बठिंडा. इस साल 2021 को पूरे भारतवर्ष में 1971 की जंग के स्वर्णिम विजय वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। स्वर्णिम विजय मशाल 06 फरवरी 2021 की शाम को बठिण्डा में पहुंची और चेतक कोर की ओर से 4 बटालियन द सिख रेजिमेन्ट ने मशाल का भव्य स्वागत किया। मशाल के सम्मान में 07 फरवरी को बठिंडा कैटं में 25 पैदल सेना ब्रिगेड द्वारा एक विजय मार्च का आयोजन किया गया।
चेतक कोर के शहीद समारक ‘’योध्दा यादगार’’ पर स्वर्णिम विजय मशाल को चेतक कोर कमांडर लेफटिनेंट जनरल मनोज कुमार मागो द्वारा प्राप्त किया गया। योध्दा यादगार में 4 बटालियन द सिख रेजिमेंट की गार्ड ने मशाल और 1971 की जंग के वीर सैनिकों को सलामी दी। इसके बाद 1971 के युध्द के वयोवृद्ध लेफ्टिनेंट कर्नल दया सिंह (सेवानिवृत्त), ऑनररी कप्तान सुखदेव सिंह (सेवानिवृत्त) और जनरल अफसर कमांडिंग 81 सब एरिया द्वारा वीर सैनिकों को पुष्पांजलि अर्पित की गई। तत्पश्चात केंद्रीय विद्यालय के छात्रों द्वारा एक देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया गया। इस कार्यक्रम में सैन्य अधिकारी, पूर्व सैनिक और वीरनारियॉ भी उपस्थित थी।
श्रध्दाजंलि देने के पश्चात
युध्द के वीरों और वीरगति को प्राप्त सैनिकों की वीरनारियों को सम्मानित किया गया। वीरनारियों में रमिला देवी, पत्नी वीर सैनिक बनवारी
लाल वीर चक्र ( मरणोपरांत ) और अवतार
कौर, पत्नी वीर सैनिक नायब
रिसालदार दयाल सिंह वीर चक्र ( मरणोपरांत ) भी शामिल
थी।
फोटो- स्वर्णिम विजय मशाल का बठिंडा मिलिट्री स्टेशन
में स्वागत करते अधिकारी व सैनिक।
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