बठिंडा: डिप्टी कमिशनर श्री बी.श्रीनिवासन ने बताया कि सूबा सरकार की तरफ से करोना महामारी के साथ लड़ने के लिए शुरू की गई कोरोना गांव मुक्त अभियान मुहिम को जिले के गांवों में भारी समर्थन मिल रहा है। 30 मई तक जिले के 315 गांवों में से 108 गांवों में कोरोना के ख़ात्मे के लिए कोरोना टेस्टिंग कैंप लगाए जा चुके हैं। इन कैंपों में 19461 लोगों की कोरोना टेस्टिंग की गई जिसमें से 17907 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव और 970 केस पॉजिटिव मिले। इस दौरान गांवों के साथ सम्बन्धित 43 कोरोना प्रभावित व्यक्तियों की मौत हुई है।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि बठिंडा जिले की आबादी के हिसाब से गांवों में सबसे अधिक 20 प्रतिशत कोरोना टेस्टिंग करके प्रदेश भर में आगे रहा है। कोरोना गांव मुक्त अभियान के अंतर्गत सेहत विभाग की अलग-अलग टीमें की तरफ से ग्रामीण क्षेत्र के साथ सम्बन्धित 124062 घरों तक पहुंच कर 654835 लोगों की स्क्रीनिंग भी की गई और इस दौरान सिर्फ़ 5 प्रतिशत कोरोना पॉजिटिव दर पाई गई।
उन्होंने जिला निवासियों से अपील करते कहा कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए सरकार की तरफ से जारी हिदायतों की पालना करे, यदि उनको खांसी, बुख़ार, जुकाम आदि लक्षण दिखाई देने तो वह तुरंत अपने टैस्ट करवाना लाजिमी बनाए जिससे महामारी को हराया जा सके। वही यदि कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव आता है तो उसको घबराने की नहीं बल्कि हौसलो के साथ इलाज की ज़रूरत है। इसके साथ जहाँ वह मूलभूत पड़ाव पर ही इस बीमारी पर काबू पा सकते हैं, वहीं अपने परिवार और समाज को भी इस भयानक बीमारी से बचा सकेंगे। डीसी ने नौजवानों से अपील की कि वह कोरोना महामारी के ख़ात्मे के लिए कोरोना टीकाकरन और टेस्टिंग में अपना कीमती योगदान डाले। इस घड़ी में पूरा सहयोग दे जिससे हम मिल कर करोना पर फतेह हासिल कर सकें।
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