बठिंडा: बठिंडा के एक ढाबा संचालक की ओर से फेसबुक पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंद्र सिंह को अपशब्द बोलने व केशों की बेअदबी करने से भड़के सिख संगठनों के लोगों ने थाना कोतवाली के समक्ष धरना दिया व उक्त ढाबा संचालक के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोपों में केस दर्ज करने की मांग की। इस मौके पर गुरूद्वारा गुरू नानक पुरा के अध्यक्ष रमनदीप सिंह रमीता ने बताया कि उक्त ढाबा संचालक ने मुख्यमंत्री को अपशब्द बोलने के साथ-साथ सिख धर्म में विशेष स्थान रखने वाले केशों की भी बेअदबी की है जिससे संगत में रोष है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंद्र सिंह पहले एक सिख हैं व बाद में मुख्यमंत्री हैं। ऐसे में उनके खिलाफ व उनके केशों के खिलाफ अपशब्द बोलने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस ने आश्वासन दिया कि मामले की जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी जिसके बाद धरना हटाया गया।
ढाबा संचालक की टिप्पणियों से मचा बवाल, पहले भी विवादों में रहा ढाबा
जी.टी. रोड पर स्थित उक्त ढाबा पहले भी संचालकों के व्यवहार को लेकर विवादों में रहा है व अब फिर से उक्त ढाबा सुर्खियों में है। ढाबा संचालक ने कुछ दिन पहले फेसबुक पर व्यापारियों के खिलाफ भी अपशब्दों का प्रयोग करते हुए कमेंट किया था जिसके बाद व्यापारियों में भी भारी रोष पाया गया। बठिंडा व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजिंद्र राजू ने कहा कि इस प्रकार व्यापारियों के खिलाफ टिप्पणियां करना नंदनीय है। यही नहीं इसके बाद अब फिर से उक्त ढाबा संचालक द्वारा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंद्र सिंह के खिलाफ बेहद अपत्तिजनक टिप्पणी की गई जिससे कांग्रेसी नेताओं के अलावा आम लोगों में भी उक्त ढाबा संचालक के खिलाफ रोष पाया जा रहा है। इस संबंध में ढाबा एसोसिएशन के अध्यक्ष नरिंद्र सोनी ने कहा कि उक्त व्यक्ति द्वारा प्रयोग किए गए शब्दों से हर नागरिक के दिल को ठेस पहुंची है। फेसबुक आदि पर कुछ लिखते समय मर्यादा का ध्यान रखा जाना चाहिए। इसके साथ ही उक्त टिप्पणी में केशों की भी बेअदबी की गई है जिसे लेकर सिख संगठन भी भड़क गए हैं। सिख संगठनों का कहना है कि उक्त व्यक्ति ने सिखों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है जिस कारण उसके खिलाफ धारा 295 ए के तहत केस दर्ज किया जाए।
फोटो -थाना कोतवाली के समक्ष रोष प्रदर्शन करते लोग।