लोगों की वोट बनाने के मामला उठाया था। इस केस में मकान नंबर को डिवाइड किया गया था तथा उक्त वोटों में नजर आने वाले लोग साथ लगती किसी बस्ती में रहते बताए जा रहे हैं जो नियमानुसार सहीं नहीं है। इसमें बीएलओ की सबसे अहम जिम्मेदारी सामने आती है। खबर का संज्ञान लेने के बाद डीसी बठिंडा बी. श्रीनिवासन ने मामले की जांच के लिए तहसीलदार आैर एसडीएम को आदेश दिए थे। उक्त मामले की जांच तहसीलदार पूरी कर चुके हैं, लेकिन मामले में कोई जानकारी नहीं दी गई है। कई बार फोन लगाने व मैसेज छोड़ने के बावजूद इस जांच के मामले में जवाब नहीं दिया गया।
रिपोर्ट तैयार, अपडेट नहीं मिला
मेरी जानकारी के अनुसार तहसीलदार वार्ड नंबर 10 केस में जांच पूरी कर चुके हैं तथा इसकी रिपोर्ट वह तैयार कर चुके हैं, लेकिन इसका कोई अपडेट उन्हें अभी नहीं भेजा गया है।
बी. श्रीनिवासन, डीसी, बठिंडा
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