बठिंडा. जिले में शुक्रवार को 16 नए कोरोना पोजटिव केस मिले हैं। इसमें हररायपुर, रेलवे रोड गोनियाना मंडी, सीपल होटल, सैनिक छावनी, गुरु नानक नगर, रोवाला गांव, मौड़ मंडी, नरुआना गांव, दशमेश नगर रामपुरा फूल, रामा मंडी, डूमवाली गांव, मछाना गांव, घुद्दा, लहरागागा, तलवंडी साबों मेन बाजार व तलवंडी साबो पैट्रोल पंप के नजदीक कोविड ग्रस्त एक-एक मरीज मिला है। कोरोना वैक्सीन आने के बाद से लोगों की ओर से कोरोना गाइडलाइन की पालना के प्रति लापरवाही बरतने से जिले में एक बार फिर संक्रमण ने रफ्तार पकड़ ली है। मार्च में सैंपलिंग की संख्या बढ़ी तो पॉजिटिव केस भी बढ़ने लगे। जिले में मार्च के 25 दिनों में 886 कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं और 25 दिनों में 7 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। इससे पहले वीरवार को 99 नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए थे और एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत हुई थी। कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 10 हजार 660 हो गई और कोरोना से मरने वालों की संख्या 238 हो गई है। जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 537 है। जिसमें 311 कोरोना संक्रमित इलाज के लिए होम आइसोलेशन में हैं। जिले में 180 कोरोना संक्रमित अनट्रेस हैं। डराने वाली बात ये है कि पहले से संक्रमित आए लोगों की कॉटेक्ट हिस्ट्री वाले लोग अधिक संक्रमित हो रहे हैं।
मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग नहीं
मामले बढ़ने के बावजूद शहर के विभिन्न बाजार, बस स्टैंड, सिविल अस्पताल, रेलवे स्टेशन व सरकारी कार्यालय कहीं पर भी मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं की जा रही है। वीरवार को जिला नोडल अफसर कोविड-19 सैंपलिंग डा. नरेश सिंगला की देखरेख में शहर के अलग-अलग होटलों के अलावा मुल्तानिया ओवरब्रिज के पास कोविड सैंपलिंग अभियान के तहत 696 कोरोना संदिग्धों के सैंपल लिए गए। कोरोना वायरस ने अभी तक स्ट्रेन नहीं बदला है।
एहतियात बरतने की जरूरत
डाक्टर रविकांत गुप्ता के अनुसार कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए एहतियात बरतने की ज्यादा जरूरत है। मास्क लगाकर घर से निकले। भीड़ में जाने से बचे और बार-बार साबुन से हाथ धाेने की जरूरत है। दिन में एक-दो बार भी सांस उखड़ती है तो डॉक्टर के पास चेकअप करवाएं, अगर ज्यादा दिन तक गले में खराश और खांसी तो डॉक्टर को दिखाएं, ज्यादा थकावट महसूस होती है आंखों से सेक निकलता है तो डॉक्टर के पास जाएं, सिगरेट और शराब का सेवन न करें।
दूसरी तरफ सरकार की पहल पर 1 अप्रैल से 45 साल से अधिक आयु वाले सभी लोगों को वैक्सीन लगाने प्रक्रिया शुरू की जाएगी। जल्द ही समाज सेवी संस्थाओं के साथ बैठक कर जागरूकता अभियान शुरू किया जाएगा। समाज सेवी संस्थाओं को उक्त अभियान में शामिल करने का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीनेशन प्रक्रिया में शामिल करना है। सेहत विभाग की ओर से 16 जनवरी से अब तक 22 हजार लोगों को वैक्सीन की डोज लगाई गई है। वैक्सीन लगवाने में सबसे अधिक संख्या बुजुर्गों की है।
जिला टीकाकरण अफसर डा. मीनाक्षी सिंगला ने बताया कि लाभपात्री ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अथवा नजदीकी सेंटर पर सीधे भी जा सकते हैं। अपना पहचान पत्र और मोबाइल फोन साथ लेकर जाना होगा। 1 अप्रैल से 45 से अधिक आयु वाले सभी लोगों को टीका लगेगा। इसलिए बीमारी का प्रमाण-पत्र लाना जरूरी नहीं है। कोई गंभीर बीमारी है तो डाक्टर का सर्टिफिकेट ला सकते हैं। वैक्सीन की दूसरी डोज का अंतराल बढ़ा दिया गया है। अब 45 से 54 दिन के बीच दूसरी डोज लगवाने पर एंटीबॉडी बनने की प्रबल संभावनाएं हैं। टीका लगवाने के लिए जाते समय खाना खाकर ही जाएं।
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