फरीदकोट। पंजाब के फरीदकोट में बिजली के ठेकेदार द्वारा पत्नी और बच्चों को गोली मारकर खुदकुशी कर लिए जाने के मामले में रविवार को नया मोड़ आ गया। पुलिस ने कांग्रेस विधायक के साले को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में नामजद किया है। पुलिस ने यह केस मृतक ठेकेदार कर्ण कटारिया के सुसाइड नोट और उसके भाई अंकित कटारिया के बयान के आधार पर दर्ज किया है।
बता दें कि शनिवार को फरीदकोट में बिजली के ठेकेदार कर्ण कटारिया ने पत्नी और दो बच्चों को गोली मारने के बाद खुदकुशी कर ली थी। इस घटना में कर्ण कटारिया, उसकी बेटी और बेटे की मौत हो चुकी है, जबकि उसकी पत्नी शीनम कटारिया को लुधियाना के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वहां उसकी हालत गंभीर बनी है।
पुलिस को दी शिकायत में कर्ण कटारिया के छोटे भाई अंकित कटारिया ने बताया कि उनके पास ट्रक यूनियन गिद्दड़बाहा के फसलों की लिफ्टिंग के ठेके थे। मुक्तसर निवासी डिंपी विनायक का उनके सारे कामों में दखल था और वह उनसे उगाही करता था। पिछले और इस सीजन के दौरान वह उनसे एक करोड़ 22 लाख रुपए ले गया। इसी तरह बिजली के काम में भी वह उनसे जबरन वसूली कर रहा था और दावा करता था कि इस पैसे में विधायक का भी हिस्सा है।
अंकित के अनुसार जब भी डिंपी से पैसे वापस मांगे तो उसने राजनीतिक जोर की वजह से पैसे देने से साफ इनकार कर दिया। इस कारण कर्ण परेशान रहने लग गया। दो दिन पहले डिंपी ने उसके भाई से कहा था कि पैसे तो वापस नहीं मिलेंगे, तू खुदकुशी कर ले। घटना वाले दिन रात के समय भी डिंपी ने फोन करके परेशान किया था, इसी के चलते उसने यह कदम उठाया। सुसाइड नोट के साथ कर्ण कटारिया ने शपथ पत्र पर अपनी सारी अच-अचल जायदाद का मालिक अपने छोटे भाई अंकित को घोषित किया है। साथ ही लेन-देन के विवरण की भी जानकारी दी है।
मृतक पर हत्या और इरादा-ए-कत्ल की धारा में केस दर्ज
उधर थाना कोतवाली पुलिस ने पत्नी व दोनों बच्चों की हत्या करने वाले कर्ण कटारिया (मृतक) के खिलाफ भी हत्या व इरादा ए कत्ल की धाराओं के तहत अलग केस दर्ज किया है। कर्ण कटारिया पर आरोप है कि उसने अपनी लाईसेंसी रिवाल्वर से पत्नी व दोनों बच्चों की हत्या करने की मंशा से फायर किए और बाद में खुद को भी गोली मार ली।
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