बठिंडा। शिव सेना पंजाब के राष्ट्रीय उपप्रधान योगेश बातिश ने कहा कि पंजाब में खालिस्तान आतंकवाद के खिलाफ जंग लड़ कर पंजाब पुिलस के जाबांज अधिकारियों व कर्मचारियों ने शहादतें दी और अधिकारियों व कर्मचारियों ने बहादुरी दिखाकर पंजाब से आंतकवाद के काले दौर को खत्म किया। पर बड़े अफसोस की बात है कि समय-समय की सरकारों ने ऐसे जाबांज अधिकारियों व कर्मचारियों को इनाम तो क्या देना था बल्कि उन पर युवाओं के कत्ल करने के आरोप में झूठे मामले दर्ज करके उनको जेलों में बंद कर दिया।
उन्होंने कहा कि पंजाब में फिर से खालिस्तान आतंकवाद की लहर चल रही है जिनसे निपटने के लिए पंजाब सरकार को चाहिए आंतकवाद के दौर में आतंकवाद के खिलाफ जंग लड़ने वाले जेलों में बंद पुलिस अधिकािरयों व कर्मचारियों के केस रद करके उनको जेलों से रिहा करवाया जाए और उनसे आतंकवाद से लड़ने के लिए सलाह ली जाए ताकि समय रहते पंजाब में से आतंकवाद से मुक्ति दिलाई जा सके। योगेश बातिश ने कहा कि आतंकवाद के काले दौर में जिन बहादुर पुलिस अफसरों ने आतंकवाद का डटकर मुकाबला किया और पंजाब में शांति कायम रखने के लिए अपने परिवारों की कुर्बानी भी दी।
आज वो बहादुर पुलिस अफसर पिछले 10-10 सालों से जेलों में बंद हैं जिनके परिवार मानसिक तौर पर परेशान हो चुके हैं,उनके परिवार बिखर चुके हैं। शिव सेना पंजाब डीजीपी पंजाब से मांग करती है कि इन बहादुर पुलिस अफसरों के परिवारों की मदद करने के अलावा जेलों में बंद पुलिस अफसरों व मुलाजिमों पर दर्ज केस रद कर बिना शर्त जेलों से रिहा किया जाए ताकि अगर भविष्य में आतंकवाद का दौर आता है तो उसका ये पुलिस अफसर डटकर मुकाबल कर सकें।
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