बठिंडा: पंजाब सरकार और सेहत विभाग पंजाब की हिदायतों पर सिविल सर्जन बठिंडा के दिशा निर्देशों पर सीनियर मेडीकल अफ़सर डा. अश्वनी कुमार की रहनुमाई में सिविल अस्पताल बालियावाली में ‘कुमिट टू कुइट ’ सलोगन के अंतर्गत विश्व तम्बाकू निरोधक दिवस मनाया गया। इस मौके डा. कमलजीत सिंह ने मौजूद मरीजों और उनके रिश्तेदारों को तम्बाकूनोशी के बुरे प्रभावों के बारे विस्तार सहित जानकारी दी।
डा. अश्वनी कुमार सीनियर मैडीकल अफसर बालियावाली ने बताया कि तम्बाकूनोशी व्यक्ति के फेफड़ों, दिल और शरीर के दूसरे अंगों को नुकसान पहुंचाता है, जिसके साथ कोवड 19 का प्रभाव ज़्यादा गंभीर हो सकता है। उन्होंने कहा कि हुक्के की सामुहिक प्रयोग के साथ भी कोविड फैलने का ख़तरा बना रहता है। उन्होंने बताया कि पंजाब देश का पहला ऐसा सूबा है जिसने ई सिगरेट पर सबसे पहले रोक लगाई है। इसके साथ ही जर्दा, गुटखा, खैनी और पान मसाले के साथ मुंह का कैंसर होने का ख़तरा काफी ज्यादा हो जाता है।
लखविन्दर सिंह कैंथ और जगतार सिंह बीईओ ने तबाकूनोशी की कानूनी पक्ष से जानकारी देते कहा कि तम्बाकू कंट्रोल एक्ट के अंतर्गत कोई भी व्यक्ति पब्लिक जगह जैसे पार्क, सिनेमा घर, होटल, बस, रेल गाड़ी आदि में खुले आम सिगरेटनोशी नहीं कर सकता क्योंकि इसके साथ बैठे व्यक्ति सिगरेट के धुए के साथ पैसिव समोकर बनते हैं। इसका उलंघण करने पर दो सौ रुपए तक का चालान काटा जा सकता है। इसी तरह शैक्षिक संस्थायों के सौ मीटर के घेरे में तम्बाकू पदार्थ बेचने, 18 साल से कम नाबालिग को और 18 साल से कम नाबालिग की तरफ से तम्बाकू बेचे जाने पर भी जुर्माना और सजा का कानून है। इसी तरह खुली सिगरेट बेचने, इश्तहारबाजी करने, साईन बोर्ड का पालन न करने पर भी जुर्माना और सजा हो सकती है।
पवन कुमार एस.आई. ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति अपने पुरे आत्मविश्वाश के साथ तम्बाकूनोशी छोड़ना चाह तो सहज ही छोड़ सकता है। उन्होंने माँ बाप से अपील करते कहा कि उन्हें अपने किशोर बच्चों का ध्यान व निगरानी रखनी चाहिए जिससे वह तम्बाकू जैसी बुरी बीमारी से बच सकें। साधू राम एस.आई. ने मौके पर मौजूद आम जनता और सेहत स्टाफ सदस्यों को तम्बाकूनोशी न करने और इसको रोकने के उपराले करने की शपथ दिलाई। इस मौके गुरमीत कौर एल.एच.वी., जसविन्दरपाल कौर ए.एन.एम., अवतार सिंह सेहत कर्मी और आशा वर्कर मौजूद थे।
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