बठिडा: पंजाब में लगातार कम हो रहीे कोरोना पाजिटिव मरीजों की संख्या को देखते हुए सेहत विभाग ने रैपिड एंटीजन टेस्ट बंद करने का फैसला लिया है। इस बाबत सेहत विभाग की तरफ से सभी सिविल सर्जनों को एक पत्र जारी कर आदेश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने सिविल अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में रैपिड एंटीजन टेस्ट बंद कर दें। कोरोना के संदिग्ध मरीजों के अब आरटी-पीसीआर टेस्ट ही किए जाएं। साथ ही कहा गया है कि विभाग के पास रैपिड एंटीजन टेस्टिग किटों का जितना भी स्टाक पड़ा है, उसका इस्तेमाल कर लिया जाए। नया स्टाक नहीं भेजा जाएगा। इमरजेंसी में ट्रूनेट व सीबीनैट से टेस्टिग की जाएगी।
गौर हो कि प्रदेश में कोरोना केसों में कमी के चलते अब लैब पर आरटीपीसीआर टेस्टिग का बोझ कम हो गया है, इसलिए रैपिड एंटीजन टेस्ट बंद करने का फैसला सेहत विभाग की तरफ से लिया गया है। हालांकि रूटीन सर्विलांस के तहत की जाने वाली आरटीपीसीआर टेंस्टिग फिलहाल जारी रहेगी। प्रदेश में हर रोज बीस हजार सैंपल लेकर आरटीपीसीआर टेस्ट किए जा रहे हैं। इसके साथ ही फोरेंसिक साइंस एंड लैबोरेटरी में आरटीपीसीआर टेस्टिग बंद करके उपकरणों को सरकारी मेडिकल कालेज मोहाली में शिफ्ट करने का भी फैसला सेहत विभाग की तरफ से लिया गया है। इसके अलावा सेहत विभाग की तरफ से कोरोना मरीजों के संपर्क में आए लोगों को ट्रेस करके टेस्टिग बढ़ाई जाएगी। एंटीजन टेस्ट की 30 मिनट में आ जाती थी रिपोर्ट कोरोना के आरटीपीसीआर टेस्ट के बाद रिपोर्ट आने में लगभग छह से 24 घंटे लगते हैं, लेकिन रैपिड एंटीजन टेस्ट से सिर्फ 30 मिनट में पता लग जाता था कि कोई कोरोना पाजिटिव है या नहीं। यह ठीक प्रेग्नेंसी जांच की तरह से ही इंस्ट्रूमेंट पर दो लाइन दिखाई देती थी, जिसका मतलब था रिपोर्ट पाजिटिव है।
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