बठिडा : वरिष्ठ वकील अजायब सिंह सिद्धू के बेटे व गुजरात के पूर्व डीजीपी चितरंजन सिंह को वीरवार को नम आंखों से अंतिम विदाई दे दी गई। बठिडा के दाना मंडी स्थित राम बाग में उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
इस मौके बठिडा के एसएसपी भूपिदरजीत सिंह विर्क, एसपी एच सुरिद्रपाल सिंह, डीएसपी एस संजीव सिगला व मक्खन सिंह ने
पूर्व डीजीपी चितरंजन सिंह की मृतक देह को फूल मालाएं अर्पित की। चितरंजन सिंह
सिद्धू के अंतिम संस्कार के मौके पूर्व मेयर बलजीत सिंह बीड़ बहमन, सुखदेव चहल, रिटायर्ड एडीसी शिवदेव सिंह, सीए आदर्शपाल गुप्ता, जगजीत सिंह जीवन सिंह वाला, डा. इंद्रदीप सिंह सरां, अमरिदर सिंह सिद्धू, रघबीर सिंह शेरगिल, एसएस कंवर, सिविल लाइंस एसेासिएशन के प्रधान सरबजीत सिंह
कंवर, अशोक धुनिके के
अलावा जिला बार एसोसिएशन के प्रधान लकिदर सिंह भाईका, सचिव शमिदर सिंह संधू, ज्वाइंट सचिव गौरव गुप्ता, उप प्रधान डा. गुरप्रीत सिंह बराड़, पूर्व प्रधान कंवलजीत कुटी, नंद लाल गर्ग, हरपाल सिंह खारा, तरमिदर सिंह सोढ़ी, महिदर सिंह सिद्धू, जय गोपाल गोयल, पूर्व सचिव जगमीत सिद्धू आदि मौजूद थे।
पूर्व डीजीपी चितरंजन सिंह के बेटे सूर्य प्रताप सिंह सिद्धू ने बताया कि उनके पिता बठिडा अपने भाई से मिलने के लिए अहमदाबाद से तीन दिन पहले ही आए थे। पहले बठिडा आए और इसके बाद वे चंडीगढ़ चले गए। लेकिन वहां उनको हार्ट की समस्या आ गई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उनकी मौत हो गई।
एक दिन पहले ही था जन्म दिन
चितरंजन सिंह के करीबी रिश्तेदार राजिदर सिंह ने
बताया कि चितरंजन सिंह का एक दिन पहले ही जन्म दिन था। उनका जन्म 23 फरवरी 1953 को हुआ था जबकि जन्म दिन के एक दिन बाद 24 फरवरी 2021 को उनका निधन हो गया। परिवार में पत्नी रेनू
सिद्धू, बेटी
हरकमल सिद्धू व रूपकमल सिद्धू, बेटा
सूर्य प्रताप सिंह सिद्धू हैं। चितरंजन सिंह गुजरात में साढ़े तीन साल डीजीपी रहे।
उनकी माता का डेढ़ साल पहले निधन हो गया था, जबकि उनके 97 वर्षीय पिता अजायब सिंह अभी स्वस्थ हैं।
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