बठिडा: शिक्षा विभाग की तरफ से राज्य के सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूल खोलने के बाद अब दस फरवरी से मेरिटोरियस स्कूल खोलने का भी फैसला ले लिया गया है। हालांकि अभी सिर्फ 12वीं कक्षा की क्लासें ही लगाई जाएंगी। इससे पहले नौ फरवरी को बच्चों को होस्टल में बुला लिया जाएगा, जबकि 10 फरवरी से आफलाइन क्लासें शुरू हो जाएंगी। जिले के मेरिटोरियस स्कूल में 12वीं कक्षा के 476 विद्यार्थी हैं। वहीं, स्कूल आने वाले विद्यार्थियों को कोविड-19 की नेगेटिव रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य किया गया है। ऐसे में हर बच्चे को स्कूल आने से पहले कोरोना टेस्ट करवाना होगा। यह नियम स्कूल प्रिसिपल और स्टाफ पर भी लागू होगा। इसके अलावा स्कूल न आने वाले विद्यार्थियों की आनलाइन क्लास लगाई जाएगी। सरकार द्वारा यह फैसला आने वाले परीक्षाओं के मद्देनजर लिया गया है ताकि विद्यार्थियों को आने वाले आफलाइन परीक्षा की तैयारी करवाई जा सके।
इन नियमों का कहना होगा पालन
- - स्कूल आने से पहले कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट साथ लानी होगी
- - विद्यार्थियों को अपने साथ सैनिटाइजर, सात मास्क (वाशएबल), साबुन के छह पीस भी लेकर आने होंगे।
- - स्कूल परिसर और कंटीन में शारीरिक दूरी का पालन करना होगा।
- - होस्टल में भी सभी नियमों का सख्ती से पालन करना होगा।
- - स्कूल आने वाले विद्यार्थियों को 24 घंटे के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा। होस्टल के कमरे में छह की जगह अब तीन बैड
जिले के मेरिटोरियस स्कूल में करीब 476 बच्चे हैं, जिनकी कक्षाएं शुरू की जाएंगी। इसके लिए होस्टल में भी इंतजाम किए जा रहे हैं। पहले होस्टल के एक कमरे में छह बैड होते थे, लेकिन अब तीन बैड कर दिए गए हैं ताकि विद्यार्थियों में करीब छह फीट की दूरी बनाई जा सके। वहीं इसकी पूरी जिम्मेदारी हास्टल वार्डन पर होगी और वह बच्चों से सभी नियमों का पालन करवाएगा। नहीं होगी सुबह और शाम की असेंबली
स्कूल में सुबह और शाम को असेंबली नहीं करवाई जाएगी। विद्यार्थियों को इमरजेंसी होने पर मात्र एक व्यक्ति ही मिल पाएगा, लेकिन वह भी कोविड-19 नेगेटिव का सर्टिफिकेट साथ लाकर ही मिल सकेगा। खाने के टेबल पर भी एकसाथ नहीं बैठेंगे बच्चे
होस्टल में वार्डन बच्चों के खाने के टेबल पर भी पूरा ध्यान रखेगा। बच्चों की शारीरिक दूरी बनाई जाएगी। इसके लिए एक बार में कुछ ही बच्चों को बुलाकर खाना खिलाया जाएगा। उनके जाने के बाद बाकी बच्चों को बुलाया जाएगा। इसके अलावा रोजाना काउंसलिग की जाएगी ताकि बीमार बच्चों का पता चल सके।
हमारी तरफ से स्कूल खोलने की पूरी तैयारी की जा रही है। शारीरिक दूरी रहे इस बात का भी ध्यान पूरा रखा जाएगा। हमारी तरफ से एक कमरे में छह की जगह तीन बैड लगा दिए गए हैं ताकि बच्चों में पूरी दूरी बनाई जा सके। इसके अलावा सिर्फ बारहवीं कक्षा ही बुलाई जाएगी।
- रूबी गुप्ता, प्रिसिपल मेरिटोरियस स्कूल