चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद भगवंत मान ने कहा है कि लोकसभा में कांग्रेस सांसदों द्वारा कृषि कानूनों पर प्राइवेट बिल लाना एक नया राजनीतिक ड्रामा है। कृषि सुधार कानून लाने से पहले जब केंद्र सरकार नया कृषि कानून बनाने के लिए हाई पावर कमेटी बनाई थी तो कांग्रेस के बड़े नेता और कई राज्यों के कांग्रेस मुख्यमंत्री उस कमेटी के सदस्य थे। उस कमेटी में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी थे। उस समय तो कांग्रेस ने इन काले कानूनों का विरोध नहीं किया। अब जब देश के किसान खुद मोदी सरकार के काले कानूनों का विरोध विरोध कर रहे हैं तो कांग्रेस किसान हितैषी होने का नाटक रच रही है।
कहा- कांग्रेस व मोदी सरकार की नीतियां एक जैसी, दोनों देश को कारपोरेट घरानों का गुलाम बनाना चाहते हैं
मान ने कहा कि कांग्रेस की भी नीतियां वही हैं जो आज मोदी सरकार की है। दोनों देश के किसानों और आम लोगों को कारपोरेट घरानों का गुलाम बनाना चाहती है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह का 'मोती बाग गिरोह' किसान आंदोलन से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए प्राइवेट बिल का ड्रामा कर रहा है।
भगवंत मान ने कहा कि कैप्टन ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल बनाकर प्रधानमंत्री से मिलने का वादा किया था, लेकिन आज तक उन्होंने प्रधानमंत्री से इस मुद्दे पर मिलने का समय नहीं मांगा। यही नहीं कैप्टन सरकार ने किसानों को गुमराह करने के लिए पंजाब विधानसभा में काले कानूनों के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया, लेकिन उसे अभी तक राष्ट्रपति के पास नहीं भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि किसान संगठनों द्वारा जब आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए नया कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाता है, तो पंजाब के कांग्रेसी नेता और सांसद कभी ¨सघू बार्डर पर जाकर किसानों को विचलित करने का प्रयास करते हैं तो कभी दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ जाते हैं। मान ने किसानों को भ्रमित करने की साजिश के तहत ही अब कांग्रेस सांसद लोकसभा में प्राइवेट बिल का नया ड्रामा रच रहे हैं।