अमृतसर. गणतंत्र दिवस के मौके पर अमृतसर में किसानों के द्वारा निकाले जा रहे मार्च में शामिल दो महिलाओं की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि एक ट्रैक्टर से ड्राइवर ने अचानक नियंत्रण खो दिया और कई महिलाओं को रौंद दिया। दो महिलाओं ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। 5 महिलाएं गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराई गई हैं। सूचना के बाद पुलिस ने ड्राइवर को मौके से गिरफ्तार कर लिया।
गणतंत्र दिवस के मौके पर जहां दिल्ली में किसानों की तरफ से बड़ी संख्या में ट्रैक्टर परेड निकाली जा रही है, वहीं पंजाब में भी विभिन्न जिलों में किसानों के समर्थन में रोष मार्च निकाले जा रहे हैं। धरने दिए जा रहे हैं। मंगलवार को अमृतसर के जिले के गांव वल्लां में रोष मार्च में शामिल महिलाएं हादसे का शिकार हो गई। पता चला है कि किसानों के हक में गांव वल्लां में भारी संख्या में लोगों की तरफ से रोष मार्च निकाला जा रहा था। इसमें महिलाएं और बच्चे भी शमिल थी। इस दौरान पानी का टैंकर लेकर आ रहे एक ट्रैक्टर के चालक का इस पर से नियंत्रण खो गया। उसने टैंकर सहित ट्रैक्टर रोष मार्च कर रही महिलाओं पर चढ़ा दिया। 2 महिलाओं ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, वहीं कई महिलाएं घायल हो गई।
हादसे के बारे में सूचना पाकर मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है, जिसकी पहचान सुख पुत्र गुलजार सिंह निवासी गांव मक्खण विंडी के रूप में हुई है। वह राज मिस्त्री का काम करता है। पुलिस की तरफ से पूछने पर दोषी चालक ने बताया कि उसे ट्रैक्टर चलाना नहीं आता था। पुलिस की तरफ से ड्राइवर को गिरफ्तार करके अगली कार्रवाई की जा रही है।
दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे किसानों के समर्थन में जालंधर में भी किसान व अलग-अलग संगठनों से जुड़े लोग सड़कों पर उतर आए हैं। यहां भारतीय किसान यूनियन राजेवाल की अगुवाई में वाल्मीकि संगठनों के अलावा दूसरे धार्मिक संगठनों से जुड़े लोगों ने शहर में रैली निकाली। इसके बाद DC ऑफिस के बाहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका गया। रैली में पैदल के साथ लोग ट्रैक्टर लेकर भी शामिल हुए।
भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के यूथ नेता अमरजोत सिंह ने कहा कि दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च कर रहे किसानों पर बल प्रयोग करना निंदनीय है। किसान अपने हक की मांग कर रहे हैं, इसके बावजूद उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार चाहे जो मर्जी कर ले लेकिन किसान दिल्ली से अपना हक वापस लिए बगैर नहीं लौटेंगे।
उन्होंने कहा कि हर धर्म के लोगों से किसानों को पूरा समर्थन मिल रहा है। प्रदर्शन में शामिल बाकी संगठन के लोगों ने भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार को जिद छोड़ देनी चाहिए और किसानों की मांगें मानते हुए कृषि सुधार के नाम पर बनाए तीनों काले कानून तुरंत रद्द कर देने चाहिए।
गणतंत्र दिवस पर जहां दिल्ली में किसानों ने बड़ी संख्या में ट्रैक्टर परेड निकाली, वहीं पंजाब में भी किसानों के हक में ट्रैक्टर परेड का आयोजन किया गया। अमृतसर में गोल्डन गेट से भूरी वाला चौक तक करीब 25 किलोमीटर तक के मार्च में 700 से ज्यादा ट्रैक्टर लेकर किसान शामिल हुए। जालंधर में करतारपुर से शुरू होकर अलग-अलग इलाकों से होते हुए सुरानुस्सी, विधिपुर फाटक, मकसूदा, DAV. कपूरथला चौक, वर्कशॉप चौक , जेल रोड, ज्योति चौक, नकोदर चौक से होते हुए श्री राम चौक पर समाप्त हुई। इसके अलावा बठिंडा, मोगा, संगरूर, बरनाला, गुरदासपुर आदि में भी ट्रैक्टर रैली निकाली गई।