जालंधर। बधाई हो... बेटी हुई है, ऐसा कहने अब आपके घर किन्नर खुद चलकर आएंगे। बेटी को तोहफे के साथ गाना गाकर आशीर्वाद भी देंगे। जालंधर जिला प्रशासन ने किन्नरों की एक टोली बनाकर इस अनूठी प्रथा का शुभारंभ किया है। यह प्रथा ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ मुहिम के तहत शनिवार से शुरू की गई है। सूबे में पहली बार बेटियों के जन्म पर जालंधर से यह प्रथा शुरू हुई है।
किन्नरों की टोली हर रोज घर-घर जाकर बेटियों के जन्म पर उपहार के रूप में खुशियों की सौगात देगी। अमूमन बेटे के जन्म और विवाह समय पर ही किन्नर बधाई लेने आते हैं परन्तु जिला प्रशासन की यह विशेष टीम, जिन घरों में बेटी हुई होगी, वहां जाएगी और बच्ची के शगुन मनाकर उसके परिवार को शुभकामनाएं और बच्ची को उपहार देगी। परिवार व आस-पास के घरों के लोगों को भी बेटियों के प्रति सोच बदलने को भी प्रेरित करेगी।
रसीला नगर में बेटी को दिया तोहफा
किन्नरों की टीम पहली बार शनिवार को जालंधर के रसीला नगर पहुंची। जहां स्थानीय प्रशासन की ओर से टीम के जरिये विशेष प्रोग्राम ‘बधाई जी, बेटी हुई है’ का आयोजन किया गया। इस मौके पर टीम ने न सिर्फ परिवार वालों को बधाई दी और बच्ची को पढ़-लिख कर बड़ी अफसर बनने का आशीर्वाद दिया। टीम में रमनप्रीत कौर, पूजा, पम्मी, पूजा रानी, रूबी, मोना, परी, सोफिया शामिल हैं।
बेटियों पर भरोसा बढ़ाने को किया प्रयास
बेटियां आज हर क्षेत्र में पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हो रही हैं, बस जरूरत है बेटियों को अवसर देने की। हर माता-पिता यदि बेटियों पर भरोसा करें तो वह बेटों की तरह आगे बढ़ सकती हैं। समाज में लड़कियों के प्रति सोच बदलने के लिए यह टीम बनाई गई है। टीम जो उपहार देगी, वह सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट की ओर से दिया जाएगा। -राहुल सिंधु, एसडीएम
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